वितत
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनवितत ^१ वि॰ [सं॰]
१. विस्तृत । फैला हुआ ।
२. आयत । विशाल । विस्तीर्ण (को॰) ।
३. किया हुआ । संपन्न । कार्यन्वित (को॰) ।
४. ढका हुआ । आच्छादित (को॰) ।
५. खींचा हुआ । कर्षित । झुकाया हुआ (धनुष या ज्या) । जैसे, विततधनु, विततज्या (को॰) ।
वितत ^२ संज्ञा पुं॰
१. वीणा अथवा उससे मिलता जुलता हुआ और कोई बाजा ।
२. मृदंग या ढोल आदि आनद्ध बाजों से उत्षन्न होनेवाला शब्द ।
३. दे॰ 'प्रतान' (को॰) ।