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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

सन्निकर्ष संज्ञा पुं॰ [सं॰] [वि॰ सन्निकृष्ट]

१. संबंध । लगाव ।

२. नाता । रिश्ता ।

३. समीप्य । समीपता ।

४. इंद्रियों का विषयों के साथ संबंध (न्याय) । विशेष—यहि ज्ञान का कारण है और लौकिक तथा अलौकिक दो प्रकार का कहा गया है ।

४. पात्र । आधार । आश्रय ।

५. निकट खींचना । समीप लाना (को॰) ।

६. नूतन विषय या विचार (को॰) ।