हिन्दी सम्पादन

प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

वैखानस ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. वह जो वानप्रस्थ आश्रम में हो ।

२. प्राचीन काल के एक प्रकार के ब्रह्मचारी या तपस्वी जो प्रायः वन में रहा करते थे ।

३. प्रजापति के नख एवं लोभ से उत्पन्न एक ऋषि जिन्होंने वैखानस नामक धर्मसूत्र की रचना की थी । उ॰—वैखानस धर्मसूत्र एवं हिरणय- केशिन् के धर्मसूत्र लगभग तीसरी ईस्वी सदी के हैं ।—हिंदु॰ सभ्यता, पृ॰ १४६ ।

४. वैष्णव संप्रदाय की एक शाखा (को॰) ।

वैखानस ^२ वि॰ वानप्रस्थ आश्रम संबंधी [को॰] ।