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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

विरद ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ विरुद]

१. बड़ा नाम । लंबा चौड़ा या सुंदर नाम ।

२. ख्याति । प्रसिद्धि । उ॰—बड़े न हुजै गुनन बिनु विरद बड़ाई पाय । कहत धतूरा को कनक गहनों गढ़्यो न जाय ।—बिहारी (शब्द॰) ।

३. यश । कीर्ति । विशेष दे॰ 'विरुद' ।

विरद ^२ वि॰ [सं॰] बिना दाँत का ।