विक्षनरी:हिन्दी-कोंकणी शब्दकोश
अंक (पुं.) क्रोड, गोद् -- मांडी
अंक (पुं.) संख्या के सूचक चिह्न -- आंकडो
अंक (पुं.) परीक्षा आदि में सफलता की सूचक इकाइयाँ (नंबर) -- गूण, मार्क
अंक (पुं.) बहुखंडीय नाटक का एक खंड -- अंक
अंक (पुं.) पत्र-पत्रिकाओं का किसी निश्चित समय पर होने वाला प्रकाशन -- आंक
अंकुर (पुं.) अँखुआ -- आंकरी
अंकुश (पुं.) लोहे का काँटा, जिससे हाथी को चलाया और वश में किया जाता है -- अंकूश
अंकुश (पुं.) नियंत्रण, दबाव -- नियंत्रण
अंग (पुं.) शरीर के विभिन्न अवयव -- आंग
अंग (पुं.) शरीर, देह -- कुड, शरीर
अंग (पुं.) भाग -- भाग
अंचल (पुं.) सीमा के आसपास का प्रदेश -- वाठार, प्रदेश
अंचल (पुं.) आँचल या पल्ला (जैसे साड़ी का) -- पदर
अंडा (पुं.) कुछ विशिष्ट मादा जीवों के गर्भशय से निकलने वाला एक पिंड -- तांतीं
अंत (पुं.) समाप्ति, अवसान -- समाप्त, शेवट, अखेर
अंतरंग (वि.) घनिष्ठ, आत्मीय -- लागींचो, घनिश्ट
अंतरंग (वि.) भीतरी -- भितरलें
अंतर (पुं.) दो वस्तुओं के बीच की दूरी, फासला -- पयसाय, अंतर
अंतर (पुं.) भेद, भिन्नता -- भेद, फरक
अंतरराष्ट्रीय (वि.) एक से अधिक राष्ट्रों के बीच परस्पर संबंध रखने वाला -- आंतरराष्ट्री
अंतरिक्ष (पुं.) पृथ्वी तथा अन्य ग्रहों या लोगों के बीच का रिक्त स्थान -- अंतराळ
अंतिम (वि.) सबसे बाद का, आखिरी -- निमाणें, अंतीम, चरम
अंतिम (वि.) चरम, परम -- चरम
अंदर (क्रि.वि.) भीतर -- भीतर
अंधकार (पुं.) अँधेरा -- काळोख
अंधा (पुं./वि.) देखने की शक्ति से रहित -- आंधळो
अंश (पुं.) भाग, हिस्सा, खंड, टुकड़ा -- वांटो, अंश, कुडको
अकड़ना (अं.क्रि.) पूरे शरीर का या उसके किसी अंगविशेष का कड़ा होना, ऐँठना -- कडकसाण, घमेंडी, घमेंडखोर
अकड़ना (अं.क्रि.) घमंड दिखाना या दुराग्रह करना -- कोरेसांवांचो
अकाल (पुं.) दुर्भिक्ष -- दुकळ
अकाल (पुं.) कमी, अभाव -- उणें, उणाव
अकाल (पुं.) असमय -- NA
अकेला (वि.) बिना साथी का -- एकटो
अक्ल (स्त्री.) बुद्धि, समझ -- बुद्धी, अक्कल
अक्षर (पुं.) वर्ण, स्वर और स्वररहित व्यंजन, जो इकाई के रूप में प्रयुक्त हो -- अक्षर
अक्षर (वि.) अविनाशी, नित्य -- अविनाशी, नित्य
अक्सर (अव्य.) बहुधा, प्रायः -- परतपरत, जायतेदां
अखंड (वि.) जिसके खंड न हुए हों, पूरा, समूचा -- अखंड, पूराय सगळो
अखबार (पुं.) समाचारपत्र -- खबरां पत्र
अखरना (अ.क्रि.) बुरा या अप्रिय लगना, खलना, खटकना -- वायट दिसप, अप्रिय दिसप, खटकप
अखाड़ा (पुं.) व्यायामशाला, कुश्ती लड़ने का स्थान -- आखाडो, व्यायामशाळा
अखाड़ा (पुं.) साधुओं की सांप्रदायिक मंडली या उनके रहने का स्थान -- मठ
अगर (अव्य.) यदि, जो -- जर
अगर (पुं.) एक पेड़, जिसकी लकड़ी बहुत सुगंधित होती है -- चंदनाचो रुख
अगरबत्ती (स्त्री.) वह बत्ती जो सुगंध के निमित्त जलाई जाती है। -- उजबत्ती, अगरबत्ती
अगला (वि.) सबसे आगे का, सबसे पहले या सामने वाला -- फुडलो
अगला (वि.) भविष्य में आनेवाला -- येवचे दीस
अगाध (वि.) अथाह, बहुत अधिक गहरा -- खोलाय
अग्नि (स्त्री.) आग -- उजो
अग्रज (पुं.) बड़ा भाई -- व्ह्ड़लो भाव
अचल (वि.) जो अपने स्थान पर बना रहे, गतिहीन, स्थिर -- धीर
अचानक (क्रि.वि.) बिना पूर्व सूचना के, एकाएक, सहसा -- पयले कळैयनास्तना, एकदम
अच्छा (वि.) ठीक, उपयुक्त -- बरोबर
अच्छा (वि.) जो बुरा न हो, दोष रहित -- जों वायट ना तो, दोश नाशिल्लो
अच्छा (अव्य.) आश्चर्य, विस्मयादि -- बरें
अच्छा (अव्य.) स्वीकृतिसूचक उक्ति -- NA
अजगर (पुं.) एक विशाल सर्प -- हार, एक मोटें जिवाणें
अजायबघर (पुं.) वह भवन, जहाँ पर पुराकालीन कलाकृतियाँ स्थायी रूप से प्रदर्शित की जाती हैं, संग्रहालय -- वस्तुसंग्रहालय
अटकना (अ.क्रि.) चलते-चलते या कोई काम करते-करते रुक जाना, रुकना -- अडप थांबप
अड़ना (अ.क्रि.) बीच में रुकना या फँसना -- मदींत अड़कून बसप, घुसपप
अड़ना (अ.क्रि.) हठ करना -- हट्ट करप
अड्डा (पुं.) टिकने, ठहरने या बैठने का स्थान -- ठिकाणो, अड्डो
अणु (पुं.) किसी तत्व या धातु का वह बहुत छोटा अंश, जिसमें उसके सभी संयोजक अंश विद्यमान हों -- अणू
अड्डा (पुं.) अत्यंत सूक्ष्म मात्रा या वस्तु
- अतिथि (पुं.) मेहमान -- सोयरो
अदालत (स्त्री.) न्यायालय -- कोर्ट
अधिक (वि.) बहुत -- खूब, चड
अधिक (वि.) अतिरिक्त -- अतिरिक्त
अधिवेशन (पुं.) किसी बड़ी सभा की लगातार होने वाली बैठकों का सामूहिक नाम -- अधिवेशन
अधिसूचना (पुं.) किसी बात की ओर विशिष्ट रूप से ध्यान आकृष्ट करने के लिए दी जाने वाली सार्वजनिक सूचना -- अधिसूचोवणी
अधूरा (वि.) जो पूरा न हो या जो समाप्त न हुआ हो -- अर्दकुटो
अध्यक्ष (पुं.) किसी संघ, संस्था, समिति आदि का प्रधान -- अध्यक्ष,
अध्यक्ष (पुं.) स्पीकर, लोकसभा का पीठासीन अधिकारी -- वक्तो
अध्यादेश (पुं.) वह आधिकारिक आदेश, जो किसी कार्य, व्यवस्था आदि के संबंध में ऱाष्ट्रपति, राज्यपाल द्वारा निकाला गया हो -- अध्यादेश
अध्यापक (पढ़ाने वाला, शिक्षक) अध्यापकः -- अध्यापक,
अध्याय (पुं.) ग्रंथ या पुस्तक का खंड या विभाग -- अध्याय
अध्यय (पुं.) प्रकरण -- प्रकरण
अनगिनत (वि.) जिसकी गिनती संभव न हो सके, संख्यातीत -- अगणित
अनशन (पुं.) भूख-हड़ताल -- भूक हरताळ
अनशन (पुं.) आहार त्याग, उपवास -- उपास
अनाथ (वि.) जिसका पालन-पोषण करने वाला कोई न हो -- अनाथ
अनाथ (पुं.) बिना माँ-बाप का -- असहाय, दुख्खी
अनाथालय (पुं.) वह स्थान जहाँ अनाथों का पालन-पोषण होता है -- अनाथालय
अनावरण (पुं.) किसी महापुरुष के चित्र, मूर्ति आदि से समारोहपूर्वक परदा हटा कर उसे सर्व साधारण के लिए दर्शनीय बनाया जाना, उद्घघाटन -- उद्घघाटन
अनिवार्य (वि.) जिसकी इतनी अधिक जरूरत हो कि उससे बचा न जा सके, अवश्यभांवी -- अनिवार्य
अनुकरण (पुं.) नकल, अनुसरण -- अनुकरण
अनुक्रमणिका (स्त्री.) किसी विशेष क्रम के आधार पर बनाई गई सूची -- अनुक्रमणिका
अनुज (पुं.) छोटा भाई -- धाकटो भाव
अनुराग (पुं.) प्रेम, आसक्ति -- अनुराग
अनुवाद (पुं.) एक भाषा में लिखी या कही हुई बात को दूसरी भाषा में कहने या लिखने की क्रिया, भाषांतर -- अणकार, अनुवाद
अनुसंधान (पुं.) खोज, अन्वेषण -- अनुसंधाब सोद
अनुसार (वि.) किसी के ढंग या रूप से मिलता हुआ, अनुरूप -- अनुरूप
अनुसूचित (वि.) जिसे अनुसूची में स्थान मिला हो -- अनुसूचित
अनुसूची (स्त्री.) किसी लेख या ग्रंथ के अंत में परिशिष्ट के रूप में लगी हुई सूची -- अनुसुची
अनेक (वि.) एक से अधिक, कई, बहुत -- अनेक, जायते, फावट
अन्न (पुं.) अनाज -- अन्न
अन्य (वि.) दूसरा -- अन्य
अन्याय (पुं.) न्याय-विरुद्ध कार्य -- अन्याय
अपना (वि.) आत्मसंबंधी, निज का -- आपलो, स्वता
अपना (पुं.) आत्मीय, स्वजन -- आत्मीय, स्वजन
अपनाना (स.क्रि.) अपना बनाना -- आपणावप
अपनाना (स.क्रि.) ग्रहण करना, स्वीकार करना -- स्वीकृती
अपने-आप (क्रि.वि.) स्वतः, खुद-ब-खुद -- आपो-आप, आपशी, आपूण
अपमान (पुं.) अनादर, तिरस्कार, बेइज्जती -- अपमान, तिरस्कार
अपराध (पुं.) अनुचित या दंडनीय कार्य -- अपराध, गुन्यांव
अपराध (पुं.) दोष, गलती -- दोशी
अपराधी (पुं./वि.) अपराध करने वाला -- अपराधी, गुन्यांवगार
अपराह्न (पुं.) दोपहर के बाद का काल, तीसरा पहर -- दनपार
अपाहिज (पु./वि.) लूला-लंगड़ा, विकलांग -- अपंग
अफसर (पुं.) अधिकारी -- ऑफिसर, अधिकारी
अफीम (स्त्री.) पोस्त के डंठलों से निकाला जाने वाला मादक पदार्थ -- अफू
अभयदान (पुं.) सुरक्षा के लिए वचन -- अभयदान
अभिनंदन (पुं.) किसी की उपलब्धि पर उसके प्रति शुभकामना और श्रद्धा प्रकट करना -- परबीं, अभिनंदन
अभिनय (पुं.) हाव भाव के द्ववारा किसी पात्र के चरित्र का अनुकरण (दृश्य कला में) -- अभिनय
अभिनेता (पुं.) रंगमंच पर अभिनय या नाटक करने वाला -- नट, अभिनेतो
अभिप्राय (पुं.) उद्देश्य, प्रयोजन -- उद्देश्य
अभिप्राय (पुं.) आशय -- अभिप्राय
अभिभावक (पुं.) संरक्षक -- पालक
अभिमान (पुं.) अहंकार, घमंड -- अभिमान, घमेंड
अभियान (पुं.) किसी कार्य विशेष की सिद्धि के लिए चतुर्दिक प्रयास -- अभियान, मोहीम
अभियान (पुं.) सैनिक आक्रमण, चढ़ाई -- आक्रमण
अभियुक्त (पु.) वह, जिस पर न्यायालय में कोई अभियोग चल रहा हो, मुलजिम, अपराधी -- आरोपी
अभियोग (पुं.) अपराध का आरोप -- आरोप
अभियोग (पुं.) दंड दिलाने के लिए न्यायालय से की जाने वाली फरियाद, मुकदमा -- खट्टलो, फिर्याद
अभिलाषा (स्त्री.) इच्छा, आकांक्षा -- अभिलाशा
अभिलेख (पुं.) किसी घटना, विषय, व्यक्ति आदि से संबंधित लिखित प्रामाणिक सामग्री -- अभिलेख, म्हात्वाचे बरापावळीची फौल
अभिवादन (पुं.) श्रद्धापूर्वक किया जाने वाला नमस्कार, प्रणाम -- अभिवादन
अभिशाप (पुं.) श्राप, अहित कामनासूचक शब्द -- स्राप, शिराप
अभी (क्रि.वि.) इसी समय, इसी क्षण, तुरंत -- आतां
अभी (क्रि.वि.) आजकल, इन दिनों -- आतांच, तुर्ताक
अभीष्ट (पुं./वि.) जिसकी इच्छा या कामना की जाए, -- अभिष्ट
अभीष्ट (पुं./वि.) मनोरथ -- मनोरथ
अभ्यास (पुं.) दक्षता प्राप्त करने के लिए दत्तचित्त होकर किसी काम को बार बार करने की क्रिया -- अभ्यास
अमर (वि.) कभी न मरने वाला -- अमर
अमर (वि.) जिसका कभी अंत, क्षय या नाश न हो -- सासण
अमल (पुं.) प्रयोग, व्यवहार -- अंमल
अमानत (स्त्री.) धरोहर, थाती -- अमानत
अमावस (स्त्री.) चांद्र मास के कृष्ण पक्ष का अंतिम दिन -- उमास
अमिट (वि.) न मिटने वाला या नष्ट न होने वाला, स्थायी -- स्थायी
अमिट (वि.) अटल, अवश्यंभावी -- थीर
अमीर (पुं/वि.) धनवान व्यक्ति, रईस -- श्रीमंत
अमीर (पुं/वि.) सरदार -- अमीर
अमुक (वि.) कोई अनिश्चित व्यक्ति अथवा वस्तु, फलां -- अमको
अमृत (पुं.) एक प्रसिद्ध कल्पित पेय, जिसके संबंध में यह मान्यता है कि उसके पीने से प्राणी अमर हो जाता है, सुधा, पीयुष -- अमृत
अम्ल (पुं.) खट्टापन, खटाई -- आंबट
अम्ल (पुं.) तेजाब (एसिड) -- तेज़ाब
अरथी (अर्थी) (स्त्री.) वह तख्ता, सीढ़ी आदि जिस पर मृत शरीर को अंत्येष्टि के लिए ले जाया जाता है, जनाजा -- महसरी, सरण
अराजकता (स्त्री.) शासनतंत्र का अभाव -- बेबंदशाय, अंदाधूंधी
अराजकता (स्त्री.) अव्यवस्था -- अव्यवस्था
अरुण (वि.) लाल रंग का रक्त वर्ण का, सुर्ख -- अरुण
अरुण (पुं.) गहरा लाल रंग -- तांबसार रंग
अरुण (पुं.) सूर्य -- सूर्य
अर्चना (स्त्री.) पूजा, वंदना -- पुज
अर्थ (पुं.) अभिप्राय, माने -- तात्पर्य, हेतू
अर्थ (पुं.) धन-संपत्ति, पैसा -- आस्यत, धनदौलत
अर्थशास्त्र (पुं.) वह शास्त्र, जिसमें विभिन्नअर्थिक क्रियाओं का विवेचन हेता है -- अर्थशास्त्र
अर्ध (वि.) आधा -- अर्द
अर्धमासिक (वि.) पाक्षिक, मास के अधे भाग का -- अर्दमासिक,
अर्धांगिनी (स्त्री.) धर्मपत्नी -- घरकान्न
अर्पण (पुं.) किसी को श्रद्धापूर्वक कुछ देना, सौंपना या भेंट करना -- अर्पण
अलंकरण (पुं.) पदक या पदवी द्वारा विभूषित करने की क्रिया -- पदक
अलंकार (पुं.) सौंदर्यवर्धक वस्तु या सामग्री, सजावट -- अळंकार
अलंकार (पुं.) आभूषण, गहना -- दागीनें, आभूषण
अलंकार (पुं.) रचनागत विशिष्ट शब्द-योजना या अर्थ चमत्कार -- अलंकार
अलंग (वि.) दूर हटा हुआ, पृथक -- वेगळें
अलंग (वि.) औरों से भिन्न -- NA
अलता (पुं.) लाख से बना हुआ वह लाल रंग जो स्त्रियाँ शोभा के लिए पैरों में लगाती हैं, महावर -- अळतो
अलबम (पुं.) तस्वीरें रखने की किताब या कापी -- आलबम
अलमारी (स्त्री.) काठ, लोहे आदि का या दीवार में बना एक प्रकार का ऊँचा या लंबा आधान जिसमें चीजें रखने के लिए खाने या घर बने होते हैं। -- आरमार
अलापना (अ.क्रि.) स्वरविस्तार करना -- आलाप करप
अलावा (अव्य.) अतिरिक्त, सिवाय -- शिवाय
अलौकिक (वि.) जो इस लोक में न मिलता हो, लोकोत्तर -- अलौकिकं
अलौकिक (वि.) असाधारण, अद्भुत -- अद्भुत
अल्प (वि.) कम, थोड़ा, विरल -- इल्लें
अल्प (वि.) तुच्छ -- तुच्छ
अल्पविराम (पुं.) एक विराम चिह्न (,) जो वाक्य के पदों में पार्थक्य दिखाने या बोलने में कुछ ठहराव सूचित करने के लिए प्रयुक्त होता है -- अल्पविराम, कामा
अल्पसंख्यक (वि.) वह दल, पक्ष या समाज, जिसके अनुयायियों की संख्या अन्य दलों, पक्षों या समाजों से अपेक्षाकृत कम हो -- अल्पसंख्यक
अल्पाहार (पुं.) थोड़ा, भोजन, जलपान, नाश्ता -- अल्पाहार
अवकाश (पुं.) छुट्टी या फुरसत का समय -- सुट्टी, रजा
अवकाश (पुं.) रिक्त स्थान या शून्य स्थान -- शून्य-स्थान
अवज्ञा (स्त्री.) किसी आज्ञा या कानून को न मानना, उल्लंघन -- उल्लंघन
अवज्ञा (स्त्री.) अनादर, अपमान -- आज्ञाभंग
अवतरण (पुं.) ऊपर से नीचे आना, उतरना -- उतरण, देंवती
अवतरण (पुं.) लेख, वचन आदि का उद्धृत अंश, उद्धरण -- अवतरण, उद्धरण
अवतार (पुं.) पौराणिक मान्यता के अनुसार ईश्वर का भौतिक या मानव रूप धारण करके इस संसार में आना -- अवतार
अवतार (पुं.) जिसके संबंध में यह माना जाता है कि वह ईश्वर का अंश और प्रतिनिधि है -- अवतार
अवयव (पुं.) शरीर का कोई अंग -- अंग
अवयव (पुं.) किसी वस्तु का कोई अंश, भाग, हिस्सा -- भाग, अंश
अवरोह (पुं.) ऊँचाई से नीचे आना, उतरना -- देंवप, उतरप
अवरोह (पुं.) संगीत में स्वरों के ऊपर से नीचे आने का क्रम -- अवरोह
अवलंब (पुं.) आश्रय, सहारा, भरोसा -- आसरो
अवशेष (पुं.) जो बचा रह गया हो -- जरूर
अवसर (पुं.) सुयोग, मौका -- संदे
अवसाद (पुं.) आशा, उत्साह, शक्ति आदि का अभाव, शिथिलता, उदासी -- शिथील
अवसाद (पुं.) विषाद, रंज -- खंती
अवसान (पुं.) अंत, समाप्ति -- अंत
अवसान (पुं.) मरण, मृत्यु -- मरण
अवहेलना (स्त्री.) अवज्ञा, तिरसस्कार, उपेक्षा -- तिरस्कार, उपेक्षा
अवांछित (वि.) जो चाहा न गया हो -- नाका असो
अवाक् (क्रि.वि.) स्तब्ध, चुप -- अवाक्, स्तब्ध
अविकल (वि.) ज्यों का त्यों -- आसा तशें
अविकल (वि.) पूरा, संपूर्ण -- पूराय, संपूर्ण
अविरल (वि.) घना, सघन -- अविरळ
अविरल (वि.) सतत, निरंतर -- NA
अविलंब (क्रि.वि.) बिना देर किए, तुरंत, तत्काल -- तूर्त, सद्या
अवैतनिक (वि.) बिना वेतन का -- जंयपगार मेळना अशें
अवैध (वि.) जो विधि या विधान के विरुद्ध हो -- बेकायदेशीर, कायद्याआड
अव्यवस्था (स्त्री.) व्यवस्था (क्रम, नियम, मर्यादा आदि) का अभाव -- अव्यवस्था
अव्यवस्था (स्त्री.) प्रबंध आदि में होने वाली गड़बड़ी, कुव्यवस्था -- गडबड़ी
अशुद्ध (वि.) जो शुद्ध न, हो, अपवित्र -- अशुद्ध
अशुद्ध (वि.) जिसका शोधन या संस्कार न हुआ हो, दोषपूर्ण, त्रुटिपूर्ण -- दोशपूर्ण
अशुद्धि (स्त्री.) शुद्ध न होने की अवस्था या भाव, अशुद्धता -- अशुद्धी
अशुद्धि (स्त्री.) त्रुटि, गलती -- चूक
अशुभ (वि.) जो शुभ (भला या हितकर) न हो, अमांगलिक या बुरा -- अशुभ, अमंगळ
अशुभ (पुं.) अमंगल, अहित -- अमंगळ
अशुभ (पुं.) दोष या पाप -- दोश
अश्लील (वि.) नैतिक या सामाजिक आदर्शों से च्युत, फूहड़ -- अश्लील
अष्टमी (स्त्री.) शुक्ल या कृष्ण पक्ष की आठवीं तिथि -- अश्टम
असंख्य (वि.) जो गिनती में बहुत अधिक हो -- असंख्य
असंख्य (वि.) जिसकी गिनती न हो सके, अनगिनत -- अगणित
असंगत (वि.) जो संगत न हो, बेमेल, असंबद्ध, प्रसंग-विरुद्ध -- मेळ लागनाशिल्लो
असंतोष (पुं.) संतोष का अभाव -- असंतोश
असंभव (वि.) जो कभी घटित न हो सके -- असंभव
असत्य (वि.) जो सत्य या उसके अनुरूप न हो, झूठा या मिथ्या -- असत्य फट
असभ्य (वि.) जो सभ्य न हो, अशिष्ट, गँवार -- गांव गिरे
असमंजस (पुं.) दुविधा, अनिर्णय की स्थिति -- अनमनें
असमर्थ (वि.) जो किसी काम को कर सकने में समर्थ न हो, अशक्त -- अशक्त
असर (पुं.) प्रभाव -- प्रभाव
असल (वि.) वास्तविक -- अस्सल, खरो
असल (वि.) मूलधन -- मूलधन
असली (वि.) बिना मिलावट का, शुद्ध, खरा -- खरे, असली
असहयोग (पुं.) औरों के साथ मिलकर काम न करने की क्रिया या भाव -- असहकार
असह्य (वि.) जो सहा न जा सके, उग्र, तीव्र -- असह्य
असाधारण (वि.) जो सामान्य न हो -- असाधारण
असीम (वि.) जिसकी कोई सीमा न हो -- अनंत
असीम (वि.) बहुत अधिक, अपार -- अपार
असुर (पुं.) दैत्य, दानव, राक्षस -- दैत्य, राक्षस
असुविधा (स्त्री.) सुविधा का अभाव, कठिनाई -- त्रास अडचणी
अस्तबल (पुं.) वह स्थान जहाँ घोड़े बाँधे जाते हैं, घुड़साल -- तबेलो, अश्वशाळा
अस्तव्यस्त (वि.) जिसका क्रम या व्यवस्था छिन्न-भिन्न हो चुकी हो, इधर-उधर बिखरा हुआ, तितर-बितर -- अस्थ-व्यस्थ
अस्तित्व (पुं.) होने का भाव, विद्यामानता, सत्ता -- अस्तित्व
अस्त्र (पुं.) फेंक कर चलाया जाने वाला हथियार -- अस्त्र
