प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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विदीर्ण वि॰ [सं॰]

१. बीच से फाड़ा या विदारण किया हुआ । उ॰—हुआ विदीर्ण जहाँ तहाँ श्वेत आवरण जीर्ण । व्योम शीर्ण कंचुक धरे विषधर सा विस्तीर्ण ।—साकेत, पृ॰ २७८ ।

२. टूटा हुआ । भग्न ।

३. मार डाला हुआ । निहत ।

४. फैला या खोला हुआ (को॰) । यौ॰—विदीर्णमुख = जिसका मुँह खुला हो । विदीर्णहृदय = छिन्नहृदय । भग्नहृदय ।