प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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सँभाला संज्ञा पुं॰ [हिं॰ सँभालना] जीवन की ज्योति का बुझने के पूर्व टिमटिमा उठना । मरने के पहले कुछ चेतनता सी आ जाना । चैतन्य बाई होना । जैसे,—कल सँभाला लिया था, आज मर गया । क्रि॰ प्र॰—लेना ।