सताना
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनसताना क्रि॰ स॰ [सं॰ संतापन, प्रा॰ संतावन]
१. संताप देना । कष्ट पहुँचाना । दुःख देना । पीड़ित करना । उ॰—(क) कह्मौ सुरन्ह तुम ऋषिहि सतायो । तातें कर रहि गयो उचायो ।—सूर (शब्द॰) । (ख) गई कालिंदी बिरह सताई । चलि पराग अरइल बिच आई ।—जायसी (शब्द॰) ।
२. तंग करना । हैरान करना ।
३. किसी के पीछे पड़ना ।