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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

शकुनीमातृका संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] बालकों की एक प्रकार की व्याधि । विशेष—यह बालकों के जन्म से छठे दिन, छठे मास या छठे वर्ष होती है और इसमें उन्हें ज्वर तता कंप होता है, द्दष्टि ऊदर्ध्व हो जाती है और हरदम बहुत कष्ट बना रहता है ।