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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

षोड़शांग ^१ वि॰ [सं॰ षोडशाङ्ग] सोलइ अंगोंवाला । जिसके सोलह भाग या प्रकार हों [को॰] ।

षोड़शांग ^३ संज्ञा पुं॰ दे॰ 'षोड्शधूप' ।

षोड़शांग चूर्ण संज्ञा पुं॰ [सं॰ षोडशाङ्ग चूर्ण] वैद्यक में एक चूर्ण जो विषमज्वर में दिया जाता है । विशेष—चिरायता, नीम की छाल, कुटकी, गिलोय, हड़ का छिलका, नागर मोथा, धनिया, अडूसा, त्रायमाण, कटियाली, काकड़ासिंगी, सोंठ, पित्तपापड़ा, प्रियंगु पुष्प, पेखलं, पीपल, कचुर सब सामान लेकर पीस डाले और ११ टंक प्रति दिन ठंढे जल से आठ दिन तक सेवन करे ।