प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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विभावरी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. रात्रि । रात ।

२. वह रात जिसमें तारे चमकते हों ।

३. हरिद्रा । हरदी ।

४. कुट्टनी । कुटनी । दूती ।

५. डेढ़ी स्त्री । चाल की औरत ।

६. मुखरा स्त्री । बहुत बड़ बड़ करनेवाली स्त्री ।

७. मेदा वृक्ष ।

८. प्रचेतस् की नगरी का नाम ।

९. वेश्या । गणिका (को॰) ।

१०. एक प्रकार का वृत्त (को॰) ।