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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

विडाल संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. आँख का पिंड ।

२. आँख की एक प्रकार की दवा जो जेठी मधु, गेरू, दारु हल्दी और रसांजन आदि से बनती है और जिसका आँख के चारों ओर लेप किया जाता है ।

३. आँख के चारों ओर किया जानेवाला कोई लेप ।

४. बिल्ली ।

५. गंधमार्जार । मुश्क बिलाव ।

६. हरताल । दे॰ 'बिडाल' ।