वेसवा पु † संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ वेश्या]दे॰ 'वेश्या' । उ॰—साध संत के उपाध रहत वेसवा के हाथ, बड़े कुटिल है कुपाथ चलै पंथ ना निहार के ।—संत तुरसी॰, पृ॰ ३३९ ।