अस्थि (स्त्री.) हड्डी -- अस्थी
अस्थिर (वि.) जिसमें स्थिरता न हो, गतिमान, चंचल -- अस्थिर
अस्पताल (पुं.) वह स्थान जहाँ रोगियों की चिकित्सा की व्यवस्था होती है, चिकित्सालय -- आस्पत्री, ओशिपताल
अस्वस्थ (वि.) जो स्वस्थ न हो, बीमार या रोगी -- अस्वस्थ
अस्वस्थ (वि.) दूषित -- अशुद्ध, वायट
अहं (पुं.) मैं हूँ का भाव, अहंकार, अभिमान -- अहम, अहंकार
अहंकार (पुं.) अभिमान, गर्व -- गर्व
अहाता (पुं.) चारों ओर बाड़ आदि से घिरा हुआ मैदान या स्थान -- वाठार
अहाता (पुं.) चहारदीवारी -- दुरगाचें आंगण
अहिंसा (स्त्री.) हिंसा का निषेध -- अहिंसा
अहित (पुं.) भलाई का अभाव, अपकार, हानि -- अहीत
आँकड़े (पुं) तथ्यों को सूचित करने वाले अंक-समूह -- आँकड़े
आँकना (क्रि.) अंकित, करना -- आंखणी
आँकना (स.क्रि.) अनुमान लगाना -- अंदाज करप
आँख-मिचौनी (स्त्री.) लुका-छिपी, बच्चों का एक खेल -- आपा लिपा
आँगन (पुं.) घर के अंदर का खुला चौकोर स्थान -- आंगण
आँचल (पुं.) साड़ी का पल्ला, छोर, सिरा -- पदर
आंतरिक (वि.) अंदर का, भीतरी -- भितरले
आंतरिक (वि.) अंतःकरण से प्रेरित, सच्चा, वास्तविक -- खरे, मनांतलें
आंदोलन (पुं) सोद्देश्य किया जाने वाला व्यापक सामूहिक प्रयास -- आंदोलन
आँधी (स्त्री.) धूल भरी तेज हवा, अंधड़ -- बादळ, मनांतलें
आंशिक (वि.) अंश या भाग से संबंध रखने वाला -- आंशीक
आंशिक (वि.) कुछ या थोड़ा, अपूर्ण -- अपूर्ण
आँसू (पुं) अश्रुग्रंथि से स्रवित जल कण, अश्रु -- दुक्कां
आकर्षक (वि.) अपनी ओर खींचने वाला -- आकर्शक
आकर्षक (वि.) प्रभावित या मोहित करके अपनी ओर ध्यान खींचने वाला -- NA
आकर्षण (वि.) अपनी ओर खींचने का भाव -- आकर्शण
आकस्मिक (वि.) अकस्मात्, अप्रत्याशित या एकाएक घटित होने या प्रकट होने वाला, अचानक -- अकस्मात
आकार (पुं.) आकृति, शक्ल -- आकृति
आकार (पुं.) किसी वस्तु या व्यक्ति की लंबाई चौड़ाई, फैलाव, ऊँचाई आदि -- आकार
आकाश (पुं.) नभ, गगन, आसमान -- मळब
आकाश-वाणी (स्त्री.) आकाश से सुनाई पड़ने वाली वाणी -- आकाशवाणी
आकाश-वाणी (स्त्री.) ऑल इंडिया रेडियो का हिंदी नाम -- आकाशवाणी (आल इंडिया रेडियो)
आकृति (स्त्री.) वस्तु, या व्यक्ति का चित्र भावभंगिमा प्रकट करने वाली मुद्रा -- आकृती
आकृति (स्त्री.) रूप, गठन, चेहरा -- चेहरो
आक्रमण (पुं.) प्रहार, हमला -- आक्रमण हल्लो
आक्षेप (पुं.) लांछन, दोषारोपण -- आक्षेप
आखिर (पुं.) अंत, समाप्ति -- अखेर, शेवट
आखिर (पुं.) परिणाम -- परिणाम
आखिर (वि.) अंत में, बाद में या पीछे होने वाला -- मागीर
आखेट (पुं.) शिकार -- कासार
आगंतुक (पुं.) आने वाला (व्यक्ति), अभ्यागत, अतिथि, पाहुना -- सोयरो
आग (स्त्री.) अग्रि -- उजो
आग (स्त्री.) जलन, डाह, संताप -- जाळ
आगमन (पुं.) आने, पहुँचने या नए सिरे से प्रकट होने की क्रिया या भाव -- आगमन, येवप
आगामी (वि.) भविष्य में आने या होने वाला, भावी -- भावी
आगे (क्रि.वि.) पहले या सामने, किसी की उपस्थिति में -- फुडे
आगे (क्रि.वि.) भविष्य में -- फुडार
आगे (क्रि.वि.) कुछ दूर और बढ़ने पर -- NA
आग्रह (पुं.) नम्रतापूर्वक बल, अनुरोध -- आग्रो
आग्रह (पुं.) किसी बात पर अड़ते हुए जोर देना, हठ -- हट्ट
आघात (पुं.) प्रहार या चोट -- आघात
आघात (पुं.) किसी दुखद घटना के कारण होने वाली मानसिक व्यथा -- शाक, धसके
आचरण (पुं.) चाल-चलन, चरित्र -- आचरण, वर्तन
आचार्य (पुं.) गुरु, शिक्षक -- आचार्य, गुरु, शिक्षक
आचार्य (पुं.) विभागाध्यक्ष -- विभाग, प्रमुख मुखेली
आचार्य (पुं.) किसी विषय का असाधारण पंडित -- विद्वान
आज (क्रि.वि.) वर्तमान में -- आयाज
आज (क्रि.वि.) इन दिनों में, इस काल में -- हालीं
आज (पुं.) प्रस्तुत या वर्तमान -- आयचो दीस,
आजकल (क्रि.वि.) इन दिनों, वर्तमान काल में -- NA
आजकल (क्रि.वि.) वर्तमान या प्रस्तुत दिनों में, एक दो दिन में -- सद्या
आजाद (वि.) स्वाधीन,मुक्त, स्वतंत्र -- स्वाधीन, मुक्त, स्वतंत्र, आझाद
आजीवन (क्रि.वि.) जीवन भर -- आजीवन
आजीविका (स्त्री.) रोजी, रोजगार, धंधा -- रोजगारी
आज्ञा (स्त्री.) आदेश, हुक्म -- आज्ञा
आज्ञा (स्त्री.) अनुमति -- परवानगी
आडंबर (पुं) दिखावा, दिखावटी ठाट-बाट -- देखाव, प्रदर्शन
आढ़तिया (पुं.) आढ़त का काम करने वाला -- आंगडियो
आतिशबाजी (स्त्री.) बारूद से बनी चीज़ों को जलाने का तमाशा -- फोग
आतुर (वि.) अधीर, उतावला -- आतुर
आतुर (वि.) विकल, बेचैन -- व्याकुळ
आत्मकथा (स्त्री.) अपना लिखा जीवन चरित -- आपजीण
आत्म-रक्षा (स्त्री.) अपना, बचाव -- आत्म रक्षा
आत्म-विश्वास (पु.) अपने पर विश्वास या भरोसा -- आत्मविश्वास
आत्म-समर्पण (पुं.) अपने आपको किसी के हाथ में सौंपना -- आत्मसमर्पण
आत्म-समर्पण (पुं.) हथियार डाल देना -- दिमी मोडप
आत्महत्या (स्त्री.) अपने हाथों अपना वध, आत्मघात -- आत्महत्या
आत्मा (स्त्री.) शरीर में रहकर उसे जीवित रखने वाली अविनाशी, अभौतिक शक्ति, प्राण -- आत्मा
आत्मा (स्त्री.) किसी वस्तु आदि का गूढ़, मूल तथा सार भाग -- सार
आदत (स्त्री.) प्रकृति, स्वभाव -- सभाव
आदत (स्त्री.) बान, टेव -- संवंय
आदमी (पुं.) मनुष्य -- मनीस
आदमी (पुं.) वयस्क और प्रौढ़ व्यक्ति -- वयस्क आनी प्रौढ व्यक्ति
आदर (पुं.) सम्मान, सत्कार, पूज्य भाव -- भौमान भाव, पूज्य
आदरणीय (वि.) आदर-योग्य -- आदरणीय
आदर्श (पुं.वि.) अनुकरणीय, श्रेष्ठ -- आदर्श
आदर्श (पुं.वि.) नमूना, बानगी -- देवधेव
आदि (पुं.) मूल -- मूळ
आदि (वि.) पहला -- पयलो
आदि (अव्य) इसी प्रकार और या बाकी सब भी, इत्यादि, वगैरह -- आनी हेर
आदिवासी (पुं.) किसी देश का मूल निवासी -- आदिवासी
आदिवासी (पुं.) जनजाति का सदस्य -- NA
आदेश (पुं.) आज्ञा, हुक्म -- आदेश, हुकूम
आद्याक्षर (पुं.) (कई पदों वाले) नाम के प्रत्येक पद का आरंभिक अक्षर, जो प्रायः हस्ताक्षर आदि के लिए प्रयुक्त होता है -- ल्हान निशाणी, आद्यक्षर (इनीशियल)
आधा (वि.) वस्तु के दो समान भागों में से प्रत्येक -- अर्द
आधार (पुं.) नीचे की वह वस्तु, जिसके ऊपर कोई दूसरी वस्तु टिकी या रखी हो -- आदार
आधार (पुं.) कारण -- कारण
आधारभूत (वि.) आधार रूप में स्थित, मूलभूत -- आधारभूत
आधिकारिक (वि.) अधिकारपूर्वक कहा या किया हुआ -- अधिकार-पूर्वक
आधुनिक (वि.) आजकल का , वर्तमान काल का -- आधुनिक
आध्यात्मिक (वि.) आत्मा और ब्रह्म से संबंध रखने वाला -- आध्यात्मिक
आनंद (पुं.) हर्ष, खुशी -- आनंद
आनंद (पुं.) म़ौज -- मौज
आना (अ.क्रि) आगमन, दूर से पास पहुँचना -- येवप
आना (अ.क्रि) कौशल की जानकारी होना -- जाणीय
आप (सर्व) स्वयं, स्वतः खुद -- आपूण
आप (सर्व) तुम या वे के स्थान पर प्रयुक्त आदरसूचक शब्द -- तुमी
आपसी (वि.) आपस का, पारस्परिक -- आपापलें, पारस्परिक
आभार (पुं.) किसी के उपकार के लिए प्रकट की जाने वाली कृतज्ञता, एहसान -- आभार
आभास (पुं.) झलक, छाया -- आभास
आभास (पुं.) मिथ्याप्रतीति, भ्रम -- भ्रम
आभूषण (पुं.) अलंकार, गहने, जेवर -- दागिनें
आमुख (पुं.) प्रस्तावना, भूमिका -- प्रस्तावना, भूमिका
आमोद-प्रमोद (पुं.) जो काम केवल चित्त प्रसन्न करने और मन बहलाने के लिए किए जाते हैं -- मौजमस्ती
आय (स्त्री.) पारिश्रमिक, लाभ आदि के रूप में प्राप्त धन, आमदनी -- येणावळ, अर्थीक उत्पन्न
आयकर (पुं.) राज्य की ओर से लोगों की आय पर लगने वाला कर -- इनकमटेक्स
आयत (पुं.) चार भुजाओं वाला वह क्षेत्र, जिसकी आमने-सामने की भुजाएं समांतर हों और चारों कोण समकोण हों -- चौकोन
आया (स्त्री.) दाई, बच्चों की देखभाल करने वाली सेविका -- आया
आया (स्त्री.) ‘आना’ क्रिया का पूर्ण कालिक/भूतकालिक रूप -- आयलो आयलें/आयलीं
आयात (पुं.) व्यापार के लिए विदेश से माल मँगाने की क्रिया -- आयाती, म्हाल-आयात करप
आयात (पुं.) विदेश से मँगाया हुआ माल -- आयात परदेसांत-ल्यान आयात केल्लो म्हाल
आयाम (पुं.) लंबाई, विस्तार -- आयस पयस
आयुष्मान् (वि.) दीर्घजीवी, चिरंजीवी -- आयुश्मान्
आयोजक (वि.) समारोह या कार्यक्रम का प्रबंध करने वाला -- आयोजक
आरंभ (पुं.) शुरु, श्रीगणेश -- सुरुवात
आरती (स्त्री.) किसी मूर्ति के सामने दीपक घुमाना -- आरती
आरती (स्त्री.) स्तोत्र वाचन -- स्तोत्र
आराम (पुं.) सुख, चैन, विश्राम -- अनिमान, सुशेग
आराम (पुं.) रोग कम होने या दूर होने की अवस्था -- आराम
आरोप (पुं.) ऊपर या कहीं से लाकर बैठाना या लगाना -- आरोपण
आरोप (पुं.) अनुचित या नियम-विरुद्ध कार्य, इल्जाम -- आरोप
आरोह (पुं.) ऊपर चढ़ना, सवार होना -- वयर चडप
आरोह (पुं.) नीचे से ऊपर की ओर जाना या बढ़ना -- आरोहण
आरोह (पुं.) संगीत में स्वरों का चढ़ाव -- आरोह
आर्थिक (वि.) रूपए पैसे, आय-व्यय आदि से संबंधित -- आर्थिक
आर्द्र (वि.) गीला, तर, नम -- ओलसाण
आलंब (पुं.) सहारा, आधार -- अवलंबन
आलंब (पुं.) रसनिष्पत्ति में सहायक एक विभाग -- NA
आलसी (पुं.) सुस्त, काहिल -- आळशी
आलस्य (पुं.) काम करने की अनिच्छा, सुस्ती, शिथिलता -- आळस
आला (पुं.) दीवार में थोड़ा सा खाली छोड़ा हुआ स्थान जिसमें छोटी मोटी चीज़ें रखी जाती हैं, ताक -- कुरकूट
आला (पुं.) कारीगरों के काम करने का उपकरण, औजार -- आवत
आला (पुं.) डाक्टर का स्टेथोस्कोप -- NA
आला (पुं.) उच्च कोटि का , श्रेष्ठ बड़ा -- वरिश्ठ, श्रेश्ठ
आलोक (पुं.) प्रकाश रोशनी -- उजवाड, प्रकाश
आलोचक (पुं.) गुण दोष आदि का विवेचन करने वाला, समीक्षक -- आलोचक
आलोचना (स्त्री.) गुण दोषों का निरुपण या विवेचन, समीक्षा -- आलोचना
आवभगत (स्त्री.) आदर-सत्कार, खातिरदारी, आतिथ्य -- सरबराय
आवरण (पुं.) परदा -- पड्डो
आवरण (पुं.) ढक्कन -- धांकणें
आवरण (पुं.) किसी वस्तु के चारों ओर लिपटा कागज या कपड़ा -- आवरण
आवश्यक (वि.) जिसके बिना काम न चल सकता हो, जरूरी -- गरज
आवश्यकता (स्त्री.) ऐसी स्थिति जिसमें किसी चीज या बात के बिना काम ही न चल सकता हो, जरूरत -- गरजेचो
आवश्यकता (स्त्री.) आवश्यक होने की क्रिया या भाव -- NA
आवागमन (पुं.) आना-जाना -- येवप-वचप
आवागमन (पुं.) जन्म-मरण का चक्र -- जन्म-मरण चक्र
आवारा (पुं.) बेकार घूमने-फिरनेवाला -- हेडप
आवारा (पुं.) आवांछनीय आचरण वाला, लफंगा -- लफंगो
आवास (पुं.) रहने का स्थान -- रावतिका, ठिकण
आवाहन (पुं.) अपने पास बुलाने की क्रिया या भाव -- आपोवप
आवाहन (पुं.) पूजन के समय किसी देवता को मंत्र द्वारा बुलाने की क्रिया -- आवहन
आविष्कार (पुं.) किसी अज्ञात वस्तु को खोज निकालना या बनाना, ईजाद -- आविष्कार
आवृत्ति (स्त्री.) बार-बार होने की क्रिया या भाव -- पुनरावृत्ति
आवृत्ति (स्त्री.) पुस्तक आदि का उसी रूप में फिर छपना -- आवृत्ती
आवेग (पुं.) प्रबल मनोवेग -- मनोवेग
आवेग (पुं.) बिना सोचे-विचारे कुछ कर बैठने की क्रिया -- आवेग
आवेदन (पुं.) निवेदन, प्रार्थना -- आवेदन
आशय (पुं.) अभिप्राय, तात्पर्य, इरादा -- इरादो
आशा (स्त्री.) उम्मीद -- आस, आशा
आशीर्वाद (पुं.) मंगल कामना के लिए बड़ों द्वारा कहे गए शुभवचन, आशिष -- अशीर्वाद, बेसांव
आश्रय (पुं.) शरण, ठिकाना
- आशीर्वाद (पुं.) सहारा, आवलंब -- आश्रय
आश्वासन (पुं.) कोई काम पूरा करने के लिए दिया जाने वाला वचन -- आश्वासन, दिलासो, बुजवण
आसन (पुं.) बैठने का कोई विशिष्ट ढंग, प्रकार या मुद्रा -- आसनमांडी
आसन (पुं.) बैठने के लिए कुश आदि का बना हुआ चौकोर टुकड़ा -- आसन
आसान (वि.) सरल, सुगम -- सोपें, सरळ
आस्तिक (वि.) ईश्वर की सत्ता को मानने वाला -- आस्तिक
आस्तिक (वि.) धर्मनिष्ठ -- NA
आस्था (स्त्री.) भक्तिपूर्ण विश्वास -- आस्था
आस्वादन (पुं.) स्वाद लेना, चखना -- आस्वादन
आस्वादन (पुं.) रसास्वादन (कविता आदि का) -- रसास्वादन
आहट (स्त्री.) हल्की आवाज -- सुलूस
आहार (पुं.) खाद्य पदार्थ, भोजन -- आहार
आहुति (स्त्री.) यज्ञ या हवन करते समय सामग्री को अग्नि में डालने की क्रिया -- आहूती
आहुति (स्त्री.) हवन में डाली जाने वाली सामग्री -- NA
इंतज़ाम (पुं.) प्रबंध, व्यवस्था -- सोय, व्यवस्था
इंदराज (पुं.) दर्ज करना, प्रविष्टि -- नोंदणी
इकहरा (वि.) एक ही परत वाला -- एकोडो
इकहरा (वि.) पतला -- एकशिवड, बारीक
इकाई (स्त्री.) किसी पूरे वर्ग या समूह का ऐसा भाग, जो विश्लेषण के लिए स्वतंत्रया पृथक माना जाता हो -- यूनिट
इकाई (स्त्री.) किसी संख्या में दाईं ओर का पहला अंक या उसका स्थान -- एकं
इक्का (पुं.) दो पहियों वाली एक छोटी गाड़ी जिसमें केवल एक घोड़ा जोता जाता है -- एक्को
इक्का (पुं.) ताश का एक बूटिवाला पत्ता -- एको
इक्का दुक्का (वि.) अकेला-दुकेला, कोई-कोई -- एकटें दुकटें
इच्छा (स्त्री.) चाह, कामना -- इत्सा, इच्छा
इठलाना (अ.क्रि) गर्वसूचक चेष्टाएँ, इतराना -- हड्डें फुडें काडून चलप, धिगी
इतिवृत्त (पुं.) किसी विषय या घटनाओं का काल-क्रमानुसार पूर्ण विवरण -- व्यक्ती, इतिहास
इठलाना (पुं.) इतिहास -- वृत्तांत
इतिहास (पुं.) व्यक्ति, समाज, विषय देश की महत्वपूर्ण घटनाओं का काल क्रमानुसार वर्णन -- इतिहास
इत्र (पुं.) पुष्पसार, अतर -- अत्तर
इधर (क्रि.) इस ओर, -- हांगा
इधर (वि.) इस तरफ, इस स्थान पर -- NA
इनकार (पुं.) न मानने की क्रिया या भाव, अस्वीकृति -- न्हयकार
इनाम (पुं.) पुरस्कार, पारितोषिक -- इनाम, परस्कार
इमारत (स्त्री.) भवन -- इमारत
इलाका (पुं.) क्षेत्र, प्रदेश -- इलाखो
इलाज (पुं.) उपचार, चिकित्सा -- इलाज
इलाज (पुं.) प्रतिकार की युक्ति का उपाय -- उपाय
इशारा (पुं.) संकेत -- कुरु
इस्तरी (स्त्री.) कपड़े की सिलवट दूर करने या तह बिठाने के लिए लोहे या पीतल का उपकरण -- इस्तरी, फेर्
इस्पात (पुं.) विशेष प्रक्रिया से तैयार किया हुआ एक प्रकार का कड़ा और बढ़िया लोहा -- स्टील
ईंट (स्त्री.) साँचे में ढाला मिट्टी का एक छोटा खंड जो दीवार आदि बनाने के काम आता है -- वीट
ईंट (स्त्री.) ताश के चार रंगों में से लाल रंग की चौकोर बूटियों वाला एक पत्ता विशेष -- चोकट
ईंधन (पुं.) जलाने में काम आने वाली/ पेट्रोलियम पदार्थ -- जळव, इंधन
ईख (स्त्री.) गन्ना, ऊख -- ईश्वर
उँड़ेलना/उडेलना (स.क्रि.) किसी तरल पदार्थ को एक बर्तन से दूसरे में डालना या जमीन पर गिरा देना -- वोतप
उकताना (अ.क्रि) ऊबना -- बेजार
उकसाना (स.क्रि.) भड़काना, उत्तेजित करना -- खुबळवप
उक्ति (स्त्री.) किसी की कही हुई बात, कथन, वचन -- स्पष्ट म्हणणे, निवेदन
उखाड़ना (स.क्रि.) जमी, ठहरी या लगी हुई चीज को खींचकर आधार से अलग करना -- उस्तप
उगना (अं.क्रि.) उदय होना, निकलना -- उदेता
उगना (अं.क्रि.) अंकुरित होना -- कोंबयेवप
उगना (अं.क्रि.) उपजना, पैदा होना -- उगवप
उगलना (स.क्रि.) खाई हुई वस्तु को मुँह से बाहर निकाल देना -- थूकप, ओंकप
उगाना (स.क्रि.) किसी बीज या पौधे को उपजाने की क्रिया -- उगवप
उगाना (स.क्रि.) उत्पन्न या पैदा करना -- उत्पन्न करप
उघाड़ना (स.क्रि.) खोलना, अनावृत करना, नंगा करना -- उधडप, नागड़े करप, नग्नकरप
उचटना (अं.क्रि.) किसी जमी या चिपकी हुई वस्तु का अपने आधार से अलग होना, छूटना -- काडप
उचटना (अं.क्रि.) मन का हट जाना, न लगना, ऊबना -- आंग काडप
उचित (वि.) उपयुक्त -- योग्य
उचित (वि.) न्यायसंगत, तर्क संगत -- कायद्या प्रकार
उच्च (वि.) ऊँचा -- व्हड
उच्च (वि.) पद आदि में औरों से ऊपर या बड़ा -- ह्वडलो
उच्च (वि.) श्रेष्ठ -- श्रेष्ठ
उच्चारण (पुं.) मुँह से स्वर और व्यंजनयुक्त शब्द निकालना -- उच्चारण
उछल-कूद (स्त्री.) बार-बार उछलने या कूदने की क्रिया -- खिदळप
उछलना (अ.क्रि) वेगपूर्वक ऊपर/आगे की ओर बढ़ना -- उसळप
उछलना (अ.क्रि) अत्यंत प्रसन्न होना, खुशी से फूलना -- खूब आनंदीत जावप
उजड़ना (अ.क्रि) किसी वस्तु का जमे हुए स्थान से उखड़ना -- कोसळप
उजाला (पुं.) चाँदनी, प्रकाश, रोशनी -- उजवाड
उजाला (पुं.) प्रातःकाल होने वाला प्रकाश -- फांतोड
उठना (अ.क्रि) गिरे, झुके, बैठे या लेटे होने की स्थिति से खड़े होने की स्थिति में आना -- वयर उखलप
उठना (अ.क्रि) ऊपर जाना अथवा बढ़ना -- वयर चडप
उड़ना (अ.क्रि) पंखों या परों की सहायता से आधार छोड़कर ऊपर उठना और आकाश या वायु में इधर-उधर आना जाना -- उडप
उड़ना (अ.क्रि) प्राकृतिक, रासायनिक आदि कारणों से पदार्थ का धीरे धीरे भाप बन जाना -- विलीन जावय
उड़ना (अ.क्रि) गायब या लुप्त हो जाना -- नाच् पावप
उतना (वि.) पहले निर्धारित मात्रा में -- तितलें
उतरना (अ.क्रि) किसी व्यक्ति या वस्तु का ऊपर से नीचे आना -- उतरप, देंवप
