प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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वैराज्य संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. प्राचीन काल की एक प्रकार की शासन- प्रणाली जिसमें एक ही देश में दो राजा मिलकर शासन करते थे । एक देश में दो राजाओं का शासन ।

२. वह देश जहाँ इस प्रकार की शासनप्रणाली प्रचलित हो ।

३. विदेशियों का राज्य । विदेशियों का शासन । विशेष— वैराज्य और द्वैराज्य के गुणदोष का विचार करते हुए कहा गया है कि द्वैराज्य में अशांति रहती और वैराज्य में देश का धनधान्य निचोड़ लिया जाता है । दूसरी बात यह भी कही गई है कि विदेशी राजा अपनी अधिकृत भूमि कभी कभी बेच भी देता है और आपत्ति के समय असहाय अवस्था में छोड़ भी देता है ।