वेदी
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनवेदी ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ वेदिन्] [स्त्री॰ वेदिनी]
१. पंडित । विद्धान् । आचार्य ।
२. ज्ञाता । जानकार ।
३. वह जो विवाद करता हो ।
४. ब्रह्मा ।
४. अंबष्ठा । पाढ़ा (को॰) ।
वेदी ^१ संज्ञा स्त्री॰
१. किसी शुभ कार्य के लिये, विशेषतः धार्मिक कार्य के लिये तैयार की हुई ऊँची भूमि । जैसे,—विवाह की वेदी, यज्ञ को वेदी ।
२. सरस्वती ।
३. मंदरि या महल के आँगन में बना हुआ चौकोर स्थान या मंडप (को॰) ।
४. मुहर करने की अँगुठी (को॰) ।
५. अंगुलियों की एक विशेष मुद्रा (को॰) ।
६. भूखंड । भूभाग (को॰) ।
७. ज्ञान विज्ञान (को॰) ।
८. कोई वस्तु रखने का आधार (को॰) । दे॰ 'वेदि' ।
वेदी ^३ वि॰
१. जाननेवाला । ज्ञाता ।
२. अनुभव करनेवाला ।
३. विवाह करनेवाला ।
४. सूचना देनेवाला । सूचक ।
५. विद्वान् । आचार्य [को॰] ।