उतार-चढ़ाव (पुं.) नीचे उतरने और ऊपर चढऩे की अवस्था, क्रिया या भाव -- चट्टी-देंवती
उतार-चढ़ाव (पुं.) किसी वस्तु के मान, मूल्य स्तर आदि का बराबर घटते बढ़ते रहना -- कमा-बाड़ा
उतारना (स.क्रि.) ऊपर से नीचे लाना -- देंववप
उतारना (स.क्रि.) अलग करना (वस्त्र आभूषण) -- काडप, काडून दवरप
उतारना (स.क्रि.) पार या दूसरी ओर पहुँचाना (नदी आदि के) -- पावोवप
उत्कंठा (स्त्री.) कुछ करने की प्रबल इच्छा, चाव -- उत्कंठा
उत्कर्ष (पुं.) ऊपर की ओर उठने, खिंचने या जाने की क्रिया या भाव -- वयर सरप
उत्कर्ष (पुं.) पद, मान, संपत्ति, भाव, मूल्य आदि में होने वाली वृद्धि -- उत्कर्श, अभिवृद्धि
उत्तम (वि.) गुण, विशेषता आदि में सबसे बढ़कर -- उत्तम
उत्तराधिकार (पुं.) मृत्यु हो जाने अथवा अपना अधिकार छोड़ देने पर किसी दूसरे को उसकी धन संपत्ति, पद आदि मिलने का अधिकार -- उत्तराधिकार
उत्तेजना (स्त्री.) किसी व्यक्ति द्वारा बिना समझे बूझे कोई काम करने में उग्रता तथा शीघ्रता से रत होने का भाव -- उत्तेजना
उत्पादन (पुं.) उत्पन्न या पैदा करने की क्रिया या भाव -- उत्पादन
उत्सव (पुं.) धूमधाम से होने वाला सार्वजनिक आयोजन -- उत्सव
उत्साह (पुं.) उमंग, हौसला -- उत्साह
उत्सुक (वि.) मन में तीव्र अभिलाषा रखने वाला -- उत्सुकु
उदय (पुं.) उद्भव -- उद्भव
उदय (पुं.) ग्रह, नक्षत्रों, तारों आदि का क्षितिज से ऊपर उठकर आकाश में आना और दृश्य होना -- उदेवप
उदार (वि.) खुले हृदय वाला -- उदार
उदार (वि.) जो स्वभाव से नम्र और सुशील हो और पक्षपात संकीर्णता का विचार छोड़कर सबके साथ खुले दिल से आत्मीयता का व्यवहार करता हो। -- दिलदार
उदास (वि.) खिन्न,चिंतित -- उदास
उदासीन (वि.) अलग या दूर रहने वाला -- उदासीन
उदासीन (वि.) आसक्ति अथवा कामना रहित -- अनासक्त
उदासीन (वि.) तटस्थ, विरक्त -- तटस्थ
उदाहरण (पुं.) नियम, सिद्धांत आदि को स्पष्ट करने के लिए प्रस्तुत तथ्य -- उदाहरणः देख
उदाहरण (पुं.) ऐसा आचरण, कृति या क्रिया जो दूसरों को अनुकरण करने के लिए प्रोत्साहित करे -- मॉडेल, आदर्श
उद्घाटन (पुं.) आवरण या परदा हटाना -- अनावरण
उद्घाटन (पुं.) नया कार्य आरंभ करने के समय औपचारिक उत्सव -- उद्घाटन
उद्देश्य (पुं.) वह बात, वस्तु या विषय, जिसका ध्यान रखकर कुछ कहा या किया जाए -- उद्देश्य
उद्धरण (पुं.) किसी ग्रंथ, लेख आदि से उदाहरण, प्रमाण, साक्षी आदि के रूप में लिया हुआ अंश -- उद्धारण
उद्यम (पुं.) परिश्रम, मेहनत -- उद्यम
उद्योग (पुं.) परिश्रम, अघ्यवसाय -- उद्योग
उद्योग (पुं.) काम-धंधा -- काम-धंधो
उद्योग-पति (पुं.) उत्पादन-उपक्रम का स्वामी -- उद्योगपती
उद्योग-पति (पुं.) किसी भी उद्योग का स्वामी -- NA
उधेड़ना (स.क्रि.) वस्त्रों की सिलाई बुनाई खोलना -- उधार्नु
उधेड़-बुन (स्त्री.) मन की अनिश्चयात्मक स्थिति, उलझन -- अनिश्चयात्मक स्थिति
उन्नति (स्त्री.) आगे बढ़ने या विकसित होने की प्रक्रिया -- चट्टी-देंवती
उन्नति (स्त्री.) उच्चता -- श्रेष्ठता
उन्माद (पुं.) मस्तिष्क की असंतुलित अवस्था -- उन्माद
उन्माद (पुं.) साहित्य में एक संचारी भाव -- संचारी भाव
उन्मूलन (पुं.) जड़ से नष्ट करना -- ना नपश्चात करप
उन्मूलन (पुं.) समाप्त करना -- समाप्त करप, काबार करप
उपग्रह (पु.) बड़े ग्रह की परिक्रमा करने वाला छोटा ग्रह -- ग्रह
उपग्रह (पु.) किसी ग्रह की परिक्रमा करने के लिए आकाश में छोड़ा जाने वाला यांत्रिक गोला या पिंड -- उपग्रह
उपचार (पुं.) चिकित्सा -- इलाज, वखद, उपचार
उपज (स्त्री.) जो उपजा हो, पैदावार, फसल -- पीक
उपज (स्त्री.) जो बन कर तैयार हुआ हो, उत्पादन -- उत्पादन
उपज (स्त्री.) मन की नई उद्भावना या सूझ -- कल्पना
उपजना (अ.) उगना, अंकुरण -- उपजप
उपजना (अ.) कोई नई बात सूझना -- उपजावप
उपजाऊ (वि.) कृषि के लिए उपयुक्त -- उपजाऊ
उपदेश (पुं.) धर्म और नीति के संबंध में विद्वानों द्वारा बताई गई बातें -- उपदेश
उपदेश (पुं.) समुचितराय -- योग्य सल्लो
उपद्रव (पुं.) फसाद, दंगा -- उपद्रव
उपद्रव (पुं.) हलचल, ऊधम -- तंटो, झगड़ो
उपनगर (पुं.) नगर के आसपास बसा हुआ क्षेत्र, छोटा नगर -- उपनगर
उपनाम (पुं.) वास्तविक नामसे भिन्न कवियों लेखकों आदि का स्वयं रखा हुआ कोई दूसरा नाम -- उपनांव
उपन्यास (पुं.) साहित्य की एक विधा, जिसमें वास्तविक जीवन से मिलते-जुलते चरित्रों और कार्य कलापों का गद्यात्मक चित्रण हो -- कादंबरी
उपभोक्ता (पुं.) उत्पादन का प्रयोजक, खपतकार -- उपभोक्ता
उपभोग (पुं.) किसी वस्तु का व्यवहार में लाना -- उपभोग करप
उपमा (स्त्री.) गुणों के आधार पर दो वस्तुओं की समानता, अलंकार विशेष -- उपमा, उपमां-लंकार
उपयोग (पुं.) प्रयोग, व्यवहार -- उपेग
उपयोगी (वि.) प्रयोग, में लाए जाने योग्य -- उपेगी, उपयोगी
उपयोग (पुं.) प्रयोग, व्यवहार -- उपयोग
उपयोगी (वि.) प्रयोग, में लाए जाने योग्य -- उपेगी, उपयोगी
उपलक्ष्य (पुं.) वह बात, जिसे ध्यान में रखकर कुछ कहा या किया जाए -- उपलक्ष्य
उपला (पुं.) जलाने के लिए सुखाया हुआ गोबर -- शेणी
उपवन (पुं.) उद्यान, बाग, पार्क -- जारदीन, बगीचो
उपवास (पं.) किसी धार्मिक-सांस्कृतिक अवसर पर दिन-भर या दिन-रात भोजन न करने की क्रिया -- उपास
उपसंहार (पुं.) अंत, समाप्ति -- समाप्ती
उपसंहार (पुं.) किसी प्रकरण, विषय आदि का वह अंतिम अंश जिसमें विषय का सारांश हो -- उपसंहार
उपस्कर (पुं.) औज़ार, उपकरण -- आवतां
उपस्थिति (स्त्री) हाज़िरी -- हाजिरी
उपहार (पुं.) सद्भावपूर्वक अथवा किसी अवसर पर किसी को दी जाने वाली कोई वस्तु -- भेट-वस्त
उपहास (पुं.) हँसी, दिल्लगी, खिल्ली, मज़ाक -- मसकरी
उपाधि (स्त्री) योग्यता, सम्मान आदि की सूचक खिताब, पदवी, डिग्री -- पदवी, उपाधी
उपासक (पुं.) उपासना करने वाला -- उपासक
उपासक (पुं.) आराधक -- आराधक
उपासना (स्त्री) ईश्वर, देवता आदि की मूर्ति के पास बैठकर किया जाने वाला आध्यात्मिक चिंतन, पूजन, आराधन -- उपासना करप
उपासना (स्त्री) किसी वस्तु के प्रति अत्यधिक आसक्ति की भावना -- NA
उपेक्षा (स्त्री) अवहेलना -- उपेक्षा
उपेक्षा (स्त्री) अनादर -- अनादर
उबकाई (स्त्री) उलटी कै, मिचली, मितली -- धवळ, ओंकारो
उबरना (अ.क्रि) उद्धार या निस्तार पाना -- साल्वार
उबलना (अ.क्रि) आग पर रखे हुए तरल पदार्थ का फेन के साथ ऊपर उठना -- उकडप
उबलना (अ.क्रि) उत्तेजित होना, आवेश में आना -- खतखतो
उभरना (अ.क्रि) नीचे के तल से उठकर या निकलकर ऊपर आना -- वयर येवप
उभरना (अ.क्रि) ऊपर उठकर या किसी प्रकार उत्पन्न होकर अनुभूत या प्रत्यक्ष होना -- जाणवप
उमंग (स्त्री) कोई काम करने के लिए प्रेरित करने वाला आनंद या उत्साह -- उमेद
उम्मीदवार (पुं.) किसी पद पर चुने जाने या नियुक्त होने के लिए प्रस्तुत होने वाला या अपने आपको उपस्थित करने वाला व्यक्ति प्रत्याशी -- उम्मेदवार
उर्वर (वि.) उपजाऊ -- उपजाऊ, सुपीकपण
उर्वर (वि.) जिसकी उत्पादन शक्ति अधिक हो (तत्व) -- उर्वर
उर्वरक (पुं.) खेतों को उपजाऊ बनाने के लिए डाली जाने वाली रासायनिक खाद -- सारे, रसायणी
उलझन (स्त्री) जिस स्थिति में किसी प्रकार का निश्चय करना बहुत कठिन हो, पेचीदगी -- गुंतागुंत
उलझना (अ.क्रि) किसी चीज के अंगों का आपस में दूसरी चीज के अंगों के साथ इस प्रकार फँसकर लिपटना कि सहज में एक दूसरे से अलग न हो सके -- गुंतप
उलझना (अ.क्रि) झंझट, झगडे आदि में इस प्रकार फंसना कि जल्दी छुटकारा न हो सके -- अडकप
उलटना (अ, स.क्रि) सीध की विपरीत दिशा या स्थिति में जाना या होना -- परतप
उलटना (अ, स.क्रि) साधारण स्थिति से विपरीत या विरुद्ध हो जाना या करना -- NA
उलटना (अ, स.क्रि) ऊपर का भाग नीचे और नीचे का भाग ऊपर स्थिति में होना -- अरतें परतें करप
उलटी (स्त्री) कै, वमन -- NA
उलाहना (पुं.) मूल दोष या त्रुटि आदि को रोष या व्यंग्य के साथ जताना -- पिरंगप
उलीचना (स.क्रि.) किसी बड़े आधान या पात्र में भरे हुए जल आदि को बर्तन या हाथ से बाहर निकालना या फेंकना -- उदक शेवटप
उल्लंघन (पुं.) आज्ञा, नियम, प्रथा, रीति आदि का पालन न करना अतिक्रमण -- उल्लंघन
उल्लास (पुं.) आनंद, प्रसन्नता -- उल्लास, आनंद
उल्लेखनीय (वि.) जिसका वर्णन करना आवश्यक या उचित हो -- उल्लेखनीय
उसूल (पुं.) सिद्धांत -- सिद्धांत
उस्तरा (पुं.) बाल मूँड़ने का छुरा -- वाकर
ऊँघना (अ.क्रि) झपकी लेना, नींद की आरंभिक अवस्था -- झेमप
ऊँचा (वि.) आधार या तल से ऊपर उठा हुआ -- ऊँच
ऊँचा (वि.) लंबा -- लांबाय
ऊँचा (वि.) पद, मर्यादा आदि की दृष्टि से दूसरों से आगे बढ़ा हुआ -- श्रेष्ठ
ऊँचाई (स्त्री) ऊँचे होने की अवस्था या भाव -- ऊँचेले
ऊँचाई (स्त्री) गौरव, बड़ाई -- व्हडपण
ऊपर (अव्य.) आकाश की ओर, ऊर्ध्व दिशा में -- वयर
ऊपर (अव्य.) किसी के आधार या सहारे पर -- NA
ऊपर (वि.) औरों से बढ़कर, श्रेष्ठ, उत्तम -- उत्तम
ऊपर (वि.) अधिक, ज्यादा -- अधिक
ऊबना (अ.क्रि) किसी वस्तु विशेष में रुचि न रह जाना, मन में विरक्ति उत्पन्न होना -- बेजार
ऊष्मा (स्त्री) गरम होने की अवस्था, गुण या भावः गरमी, ताप -- उकाड़ो,कालोर
ऊसर (पुं.) रेत की प्रधानता वाली भूमि, जो खेती के लायक न हो -- पडंग
ऊहापोह (पुं.) अनिश्चय की दशा में होने वाला तर्क वितर्क या सोच विचार, उधेड़-बुन -- तर्क-वितर्क
ऋण (पुं.) उधार, कर्ज -- उधार
ऋण (पुं.) किसी का किया हुआ उपकार, एहसान -- उपकार
ऋण (पुं.) घटाने या बाकी निकालने का चिह्न् (-) -- उपोकरुन, वजा चिह्न (-)
ऋणदाता (वि.) ऋण देने वाला -- उधार दिवपी
ऋतुराज (पुं.) बसंत ऋतु -- ऋतुरज, वसंतऋतु
ऋषि (पुं.) वेद-मंत्रों का प्रकाश करने वाले महापुरुष या मंत्र द्रष्टा -- मंत्र-द्रष्टा
ऋषि (पुं.) आध्यात्मिक और भौतिक तत्वों का साक्षात्कार करने वाला -- ऋषि
एकता (स्त्री.) ऐक्य का भाव -- एकवट
एकता (स्त्री.) समानता -- समानता
एकत्र (वि.) इकट्ठा, जमा -- एकठांय
एकदम (क्रि.वि.) तुरंत -- एकदम
एकदम (क्रि.वि.) बिल्कुल -- बिलकुल
एकनिष्ठ (वि.) अनन्य भक्त -- एकनिष्ठ
एकनिष्ठ (वि.) एकाग्रचित्त -- एकचित्त
एकमत (वि.) एक ही तरह की राय रखने वाला -- एकमत
एकमत (पुं.) मत की एकता, मतैक्य -- मत ऐक्य
एकमात्र (वि.) अकेला, एक ही -- एकमात्र
एकांत (वि.) निर्जन, सूना -- एकांत
एकांत (पुं.) निर्जन स्थान -- निर्जन स्थान
एकाकी (वि.) अकेला -- एकसुरो
एकाग्र (वि.) तन्मय, दत्तचित्त -- एकाग्र
एकाधिकार (पुं.) संपूर्ण स्वामित्व -- एकाधिकार
ऐंठन (स्त्री.) मरोड़ -- मुरडप
ऐंठना (अ.क्रि.) बल पड़ने के कारण मुड़ना या संकुचित होना -- मुरडवप
ऐंठना (अ.क्रि.) अकड़ दिखाना -- NA
ऐंठना (स.क्रि.) मरोड़ना -- मुरडवप
ऐंठना (स.क्रि.) धोखा देकर लेना -- फँसवप
ऐनक (स्त्री.) चश्मा -- चश्मो
ऐश्वर्य (पुं.) धन-संपत्ति, वैभव -- ऐश्वर्य
ऐश्वर्य (पुं.) प्रभुत्व, शक्ति -- प्रभुत्व
ओजस्वी (वि.) प्रभावशाली, तेजस्वी -- तेजस्वी
ओजस्वी (वि.) शक्तिशाली -- शक्तिशाळी
ओझल (वि.,) अदृश्य, छिपा हुआ -- दोळ्या
ओझल (पुं.) NA -- ओझेल
ओझा (NA) भूत प्रेत आदि झाड़ने वाला व्यक्ति -- मांत्रिक
औझा (NA) ब्राह्मणों की एक उप जाति -- बामणाली एक जात
ओटना (स.क्रि.) कपास के बिनौले अलग करना -- कापूस पिंजप
ओढ़ना (स.क्रि.) किसी कपड़े आदि से बदन ढकना -- पांगून घेवप
ओढ़ना (स.क्रि.) जिम्मा लेना -- जवाबदारी
ओढ़ना (पुं.) तन ढकने के लिए ऊपर से डाला जाने वाला वस्त्र -- NA
ओर (स्त्री) दिशा, तरफ -- दिका, वटेन
ओर (स्त्री) पक्ष -- पक्ष
ओला (पुं.) वर्षा में गिरने वाले बर्फ के छोटे छोटे टुकड़े -- करे, गारे
ओस (स्त्री) वातावरण में फैली हुई भाप, जो जलकण रूप में पृथ्वी पर गिरती है -- दव
ओहदा (पुं.) किसी कर्मचारी या कार्यकर्ता का पद -- हुद्दो, पद
औचित्य (पुं.) उचित होने की अवस्था या भाव, उपयुक्तता -- औचित्य
औज़ार (पुं.) हथियार, उपकरण -- उपकरण
औटाना (स.क्रि.) किसी तरल पदार्थ को उबालकर या खौला कर गाढ़ा करना -- आटवप
औद्योगिक (वि.) उद्योग-संबंधी -- औद्योगिक
औद्योगिक (वि.) वस्तुएँ तैयार करने के काम से संबंध रखने वाला -- NA
औद्योगी-करण (पुं.) नए-नए कल-कारखाने स्थापित करना -- औद्योगिकरण
औपचारिक (वि.) उपकार-संबंधी -- औपचारीक
औपचारिक (वि.) दिखावटी -- देखाव्या पुरतै
औपचारिकता (स्त्री) औपचारिक होने की अवस्था, गुण या भाव -- NA
औपचारिकता (स्त्री) दुनियादारी -- NA
और (योजक (अव्य)) दो शब्दों या वाक्यों को जोड़ने वाला शब्द -- आनी
और (वि.) दूसरा -- दूसरो
और (क्रि.वि.) अधिक -- अधीक
औरत (स्त्री) स्त्री, महिला -- अस्तूरी
औरत (स्त्री) पत्नी -- बायल
औषधालय (पुं.) दवाखाना, चिकित्सालय -- दवाखानो
औषधालय (पुं.) रोग नाशक जड़ी बूटी -- NA
औसत (पुं./वि.) मध्य, बीच का -- सरासरी
औसत (पुं./वि.) साधारण सामान्य -- सामान्य
कंगाल (वि) अति निर्धन -- खांकणवाळ
कंघा (पुं.) बाल झाड़ने या सँवारने का एक उपकरण -- फणी
कंजूस (वि.) धन संग्रह के लालच में आवश्यक वस्तुओं पर भी खर्च न करने वाला (व्यक्ति) कृपण -- कंजूस, चामटो
कंठ (पुं.) गला -- गळो
कंठ (पुं.) गले से निकला हुआ स्वर -- स्वर
कंधा (पुं.) मनुष्य के शरीर की बाँह का वह ऊपरी भाग या जोड़, जो गले के नीचे धड़ से जुड़ा रहता है -- खांद
कँपकँपी (स्त्री.) भय, शीत आदि के कारण शरीर में होने वाला कंपन -- कडकडो
कंबल (पुं.) मोटी ऊनी चादर, जो ओढ़ने के काम आती है -- कांबळ
कई (वि.) एकाधिक -- खूब
कई (वि.) कुछ -- थोडे
कक्ष (पुं.) किसी इमारत का भीतरी भाग, कमरा या खंड -- कूड
कक्षा (स्त्री) दर्जा, श्रेणी -- कक्षा, वर्ग
कचहरी (स्त्री.) न्यायालय, अदालत -- कचेरी
कचोटना (अ.क्रि.) पीड़ा या वेदना होना -- टोचप
कच्चा (वि.) खाद्य पदार्थ जो पका न हो, अधपका -- कच्चे, हरवें
कटघरा (कठघरा) (पुं.) काठ का जंगलेदार घेरा -- लाकडाची वय
कटघरा (कठघरा) (पुं.) कचहरी में वह स्थान, जिसमें अभियुक्त खड़े होते हैं -- गवाय/साक्षेचो पांदरो (विटनेस बाक्स)
कटार (स्त्री.) छोटी, छुरी -- खंजीर
कटु (वि.) जिसके स्वाद में कड़वापन हो -- कोडू
कट्टर (वि.) पक्का, दृढ़, निश्चयी, सिद्धांतवादी -- पक्को, सिद्धांत-वादी
कठपुतली (स्त्री.) काठ (लकड़ी) की बनी हुई पुतली, जिसे धागे या तार की सहायता से नचाया जाता है -- कळसूत्री बावले
कठिन (वि.) जो आसानी से न हो सके, मुश्किल -- कठीण
कठोर (वि.) कड़ा, सख्त -- कडक
कठोर (वि.) निर्दयी, निष्ठुर -- निष्ठुर
कड़कना (अ.क्रि) कड़कड़ का शब्द होना -- कडकडप
कड़कना (अ.क्रि) रोषपूर्ण तेज आवाज में बोलना -- NA
कड़वा (वि.) स्वाद में कसैला या कटु -- कोडू, कडसाण
कडवा (वि.) कटु प्रकृति का -- कडसाण प्रकृति चो
कडवा (वि.) अप्रिय -- अप्रिय
कड़ा (पुं.) धातु का मोटा छल्ला -- कड़ो, तोडा
कढ़ाई (स्त्री.) बेलबूटे निकालने का या बनाने का काम -- भरतकाम
कतरन (स्त्री.) कपड़े कागज आदि के छोटे छोटे रद्दी टुकड़े -- कात्रण
कतरना (स्त्री.) कपड़े कागज आदि को केंची से काटना -- कापप
कतरनी (स्त्री.) कैंची -- कातर
कतराना (अ.क्रि.) बचना -- ताळप
कतार (स्त्री.) पंक्ति -- रांग, वळ
कत्था (पुं.) खैर की लकड़ी का सत जो पान में खाया जाता है। -- कथ्थो
कथनी (स्त्री.) कही हुई बात, उक्ति -- कथन
कथा (स्त्री) किस्सा, कहानी -- कथा
कथा (स्त्री) पौराणिक आख्यान -- आख्यान
कथानक (पुं.) किसी साहित्यिक रचना की कथा-वस्तु -- कथानक
कद (पुं.) (व्यक्ति की) ऊँचाई -- ऊँचाय
कनक (पुं.) सोना, स्वर्ण -- भांगर
कनक (पुं.) धतूरा -- धुतरो
कन्यादान (पुं.) वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कन्या को वर को सौंपना -- कन्यादान
कपट (पुं.) छलपूर्ण आचरण, दुराव -- कपट
कपट (पुं.) धोखा -- फंसावप
कपड़ा (पुं.) वस्त्र, वसन -- कपडो
कपड़ा (पुं.) पहनावा, पोशाक -- भेस, पोसाक
कपाट (पुं.) किवाड़, दरवाजे का पल्ला -- कवाड
कपाट (पुं.) दरवाजा, द्वार -- दार
कपास (स्त्री.) एक पौधा जिसके ढ़ौढ़ (फल) में से रुई निकाली जाती है -- कापूस, कापूसाचे झाड
कपूत (पुं.) बुरे आचरण वाला पुत्र, व्यसनी पुत्र -- नालायक पूत
कपूर (पुं.) सफेद रंग का एक सुगंधित घन पदार्थ, जो हवा में रखने से भाप बन कर उड़ जाता है -- कापूर
कपोल (पुं.) गाल -- गाल
कफन (पुं.) शव को लपेटने का कपड़ा -- धुवट
कब (क्रि.वि.) किस समय -- केन्ना?कितलें
कबाड़ी (पुं.) टूटी-फूटी या पुरानी चीजें खरीदेने और बेचने वाला -- हद्दीवालो
