विरक्त
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनविरक्त ^१ वि॰ [सं॰]
१. जो अनुरक्त न हो । जिसका जो हटा हो । जिसे चाह न हो । विमुख । जैसे,—ऐसी बातों से वे सद ा विरक्त रहते हैं ।
२. जो कुछ प्रयोजन न रखता हो । उदा- सीन ।
३. अप्रसन्न । खिन्न । जैसे,—उनकी बातें सुनकर वे और भी विरक्त हो गए ।
४. अत्यंत लाल रंग का (को॰) ।
५. बदरँग (को॰) ।
६. आविष्ट । आसक्त । आवेशयुक्त (को॰) ।
विरक्त ^२ संज्ञा पुं॰ ऐसे बाजे जो केवल ताल देने के काम में आते हैं ।
विरक्त वि॰ [सं॰]
१. जिसे विरेचन दिया गया हो ।
२. जिसका पेट छुटा हो । जिसे दस्त आ रहे हों ।
३. निकालकर साफ या रिक्त किय़ा हुआ (को) ।