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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

सदीव पु अव्य॰ [सं॰ सदैव] दे॰ 'सदैव' । उ॰—मच्छाँर जल जीव जिम, सबजी तराँ सदीव । अदताराँ धन जीव इंम, जस दाताराँ जीव ।—बाँकी ग्रं॰, भा॰ ३, पृ॰ ५० ।