कबूलना (स.क्रि.) स्वीकार करना -- कबूल करप
कब्जा (पुं.) अधिकार -- कब्जो
कब्रिस्तान (पुं.) शव दफनाने का स्थान -- कबर स्थान
कभी (क्रि.वि.) किसी समय, किसी अवसर पर -- केन्नाय, खंचाय
कमंडल (पुं.) संन्यासियों का जलपात्र -- कमंडल
कम (वि.) परिमाण, मात्रा, संख्या में थोड़ा -- थोडे
कमजोर (वि.) दुर्बल, असमर्थ -- अशक्त
कमर (स्त्री.) शरीर का मध्य भाग, कटि -- कंबर, कमर
कमरबंद (पुं.) कमर का एक आभूषण -- कमरपटो
कमरा (पुं.) कक्ष, कोठरी -- खोली
कमल (पुं.) तालाबों में उगने वाला एक प्रसिद्ध फूल -- कमळ
कमान (स्त्री.) धनुष, शरासन -- कमान
कमाना (स.क्रि.) उपार्जन करना -- जोडप
कमी (स्त्री.) कम होने की स्थिति या भाव -- उणें
कमी (स्त्री.) त्रुटि -- त्रुटि
कमी (स्त्री.) अभाव -- अभाव
कर (पुं.) हाथ -- हात
कर (पुं.) सरकार द्वारा जनता से उगाहा हुआ धन -- कर, शुल्क
करघा (पुं.) कपड़ा बुनने का यंत्र -- हातमाग
करना (स.क्रि.) कार्य का संपादन -- करप
करनी (स्त्री.) कार्य, कर्म, आचरण -- कर्म
करनी (स्त्री.) राज-मिस्त्री का एक औजार -- NA
करवट (स्त्री.) पार्श्व के बल बैठने-लेटने की स्थिति -- कूस परतप
करारा (वि.) कुरकुरा -- कुरकुरींत
करारा (वि.) तेज, उत्कट, उग्र -- NA
कराहना (अ.क्रि.) पीड़ा या वेदना का व्यथा-सूचक शब्द -- कणकणप
करुण (वि.) दुखद -- दुखीत
करुण (वि.) साहित्य में एक रस -- साहित्याचो एक रस
करोड़पति (वि.) करोड़ों की संपत्ति वाला -- कोट्याधीश, करोड़पती
कर्ज (पुं.) ऋण -- रीण
कर्तव्य (पुं.) धर्म -- कर्त्तव्य,
कर्तव्य (पुं.) विधिसम्मत कार्य -- वैधानिक
कर्त्ता (पुं.) रचयिता, निर्माता -- कर्ता
कर्त्ता (पुं.) व्याकरण में पहला कारक -- कर्ता
कर्त्ता (पुं.) गृहस्वामी -- मालक
कर्त्ता-धर्त्ता (पुं.) वह व्यक्ति, जिसको किसी कार्य या विषय के सभी अधिकार प्राप्त हों -- कतों-धतों
कर्म (पुं.) काम, कार्य -- काम
कर्म (पुं.) पूर्व जन्म के कार्य -- कर्म
कर्म (पुं.) धार्मिक कार्य -- धार्मिक कार्य
कर्म (पुं.) हिंदी व्याकरण में दूसरा कारक -- कर्म (व्याकरण)
कर्मठ (वि.) मेहनती, अध्यवसायी -- कर्मठ
कलंक (पुं.) दाग, धब्बा -- दाग
कलंक (पुं.) लांछन, निंदा -- निंदा
कल (क्रि.वि.) आज के ठीक पहले का दिन -- काल
कल (क्रि.वि.) आज के ठीक बाद आने वाला दिन -- फाल्या
कल (क्रि.वि.) चैन, आराम -- आराम, सुशेग
कल (स्त्री.) मशीन, यंत्र, पुर्जा -- मशीन, यंत्र
कलई (स्त्री.) सफेद रंग का प्रसिद्ध खनिज पदार्थ, राँगा -- कलय
कलई (स्त्री.) सफेदी -- NA
कलफ (पुं.) नए धुले कपड़ों पर की जाने वाली चावल, अरारोट की माँड -- निशें
कलम (स्त्री.) लेखनी -- लेखणी
कलम (स्त्री.) पेड़-पौधों की टहनियों से बनाया गया नया पौधा -- कलम (रोप्याची)
कलरव (पुं.) पक्षियों की चहचहाट -- चिंवचिंवाट
कलश (पुं.) घड़ा, कलसा -- कलश
कलश (पुं.) मंदिरों आदि के शिखर पर लगा घड़ेनुमा कंगूरा -- कळस
कलह (पुं.) झगड़ा, विवाद -- झगडे
कला (स्त्री.) हुनर, आर्ट -- कला
कला (स्त्री.) चंद्र या सूर्य का अंश -- चंद्रीम आनी सूर्या चो अंश
कलाकार (पुं.) कला-साधक -- कलाकार
कलाबाजी (स्त्री.) सिर नीचा करके उलट जाने की क्रिया या खेल -- गोलाटी मारप, लगाटी मारप
कलियुग (पुं.) पुराणानुसार चार युगों में से चौथा युग -- कलियुग
कली (स्त्री.) बिना खिला फूल -- कळी
कलुष (पुं.) मलिनता, गंदगी -- पाप
कलेजा (पुं.) यकृत, जिगर -- काळीज
कलेजा (पुं.) जीवट, साहस -- साहसी
कल्पना (स्त्री.) अन्तःकरण मे अवास्तविक वस्तुओं के स्वरूप को उपस्थित करना -- कल्पना
कल्प-वृक्ष् (पुं.) मानव-इच्छाओं को पूर्ण करने वाला देव-लोक का एक वृक्ष -- कल्पवृक्ष
कल्याण (पुं.) हित, भलाई -- बरे
कवि (पुं.) कविता या काव्य का रचयिता -- कवि
कविता (स्त्री.) लय प्रधान तथा शब्द-बद्ध साहित्यिक रचना -- कविता
कष्ट (पुं.) पीड़ा -- पिडा
कष्ट (पुं.) मुसीबत -- त्रास
कष्ट (पुं.) मेहनत, श्रम -- कष्टी
कसना (स.क्रि.) बंधन कड़ा करना -- कसप
कसना (स.क्रि.) कसौटी पर सोने की जाँच करना, परखना -- कसणप
कसबा (कस्बा) (पुं.) छोटा शहर -- लहान शारन
कसम (स्त्री.) शपथ -- शप्पत, सोपूत
कमर (स्त्री.) कमी, न्यूनता -- कमी
कसरत (स्त्री.) व्यायाम -- व्यायाम
कसाई (पुं.) पशुओं आदि की हत्या करने वाला, बूचड़, वधिक -- कसाब, खाटीक
कसूर (कुसूर) (पुं.) दोष, अपराध -- चूक, दोश
कसैला (वि.) आँवले, फिटकरी आदि के स्वाद वाला -- कसाय
कसौटी (स्त्री.) सोना परखने का काला पत्थर -- कसणी
कसौटी (स्त्री.) मूल्यांकन के मानक आधार -- कसौटी, कसवटणी
कस्तूरी (स्त्री.) एक विशेष नर मृग की नाभि के पास की गाँठ में पाया जाने वाला सुगंधित पदार्थ -- कस्तूरी
कहकहा (पुं.) जोर की हँसी, ठहाका -- हाँसो
कहना (स.क्रि.) बोलना, बताना -- उलोवप
कहना (पुं.) कथन, बात -- कथन
कहाँ (क्रि.) किस स्थान पर -- खंय, खंपचे कडेन
कहानी (स्त्री.) कथा, किस्सा -- काणी
कहानी (स्त्री.) मनगढ़ंत बात -- दंतकथा
कहावत (स्त्री.) लोक प्रचलित कथन या वाक्य -- म्हण
कांखना (अ.क्रि.) मल-त्याग के समय आँतों या पेट की वायु को दबाना -- विकळावप
कांखना (अ.क्रि.) परिश्रम का काम करते समय ऊँह-आह की ध्वनि करना -- NA
काँच (पुं.) शीशा -- कांच
काँटा (पुं.) पेड़-पौधों की डालियों पर निकले नुकीले और कड़े अंकुर कंटक -- कांटो
काँटा (पुं.) तराजू -- तागड़ी
काँटा (पुं.) एक उपकरण, जिससे चीजें उठाकर खाई जाती हैं -- फाँके
कांति (स्त्री.) चमक, आभा -- आभा
कांति (स्त्री.) शोभा, सौंदर्य -- सौंदर्य
काँपना (अ.क्रि.) क्रोध, भय, शीत आदि से शरीर का रह-रह कर हिलना -- थरथरप
कागज (पुं.) सन, बाँस, चीथड़े आदि की लुगदी से बना पत्र -- कागद
काट-छाँट (स्त्री.) फालतू अंश काट कर अलग करने की क्रिया या भाव -- क़डसरावणी
काटना (स.क्रि.) औजार या शस्त्र से किसी वस्तु के टुकड़े करना -- कापप
काटना (स.क्रि.) डंक या दाँत गड़ा कर घाव करना -- चाबप
काटना (स.क्रि.) खंडन करना, गलत ठहराना -- रद्द करप, खंडन करप
काठ (पुं.) लकड़ी, काष्ठ -- लाकूड
काठ (पुं.) ईंधन -- इंधन, जळव
काढ़ना (स.क्रि.) उकेरना, नक्कासी करना -- नक्षीकाम, कंगारखीस (लाकूड) भरतकाम (कपडो)
काढ़ना (स.क्रि.) किसी वस्तु के भीतर से कोई चीज बाहर निकालना -- काडप
कातना (स.क्रि.) रूई, ऊन, रेशम आदि बट कर धागा बनाना -- कांतप
काना (वि.) जिसकी एक आँख खराब या विकृत हो -- कुड्डो
काना (वि.) कीड़ा लगा फल, सब्जी -- तेंचप
कानून (पुं.) राज्य नियम, विधि -- कायदो, राज्य नियम
कानून (पुं.) सर्वमान्य नियम या रूढ़ियाँ -- नियम
काफी (वि.) पर्याप्त, यथेष्ट -- पर्याप्त, जायतितलो
काम (पुं.) कार्य, कृत्य -- कार्य
काम (पुं.) धंधा, व्यापार, नौकरी -- धंधो, व्यापार
काम (पुं.) इच्छा, अभिलाषा, कामना -- कामना
कामधेनु (स्त्री) कामनाएँ पूरी करने वाली पुराण-प्रसिद्ध गाय -- कामधेनु
कामना (स्त्री.) अभीष्ट, हार्दिक इच्छा -- हादीक
कामयाब (वि.) सफल -- सफळ
कायम (वि.) स्थिर, पक्का, दृढ़ -- कायम
कायर (वि.) डरपोक -- भितरो, भेंकडो
कायाकल्प (पुं.) काया शुद्धि की क्रिया -- कायाकल्प
कारखाना (पुं.) व्यापारिक दृष्टि से बड़ी मात्रा में वस्तु निर्माण की शाला -- कारखानो
कारण (पुं.) हेतु, उद्देश्य, प्रयोजन, वजह -- हेतु
कारण (पुं.) प्रेरक घटना या परिस्थिति -- प्रेरक घटना
कारतूस (पुं.) बंदूक, रिवाल्वर आदि में रखकर चलाईं जाने वाली धातु, दफ्ती आदि की बनी हुई खोली जिसमें धातु की गोली और बारूद भरा होता है -- कारतूश
कारस्तानी करिस्तानी (स्त्री) हानि पहुँचाने के उद्देश्य से किया गया कोई काम, चालबाजी -- कारस्थानी
कारस्तानी करिस्तानी (स्त्री) करतूत -- कूट
कारावास (पुं) बंदीगृह में रहने का दंड -- बंदखण, जयल
कारीगर (पुं.) रचना या मरम्मत करने वाला -- कारागीर
कार्य (पुं.) काम -- काम
कार्यकर्ता (पुं.) काम करने वाला व्यक्ति, कर्मचारी -- कार्यकर्तो, कर्मचारी
कार्य-कारिणी (स्त्री.) संस्था आदि का कार्य चलाने वाली समिति -- कार्यकारिणी
कार्यक्रम (पुं.) कार्य संपादन विवरणिका -- कार्यक्रम
कार्यक्रम (पुं.) उक्त सूची के अनुसार होने वाला कार्य -- कार्यवळ
कार्य-पालिका (स्त्री.) नियमों का पालन सुनिश्चित करने वाला शासकीय विभाग -- कार्यपालिका
कार्यवाही (स्त्री) कृत कार्य का विस्तार से उल्लेख -- कार्यवाय
कार्यालय (पुं) दफ्तर -- कचेरी
काल (पुं.) समय -- समय, वेळ
काल (पुं.) मौत, मृत्यु -- मरण
काल (पुं.) क्रियाओं से सूचित वह तत्व, जिससे किसी घटना या बात के घटित होने का समय ज्ञात होता है -- काळ
काला (वि.) जो काजल के रंग का हो, कृष्ण, श्याम -- काळो
काला (वि.) जिसमें प्रकाश न हो, अंधकारपूर्ण -- काळोख
काला (वि.) अनुचित, कलंकित, लांछित -- कलंक
काला बाजार (पुं.) कानून-विरोधी व्यापार -- काळोबाजार
कालीन (पुं.) मोटा बिछावन, गलीचा -- गालीचो
कालीन (वि.) काल विशेष से संबंधित -- काळाचो
काल्पनिक (वि.) मनगढ़ंत, कल्पित -- कल्पित, काल्पनिक
काव्य (पुं.) साहित्यिक रचना -- काव्य
काश्तकार (पुं.) किसान, खेतिहर -- शेतकारी, शेतकामती
किताब (स्त्री.) पुस्तक -- पुस्तक, ग्रंथ
किनारा (पुं.) अंतिम छोर, सिरा -- तोक
किनारा (पुं.) नदी या समुद्र का छोर, तट -- कांठ
किफायत (स्त्री.) अनावश्यक व्यय में कटौती -- बचत
किरकिरा (वि.) महीन, कंकड़, बालू आदि से युक्त वस्तु -- करकर
किराना (पुं.) पंसारी की दुकान में मिलने वाला सामान -- भूसारी
किराया (पुं.) भाड़ा -- भाडे
किराया (पुं.) अचल संपत्ति के उपयोग के बदले में देय धन -- खांडाचे पयशे
किरायेदार (किराएदार) (पुं.) अचल संपत्ति किराए पर लेने वाला व्यक्ति -- भाडोत्री
किलकारी (स्त्री.) बच्चे की हर्ष-ध्वनि -- हांशे
किला (पुं.) दुर्ग, गढ़ -- किल्लो
किवाड़ (पुं.) दरवाजे का पल्ला, कपाट -- कवड, दाराची फळी
किशोर (वि.) ग्यारह से पंद्रह वर्ष तक की अवस्था का बालक -- किशोर
किसान (पुं.) कृषक -- शेत-कामती, शेतकार
किस्त (स्त्री.) निश्चित समय पर दिए जाने वाले ऋण का एक भाग -- हाप्तो
किस्म (स्त्री.) प्रकार -- प्रकार
किस्सा (पुं.) कहानी -- वृत्तांत
कीचड़ (पुं.) पानी मिली धूल, पंक, कर्दम -- चिखल
कीट (पुं.) कीड़ा -- किडो
कीटाणु (पुं.) बहुत छोटे-छोटे कीड़े -- बारीक जीव
कीटाणु (पुं.) सूक्ष्म कीट, विषाणु -- जंतू
कीड़ा (पुं.) उड़ने या रेंगने वला छोटा जंतु कीट -- कीडो
कीमत (स्त्री.) दाम, मूल्य -- मोल
कीमत (स्त्री.) महत्व -- महत्व
कीमती (वि.) अधिक कीमत या मूल्य का, मूल्यवान -- म्हारग, मोलादीक
कीमती (वि.) महत्वपूर्ण -- महत्वपूर्ण
कीर्ति (स्त्री.) यश, ख्याति -- किर्ती
कुंज (पुं.) झाड़ियों, लताओं के समूह -- कुंज
कुंजी (स्त्री) चाबी, ताली -- चावी
कुंजी (स्त्री) कठिन पुस्तक के अर्थ स्पष्ट करने वाली पुस्तक -- सहायक पुस्तक
कुंभ (पुं.) धातु, मिट्टी, आदि का पात्र, घड़ा कलश -- कुंभ, कळश
कुंभ (पुं.) ज्योतिष में ग्यारहवीं राशि -- कुंभ राशी
कुंभ (पुं.) प्रति बारहवें वर्ष मनाया जाने वाला एक प्रसिद्ध पर्व -- कुंभ मेळो
कुकर्म (पुं.) बुरा काम, निंदनीय कर्म -- कुकर्म
कुचक्र (पुं.) हानि पहुँचाने के लिए बनाई गई योजना, साजिश -- कुचक्र
कुचलना (स.क्रि.) व्यक्ति या वस्तु को पैर से रौंदना -- चेचावप
कुचलना (स.क्रि.) आघात, प्रहार से दबाना -- छपके घालय
कुछ (वि.) अल्प, कम, थोड़ा-सा -- थोडे, कमी
कुछ (क्रि.वि.) अज्ञात, अनिर्दिष्ट या अनिश्चित परिमाण, मात्रा या रूप -- NA
कुछ (सर्व) कोई अज्ञात अनिर्दिष्ट या अनिश्चित वस्तु या बात -- कितेंय
कुटिया (स्त्री.) घास-फूस की बनी झोंपड़ी, कुटी -- खोपी
कुटिल (वि.) टेढ़ा -- वाकड़ें
कुटिल (वि.) मन में छल, कपट, द्वेष आदि रखने वाला कपटी, दुष्ट -- कपटी, दुष्ट, कुन्नाटो
कुटीर-उद्योग (पुं.) घरेलू स्तर पर वस्तुओं का उत्पादन -- गृह उद्योग
कुटुंब (पुं.) परिवार -- कुटुंब, घराबो
कुढ़ना (अ.क्रि.) मन ही मन दुखी और विकल होना -- शिंवशिंवप
कुतरना (स.क्रि.) दाँत से छोटे-छोटे टुकड़े करना -- कुरतडप
कुतूहल (पुं.) जिज्ञासा -- जिज्ञासा
कुतूहल (पुं.) आश्चर्य -- आश्चर्य
कुप्पी (स्त्री) तेल, चिकनाई आदि डालने के लिए छोटा पात्र -- कुप्पी, बुदली
कुबड़ा (पुं.वि) पीठ की हड्डी के मुड़ जाने से ग्रस्त व्यक्ति -- कुबड
कुमकुम (पुं.) रोली -- कुकूम
कुमुदिनी (स्त्री.) कमल की तरह का सफेद फूलों वाला पौधा -- कुमुदिनी
कुम्हलाना (अ.क्रि.) मुरझाना -- बावप
कुम्हलाना (अ.क्रि.) चेहरे का रंग फीका पड़ना -- चेरो पडप
कुल (पुं.) खानदान, घराना, वंश -- कुळ
कुल (वि.) पूरा सारा -- पूराय
कुल देवता (पुं.) जिसकी पूजा किसी कुल में परंपरा से होती आई हो -- कुलदेवता
कुलीन (वि.) उच्च कुल में उत्पन्न -- कुलीन
कुल्हड़ (पुं.) मिट्टी का बना हुआ छोटा पात्र -- माती चे लहान आयदन
कुशल (वि.) चतुर, होशियार -- कुशळ
कुशल (पुं.) खैरियत, राजी-खुशी -- कुशळ
कुश्ती (स्त्री.) एक प्रसिद्ध भारतीय खेल -- कुस्ती
कुष्ठ (पुं.) एक संक्रामिक रोग, जिसमें शरीर की त्वचा, नसें आदि सड़ने-गलने लगती हैं, कोढ़ -- कुश्ठ
कुसुम (पुं.) पुष्प, फूल -- फूल
कूँची (कूची) (स्त्री.) तूलिका -- ब्रश
कूँची (कूची) (स्त्री.) मूँज आदि का बनाया हुआ एक प्रकार का ब्रुश -- ब्रश
कूआँ (कुआँ, कुवाँ) (पुं.) पानी निकालने के लिए जमीन में खोदा हुआ गहरा तथा गोल गड्ढा -- बांय
कूटना (स.क्रि.) किसी चीज को महीन करने के लिए लगातार पीटना -- कुटप
कूटना (स.क्रि.) भूसी अलग करने की प्रक्रिया -- NA
कूटनीति (स्त्री.) व्यक्तियों या राष्ट्रों के पारस्परिक व्यवहार में दाँव-पेच की नीति -- कूटनिती
कूटना (अ.क्रि.) छलांग लगाना -- उडीमारप
कृतघ्न (वि.) उपकार न मानने वाला -- कृतघ्न
कृतज्ञ (वि.) उपकार को मानने वाला -- कृतज्ञ
कृतार्थ (वि.) जिसका उद्देश्य सिद्ध हो गया हो -- कृतार्थ
कृतार्थ (वि.) लक्ष्य प्राप्त -- कृतार्थ
कृत्रिम (वि.) जो प्राकृतिक न हो, मानव निर्मित -- कृत्रिम
कृत्रिम (वि.) बनावटी, दिखावटी -- अडेचे
कृपा (स्त्री.) अनुग्रह, दया -- कृपा
कृषि (स्त्री.) खेती-बारी -- शेती
केंद्र (पुं.) मध्य बिंदु -- केंद्र
केंद्र (पुं.) मध्य भाग -- मदलो भाग
केंद्र (पुं.) दूर-दूर तक फैले हुए कार्यों की व्यवस्था तथा संचालन हेतु मुख्य स्थान -- केंद्रीय
केवल (वि.) जिसका या जितने का उल्लेख किया जाए वही या उतना ही -- केवळ
केवल (क्रि.वि.) मात्र, सिर्फ -- फकत
केश (पुं.) सिर के बाल -- केस
केश (पुं.)
- कै (स्त्री.) उलटी वमन -- ओंकारो
कैद (स्त्री.) अपराधियों को दंड देने के लिए बंदी बनाना -- कादय, बंदखण
कोंपल (स्त्री.) पेड़-पौधों आदि में निकलने वाली नई मुलायम पत्तियाँ, कल्ला -- आंकरी
कोई (सर्व) अज्ञात, अनिर्दिष्ट वस्तु या व्यक्ति, संपूर्ण मे से एक -- कोणूय
कोई (वि.) न जाने कौन एक, बहुतों मे से चाहे जो एक -- एकाद्रे
कोई (अव्य.) लगभग -- अदमास
कोठरी (स्त्री.) छोटा कमरा -- ल्हान कूड
कोठी (स्त्री.) बहुत बड़ा, ऊँचा और पक्का मकान -- कोठी
कोतवाल (पुं.) पुलिस का वह प्रधान कर्मचारी, जिसके अधीन कई थाने और बहुत-से सिपाही होते हैं -- पोलिस इंस्पेक्टर
कोतवाली (स्त्री.) कोतवाल का मुख्यालय -- पोलिस थाणे
कोमल (वि.) नरम, मुलायम -- कोमळ
कोरा (वि.) बिल्कुल ताजा और नया, न बरता हुआ -- कोरो
कोलाहल (पुं.) चीखने-चिल्लाने से होने वाला शोर -- कुळकुलाट
कोल्हू (पुं.) बीजों और गन्ने को पेरने का यंत्र -- घाणो
कोश (कोष) (पुं.) किसी विशेष क्रम से शब्द और उनके अर्थ वाला ग्रंथ, कोश -- कोश (शब्द)
कोश (कोष) (पुं.) संचित द्रव्य -- कोश
कोशकार (पुं.) शब्दों का संग्रह तथा उनका संपादन करने वाला -- कोशकार
कोशिश (स्त्री.) प्रयत्न, चेष्टा -- प्रयत्न
कोषाध्यक्ष (पुं.) जिसके पास कोष रहता है, खजांची -- खजांची
कोष्ठक (पुं.) (), [], {}, चिन्हों में से कोई एक -- कंस
कोसना (स.क्रि.) सताए जाने पर किसी की अशुभ कामना करना -- शाप दिवप
कोंधना (अ.क्रि.) कुछ क्षणों के लिए (बिजली का) चमकना -- चमकप
कौतुक (पं.) आश्चर्य या उत्सुकताजनक विलक्षण बात -- कौतुक
कौतुक (पं.) मनोविनोद, दिल्लगी -- मसकरी
कौन (सर्व) जानकारी हेतु वाचक सर्वनाम -- कोण, किदें
कौन (सर्व) कोई व्यक्ति -- कोपूय
क्या (सर्व) प्रश्नवाचक सर्वनाम -- कितें
क्या (सर्व) आश्चर्यजनक एवं उपेक्षासूचक प्रसंगों में प्रयुक्त अभिव्यक्ति -- हय!
