संखनारी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ शङ्खनारी] एक प्रकार का छंद जिसके प्रत्येक पद में दो यगण (य, य) होते हैं । इसे सोमराजी वृत्त भी कहते हैं ।