शाला
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनशाला संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]
१. घर । गृह । मकान ।
२. जगह । स्थान । जैसे—पाठशाला, गौशाला ।
३. शाखा । डाल ।
४. इँद्रवज्रा और उपेंद्रवज्रा के योग से बननेवाले सोलह प्रकार के वृत्तों में से एक वृत्त । इसका तीसरा चरण उपेंद्रवज्रा का और शेष तीनों चरण इंद्रवज्रा के होते हैं ।
५. भवन का एक अंश या भाग । गृह का कोई स्थान । गृहैकदेश । कक्ष । प्रकोष्ठ (को॰) ।
६. वृक्ष का तना (को॰) ।
शाला का ।
६. संपत्तिशाली । धनवान । अमीर ।
७. जो व्यवहार में कुशल हो । दक्ष । चतुर ।