क्यों (क्रि.वि.) कारण जानने के लिए प्रयुक्त प्रश्नवाचक शब्द -- कित्याक, किद्याक
क्योंकि (अव्य.) कारण यह है कि, इसलिए कि -- अंशे की
क्रम (पुं.) तरतीब, सिलसिला -- अनुक्रम
क्रम (पुं.) उचित रूप से काम करने का ढंग -- रीत
क्रमशः (क्रि.वि.) नियत क्रम के अनुसार, सिलसिलेवार -- क्रमान
क्रमशः (क्रि.वि.) एक-एक करके, बारी- बारी से -- इल्लैं इल्लें करुन
क्रय (पुं.) मोल लेने की क्रिया या भाव, खरीद -- खरेदी
क्रांति (स्त्री.) एक दशा से दूसरी दशा में बड़ा परिवर्तन -- क्रांती
क्रांतिकारी (पुं.वि.) क्रांति का प्रयत्न करने वाला -- क्रांतिकारी
क्रिया (स्त्री.) कोई कार्य चलते या होते रहने की अवस्था या भाव, कोई काम करने का ढंग या विधि -- पद्धत, रीत
क्रिया (स्त्री.) व्याकरण में वे शब्द, जो किसी कार्य घटना आदि के होने या किए जाने के वाचक होते हैं -- क्रियापद
क्रीड़ा (स्त्री.) खेलकूद -- खेळ
क्रीड़ा (स्त्री.) आमोद-प्रमोद -- मौजमस्ती
क्रूर (वि.) निर्मम तथा हिंसक कार्य करने वाला, निर्दयी -- क्रूर
क्रोध (पुं.) कोप, गुस्सा -- राग
क्लेश (पुं.) कष्टपूर्ण मानसिक स्थिति, मनोव्यथा -- क्लेश
क्षण (पुं.) काल का एक बहुत छोटा परिमाण, पल -- खिण
क्षति (स्त्री.) चोट लगने से होने वाला घाव -- घाय
क्षति (स्त्री.) हानि, घाटा -- नफो-नुकसान
क्षतिपूर्ति (स्त्री.) हानि या घाटे का पूरा होना -- भारपाय
क्षत्रिय (पुं.) हिंदुओं के चार वणों में से दूसरा वर्ण -- क्षत्रिय
क्षत्रिय (पुं.) उक्त वर्ण का व्यक्ति -- क्षत्रिय पुरुष
क्षमता (स्त्री.) सामर्थ्य -- सामर्थ्य
क्षमता (स्त्री.) कोई कार्य करने का कौशल -- पात्रता
क्षमता (स्त्री.) ग्रहण या धारण करने की पात्रता -- पात्रताय
क्षमा (स्त्री.) किसी भी प्रकार का अहित करने वाले व्यक्ति के प्रति मन में कोई विकार न होना -- क्षमा
क्षमा (स्त्री.) किसी दोषी या अपराधी को बिना किसी प्रतिकार के छोड़ देने का भाव माफ़ी -- माफी
क्षय (पुं.) क्रमशः तथा प्राकृतिक रूप से होने वाला ह्रास -- क्षय
क्षय (पुं.) नाश -- नाश
क्षय (पुं.) यक्ष्मा (टी.बी.) नामक रोग -- टी.बी, क्षयरोग, धंगरखांक
क्षितिज (पुं.) जहाँ पृथ्वी और आकाश एक-दूसरे से मिलते हुए जान पड़ते हैं -- क्षितिज
क्षुधा (स्त्री.) भोजन करने की इच्छा, भूख -- भूक
क्षेत्र (पुं.) जोता-बोया जाने वाला भूमिखंड, खेत -- शेत
क्षेत्र (पुं.) प्राकृतिक, भौगोलिक, राजनीतिक आदि दृष्टियों से निर्दिष्ट भू-भाग -- क्षेत्र
क्षेत्रफल (पुं.) किसी क्षेत्र की लंबाई और चौड़ाई को गुणन करने से निकलने वाला वर्गात्मक परिमाण, रकबा -- क्षेत्रफळ
खंड (पुं.) टुकड़ा, अंश -- खंड
खंड (पुं.) किसी संपूर्ण वस्तु का कोई विशिष्ट भाग या विभाग -- टुकड़ो, भाग
खंडहर (पुं.) इमारत या भवन, खंड-खंड होकर गिरा पड़ा हो, भग्नावशेष -- भग्न अवशेष
खंभा (पुं.) गोल या चौकोर रचना जिस पर छत या कोई भारी चीज टिकी रहती है -- खांबो
खगोल (पुं.) आकाश, मंडल -- खगोल
खटकना (अ.क्रि.) खट-खट की आवाज होना -- खणखणप
खटकना (अ.क्रि.) बुरा मालूम होना -- खटकप
खटाई (स्त्री.) खट्टे होने की अवस्था -- आंबटेवप
खटाई (स्त्री.) कोई खट्टी वस्तु -- आंबट वस्तू
खट्टा (वि.) जिसमें अम्लीयता हो -- आंबट
खड़ाऊँ (स्त्री.) काठ की बनी हुई एक प्रकार की पादुका -- खडाव
खतरनाक (वि.) जोखिम-भरा -- जोखिमी
खतरा (पुं.) अनिष्ट, संकट आदि की आशंका -- धोको
खनिज (वि.) खान से खोद कर निकाला हुआ -- खनीज
खनिज (वि.) खनिज पदार्थ -- खनीज पदार्थ
खपत (स्त्री.) खपने या खपाने की क्रिया अथवा भावः माल की बिक्री -- खपप
खरा (वि.) विशुद्ध -- खरो, अस्सल
खरा (वि.) ईमानदार, सच्चा और शुद्ध हृदय वाला -- उजू
खराद (पुं.) लकड़ी अथवा धातु की वस्तुओं को सुडौल तथा चिकना बनाने वाला यंत्र -- किसूळ, रंधो
खरीद (स्त्री.) मोल लेने की क्रिया या भाव, क्रय -- खरेदी
खरीद (स्त्री.) वह जो खरीदा जाए -- माल
खरीदना (स.क्रि.) मोल लेना, क्रय करना -- विकतो घेवप
खरोंच (स्त्री.) नख अथवा अन्य किसी नुकीली वस्तु से छिलने के कारण पड़ा हुआ दाग या चिह्न, खराश -- झरको
खर्च (खरच) (पुं) धन, वस्तु, शक्ति आदि का होने वाला उपभोग, व्यय -- उपभोग
खर्च (खरच) (पुं) वह धन-राशि, जो किसी वस्तु को खरीदने या बनाने के लिए व्यय की जाती है -- खर्च
खलना (क्रि.) अनुचित, अप्रिय या कष्टदायक प्रतीत होना, अखरना, खटकना -- खटकप
खलिहान (पुं.) जहाँ फसल काट कर रखी, माँड़ी तथा ओसाई जाती है -- खळो
खली (स्त्री.) तिलहन का वह अंश, जो उसे पेर कर तेल निकालने के बाद बचा रहता है -- पेंड
खस्ता (वि.) भुरभुरा, बहुत थोड़ी दाब से टूट जानेवाला कुरकुरा -- मुसमुसीत
खस्ता (वि.) टूटा-फूटा, भग्न, दुर्दशाग्रस्त -- तुटकें फुटकें
खाँसना (अ.क्रि.) खाँसी आने या होने का सा शब्द करना, गला साफ करना -- खांकप
खाई (स्त्री.) दुर्ग के चारों ओर खोदा हुआ गहरा स्थान जो पानी से भरा रहता है -- खळी
खाई (स्त्री.) युद्ध क्षेत्र में छिप कर गोली चलाने के लिए खोदे जाने वाले गड्ढे -- खंदक
खाकी (वि.) खाक अर्थात् मिट्टी के रंग का, भूरा -- खाकी
खाट (स्त्री.) चारपाई -- खाट
खाद (स्त्री.) सड़ाया हुआ गोबर, पत्ते आदि -- सारें
खादी (स्त्री.) खद्दर -- खादी
खाद्य (वि.) जो खाए जाने योग्य हो, भोज्य -- खाद्य
खाद्य (पुं.) खाए जाने वाले पदार्थ -- खावचे पदार्थ
खाद्य (पुं.) भोजन -- जेवण
खाद्यान्न (पुं.) वे अन्न जो खाने के काम आते हैं -- खाद्य-अन्न
खान (स्त्री.) वह स्थान जहाँ से धातु, पत्थर आदि खोद कर निकाले जाते हैं -- खनीज
खान (स्त्री.) वह स्थान , जहाँ कोई वस्तु अधिकता से होती या पाई जाती है -- मीनाखण
खाना (स.क्रि.) भोजन करना -- खावप
खाना (स.क्रि.) भोजन -- खाण, जेवण
खाना (स.क्रि.) दीवार, आलमारी, मेज आदि में रखने का स्थान -- कुरकूट, खण (वटणींत) आरमारींत
खारा (वि.) जिसमें क्षार का अंश या गुण हो -- खारट
खाल (स्त्री.) त्वचा, चमड़ा -- कात
खाली (वि.) रिक्त -- रितें, रिकामें
खाली (वि.) रोजगार-रहित -- बेकार
खाली (वि.) जो उपयोग में न आ रहा हो -- व्यर्थ
खास (वि.) विशेष, विशिष्ट -- खास
खिड़की (स्त्री.) दीवार में छोटे दरवाजे की तरह का स्थान -- जनेल
खिन्न (वि.) उदास, विकल -- उदास
खिन्न (वि.) अप्रसन्न, असंतुष्ट -- असंतुष्ट
खिल-खिलाना (अ.क्रि.) बहुत प्रसन्न होने पर खुलकर हँसना -- व्हडल्यान हांसप
खिलना (अ.क्रि.) कली या फूल का पंखुड़ियाँ खोलना -- फुलोर
खिलना (अ.क्रि.) कोई सुखद कार्य या बात होने पर आनंदित होना -- प्रसन्न जावप
खिलना (अ.क्रि.) सुंदर लगना, फबना -- सुंदर दिसप
खिलाड़ी (पुं.) खेल खेलने वाला -- खेळपी, खेळगडो
खिलाना (स.) भोजन कराना -- जेवण वाडप
खिलाना (स.) खेल खिलाना -- खेळ खेळवप
खिलाना (स.) दुलारना -- अपुरबाय करप
खिलौना (पुं.) बच्चों के खेलने के लिए बनाई गई धातु, मिट्टी आदि की आकृति, चीज या सामग्री -- खेळणें
खिलौना (पुं.) मन बहलाने का साधन या सामग्री -- मन भुलौचे साधन
खिसकना (अ.क्रि.) सरकना -- सरकप
खिसकना (अ.क्रि.) किसी वस्तु का अपने स्थान से कुछ हट जाना -- हटप
खिसकना (अ.क्रि.) चुपके से उठ कर चल देना -- कूस-पारप
खींचना (स.क्रि.) किसी वस्तु को बलपूर्वक अपनी ओर लाना या अपने साथ लेते हुए आगे बढ़ना -- वोडप
खींचना (स.क्रि.) किसी वस्तु या स्थान में स्थित किसी दूसरी वस्तु को बलपूर्वक बाहर निकालना -- खेंचप
खींचना (स.क्रि.) किसी वस्तु का तत्व, सार या सुगंध निकालना -- अर्क-काडप
खुजली (स्त्री.) शरीर के किसी अंग में रक्त का संचार रुक जाने के कारण होने वाली सुरसुरी -- खरपप
खुजली (स्त्री.) खाज -- खाज
खुजाना (स.क्रि.) शरीर के किसी अंग में खुजली होने पर उस स्थान को नाखूनों अथवा उँगलियों से बार-बार मलना या रगड़ना -- खाजवप
खुदरा (पुं) किसी चीज के छोटे छोटे अंश, खंड या टुकड़े, फुटकर -- तुकडे
खुदरा (पुं) वस्तु को थोड़ा थोड़ा बेचना -- किरकोळ
खुदरा (वि.) थोड़ा थोड़ा करके बिकने वाला -- चिल्लर
खुर (पुं.) कुछ पशुओं के पैरों का अगला सिरा, जो प्रायः गोल तथा बीच में से फटा हुआ होता है -- टाप, खूर
खुरचना (स.क्रि.) किसी वस्तु को किसी दूसरी वस्तु पर इस प्रकार रगड़ना कि वह कुछ छिल जाए -- खरडप
खुराक (स्त्री.) खाद्य पदार्थ, भोजन, आहार -- आहार
खुराक (स्त्री.) किसी पदार्थ की एक नियत मात्रा, इकाई -- जेवणाची मात्रा
खुश (वि.) प्रसन्न, संतुष्ट -- खोस, खुशी
खुश-किस्मत (वि.) अच्छे भाग्यवाला, सौभाग्यशाली, भाग्यवान -- नशीबवान
खुशखबरी (स्त्री.) शुभ समाचार -- बरी खबर
खुश्क (वि.) सूखा -- सुको
खुश्क (वि.) चिकनाई रहित -- NA
खुश्क (वि.) जिसमें कोमलता या रसिकता न हो -- शुष्क
खून (पुं.) रक्त, रुधिर, लहू -- रगत
खून (पुं.) हत्या -- खून, हत्या
खूब (वि.) सब प्रकार से अच्छा और उत्तम, बढ़िया -- खूब, बरें
खूब (क्रि.वि.) अच्छी तरह से भली भाँति -- उत्तम
खूबसूरत (वि.) सुंदर -- सुंदर देखणो
खेत (पुं.) वह भू-खंड, जो फसल उपजाने के लिए जोता बोया जाता है -- शेत
खेतिहर (पुं.) जमीन को जोत बोकर उसमें फसल उपजाने वाला व्यक्ति, किसान, कृषक -- शेतकार, शेतकामती
खेती (स्त्री.) खेत को जोतने -बोने तथा फसल उपजाने की कला तथा काम -- शेती
खेती (स्त्री.) खेत में बोई हुई फसल -- पीक
खेद (पुं.) कोई अपेक्षित काम न करने अथवा कोई काम या बात ठीक तरह से न होने पर मन में होने वाला दुख, अप्रसन्नता, रंज -- दूख
खेना (स.क्रि.) डांड़ों की सहायता से नाव ·को चलाना -- होडें ताणप
खेल (पुं.) मन बहलाने के लिए किया जाने वाला कोई काम, क्रीड़ा -- खेळ
खेल (पुं.) बहुत साधारण या तुच्छ काम -- सोंपे
खेल-कूद (स्त्री.) खेल, क्रीड़ा -- खेळ, क्रीडा
खेल-कूद (स्त्री.) (बच्चों की) उछल-कूद, आमोद-प्रमोद, कल्लोल -- खेल
खेलना (अ.क्रि.) मन बहलाने के लि शारीरिक क्रियाएँ करना -- व्यायाम
खेलना (अ.क्रि.) मजाक बनाना -- NA
खैरात (स्त्री.) दान के रूप में दिया जाने वाला धन या पदार्थ, दान -- दान
खोखला (वि.) जिसके भीतर कुछ न हो, भीतर से रिक्त -- पोकळ, पोको
खोखला (वि.) निस्सार, थोथा -- निसार
खोज (सत्री.) किसी नए तथ्य आदि का पता लगाने का काम, शोध, अनुसंधान -- सोद
खोज (सत्री.) किसी खोई या छिपी हुई वस्तु को ढूँढ़ने की क्रिया -- संशोधन
खोजना (स.क्रि.) किसी खोई या छिपी हुई वस्तु के पता लगाने का प्रयत्न करना, ढूँढ़ना -- सोदप
खोजना (स.क्रि.) अनुसंधान या शोध करना -- सोदकरप, शोधकरप
खोट (स्त्री.) मिलावट (सोना आदि में) -- मिसळप
खोट (स्त्री.) दोष -- दोश
खोटा (वि.) मिलावटी -- लटके
खोटा (वि.) हीन, अविश्वसनीय -- बनावटी, नकली
खोदना (स.क्रि.) कुदाल आदि से जमीन पर आघात करके गड़्ढ़ा बनाना -- खणप
खोदना (स.क्रि.) उक्त क्रिया द्वारा दबी पड़ी हुई वस्तु बाहर निकालना -- उत्खनन
खोदना (स.क्रि.) नक्काशी करना -- नक्षीकाम
खोना (सं.) किसी वस्तु का भूल से कहीं छूट जाना -- वगडावप
खोना (सं.) असावधानी, दुर्घटना, मृत्यु आदि के कारण क्षतिग्रस्त होना -- वंचीत
खोल (पुं.) किसी चीज का ऊपरी आवरण -- आवरण
खोल (पुं.) विशिष्ट प्रकार के कीड़े मकोडों का प्राकृतिक आवरण -- कवच
खोलना (स.क्रि.) अनावृत करना, आवरण हटाना -- उघडप
खोलना (स.क्रि.) किसी बँधी हुई वस्तु को मुक्त करना -- सोडप
खोलना (स.क्रि.) मोड़ी या तह की हुई वस्तु को फैलाना -- उस्तप
खौलना (स.क्रि.) उबलना -- उकडप
ख्याति (स्त्री.) यश, प्रसिद्धि, कीर्ति -- ख्याती
गंजा (वि.पुं.) जिसके सिर के बाल झड़ गए हों -- खड्डो
गंदा (वि.) अपवित्र, दूषित, बुरा -- घाण़ेरडो
गंदा (वि.) धूल, मिट्टी आदि से युक्त, मैला -- धुळकट
गंध (स्त्री.) कुछ पदार्थों से सूक्ष्म कणों का वायु के साथ मिलकर होने वाला प्रसार, जिसका अनुभव नाक से होता है, बास, दुर्गंध -- गंध
गंध (स्त्री.) सुगंधित द्रव्य -- वास, परमळ
गंभीर (वि.) गहरा -- खोल, अगड
गंभीर (वि.) जटिल, गूढ़ -- जटिल
गंभीर (वि.) शांत, धीर -- शांत, धीर
गँवाना (स.क्रि.) खोना -- वगडावप
गँवाना (स.क्रि.) नष्ट करना -- नश्ट करप
गँवार (वि.पु.) असभ्य, अशिष्ट -- गाँव-गिरी
गँवार (वि.पु.) मूर्ख, अनाड़ी -- मुर्ख
गगन (पुं.) आकाश, आसमान -- मळब, आकाश
गज (पुं.) हाथी -- हत्ती
गज (पुं.) लंबाई की एक माप, जो छत्तीस इंच के बराबर होती है -- वार
गज (पुं.) उक्त माप का उपकरण -- मापपट्टी, फूटपट्टी, तागडी, जोखणी
गजरा (पुं.) फूलों की घनी गुँथी हुई छोटी माला -- गजरो
गड़बड़ (पुं.) ऐसी अवस्था, जिसमें क्रम, व्यवस्था आदि का अभाव हो -- अस्ता-व्यस्ता
गड़बड़ (पुं.) असावधानी, भूल आदि से कुछ का कुछ कर देने की क्रिया या भाव -- गोंदळष कोंफुसांव
गड़बड़ (पुं.) उत्पात, उपद्रव -- उत्पात
गढ़ (पुं.) किला, दुर्ग -- किल्लो
गढ़ (पुं.) केंद्र, मुख्य स्थान, अड्डा -- मुखेल स्थान, केंद्र
गढ़ना (स.क्रि.) कोई नई चीज बनाने के लिए किसी स्थूल पदार्थ को काट, छील, ढाल कर तैयार करना -- घडप, बनवप
गढ़ना (स.क्रि.) कोई कल्पित बात बनाना या कोई बात नमक मिर्च लगाकर सुंदर रूप में प्रस्तुत करना -- अतीरंजित
गण (पुं.) समूह, झुंड, वर्ग -- पंगड, गण, ग्रूप, टोळी
गणतंत्र (पुं.) वह राज्य या राष्ट्र, जिसकी सत्ता जनसाधारण (विशेषतः मतदाताओं या निर्वाचकों) में निहित होती है -- प्रजासत्ताक
गणना (स्त्री.) गिनती करने की क्रिया या भाव -- मेजप
गणना (स्त्री.) गिनती, संख्या -- मेजणी, गणीतकरप
गणित (पुं.) वह शास्त्र, जिसमें परिमाण, मात्रा, संख्या आदि निश्चित करने की रीतियों का विवेचन होता है, हिसाब -- गणीत
गति (स्त्री.) चाल, रफ्तार -- गती, वेग
गति (स्त्री.) हरकत, चेष्टा, हिलना-डुलना -- प्रयत्न, घोळकावप
गति (स्त्री.) दशा, अवस्था, हालत, स्थिति -- दशा अवस्था
गतिरोध (पुं.) चलते हुए काम का रुक जाना -- थांबप
गतिरोध (पुं.) झगड़े या बातचीत के समय की ऐसी स्थिति, जिसमें दोनों पक्ष अपनी-अपनी बात पर अड़ जाते हैं और समझौते का कोई रास्ता दिखाई नहीं देता -- पेचप्रसंग
गतिविधि (स्त्री.) कार्य-कलाप -- कार्यकलाप
गतिविधि (स्त्री.) चेष्टा, हरकत -- चेश्टा
गतिविधि (स्त्री.) आचरण-व्यवहार करने या रहने सहने का रंग-ढंग -- पद्धत, रीति
गदराना (अ.क्रि.) फलों आदि का पकना शुरु होना -- अमूरपिंके, अंबुरपिंके
गदराना (अ.क्रि.) जवानी में शरीर के अंगों का भरना और सुडौल होना -- आंग भरप
गद्दा (पुं.) बिछाने की मोटी रूईदार भारी तोशक -- गादी
गबन (पुं.) सरकारी या संस्थागत धन की चोरी -- अफरा तफरी
गमला (पुं.) फूल आदि के पौधे लगाने के लिए मिट्टी या धातु का पात्र -- कुंडी
गरजना (अ.क्रि.) गंभीर तथा घोर शब्द करना जोर से क़ड़क कर बोलना -- आङ्डेवप
गरम (गर्म) (वि.) सामान्य से अधिक तापमान वाला, उष्ण -- उश्ण, ताप
गरम (गर्म) (वि.) उग्र, आवेश प्रधान -- उग्र
गरिष्ठ (वि.) बहुत भारी -- जड
गरिष्ठ (वि.) (खाद्य पदार्थ) जो बहुत कठिनता से या देर में पचता हो -- जड पदार्थ
गरी (स्त्री.) नारियल के अंदर का वह सफेद मुलायम गूदा जो खाया जाता है -- खोबरे
गरी (स्त्री.) किसी बड़े बीज के अंदर का मुलायम गूदा, गिरी -- गर
गरीब (वि.) निर्धन, दरिद्र -- गरीब
गरीब (वि.) दीन-हीन -- दळिद्र, दळदिरो
गरीब (वि.) निरुपाय, बेचारा -- बाबडो
गर्व (पुं.) अपने को दूसरों से बढ़कर समझने का भाव, अभियान, घमंड -- घमेंड
गर्व (पुं.) अपने किसी श्रेष्ठ कार्य, बात, वस्तु आदि के संबंध में होने वाला न्यायोचित अभिमान -- अभिमान
गलत (वि.) जो ठीक न हो, अशुद्ध -- चुकीचे
गलत (वि.) मिथ्या असत्य -- असत्य
गलत (वि.) अनुचित, -- अनुचित
गलती (स्त्री.) भूल, अशुद्धि, त्रुटि -- चूक
गलाना (स.क्रि.) किसी ठोस वस्तु को तरल बनाना, पिघलाना -- पिरगळ-वप, फिरगळप
गलाना (स.क्रि.) किसी कड़ी चीज या कच्चे अन्न आदि को उबाल कर नरम करना -- मोवकरष, शिजवप
गलाना (स.क्रि.) घुलाना -- मिक्स करप
गली (स्त्री.) सड़क से कम चौड़ा, संकरा रास्ता -- गल्ली
गवाह (पुं.) ऐसा व्यक्ति, जिसने कोई घटना स्वयं देखी हो अथवा जिसे किसी घटना, तथ्य, बात आदि की ठीक और पूरी जानकारी हो, साक्षी -- गवाय
गवाह (पुं.) न्यायालय में तथ्य का सत्यापन या समर्थन करने वाला -- साक्षी
गवाह (पुं.) दो पक्षों में होने वाले लेन-देन, व्यवहार, समझौते आदि के लेख पर हस्ताक्षर करने वाला -- साक्षीदार
गहन (वि.) घना, निविड़, गहरा -- उपाट
गहन (वि.) दुरुह, कठिन -- कठीण
गहना (पुं.) आभूषण, जेवर -- दागिने
गहरा (वि.) जिसका तल चारों ओर के स्तर से नीचे की ओर अधिक दूरी तक हो -- खोल, अगड़, गाड़
गहरा (वि.) (व्यक्ति या विषय) गूढ़, गहन, गंभीर -- गंभीर
गाँव (पुं.) ऐसा स्थान, जहाँ लोग पीढ़ियों से रहते आए हों, ग्राम -- गांव
