प्रकाशितकोशों से अर्थ

सम्पादन

शब्दसागर

सम्पादन

सत्त ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ सत्व, प्रा॰ सत्त]

१. किसी पदार्थ का सार भाग । असली जुज । रस । जैसे,—गेहूँ का सत्त, मुलेठी का सत्त ।

२. तत्व । काम की वस्तु । जैसे,—अब तो उसमें कुछ भी सत्त बाकी नहीं रह गया ।

सत्त ‡ ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ सत्य, प्रा॰ सत्त]

१. सत्य । सच बात ।

२. सतीत्व । पतिव्रत्य ।