प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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शीर्षण्य ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. टोप । कूँड़ ।

२. सुलझे हुए साफ बाल ।

३. सिर पर बाँधी जानेवाली कोई वस्तु (को॰) ।

४. सिर पर लपेटने की रज्जु (को॰) ।

५. चारपाई का सिरहाना ।

शीर्षण्य ^२ वि॰ शीर्षाकित । श्रेष्ठ [को॰] ।