गाड़ना (स.क्रि.) गड्ढे में रखकर मिट्टी से ढकना, दफनाना -- पुरप
गाड़ना (स.क्रि.) धरती या दीवार आदि में धँसाना -- NA
गाढ़ा (वि.) जो पतला न हो -- घट्ट
गाढ़ा (वि.) (रंग आदि) जो अधिक गहरा हो -- गडद
गाढ़ा (वि.) दृढ़, पक्का, घनिष्ठ -- गाढ़, पक्को
गाना (स.क्रि.) लय, ताल के साथ पदों का उच्चारण करना -- गावप, पदम्हणय
गाना (पुं.) गाई जाने वाली रचना, गीत -- गीत, पद
गायक (पुं.) गाने वाला, गवैया -- गायक
ग्राहक (गाहक) (पुं.) खरीदने वाला, खरीददार -- गिरायक
गिनती (स्त्री.) गिनने की क्रिया या भाव, गणना -- मेजणी
गिनती (स्त्री.) संख्या -- संख्या
गिनती (स्त्री.) एक से सौ तक की अंक माला -- अंक
गिनना (स.क्रि.) संख्या सूचक अंकों का नियमित क्रम से उच्चारण करना, गिनती करना -- गणीत करप
गिनना (स.क्रि.) गणना करना -- मेजप
गिरजा (पुं.) ईसाइयों का प्रार्थना स्थल -- इगर्ज
गिरफ्तार (वि.) जो किसी अपराध के कारण पुलिस द्वारा पकड़ा गया हो -- बंदी, कैदी
गिरवी (स्त्री.) बंधक, रेहन -- घाणवट
गिरवी (स्त्री.) बंधक रखी हुई चीज -- घाण दरवलेली वस्त
गिराना (स.क्रि.) नीचे डालना, फेंकना -- सकयल उडोवप
गिराना (स.क्रि.) ढहाना, जमीन पर लुढ़का देना -- भरवण करप
गिराना (स.क्रि.) किसी वस्तु या रचना को तोड-फोड़ कर उसका नाश या ध्वंस करना -- ध्वंस करप
गिरोह (पुं.) एक साथ काम करने वाले व्यक्तियों का समूह, गुट या झुंड -- टोली, पंगड
गीत (पुं.) छोटी पद्यात्मक रचना जो गाए जाने के लिए बनी हो, गाना -- पद, गीत
गीतकार (पुं.) गीत लिखने वाला -- गीतकार
गुंडा (वि.पुं.) बुरे चाल-चलन वाला, बदमाश -- मवाली, गुंडा
गुंडागर्दी (स्त्री.) गुंडों का आचरण या व्यवहार, बदमाशी -- गुंडागीरी
गुंबद (पुं.) वास्तु रचना में वह शिखर, जो अदर्धगोलाकार और अंदर पोला होता है, गुंबज -- घुमटी
गुच्छा (पुं.) एक ही प्रकार की बहुत सी वस्तुओं का समूह जो एक साथ गुँथा या उपजा हो -- गुच्छो
गुजरना (अ.क्रि.) किसी स्थान से होते हुए आगे बढ़ना -- मुजरत वचप
गुजरना (अ.क्रि.) व्यतीत होना, बीतना -- तांतूत-ल्यान वचप
गुट (पुं.) टोली, गिरोह, छोटा दल -- टोंळी, पंगड
गुण (पुं.) वह लक्षण, जो एक वस्तु से दूसरी वस्तु को अलग करता है -- गुणधर्म
गुण (पुं.) किसी वस्तु का लाभदायक तत्व, स्वभाव -- गुण
गुण (पुं.) प्रशंसनीय बात -- प्रशंसनीय
गुणवान (वि.) गुणशाली, गुणी, गुणों से युक्त -- गुणवान
गुणा (पुं.) गणित में जोड़ने की एक संक्षिप्त रीति, जिसमें कोई संख्या कई बार जोड़ने की बजाए एक बार में ही उतनी गुनी बढ़ाई जा सकती है -- गुणाकार
गुदगुदाना (स.क्रि.) हँसाने या छेड़ने के लिए किसी का तलुवा, बगली आदि सहलाना -- खाच कुल्यो करप, खात कुल्यो करप
गुदगुदी (स्त्री.) गुदगुदाने की क्रिया या भाव -- खाच कुल्यो खात कुली
गुनगुना (वि.) हल्का गरम -- शेळ मोडें मोर्न
गुनगुनाना (स.क्रि.) धीमे स्वर में अस्पष्ट शब्दोच्चारण करते हुए गाना -- गुणगुणप
गुप्तचर (पुं.) जासूस, भेदिया -- गुप्तचर
गुफा (स्त्री.) जमीन अथवा पहाड़ के अंदर का गहरा तथा अँधेरा गङ्ढा, कंदरा -- गुफा
गुब्बारा (पुं.) बच्चों के खेलने की रबड़ की थैलीनुमा वस्तु, जिसमें हवा, गैस आदि भरी जाती है -- फुग्गो
गुमनाम (वि.) अप्रसिद्ध, अनजान, अज्ञात -- अप्रसिद्ध
गुमनाम (वि.) बिना नाम का जिसमें किसी का नाम न लिखा हो, अनाम -- निनांवि
गुरु (पुं.) विद्या देने वाला, शिक्षक -- NA
गुरु (वि.) भारी -- शिक्षक
गुरु (वि.) कठिन, मुश्किल -- कठीण
गुरुकुल (पुं.) गुरु का वास स्थान, जहाँ रह कर शिष्य विद्याध्ययन करते हों -- गुरुकूल
गुरुकुल (पुं.) प्राचीन पद्धति पर स्थापित विद्यापीठ -- गुरुकुल
गुर्राना (अ.क्रि.) कुत्ते, बिल्ली आदि का क्रोध में मुँह बंद करके भारी आवाज निकालना -- गुरगुरप
गुर्राना (अ.क्रि.) क्रोध में कर्कश स्वर से बोलना -- भिरभिरप
गुलाम (पुं.) मोल लिया हुआ व्यक्ति , दास -- गुलाम
गुलाम (पुं.) ताश का एक पत्ता, जिस पर गुलाम की आकृति होती है -- इस्पि-कातलो गुलाम
गुलाल (पुं.) रंगदार चूर्ण, जिसे होली के दिनों में एक दूसरे पर डालते या मलते हैं -- गुलाल
गुल्लक (गोलक) (स्त्री.) अल्पबचत हेतु मिट्टी या धातु का बना पात्र -- पेटी
गूँगा (वि.) जो बोल न सके, मूक -- मूक, मोनो
गूँज (स्त्री.) टकरा कर लौटने वाली आवाज, प्रतिध्वनि -- प्रतिध्वनि
गूँजना (अ.क्रि.) आवाज का टकराकर लौटना, किसी ध्वनि से किसी स्थान का व्याप्त होना, ध्वनि का देर तक सुनाई देते रहना -- घुमप
गूँधना (स.क्रि.) किसी प्रकार के चूर्ण में थोड़ा पानी अथवा तरल पदार्थ मिलाकर हाथ से माँड़ना, सानना -- मळप
गूढ़ (वि.) छिपा हुआ, गुप्त -- लिपिल्लो
गूढ़ (वि.) समझने में कठिन, दुरुह -- अवघड
गूँथना (स.क्रि.) धाणों या बालों को समेट कर वेणी बनाना -- गूंथप
गूँथना (स.क्रि.) पिरोना -- पोवप
गुदा (पुं.) फल आदि के अंदर का कोमल और गुदगुदा सार भाग -- गर
गृहयुद्ध (पुं.) देश के भीतर चलने वाला आंतरिक कलह -- गृहयुद्ध
गृहस्थी (स्त्री.) घर-बार और बाल बच्चे -- संवसार
गृहस्थी (स्त्री.) घर का सब सामान, माल असबाब -- घरचो सामान
गृहिणी (स्त्री.) घर की मालकिन, पत्नी -- घरकान्न
गेरू (पुं.) लाल रंग का खनिज, जो रंगने और दवा के काम आता है -- होडमाती
गोंद (पुं.) कुछ विशिष्ट पौधों तथा वृक्षों से निकलने वाला चिपचिपा पदार्थ -- गोम
गोता (पुं.) शरीर को जल में इस प्रकार डुबाना, जिससे शरीर का कोई अंग बाहर न रह जाए, डुबकी -- उडकी, उडी
गोद (स्त्री.) जाँघों के ऊपर का भाग, जिस पर बच्चों आदि को बैठाया जाता है, अंक -- मांडी
गोदाम (पुं.) वह बड़ा स्थान, जहाँ तिजारती माल जमा करके रखा जाता है। -- गुदांव
गोधूलि (स्त्री.) सायंकाल का वह समय, जब जंगल से चरकर लौटती हुई गायों के खुरों से धूल उड़ती है और जो शुभ कार्यों के लिए अच्छा मुहूर्त्त माना जाता है -- आमोरी
गोपनीय (वि.) जिसे सार्वजनिक न किया जा सके -- गोपनीय
गोबर (पुं.) गाय, भैंस आदि का मल जो लीपने पोतने और सुखा कर जलाने के काम में आता हैं -- गोबर
गोरा (वि.) श्वेत वर्ण वाला (व्यक्ति), गौर -- गोरो
गोल (वि.) मंडलाकार या वृत्ताकार -- गोल
गोल (पुं.) फुटबाल आदि खेलों का गोल -- फुटबाल
गोली (स्त्री.) शीशा, लोहा या अन्य किसी पदार्थ का छोटा गोलाकार पिंड -- गोळी
गोली (स्त्री.) दवा की टिकिया -- गोळी
गोष्ठी (स्त्री.) किसी विषय पर चर्चा करना, काव्यपाठ -- सभा
गौना (पुं.) विवाह के कुछ समय बाद वधू का मायके से विदा होकर ससुराल जाना -- NA
गौरव (पुं.) आदर, प्रतिष्ठा, मान-मर्यादा -- मानेस्त, आदर
गौरव (पुं.) बड़प्पन, महत्त्व -- व्हडपण
ग्रंथ (पुं.) किताब, पुस्तक -- पुस्तक
ग्रंथ (पुं.) धार्मिक या साहित्यिक दृष्टि से महत्वपूर्ण पुस्तक -- ग्रंथ
ग्रस्त (वि) पकड़ा हुआ -- ग्रस्त ग्रास
ग्रस्त (वि) पीड़ित -- पीडित
ग्रह (पुं.) सौरमंडल में स्थित वह पिंड, जो सूर्य की परिक्रमा करता हो -- ग्रह
ग्रह (पुं.) पकड़ने या वश में करने की क्रिया या भाव -- पकडप
ग्राम (पुं.) गाँव -- गांव
ग्रामीण (वि) ग्राम-संबंधी -- गांवगीरें
ग्रामीण (वि) गाँव का -- गांवचे
ग्वाला (पुं.) अहीर, गोप -- गवळी
घंटा (पुं.) दिन-रात का चौबीसवाँ भाग, जो 60 मिनट का होता है -- तास, वरां
घंटा (पुं.) पूजा-अर्चना आदि में स्त्रोतादि की संगति में बजाया जाने वाला वाद्य विशेष -- घांट
घंटी (स्त्री.) छोटा उपकरण, जिससे ध्वनि उत्पन्न की जा सकती हो, जैसे साइकिल की या मेज पर रखी घंटी -- कांपिण, घंटी
घटना (अ.क्रि.) घटित होना -- घडप,
घटना (अ.क्रि.) कम होना -- कमी जावय
घटना (स्त्री.) ऐसी बात या काम आदि, जो हो चुका हो -- सोपप
घटाना (स.क्रि.) कम करना -- उणे करप
घटाना (स.क्रि.) गणित में किसी एक राशि में से कोई दूसरी राशि निकालना -- बाकी काडप बजा करप
घटिया (वि.) गुण, कर्म आदि की दृष्टि से औरों की तुलना में हीन -- हलक्या दर्जावों
घड़ा (पुं.) धातु, मिट्टी आदि का बना एक गोलाकार पात्र, जो प्रायः पानी भरने के काम आता है, मटका -- कळसो
घनघोर (वि) अत्यंत घना, घना -- खूब, बरें
घनघोर (वि) भीषण, विकट -- विकट
घना (वि.) जिसके अवयव या अंश आस-पास सटे हों -- दाट
घना (वि.) गहरा -- गहद
घना (वि.) बहुत अधिक, अतिशय -- अतिशय
घनिष्ठ (पुं.) जिसके साथ बहुत अधिक मित्रता या संबंध हो -- घनिश्ठ
घबराना (अ.क्रि.) व्याकुल होना -- भिवप
घबराना (अ.क्रि.) हिचकना -- अनमनप
घबराना (अ.क्रि.) सकपकाना (आश्चर्य आदि से) -- गडबडप
घमंडी (वि.) जिसे घमंड हो, अभिमानी -- घमेंड खोर
घर (पुं.) मकान, गृह, निवास -- घर
घरेलू (वि.) घर-संबंधी -- घरगुती
घरेलू (वि.) पालतू -- घरगुती
घसियारा (पुं.) घास छीलने या काटने वाला -- तण विकपी
घसीटना (स.क्रि.) किसी वस्तु को इस प्रकार खींचना कि वह जमीन से रगड़ खाता हुआ आए -- ओडप
घसीटना (स.क्रि.) जल्दी-जल्दी तथा अस्पष्ट लिखना -- बिरबिरावप
घसीटना (स.क्रि.) किसी को किसी काम में जबरदस्ती शामिल करना -- मदीं हाडप
घाट (पुं.) नदी, झील आदि के तट पर वह स्थान, जहाँ लोग नहाते-धोते और नावों पर चढ़ते-उतरते हैं -- घाट
घाटा (पुं.) नुकसान, हानि, क्षति -- तोटो, लुक्सान
घाटी (स्त्री.) पर्वतीय प्रदेशों के बीच का मैदानी या सँकरा मार्ग -- घळ
घातक (वि.) मार देने वाला -- घातक
घातक (वि.) हानिकर -- लुक्सान करपी
घायल (वि.) जख्मी, आहत -- घायाळ
घास (स्त्री.) छोटी हरी वनस्पति, जिसे चौपाए खाते हैं -- तण
घिसना (स.क्रि.) किसी वस्तु को किसी वस्तु पर इस प्रकार रगड़ना कि वह छीजने लगे -- रगडप
घिसना (स.क्रि.) किसी बर्तन आदि पर जमी हुई मैल छुड़ाने के लिए उस पर कोई चीज रगड़ना माँजना -- घासप
घिसना (अ.क्रि.) रगड़ से कटना या छीजना -- झरोवप, झिजप
घुँघराला (वि.) जिसमें छल्ले की तरह कई बल पड़े हों -- कोंगरें
घुंघरु (पुं.) प्रायः नृत्य के समय पैरों में पहने जाने वाले चाँदी, पीतल आदि का गोल पोला दाना, जिसके अंदर कंकड़ी रहती है -- गेज्जे, घुंगरू
घुटन (स्त्री.) दम घुटने की-सी अवस्था या भाव -- घुसमटणी, फुगारमार
घुटन (स्त्री.) ऐसी अवस्था, जिसमें कर्तव्य न सूझने पर मन में बहुत घबराहट होती है -- घुसमटमार
घुसना (अ.क्रि.) बलपूर्वक धंसना, प्रवेश करना या आगे बढ़ना -- घुसप
घुसपैठ (स्त्री.) प्रयत्न, करके या बलूपूर्वक कहीं पहुँचकर अपने लिए स्थान बनाने की क्रिया या भाव -- रिगप
घुसपैठ (स्त्री.) अनधिकृत रूप से छिपकर प्रवेश करने की क्रिया -- NA
घूंघट (पुं.) स्त्रियों की चुँदरी, धोती, साड़ी आदि का वह भाग, जिसे वे सिर से कुछ नीचे खींच कर अपना मुँह ढँकती हैं -- बुरखो, घुंघट
घूँट (पुं.) तरल पदार्थ की उतनी मात्रा, जितनी एक बार मुँह में भर कर गले के नीचे उतारी जाती है -- घोंट
घूँसा (पुं.) बँधी हुई मुट्ठी का वह रूप, जिसमें किसी पर प्रहार किया जाता है, मुक्का -- घुमो
घूमना (अ.क्रि.) चक्कर लगाना -- फिरप
घूमना (अ.क्रि.) सैर करना -- घुंवप
घूमना (अ.क्रि.) किसी ओर मुड़ना -- वळप
घूरना (स.क्रि.) आँखें गड़ाकर देखना -- तीख नदरेन पळोवप
घूरना (स.क्रि.) काम या क्रोध से एकटक देखना -- तिडकेन पळोवप
घूस (स्त्री.) रिश्वत -- लांच
घूस (स्त्री.) चूहे के वर्ग का एक बड़ा जंतु, जो पृथ्वी के अंदर बिल खोद कर रहता है -- कोळिंदुर, घूस
घूसखोरी (स्त्री.) रिश्वत लेने की क्रिया या भाव -- हात-भिजोवणी
घेरना (स.क्रि.) चारों ओर से रोकना, अवरोध करना -- घेरो घालप
घेरना (स.क्रि.) कोई जगह इस प्रकार भरना कि औरों के लिए स्थान न रह जाए -- घेरावप
घेरा (पुं.) लंबाई-चौड़ाई आदि का सारा विस्तार या फैलाव -- घेरो
घेरा (पुं.) इस प्रकार घेर कर खड़े होने की स्थिति, जिससे उस स्थान से कोई बाहर न निकल सके -- घेराव
घोंसला (पुं.) वृक्ष आदि पर तिनके, पत्ते आदि का बना हुआ स्थान, जिसमें पक्षी रहते तथा अंडे देते हैं। -- घोंटेर
घोंटना (घोटना) (स.क्रि.) गले को इस तरह दबाना कि साँस रुक जाए -- अडचुवष (गळो)
घोंटना (घोटना) (स.क्रि.) मुँहजबानी याद रखना रटना -- तोंडपाठ करप, बायपाठ-करप
घोल (पुं.) किसी तरल पदार्थ में कोई दूसरी (घुलनशील) वस्तु मिलाकर तैयार किया हुआ मिश्रण -- मिश्रण
घोलना (स.क्रि.) किसी तरह पदार्थ में कोई अन्य घुलनशील वस्तु मिलाना -- मिसळवप
घोषणा (स्त्री.) जन-साधारण को जानकारी देने के उद्देश्य से जोर से कही जाने वाली बात -- घोषणा
घोषणा (स्त्री.) सार्वजनिक रूप से निकाली गई राजाज्ञा -- राजाज्ञा फर्मान
चंगुल (पुं.) शिकारी पशु-पक्षियों का टेढ़ा पंजा -- पंजो
चंगुल (पुं.) किसी व्यक्ति के प्रभाव या वश में होने की वह स्थिति, जिसमें से निकलना सहज न हो -- ताबो
चंचल (वि.) अस्थिर -- चंचळ
चंचल (वि.) नटखट, शरारती -- मस्ती
चंचल (वि.) जो शांत न हो, विकल, उद्विग्न -- अशांत
चंदन (पुं.) एक प्रसिद्ध पेड़, जिसकी लकड़ी बहुत सुगंधित होती है -- चंदन (रुख)
चंदन (पुं.) उक्त लकड़ी को जल में घस या रगड़ कर बनाया हुआ गाढ़ा घोल या लेप, जिसका टीका आदि लगाया जाता है -- चंदन
चंदा (पुं.) चंद्रमा -- चंद्रीम, चंद्र
चंदा (पुं.) किसी परोपकारी अथवा सार्वजनिक कार्य के लिए दी या ली जाने वाली व्यक्तिगत आर्थिक सहायता -- धर्मादो, दाव
चंदा (पुं.) किसी संस्था/पत्रिका आदि को उसके सदस्य, ग्राहक आदि बने रहने के लिए दिया जाने वाला धन -- वर्गणी
चंद्रमा (पुं.) पृथ्वी का एक प्रसिद्ध उपग्रह, चाँद -- चंद्र
चकबंदी (स्त्री.) जमीन का बड़े-बड़े टुकड़ों में बँटवारा -- मेर घालप
चकबंदी (स्त्री.) छोटे-छोटे खेतों को एक में मिला कर उनके बड़े-बड़े चक या विभाग बनाने की क्रिया या भाव -- शीम घालप
चकराना (अ.क्रि.) चकित होना -- चकीत जावप
चकराना (अ.क्रि.) सिर घूमना -- तकली घुंवप
चकराना (स.क्रि.) किसी को चक्कर या फेर में डालना, चकित करना -- गोंदळावप
चकित (वि.) आश्चर्य में आया या पड़ा हुआ -- च़कीत
चक्की (स्त्री.) पीसने कूटने व दलने की मशीन के लिए पत्थर का उपकरण -- गिरण, दाते
चक्र (पुं.) गोलाकार वस्तु जैसे गाड़ी का पहिया आदि -- चक्र
चक्र (पुं.) गोलाकार एक अस्त्र -- च़ाक
चक्र (पुं.) देश भक्ति या वीरता आदि के लिए सरकार की ओर से दिया जाने वाला पदक या तमगा -- पदक, तसरीप
चखना (स.क्रि.) किसी खाद्य वस्तु का स्वाद जानने के लिए उसका थोड़ा अंश मुँह में रखना या खाना -- च़ाखप
चटपटा (वि.) मिर्च-मसालेदार, तीक्ष्ण स्वाद का -- मचमचीत
चटाई (स्त्री.) फूस, सींक, पतली पट्टियों आदि का बिछावन -- शेंदरी, मांदरी
चट्टान (स्त्री.) पत्थर का बहुत बड़ा और विशाल खंड -- खडप
चढ़ना (अ.क्रि.) ऊपर की ओर बढ़ना -- च़डप
चढ़ना (अ.क्रि.) सवार होना -- वचून बसप, च़डुन बसप
चढ़ना (अ.क्रि.) उन्नति करना -- उन्नती करप
चढ़ना (अ.क्रि.) बही खाते आदि में नामों, रकमों आदि का अंकित होना -- खात्यार मांडप
चढ़ाई (स्त्री.) ऊँचाई की ओर जाने वाला मार्ग -- च़डटे
चढ़ाई (स्त्री.) आक्रमण -- आक्रमण
चतुर (वि.) कार्य और व्यवहार में कुशल, प्रखर -- हुशार, शिदूक
चतुर (वि.) चालाक, धूर्त -- च़ालाकख, धूर्त
चपरासी (पुं.) कार्यालय के कागज-पत्र आदि लाने या ले जाने वाला कर्मचारी -- प्यून, पायक
चपरासी (पुं.) अरदली -- सेवेकार
चपल (वि.) स्थिर न रहने वाला -- कांचवेल्लो
चबाना (स.क्रि.) खाद्य वस्तुओं को दाँतों से काटकर बारीक करना -- च़ाबप
चबूतरा (पु.) मकान के अगले भाग में बैठने के लिए बनाई गई खुली चौकोर और चौरस जगह -- आंगण, बरांडो
चमक (स्त्री.) प्रकाश, क्रांति -- च़मकप, लकलकप
चम़कना (अ.क्रि.) प्रकाश या ज्योति से युक्त होना -- चकचकप
चम़कना (अ.क्रि.) क्रांति या आभा से युक्त होना -- NA
चम़कना (अ.क्रि.) उन्नति करना -- NA
चमड़ा (पुं.) मृत पशुओं की खाल का प्रसंस्कृत रूप -- NA
चमत्कार (पुं.) अलौकिक-सा जान पड़ने वाला काम या बात, करामात -- चमत्कार
चमत्कार (पुं.) आश्चर्यजनक कार्य -- आश्चर्य
चरण (पुं.) किसी पूज्य व्यक्ति के पाँव के लिए आदर सूचक शब्द -- पांय
चरण (पुं.) किसी छंद, श्लोक आदि की पूरी पंक्ति अथवा चौथाई भाग -- चरण
चरना (स.क्रि.) पशुओं का खेतों आदि में उगी हुई घास, पौधे आदि खाना -- चरप
चरबी (चर्बी) (स्त्री.) प्राणियों के शरीर में सफेद या हल्के पीले रंग का गाढ़ा, चिकना तथा लसीला पदार्थ -- च़रबी
चरवाहा (पुं.) वह व्यक्ति जो दूसरों के पशुओं को चराकर अपनी जीविका चलाता हो -- राखणो, चरयतलो
चरस (स्त्री.) गाँजे के पौधों के डंठलों पर से उतारा हुआ एक प्रकार का हरा या हल्का पीला गोंद या चेप, जिसे लोग गाँजे या तंबाकू की तरह पीते हैं -- चरस
चरागाह (पुं.) पशुओं के चरने का स्थान, जहाँ प्रायः घास आदि उगी रहती है -- च़रवामळ
चरित्र (पुं.) व्यक्ति के आचरण या व्यवहार को दिखलाने वाले लक्षणों का समुच्चय, आचरण -- चरित्र
