विलोम
उद्योग
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनविलोम ^१ वि॰ [सं॰] [वि॰ स्त्री॰विलोमी]
१. विपरीत । उलटा । प्रतिकूल । उ॰—तुम सन कही बचन कटु बागी । अपने हाथ मीच्रु वहि माँगी । कहेसि । विलोम वचन तजि ज्ञाना । यहिकर काल आय नियराना ।—सबल (शब्द॰) ।
२. प्रतिकूल या विपरीत क्रम में उत्पन्न (को॰) । ३पिछ़डा हुआ (को॰) ।
४. नियम वा रीति के विरूद्ध ।
५. केशविहीन । रोम- रहित (को॰) ।
विलोम ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. सर्प ।
२. वरुण ।
३. कुत्ता ।
४. रहट ।
५. क्रमविपर्यय । उलटा क्रम (को॰) ।
६. संगीत में ऊंचे स्वर से नीचे स्वर की ओर आना । स्वर का अवरोह । उतार ।
७. ऊँचे की ओर से नीचे की ओर आना ।
विलोम काव्य संज्ञा पुं॰ [सं॰] वह काव्य या कविता जिसके अक्षरों के उल़टकर भी पढ़ जा सके और जो पहले से भिन्न एक विशेष अर्थ दे । संस्कृत में इस प्रकार के कई काव्य प्राप्त होते हैं ।
विलोम क्रिया संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] वह क्रिया जो अंत्त से आदि की ओर को जाय । उलटी ओर से होनेवाली क्रिया ।