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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

वृष्टि संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. आकाश से जल बरसना । वर्षा । बारिश । मेह ।

२. ऊपर से बहुत चीजों का एक साथ गिरना या गिराया जाना । जैसे,—पुष्पवृष्टि । उ॰—कर रही थी जो अलौकिक रूपरस की वृष्टि ।—शंकु॰, पृ॰ ६ ।

३. किसी क्रिया का कुछ समय तक लगातर होना । जैसे,—उनके बैठते ही चारों ओर से कटु वचनों की वृष्टि होने लगी ।