चरित्र (पुं.) कहानी, नाटक आदि का कोई पात्र -- पात्र
चर्चा (स्त्री.) बातचीत, वार्तालाप -- चर्चा
चर्चा (स्त्री.) अफवाह -- अफवा
चलचित्र (पुं.) सिनेमा (फिल्म) -- सिनेमा
चलना (अ.क्रि.) पैरों, पहियों आदि की सहायता से अथवा किसी प्रकार की गति से युक्त होकर आगे बढ़ना -- च़लप
चलना (अ.क्रि.) किसी चीज का ठीक तरह से उपयोग या व्यवहार में आते रहना -- वापरप
चलनी (छलनी) (स्त्री.) आटा, चाय आदि छानने का उपकरण -- च़ाळणी, गाळणी
चश्मा (पुं.) ऐनक -- चश्मो
चश्मा (पुं.) जल-स्रोत, सोता -- झरो
चसका (पु.) किसी वस्तु या कार्य से होने वाली तृप्ति को बार-बार पाने की लालसापूर्ण प्रवृत्ति, चाट, लत -- चट
चहकना (अ.क्रि.) पक्षियों का आनंदित होकर कूजना, चहचहाना -- चिवचिवप
चहकना (अ.क्रि.) उमंग या प्रसन्नता से बढ़-चढ़ कर बोलना -- कुलबुलप
चाँटा (पुं.) हथेली तथा हाथ की उंगलियों से किसी के गाल पर किया जाने वाला प्रहार, थप्पड़, तमाचा, झापड़ -- थापट
चाँदनी (स्त्री.) चाँद का प्रकाश -- चान्नें
चाँदनी (स्त्री.) छत पर या ऊपर की ओर तानने का कपड़ा -- NA
चाँदी (स्त्री.) सफेद रंग की एक चमकीली धातु, जो गहने, सिक्के आदि गढ़ने के काम आती है -- चांदी
चाकू (पुं.) फल आदि काटने का छोटा औजार, छुरी -- चाकू
चाटना (स.क्रि.) जीभ लगाकर या जीभ से पोंछ कर खाना -- च़ाटप
चापलूस (वि.) खुशामदी, चाटुकार -- भाट, खुशामती
चाबी (स्त्री.) ताली, कुंजी -- च़ावी, चाई
चांबुक (पुं.) कोड़ा -- चाबुक
चारपाई (स्त्री.) खाट, छोटा पलंग -- खाट
चारा (पुं.) पशुओं के खाने की घास, पत्ती, डंठल आदि -- च़ारो, च़ख
चारा (पुं.) चिड़ियों, मछलियों आदि को फँसाने अथवा जीवित रखने के लिए खिलाई जाने वाली वस्तु -- आंयस
चारा (पुं.) उपाय, इलाज, युक्ति -- उपाय
चाल (स्त्री.) चलने की क्रिया या भाव -- च़ाल
चाल (स्त्री.) गति -- गती
चाल (स्त्री.) धूर्तता -- धूर्तता
चाल (स्त्री.) शतरंज, ताश आदि के खेल में अपनी बारी आने पर गोटी, पत्ता आदि आगे बढ़ाने या सामने लाने की क्रिया -- खेळांतली च़ाल
चालक (वि.) चलाने वाला (ड्राइवर) -- ड्रायवर
चालक (वि.) धूर्त -- धूर्त
चालान (चलान) (पुं.) रवन्ना -- तालांव
चालान (चलान) (पुं.) अभियोगारंभ -- अभियोगारंभ
चाहना (स.क्रि.) इच्छा करना -- इत्सा करप
चाहना (स.क्रि.) प्रेम करना -- प्रेम करप, मोग करप
चिंघाड़ना (अ.क्रि.) हाथी का बोलना या जोर से चिल्लाना -- हत्तीचे चिंघाडप
चिंतन (पुं.) कोई बात समझने या सोचने के लिए मन में बार-बार किया जाने वाला उसका ध्यान या विचार, मनन -- चिंतन
चिंता (स्त्री.) सोच, फिक्र -- चिंता
चिंता (स्त्री.) परवाह -- पर्वा
चिकना (वि.) जो छूने में खुरदरा न हो -- गुबगुबीत
चिकना (वि.) जिस पर पैर आदि फिसले -- निसाराट
चिकना (वि.) जिसमें तेल आदि कोई चिकना पदार्थ लगा हो -- तेलकट, चिकट
चिकित्सा (स्त्री.) रोग-निवारण का उपाय,इलाज -- वेजकी उपचार
चिट्ठी (स्त्री.) पत्र, खत -- पत्र, टपाल
चिड़ियाघर (पुं.) वह स्थान, जहां अनेक प्रकार के पशु-पक्षी आदि जन साधारण को प्रदर्शित करने के लिए एकत्र करके रखे जाते हैं -- पक्षीघर
चिढ़ाना (स.क्रि.) नाराज करना -- चिडावप
चिढ़ाना (स.क्रि.) नकल उतारना -- नकल करप
चितकबरा (वि.) सफेद रंग पर काले लाल या पीले दानों वाला -- तिबके, टिब्बे, ठिपके
चिता (स्त्री.) चुनकर रखी हुई लकड़ियों का ढेर, जिस पर मुर्दा जलाया जाता है -- चिता
चित्त (पुं.) मन की एक अवस्था, अंतःकरण -- मन, अंतःकरण
चित्र (पुं.) तस्वीर (फोटो) -- चित्र, फोटो
चित्र (पुं.) पेंटिंग -- पेंटिंग
चित्रकार (पुं.) चित्र बनाने वाला -- चित्रकार
चिनगारी (स्त्री.) आग का छोटा कण -- कीट, केण
चिनगारी (स्त्री.) कोई ऐसी छोटी बात जिसका आगे चलकर बहुत उग्र या भीषण प्रभाव हो सकता हो (लाक्षणिक) -- उज्याची कीट
चिपकना (अ.क्रि.) किसी लसीली वस्तु के कारण दो वस्तुओं का परस्पर जुड़ना -- चिकटप
चिपकना (अ.क्रि.) व्यक्तियों या वस्तुओं का पार-पास सटना -- चिकटून बसप
चिमनी (स्त्री.) मकान या कारखाने आदि का धुआँ बाहर निकालने वाली विशेष नली, लैंप या लालटेन के काँच का आवरण -- चिमणी
चिल्लाना (अ.क्रि.) जोर से बोलना, शोर करना, हल्ला करना -- वदरप, हुयेलीमारप
चिह्न (पुं.) दाग, धब्बा, निशानी -- चित्र
चिह्न (पुं.) वह शब्द, बात या छाप, जिससे किसी चीज की पहचान हो -- खूण
चीखना (अ.क्रि.) भावावेश में जोर से चिल्लाना -- किळचो-मारप
चीखना (अ.क्रि.) बहुत जोर से बोलना या कर्ण-कटु शब्द निकालना -- आरडप
चीरना (स.क्रि.) किसी चीज को धारदार उपकरण द्वारा काट या फाड़ कर अलग या टुकड़े करना -- चिरप
चुंगी (स्त्री.) स्थानीय शासन द्ववारा बाहर से आने वाले माल पर वसूल किया जाने वाला कर -- जकात
चुंबक (पुं.) एक प्रकार का पत्थर या धातु, जिसमें लोहे को अपनी ओर आकर्षित करने की शक्ति होती है -- लोह चुंबक
चुगना (स.क्रि.) पक्षियों का अपनी चोंच से अनाज के कण, कीड़े मकोड़े आदि उठा-उठा कर खाना -- टिपप, चोंच मारप
चुगलखोर (वि.) किसी की हानि करने के उद्देश्य से पीठ पीछे उसकी बुराई करने वाला -- चाड्योकरपी
चुटकुला (पुं.) चमत्कारपूर्ण और विलक्षण उक्ति अथवा बात, जिसको सुन कर हँसी आए -- ज्योक, चुटकुलो
चुनना (स.क्रि.) बहुत में से कुछ को पसंद करके लेना -- निवडप
चुनना (स.क्रि.) छोटी वस्तुओं को हाथ, चोंच आदि से एक-एक करके उठाना -- वेंचप
चुनरी (स्त्री.) वह रंगीन विशेषतः लाल कपड़ा, जिसके बीच-बीच में बुंदकियाँ होती हैं -- चुन्नी
चुनाव (पुं.) चुनने की क्रिया या भाव -- निवडणूक
चुनाव (पुं.) निर्वाचन -- निर्वाचन
चुनौती (स्त्री.) अपनी बात मनवाने के लिए किसी को उत्तेजित करते हुए सामना करने के लिए कहना, ललकार -- आह्वान
चुप (वि.) मौन, खामोश -- ओगी, गप्प
चुपड़ना (स.क्रि.) किसी गीली या चिपचिपी वस्तु का लेप करना -- च़ोपडप
चुभन (स्त्री.) किसी नुकीली वस्तु का दबाव पाकर किसी नरम वस्तु में धँसने की क्रिया या भाव -- तोपण, विंधण
चुभन (स्त्री.) उक्त क्रिया के कारण होने वाली टीस या पीड़ा -- इजा, दूख
चुभाना (स.क्रि.) कोई नुकीली चीज गड़ाना या धँसाना -- तोंपप
चुराना (स.क्रि.) छलपूर्वक परायी वस्तु हरण करना -- च़ोरप
चुराना (स.क्रि.) भय, संकोच आदि के कारण कोई चीज या बात दबा रखना या दूसरों के सम्मुख न लाना -- लिपोवन दवरप, न्हिपोवन दवरप
चुस्त (वि.) फुर्तीला -- तरतरीत
चुस्त (वि.) खूब कसा हुआ -- टट्टित
चूकना (अ.क्रि.) भूल करना -- चूक करप
चूकना (अ.क्रि.) सुअवसर खो देना -- चुकप
चूड़ी (स्त्री.) सोने, चाँदी, काँच, हाथीदाँत आदि से निर्मित स्त्रियों का हाथ में पहनने का एक वृत्ताकार गहना -- कांकण
चूड़ी (स्त्री.) किसी पेंच के वृत्ताकार खाँचे -- वळे
चूना (पुं.) कुछ विशिष्ट प्रकार के कंकड़ पत्थरों, शंख, सीप आदि को फूँक कर बनाया जाने वाला एक प्रसिद्ध तीक्ष्ण और सफेद क्षार, जिसका उपयोग दीवारों पर सफेदी करने और पान आदि के साथ खाने के लिए किया जाता है -- चूनो
चूना (अ.क्रि.) किसी तरल पदार्थ का किसी छेद या संधि में से टपकना या बाहर निकलना -- गळप, पाजेवप
चूमना (स.क्रि.) होठों से होंठ, हाथ, गाल, मस्तक आदि अंगों का अथवा किसी पदार्थ का स्पर्श करना -- उमो घेवप
चूरन (चूर्ण) (पुं.) खूब महीन पीसी हुई बुकनी (पाउडर) -- च्रुन्न, चूर्ण
चूल्हा (पुं.) मिट्टी, लोहे आदि का वह उपकरण जिसमें चीजें पकाने या गरम करने के लिए कोयला, लकड़ी आदि जलाई जाती है -- चूल, रानन
चूसना (स.क्रि.) जीभ और होंठ के संयोग से किसी वस्तु (विशेषतः फल) का रस अंदर खींचना -- चिंवप
चूसना (स.क्रि.) किसी गीली वस्तु की आर्द्रता सोखा लेना -- चिटून घेवप
चूसना (स.क्रि.) किसी का सत्व या सर्वस्व बलपूर्वक या अनुचित रूप से हड़प लेना -- लुबाडप
चेहरा (पुं.) गर्दन के ऊपर का अगला भाग, जिसमें मुँह, आँख, नाक, कान, मस्तक आदि होते हैं, मुखड़ा -- चेहरो
चेहरा (पुं.) मुखौटा -- मुखवटो
चोंच (स्त्री.) पक्षियों के मुँह का नुकीला और आगे की ओर निकला हुआ भाग -- च़ोंच़
चोट (स्त्री.) किसी वस्तु के आघात से शरीर पर होने वाला घाव -- घायाळ
चोट (स्त्री.) वार -- पेट, इजा, दुखापट
चोटी (स्त्री.) सबसे ऊपर का भाग -- तेमूक
चोटी (स्त्री.) स्त्रियों के गुँथे हुए सिर के बाल, वेणी -- फाती, वेणी
चोटी (स्त्री.) हिंदु पुरुषों के सिर के पिछले भाग के मध्य के थोड़े से लंबे बाल, जिन्हें कटवाया नहीं जाता -- शेंडी
चोर-बाजार (पुं.) व्यापार का वह क्षेत्र, जहाँ चीजें चोरी से और/या अधिक ऊँचे दाम पर खरीदी या बेची जाती हैं -- च़ोर बाजार
चोरी (स्त्री.) चुराने की क्रिया या भाव -- च़ोरप
चोरी (स्त्री.) दूसरों से कोई बात छिपाने की क्रिया या भाव -- लिपोवणे, न्हिपेवणे
चौंकना (अ.क्रि.) एकाएक किसी प्रकार की आहट, ध्वनि या शब्द सुनकर कुछ उत्तेजित अथवा विकल हो उठना -- कच्व जावप
चौंकना (अ.क्रि.) चकित होना -- अजाप जावप
चौक (पुं.) आँगन, सहन -- आंगण
चौक (पुं.) चबूतरा -- वरांडो
चौक (पुं.) चौराहा -- चौक
चौकड़ी (स्त्री.) हिरन की वह दौड़ जिसमें वह चारों पैर एक साथ उठा कर छलाँग मारता हुआ आगे बढ़ता है -- उडकी, उडी
चौकस (वि.) जो अपनी अथवा किसी की रक्षा के लिए पूर्णतः सचेत हो -- सावध
चौकस (वि.) ठीक, दुरुस्त, संपूर्ण -- साबाळून
चौकीदार (पुं.) किसी स्थान पर पहरे का काम करने वाला कर्मचारी -- चौकीदार, वाचमन
चौखटा (पुं.) चौखट के आकार का ढाँचा, जिसमें शीशा या तस्वीर आदि को मढ़ा जाता है -- फासकी
चौड़ा (वि.) जिसके दोनों पाश्र्वों के बीच में अधिक विस्तार हो, जो सँकरा न हो -- रुंद
चौराहा (पुं.) वह स्थान, जहाँ चारों दिशाओं से आने वाले मार्ग मिलते हों, चौरस्ता -- चारमार्ग
छँटनी (स्त्री.) छाँटने की क्रिया -- कपात, खचोत काटकसर
छँटनी (स्त्री.) आवश्यकता से अधिक कर्मचारियों को सेवा से हटाने का काम -- खर्च उणो चावचो म्हणून नोकरकपात
छड़ी (स्त्री.) बाँस, बेंत, लकड़ी आदि की पतली लाठी -- बडी
छत (स्त्री.) चूने, कंकड़ आदि से बनी हुई घर की छाजन, पाटन -- पांखें, पाश्ट
छत (स्त्री.) ऊपर का ढका भाग -- सतरी
छत (स्त्री.) किसी की समाधि के स्थान पर बना हुआ मंडप -- सतरी
छत (स्त्री.) पैराशूट -- पैराशुट
छल (पुं.) कपट, धोखेबाजी -- नाडप, फटोवप
छलकाना (स.क्रि.) बरतन में भरे हुए जल आदि को हिलाकर गिराना -- रकप
छलना (स.क्रि.) धोखा देना, ठगना, भुलावे में डालना -- फसोवप
छलना (स्त्री.) धोखा, वंचना -- नाडप, फटोवप
छल्ला (पुं.) सोने चाँदी आदि के तार को मोड़कर बनाई हुई अँगूठी -- मुदी
छल्ला (पुं.) उक्त प्रकार की कोई गोलाकार आकृति -- भोंवरी
छाँटना (स.क्रि.) अनावश्यक अंश अलग करना -- विंच़प
छाँटना (स.क्रि.) चुनना -- वेगळावप
छाज (पुं.) सरकंड़ों सींकों आदि का बना हुआ वह उपकरण जिससे अनाज फटका जाता है, सूप -- सूप
छाज (पुं.) छप्पर -- पाश्ट
छात्र (पुं.) विद्यार्थी -- विद्यार्थी
छात्रवृत्ति (स्त्री.) विद्यार्थी को विद्याभ्यास के लिए दी जाने वाली आर्थिक सहायता -- शिश्यवृत्ती
छात्रावास (स्त्री.) किसी स्कूल, कालेज के अंतर्गत वह स्थान जहाँ विद्यार्थी रहते हैं -- वस्तीगृह
छानना (स,क्रि.) आटे आदि को या तरल पदार्थ को चलनी या कपड़े से इस प्रकार निकालना जिसमें मोटा अंश रह जाए और महीन अंश नीचे गिर जाए -- च़ाळप
छानना (स,क्रि.) खोज, जाँचना -- NA
छान-बीन (स्त्री.) जाँच-पड़ताल, खोजबीन -- तपासप
छाप (स्त्री.) वह ठप्पा या साँचा, जिससे कोई चीज छापी जाए, ठप्पा -- छाप
छाप (स्त्री.) प्रभाव, असर -- प्रभाव
छापना (स,क्रि.) यंत्रों ठप्पों आदि की सहायता से अक्षर, चित्र आदि की छपाई करना -- छापप
छापना (स,क्रि.) पुस्तक, लेख, समाचार-पत्र आदि प्रकाशित करना -- प्रकाशित करप, उजवाडप
छापा (पुं.) ठप्पा -- छप्पो, ठसो
छापा (क्रि.) कुछ विशिष्ट वस्तुएँ पकड़ने के लिए पुलिस का अचानक धावा -- छापो मारप
छाया (स्त्री.) प्रकाश के अवरोध से उत्पन्न हलका अंधेरा -- सावळी
छाया (स्त्री.) परछाई, प्रतिबिंब -- प्रतिबिंब
छाया (स्त्री.) सादृश्य, प्रतिकृति -- प्रतिकृती
छाल (स्त्री.) वृक्षों आदि के तने पर का कड़ा खुरदरा और मोटा छिलका -- साल
छाला (पुं.) शरीर के किसी अंग पर गरम पानी आदि पड़ने अथवा लगातार रगड़ के कारण होने वाला मांस का कोमल और नरम उभार, फफोला -- फ़ोड
छावनी (स्त्री.) वह स्थान, जहाँ सेना रहती हो, सैनिकों की बस्ती -- छावणी
छिड़कना (स.क्रि.) जल या कोई तरल पदार्थ इस प्रकार फेंकना कि उसके छींटें बिखर कर चारों ओर पड़े -- शिंप़डप
छिड़काव (पुं.) छिड़कने की क्रिया या भाव -- शितोडो
छिपाना (स.क्रि.) किसी प्राणी या वस्तु को ऐसी जगह या स्थिति में रखना, जहाँ कोई देख न सके, आवरण या ओट में रखना, ढाँकना -- लिपवप, न्हिपवप
छिपाना (स.क्रि.) किसी को किसी बात की जानकारी न कराना या न होने देना -- लिपून-दवरप, न्हिपून दवरप
छींकना (अ.क्रि.) शारीरिक क्रिया जिसमें नाक से वायु बहुत जोर से शब्द करते हुए निकलती है -- शिंकप
छिनना (स.क्रि.) किसी से कोई वस्तु आदि जबरदस्ती ले लेना -- झोंपप, झोंपून घेवप
छिलना (स.क्रि.) किसी चीज के ऊपर की परत को खींच कर या खुरचकर उससे अलग करना -- तासप, सोलप
छुट्टी (स्त्री.) काम बंद रहने का दिन -- सुटटी, रज़ा
छुट्टी (स्त्री.) जाने की अनुमति -- परवानगी
छुट्टी (स्त्री.) छुटकारा -- सुटकारो
छुरा (पुं.) लंबे फलवाला बड़ा चाकू -- सुरो, सुरी
छूट (स्त्री.) बंधन आदि से मुक्ति, छुटकारा -- सुटको
छूट (स्त्री.) रियायत, सुविधा -- सोय
छूट (स्त्री.) कुछ करने की आजादी -- सवलत
छूत (स्त्री.) गंदी, अशुचि या रोग संवाहक वस्तु का स्पर्श या संसर्ग -- आपड, बशाचे
छूत (स्त्री.) अपवित्र, वस्तु को छूने से होने वाला दोष -- भष्ट, बादता तसली
छूना (स.क्रि.) किसी वस्तु का शरीर के किसी अंग अथवा पहने हुए वस्त्र से लगाना या स्पर्श होना -- आपुडप, स्पर्श-करप
छेड़ना (स.क्रि.) किसी को उत्तेजित करने के लिए कुछ कहना या करना, चिढाना -- चिडावप
छेड़ना (स.क्रि.) किसी वस्तु को इस प्रकार छूना या स्पर्श करना कि उसके फलस्वरूप कोई क्रिया या व्यापार घटित हो -- काम हातार घेवप, हातांत धारप
छेदना (स.क्रि.) छेद अथवा सुराख करना -- बोतो करप
छोटा (वि.) मान, विस्तार आदि में अपेक्षाकृत कम या थोड़ा -- थोडे
छोटा (वि.) उम्र में कम -- ल्हान
छोटा (वि.) तुच्छ, हीन -- ल्हान
छोड़ना (स.) बंधन से मुक्त करना, स्वतंत्र करना -- सोडप
छोड़ना (स.) माफ करना -- माफ करप
छोड़ना (स.) त्याग देना -- त्याग करप
छोड़ना (स.) चलाना, फेंकना -- NA
छोड़ना (स.) किसी कार्य या उसके अंग को न करना या भूल से छोड़ देना -- अर्धवट करप
छोर (पुं.) आंतिम सिरा, किनारा -- तोंक, शेवट
जंग (पुं.) युद्ध -- झूज, युद्ध
जंग (पुं.) वायु और नमी के प्रभाव से उत्पन्न होकर लोहे पर जमने वाली मटमैली परत -- कळमेवप
जंगल (पुं.) वन -- रान
जंगल (पुं.) निर्जन स्थान -- जंगल
जंगला (पुं.) बरामदे, छज्जे आदि के किनारे-किनारे की गई रचना, जिसमें लोहे या लकड़ी की छड़ें या जाली लगी हो -- कटांजन
जंजीर (स्त्री.) धातु की बहुत-सी कड़ियों को एक-दूसरे में पहनाकर बनाई जाने वाली लड़ी, साँकल, श्रृंखला -- सांखळ, सरपळी
जंतु (पुं.) प्राणी, जीव -- जीव
जकड़ना (स.क्रि.) कोई चीज इस प्रकार कसकर पकड़ना या बांधना कि वह हिलडुल न सके -- घट्ट बांधप
जकड़ना (स.क्रि.) शीत आदि के कोप से शरीर का ऐंठना या तन जाना, अकड़ना -- मुंयेवप
जगत (पु.) संसार, विश्व -- संवसार
जगत (स्त्री.) कुएँ के चारों ओर बना हुआ चबूतरा, जिस पर खड़े होकर पानी खींचा जाता है -- बांपचे कट्टे
जगमगाना (अ.क्रि.) अपने या दूसरे के प्रकाश से चमकने लगना -- लक-लकप
जटिल (वि.) कठिन, पेचीदा -- कठीण
जड़ (वि.) जिसमें जीवन अथवा चेतना न हो, निर्जीव, अचेतन -- निर्जीव
जड़ (स्त्री.) पेड़-पौधों आदि का नीचे वाला भाग जो जमीन के अंदर हो, मूल -- मूळ
जनगणना (स्त्री.) किसी देश या राज्य के निवासियों की गिनती -- जनगणना
जनजाति (स्त्री.) जंगलों, पहाड़ों आदि पर रहने वाली आदिम जाति, जो साधारणतः एक ही पूर्वज की वंशज हो और जिसका प्रायः एक ही पेशा, रहन-सहन और विचार आदि हों -- जनजाती
जनतंत्र (पुं.) ऐसी शासन प्रणाली, जिसमें देश या राज्य का शासन जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों द्वारा होता हो -- लोकशाय
जनता (स्त्री.) किसी देश या राज्य में रहने वाले व्यक्ति, जनसाधारण, प्रजा -- जनता
जनेऊ (पुं.) हिंदुओं में बालकों का यज्ञोपवीत नामक संस्कार, जिसमें सूत की तिहरी माला पहनाई जाती है -- जानवे
जनेऊ (पुं.) यज्ञोपवीत, ब्रह्मसूत्र -- यज्ञोपवीत
