सनाथ
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनसनाथ वि॰ [सं॰] [स्त्री॰ सनाथा]
१. जिसकी रक्षा करनेवाला कोई स्वामी हो । जिसके उपर कोई मददगार या सरपरस्त हो । उ॰—हौं सनाथ ह्मै हौं सही जौ लघुतहि न भितैही ।— तुलसी (शब्द॰) ।
२. प्रभु या पतियुक्त ।
३. कब्जा किया हुआ । अधिकृत [को॰] ।
४. संपन्न । सहित । युक्त (को॰) ।
५. जो जमाकोर्ण हो । जैसे,—सभा आदि (को॰) ।
६. कृतार्थ । कृतकृत्य । उ॰—प्राइ रामपद नावहिं माथा । निरखि बदनु सब होहि सनाथा ।—मानस ४ ।२२ ।
७. सफल । मुहा॰—सनाथ करना = शरण में लेना । आश्रय देना । सहायक होना ।