प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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विचिकित्सा संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. संदेह । अनिश्चय । शक ।

२. वह संदेह जो किसी विषय में कुछ निश्चय करने के पहले उत्पन्न हो और जिसे दूर करके कुछ निश्चय किया जाय ।

३. अनवधा- नता । भूल । प्रमोद (को॰) ।