प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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विमोह संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. मोह । अज्ञान । भ्रम । भ्रांति । उ॰— मन वसुदेव विमोह केस से । मोचक माधव दुविद ध्वंस से ।— रघुराज (शब्द॰) ।

२. बेसुध होना । अचेत होना । आसाक्ति ।

३. एक नरक का नाम ।