हिन्दी सम्पादन

प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

वृक्क संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. गुरदा । उ॰—वृक्क जो कुक्षि गोल हैं सो उदर में स्थित मेद की पुष्टि करनेवाले कहे हैं ।—शार्ङ्गधर॰, पृ॰ १५३ ।

२. हृदय (को॰) ।