सँजोग संज्ञा पुं॰ [सं॰ संयोग] दे॰ 'संयोग' । उ॰—वर सँजोग मोहि मेरवहु कलस जात हौं मानि । जा दिन इच्छा पूजै बेगि चढाऊँ आनि ।—जायसी । (शब्द) । (ख) जौ बिधिबस अस बनै सँजोगू । तौ कृतकृत्य होइ सब लोगू ।—मानस, २ ।२२२ ।