सकाम
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनसकाम संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. वह व्यक्ति जिसे कोई कामना या इच्छा हो ।
२. वह व्यक्ति जिसकी कामना पूर्ण हुई हो । लब्धकाम ।
३. कामवासना युक्त व्यक्ति । मैथुन की इच्छा रखनेवाला व्यक्ति । कामी ।
४. वह व्यक्ति जो कोई कार्य भविष्य में फल मिलने की इच्छा से करे । जो निःस्वार्थ होकर कोई कार्य न करे, बल्कि स्वार्थ के विचार से करे ।
५. प्रेम करनेवाला । प्रेमी ।
सकाम निर्जरा संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] जैनियौं के अनुसार चित्त की वह वृत्ति जिसमें बहुत अधिक क्षति होने पर भी शत्रु या पीड़ा देनेवालों को परम शांतिपूर्वक क्षमा कर दिया जाता है । यह वृत्ति उपशांत चित्तवाले साधुओं में होती है ।