प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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शाक्त ^१ वि॰ [सं॰]

१. प्रभाव, प्रताप या शक्ति संबंधी ।

२. दैविक शक्ति (देवी) संबंधी ।

शाक्त ^२ संज्ञा पुं॰ शक्ति का उपासक । तंत्रपद्धति से देवी की पूजा करनेवाला । विशेष—शाक्तों के पूजन का विधान वैदिक पूजनविधि से भिन्न होता है । ये ईश्वर को शक्ति का शिव की पत्नी दुर्गा के रूप में उपासना करते हैं । यह उपासनापद्धति दो प्रकार की है— दक्षिणाचार । और वामाचार । वामाचारियों या वाममार्गियों की पूजा में मद्य, मांस, स्त्री आदि पंचमकार का व्यवहार होता है । स्त्रियों की जननेंद्रिय को शक्ति का प्रतीक मानकर ये लोग उसकी विशेष रीति से पूजा करते हैं ।