हिन्दी सम्पादन

प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

शूर्प संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. गेहूँ, चावल आदि अन्न पछोड़ने के लिये बना हुआ बाँस या सींक का पात्र । सूप ।

२. एक प्राचीन तौल जो २०४८ तोले या ३२ सेर की होती थी ।