संग्राम
संज्ञा
- युद्ध, लड़ाई, समर
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
संग्राम संज्ञा पुं॰ [सं॰ सङ्गा्म] युद्ध । लड़ाई । समर । यो॰—संग्राम अंगन पुं॰ = दे॰ 'संग्रामांगण' । उ॰—संग्राम अंगन राम अंग अनंग बहु सोभा लही ।—मानस, ६ ।१०२ । संग्रामकर्म = लड़ाई । संग्रामतुला = युद्ध की कसौटी (हार जीत के रुप में) । संग्रामतूर्य = लड़ाई या युद्ध का बिगुल । रणतूर्य । संग्रामपटह । संग्राममूर्धा = युद्धभूमि में अगला मोर्चा । संग्राममृत्यु = युद्धभूमि में मरना । वीरगति ।