जन्मकुंडली (स्त्री.) वह चक्र, जिसमें जन्मकाल के ग्रहों की स्थिति बताई गई हो -- जातक
जन्म-दिन (पुं.) वह दिन जब किसी ने जन्म लिया हो -- वादु दिवस
जन्म-भूमि (स्त्री.) वह देश, राज्य या स्थान, जहाँ किसी का जन्म हुआ हो, जन्म स्थान -- मातृभूमि
अपना (स.क्रि.) फल-प्राप्ति के लिए किसी शब्द, पद वाक्य आदि को श्रद्धापूर्वक मन ही मन बार-बार कहना -- जाप करप
जबरदस्त (वि.) प्रबल अथवा स्वभाव से कठोर घटना या प्रतिक्रिया -- ज़बरदस्त
जमा (वि.) बचाकर या जोड़कर रखा हुआ -- ज़मा
जमा (वि.) जोड़ (गणित) -- बेरीज़
जमा (वि.) खाते या बही का वह भाग या कोष्ठक, जिसमें प्राप्त हुए धन का ब्यौरा दिया जाता है -- खात्याची जमाबाजु
जमानत (स्त्री.) वह जिम्मेदारी, जो किसी न्यायालय द्वारा इस रूप में दी जाती है कि बुलाने पर न्यायालय में उपस्थित न होने की स्थिति में जमा की गई धनराशि हरजाने के तौर पर जब्त कर ली जाती है -- जामीनकी
जमानत (स्त्री.) किसी व्यक्ति विशेष के लिए दी गई मौखिक या लिखित जानकारी -- जामीन
जमाना (स.क्रि.) किसी तरल पदार्थ को शीत अथवा अन्य किसी प्रक्रिया से ठोस बनाना -- घट्ट करप
जमाना (स.क्रि.) एक वस्तु को दूसरी वस्तु पर दृढ़तापूर्वक स्थित करना या बैठाना -- घट्ट करप
ज़माना (पुं.) काल, समय -- काळ
जमींदार (पुं.) जमीन का मालिक, भूमि का स्वामी -- जमीनदार, भाटकार, मालक
जम्हाई (स्त्री.) एक शारीरिक क्रिया, जिसमें मनुष्य अपनी तंद्रा व सुस्ती भगाने के लिए पूरा मुँह खोलता है -- जांबय
जयंती (स्त्री.) जन्मतिथि पर मनाया जाने वाला उत्सव -- जल्मदिवस, जयंती
जयंती (स्त्री.) किसी महत्वपूर्ण कार्य के आरंभ होने की वार्षिक तिथि पर होने वाला उत्सव -- जल्म दिवस
जयमाला (स्त्री.) विजेता को पहनाई जाने वाली माला -- जयमाळा
जयमाला (स्त्री.) विवाह के समय फूलों आदि की वह माला, जो कन्या अपने भावी पति के गले में डालती है -- वरमाळा
जरी (स्त्री.) सोने के वे तार, जिनसे कपड़ों पर बेल-बूटे आदि बनाए जाते हैं -- ज़र
जरूर (क्रि.वि.) अवश्य -- जरूर
जर्जर (वि.) जीर्ण-शीर्ण, कमजोर, बेकाम -- जर्जर
जर्जर (वि.) टूटा-फूटा -- जीर्ण
जलचर (पुं.) जल में रहने वाले जीव जल में रहने वाले जीव-जंतु -- जलचर
जलना (अ.क्रि.) आग का संयोग होने पर किसी वस्तु से लपट, प्रकाश, ताप या धुआँ आदि निकलने की स्थिति -- जळप
जलना (अ.क्रि.) उक्त प्रकार के संयोग से विकृत होना, झुलसना या भस्म होना -- जळप
जलना (अ.क्रि.) ईर्ष्या, द्वेष आदि से कुढ़ना, संतृप्त होना -- जळप
जलपान (पुं.) कलेवा, नाश्ता -- नाश्तो
जलप्रपात (पुं.) ऊँचाई से गिरने वाला जलप्रवाह, झरना -- धबधबो
जलयान (पुं.) वह यान या सवारी, जो जल में चलती हो -- नौका
जलवायु (पुं.) किसी प्रदेश का प्राकृतिक वातावरण (गर्मी, ठंड, वर्षा आदि) जिसका विशेष प्रभाव जीवों, जंतुओं, वनस्पतियों आदि की उपज, विकास तथा स्वास्थ्य पर पड़ता है -- हवामान
जलसा (पुं.) उत्सव, समारोह, अधिवेशन, बैठक -- उत्सव
जलाशय (पुं.) तालाब, झील -- जलाशय
जलूस (जुलूस) (पुं.) गलियों, बाजारों, सड़कों आदि पर प्रचार, प्रदर्शन आदि के लिए निकलने वाला लोगों का समूह -- मिरवणूक
जल्दी (स्त्री.) शीघ्रता, तेजी, उतावलापन -- बेगीन
जहाँ (क्रि.वि.) जिस जगह, जिस स्थान पर -- ज्या
जहाज (पुं.) जलपोत -- बोट, नौका
जाँचना (स्त्री.) छान-बीन, परख, तहकीकात -- तपास
जाँचना (स.क्रि.) किसी प्रक्रिया, प्रयोग आदि के द्वारा किसी वस्तु की प्रामाणिकता, शुद्धता आदि का पता लगाना -- तपासप
जाँचना (स.क्रि.) किसी बात सिद्धांत आदि की उपयुक्तता, सत्यता का पता लगाना -- चवकशी करप
जागरण (पुं.) जागते रहने की अवस्था या भाव -- जाग्रण
जागरण (पुं.) किसी उत्सव, पर्व आदि के उपलक्ष्य में रात को जागते रहने की स्थिति -- जागरण
जाड़ा (पुं.) सरदी, शीत -- थंडी, शींय
जाड़ा (पुं.) शीतकाल -- शिंयाळो, हिंवाळो
जाति (स्त्री.) जात, संप्रदाय, नस्ल -- ज़ात
जाति (स्त्री.) पदार्थों या जीव-जंतुओं की आकृति, गुण, धर्म आदि की समानता के विचार से किया हुआ विभाजन, वर्ग -- प्रकार, वर्ग
जादू (पुं,) बुद्धि के कौशल् और हाथ की सफाई से दिखाया जाने वाला कोई खेल, जिसका रहस्य न समझने के कारण उसे अलौकिक कृत्य समझा जाए -- जादू
जादू (पुं,) किसी वस्तु का वह गुण या शक्ति, जिसके कारण उस वस्तु की ओर लोग बरबस आकृष्ट हो जाते हैं, वशीकरण -- वशीकरण
जादूगर (पुं.) जादू के खेल दिखाने वाला व्यक्ति -- जादूगार
जादूगर (पुं.) आश्चर्यजनक रीति से विलक्षण कार्य करने वाला -- इंद्रजाळ करपी, मायाजाळ करपी
जानकारी (स्त्री.) जानकार होने की अवस्था, गुण या भाव का परिचय -- माहिती
जानना (स.क्रि.) किसी बात, वस्तु, विषय आदि के संबंध की वस्तुस्थिति से अवगत होना -- जाणप
जाना (अ.क्रि.) एक स्थान से चलकर अथवा और किसी प्रकार की गति में होकर दूसरे स्थान पर पहुँचने के लिए आगे या उसकी ओर बढ़ना, गमन या प्रस्थान करना -- वचप
जाल (पुं.) धागे, सुतली आदि की विरल बुनी हुई रचना, जो किसी वस्तु या प्राणी आदि को फँसाने के काम आती है -- ज़ाळें
जाल (पुं.) फँसाने की युक्ति या फंदा -- फंसोवपाची युक्ती
जालसाज (पुं.) धोखाधड़ी करने वाला, धूर्त्त -- नाडोवपी
जाला (पुं.) मकड़ी द्ववारा बुना हुआ जाला -- मावलेचें जाळें
जाला (पुं.) आँख का एक रोग, जिसमें पुतली पर झिल्ली-सी आ जाती है -- मोती-बिंदू
जाली (स्त्री.) लोहे, प्लास्टिक, कपड़े आदि की कोई वस्तु, जिसमें प्रायः नियत और नियमित रूप से छेद या कटाव हों -- जाळीदार
जाली (वि.) झूठा, नकली या बनावटी -- खोटीं
जासूस (पुं.) वह व्यक्ति जो गुप्त रूप से अपराधियों प्रतिपक्षियों आदि का भेद लेता हो, गुप्तचर, भेदिया -- गुप्तचारी
जासूसी (स्त्री.) जासूस का काम, पद या विद्या -- गुप्तचार
जासूसी (वि.) जासूस-संबंधी -- गुप्ताचार संबंदी
जिज्ञासा (स्त्री.) जानने की इच्छा -- जिज्ञासू
जीतना (क्रि.वि.) जिस मात्रा या परिमाण में -- जितलें
जिम्मेदार (पुं.) वह, जिस पर किसी कार्य, वस्तु अथवा किसी बात की जवाबदेही हो -- जवाबदार
जिला (पुं.) किसी राज्य का वह छोटा विभाग, जो किसी एक प्रधान अधिकारी की देख-रेख में हो और जिसमें कई तहसीलें हों -- जिल्लो
जीतना (स.क्रि.) युद्ध, मुकदमा, खेल आदि में विपक्षी के विरुद्ध सफल होना -- जिकप
जीतना (स.क्रि.) दमन करना, वश में करना -- वश करप
जीना (स.क्रि.) जीवित रहना, जीवन के दिन बिताना -- जिते रावप जियेवप
ज़ीना (पुं.) सीढ़ी -- मजलो, जीनो
जीव (पुं.) जिसमें जीवन है, प्राणी -- जीव, प्राणी
जीव (पुं.) प्राणियों में रहने वाला चेतन तत्व, जीवात्मा -- जीवात्मा
जीव विज्ञान (पुं.) वह विज्ञान, जिसमें जीव-जंतुओं, वनस्पतियों आदि की उत्पत्ति, विकास, शारीरिक रचना तथा उनके रहन-सहन के संबंध में विचार किया जाता है -- जीवविज्ञान
जीवाणु (पुं.) अतिसूक्ष्म जीव रूप, जिसे आँखों से नहीं देखा जा सकता -- जीवाणू
जुआ (जूआ) (पुं.) गाड़ी, हल आदि के आगे की वह लकड़ी, जो जोते जाने वाले पशुओं के कंधों पर रखी जाती है -- जूं
जुआ (जूआ) (पुं.) धन आदि की बाजी लगाकर खेला जाने वाला खेल -- जुगारी
जुआरी (पुं.) जिसे जुआ खेलने का व्यसन हो -- जुगारी
जुटना (अ.क्रि.) चीज़ों, व्यक्तियों आदि का इकट्ठा होना -- एकठांय जावप
जुटना (अ.क्रि.) किसी काम में जी लगाकर योग देना -- जोमून दिवप
जुड़ना (अ.क्रि.) संबंध होना -- जोडप
जुड़ना (अ.क्रि.) इकट्ठा होना -- एकठांय येवप
जुड़वाँ (वि.1) जिनका जन्म एक साथ हुआ हो -- जुवळें
जुड़वाँ (वि.1) (कोई ऐसे दो या अधिक पदार्थ) जो आपस में एक साथ जुड़े, लगे या सटे हों -- ज़ोडिल्ले
जुताई (जोताई) (स्त्री.) जुतने या जोते जाने की क्रिया, भाव या मजदूरी -- जुपप
जुरमाना (जुर्माना) (पुं.) किसी अपराध, दोष या भूल के दंड के रूप में ली जाने वाली धनराशि, अर्थ दंड -- दंड
जूझना (अ.क्रि.) शारीरिक बल लगाते हुए प्रयत्न करना, संघर्ष करना, लड़ना -- जूझप
जूड़ा (पुं.) सिर के बालों को लपेट कर बनाया हुआ आकार विशेष -- आंबाडो
जेब (पुं.) कुरते, कमीज आदि में रुपए-पैसे आदि रखने के लिए बनी हुई छोटी थैली -- बाल्स, खिसो
जेबकतरा (पुं.) दूसरों की जेब से रुपए-पैसे उड़ाने वाला -- पाकीट मार
जेल (पुं.) कारा, कारागार -- बदखण
जैसा (वि.) जिस आकार-प्रकार या रूप रंग का, जिस तरह का -- जशें
जैसा (वि.) समान, सदृश -- सारको
जोंक (स्त्री.) पानी में रहने वाला एक कीड़ा, जो अन्य जीवों के शरीर से चिपक कर उनका रक्त चूसता है -- ज़ळूं
जो (सर्व) संबंधवाचक सर्वनाम, विशेषण -- NA
जोखिम (स्त्री.) हानि, अनिष्ट, घाटे की संभावना, खतरा -- जोखीम
जोड़ना (स.क्रि.) दो वस्तुओं या टुकड़ों को एक-दूसरे के साथ चिपकाना, सीना, मिलाना आदि -- ज़ोडप
जोड़ना (स.क्रि.) अपनी ओर से कुछ मिलाना -- वाडवप
जोड़ना (स.क्रि.) गणित में संख्याओं का योग करना -- बेरीज़
जोड़ा (पुं.) एक-सी या एक साथ काम में आने वाली दो वस्तुएँ -- ज़ोडी
जोड़ा (पुं.) एक ही प्रकार के जीवों का नर-मादा का युग्म -- ज़ोडपें
जोतना (स.क्रि.) कोई चीज घुमाने या चलाने के लिए उसके आगे कोई पशु बाँधना -- जुंपणे
जोतना (स.क्रि.) खेत को बोए जाने के योग्य बनाने के लिए उसमें हल चलाना -- नागरप
जोरदार (वि.) (व्यक्ति) जिसमें जोर अर्थात् बल हो -- नेटान
जोरदार (वि.) (बात) जो तत्वपूर्ण और प्रभावशाली हो -- कर्तृत्वी
जोर-शोर (पुं.) किसी काम को पूरा करने के लिए लगाया जाने वाला बहुत अधिक जोर और दिलाया जाने वाला अधिक उत्साह तथा प्रयास -- धूम धडाको
जोश (पुं.) उबाल -- खुबाळ
जोश (पुं.) आवेश, मनोवेग, उत्साह -- हुकी
जौहरी (पुं.) हीरा, लाल आदि बहुमूल्य रत्न परखने और बेचने वाला व्यापारी -- जवेरी
ज्ञान (पुं.) जानकारी, बोध -- गिन्यान
ज्ञापन (पुं.) जताने या बताने का कार्य -- सुचिका
ज्यादा (वि.) अधिक, अतिरिक्त, बहुत -- जास्त
ज्योति (स्त्री.) प्रकाश, उजाला -- उज़वाड
ज्योति (स्त्री.) लपट, लौ -- जोत
ज्योतिष (पुं.) ग्रह, नक्षत्रों की गति, स्थिति आदि से उत्पन्न प्रभावों का विचार करने वाला शास्त्र -- ज्योतिश
ज्वर (पुं.) शरीर की वह गरमी, जो अस्वस्थता प्रकट करे, ताप, बुखार -- ज़ोर
ज्वारभाटा (पुं.) चंद्रमा और सूर्य के आकर्षण से समुद्र की जलराशि का चढ़ाव और उतार -- भरती-सूक्ती
ज्वाला (स्त्री.) आग की लपट या लौ, अग्निशिखा -- ज्वाला
ज्वालामुखी (पुं.) वे पर्वत, जिनकी चोटी में से धुआँ, राख तथा पिघले या जले हुए पदार्थ बराबर अथवा समय-समय पर निकलते रहते हैं -- ज्वालामुखी
झंकार (स्त्री.) धातु के किसी पात्र अथवा तार पर आघात होने से निकलने वाली झनझनाहट की ध्वनि -- झंकार, झणझण
झंडा (पुं.) पताका, निशान -- झंडो
झगड़ा (पुं.) दो पक्षों में होने वाली कहासुनी या विवाद, लड़ाई -- झगड़ें
झगड़ालू (वि.) जो प्रायः दूसरों से झगड़ा करता हो -- झगडपी
झटकना (स.क्रि.) किसी चीज को एकाएक जोर से हिलाना, झटका देना -- झाडप
झटका (पुं.) हलका धक्का, झोंका, आघात -- हिसडो, धसको, गच़्को
झटपट (क्रि.वि.) अति शीघ्र, तुरंत ही, एकदम -- पटकन्न
झड़प (स्त्री.) कहासुनी, तकरार -- कलकलाट
झड़ी (वि.) कुछ दिनों तक लगातार होने वाली वर्षा -- झड
झपकी (स्त्री.) हलकी नींद -- झेम, लकणी
झपटना (अ.क्रि.) तेजी से लपकना -- झोपून काडप
झरना (पुं.) ऊँचे स्थान से नीचे गिरने वाला जल-प्रवाह, प्रपात -- झरो
झरना (पुं.) चश्मा, सोता -- झर
झरना (अ.क्रि.) ऊँचे स्थान से पानी या किसी चीज का लगातार नीचे गिरना -- झरप
झरोखा (पुं.) दीवार में बनी हुई जालीदार छोटी खिड़की, गवाक्ष -- झरोको
झलक (स्त्री.) थोड़े समय के लिए होने वाला दर्शन -- झळक
झलक (स्त्री.) प्रतिबिंब -- पडबिंब
झाँकी (स्त्री.) किसी पूज्य या प्रिय वस्तु, घटना या व्यक्ति का सुखद अवलोकन, दर्शन -- झलक, झळक
झाँकी (स्त्री.) सज़ीव दृश्य, नाटकीय दृश्य, मनोहर दृश्य -- देखाव
झाग (पुं.) किसी तरल पदार्थ के फेंटने या बिलोने से निकलने वाला फेन -- फेंस
झाड़ना (स.क्रि.) फटकार कर धूल-गर्द साफ करना, बुहारना -- झडप
झाड़ना (स.क्रि.) फटकारना -- फटकावप
झाड़ी (स्त्री.) छोटा झाड़ या पौधा -- झाडी
झाड़ी (स्त्री.) कँटीले पौधों या झाड़ों का समूह -- कांटयारे
झाडू (पुं.) लंबी सींकों अथवा ताड़ या खजूर के पत्तों आदि का वह मुट्ठा, जिससे कूड़ा करकट, धूवल आदि साफ की जाती है -- सान्न, झाड़ू
झिझक (स्त्री.) किसी काम को करने में होने वाला संकोच, हिचक -- अनमनप भिवकुरप भिजूडवेप
झिड़कना (स.क्रि.) अवज्ञा या तिरस्कारपूर्वक बिगड़ कर कोई बात कहना -- उज़रावन काडप
झील (स्त्री.) लंबा-चौड़ा प्राकृतिक जलाशय -- तळें, कुंड
झुँझलाना (अ.क्रि.) झल्लाना, खिझलाना, चिड़चिड़ाना -- गुरगुरप, भिरभिरप
झुँझलाहट (स्त्री.) झल्लाहट -- तीड, भिरें
झुंड (पुं.) समूह -- हिंड
झुंड (पुं.) व्यक्तियों या जीवों का समूह -- हूल, समूह
झुकना (अ.क्रि.) टेढ़ा होना, मुड़ना -- लकणवप
झुकना (अ.क्रि.) नमित होना -- नमळायेन
झुग्गी (स्त्री.) झोंपड़ी या कुटी -- खोपी
झुठलाना (स.क्रि.) किसी को झूठा ठहराना -- फटोवप
झुर्री (स्त्री.) त्वचा पर पड़ने वाली शिकन -- सुरकुती, मिर्यो
झूठ (पुं.वि.) असत्य, मिथ्या -- फालस
झूमना (अ.क्रि.) हलकी गति में झोंके खाना -- धोलप
झूमना (अ.क्रि.) नशे, नींद, प्रसन्नता या मस्ती में शरीर को धीरे-धीरे हिलाना -- डुलप
झूलना (अ.क्रि.) किसी लटकी हुई चीज का बार-बार आगे पीछे होना -- झुलप
झूलना (अ.क्रि.) झूले पर बैठ कर पेंग लेना -- झोको घेवप
झूला (पुं.) किसी ऊँचे स्थान से बाधँकर लटकाई गई जंजीरों या रस्सियों पर लगा तख्ता आदि (झूलने का साधन) -- झोपाळो
झेंप (स्त्री.) लज्जा का अहसास, संकोच, शर्म -- लज, मर्याद
झेंपना (अ.क्रि.) लज्जित होना, शर्माना -- लजेवप
झेलना (स.क्रि.) अपने ऊपर लेना, सहना -- सोंसप
झोंकना (स.क्रि.) किसी वस्तु को आग में फेंकना -- उज्यात उडोवप
झोंकना (स.क्रि.) वेग से किसी चीज को डालना या फेंकना -- शेवटप
झोंका (पुं.) वायु-लहरी -- झुळकी
झोंका (पुं.) थोड़े समय के लिए सहसा आने वाली नींद -- डुलकी
झोंपड़ी (स्त्री.) घास-फूस की कुटी, झुग्गी -- झोपडी
झोला (पुं.) चीज़ें रखने के लिए कपड़े का थैला -- पिशवी
टंकार (स्त्री.) धनुष की प्रत्यंचा तान कर सहसा छोड़ने पर होने वाली ध्वनि -- टणकारु
टंकार (स्त्री.) धातु खंड, तार पर आघात लगने से होने वाली टन-टन ध्वनि -- टणकारु
टंकी (स्त्री.) पानी भरने का एक पात्र, हौज, कुंड -- टांकी
टकराना (अ.क्रि.) जोर से भिड़ना -- आपटप
टकराना (अ.क्रि.) मार्ग में बाधक होना, मुकाबला या सामना करना, संघर्ष होना -- आदळप
टकसाल (स्त्री.) वह स्थान जहाँ सिक्के ढाले जाते हैं -- टांकशाळ
टंक्कर (स्त्री.) वेग के साथ आपस में भिड़ जाना -- टक्कर
टंक्कर (स्त्री.) संघर्ष, मुकाबला -- संघर्ष, मुकाबलो
टटोलना (स.क्रि.) उंगलियों से छूकर वस्तु का अनुमान करना -- सांसपप
टपकना (अ.क्रि.) बूँद-बूँद करके रिसना या फलों आदि का गिरना -- पातेवप, थेंब्यांनी, सवकास पडप
टहनी (स्त्री.) वृक्ष की शाखा, डाल, डाली -- खांदो
टहलाना (अ.क्रि.) स्वास्थ्य के लिए चलना-फिरना, घूमना -- वारोखावप, फिरप
टाँकना (स.क्रि.) सूई, डोरे आदि से कोई चीज कपड़ों पर लगाना -- टांकप
टाँका (पुं.) धागे आदि से दो टुकड़ों को आपस में जोड़ना -- टांको
टाँका (पुं.) धातुओं को ज़ोड़ने या सटाने के लिए लगाया गया जोड़ -- टाकी
टाँगना (स.क्रि.) लटकाना -- लांबोवप
टाट (पुं.) सन या पटसन का मोटा कपड़ा -- साग, साकाटो
टापू (पुं.) चारों ओर से जल से घिरा स्थान, द्वीप -- जुंवो, बेट
टालना (स.क्रि.) स्थगित करना -- रद्द करप
टालना (स.क्रि.) बहाना करके पीछा छुड़ाना, टरकाना -- टाळप
टालना (स.क्रि.) निवारण करना, घटित न होने देना -- निवारप
टिकना (अ.क्रि.) किसी आधार पर स्थित होना -- टिकप
टिकना (अ.क्रि.) यात्रा के समय विश्राम के लिए कहीं ठहरना -- थांबप
टिकाऊ (वि.) मज़बूत -- टिकपी
टिकिया (स्त्री.) गोल और चपटा छोटा टुकड़ा -- वडी
टीका (पुं.) तिर, बिंदी -- तिकळी
टीका (स्त्री.) किसी ग्रंथ, पद आदि का अर्थ स्पष्ट करने वाला कथन, व्याख्या -- व्याख्या
टीका-टिप्पणी (स्त्री.) किसी प्रसंग के गुण दोषों आदि के संबंध में प्रकट किए जाने वाले विचार -- टीका टीप्पण
टीला (पुं.) छोटी पहाड़ी की तरह का ऊँचा भूखंड, ढूह -- दोंगुल्ली
टुकड़ा (पुं.) अंश, खंड, भाग -- कुडको, तुकडो
टेक (पुं.) सहारा, आधार -- तेको
टेक (पुं.) हठ, आग्रह, संकल्प -- हट्ट
टेक (पुं.) गाने की प्रथम पंक्ति, जो बार-बार दोहराई जाती है, मुखड़ा -- धुलपद
टेकना (स.क्रि.) अपने शरीर को अथवा किसी वस्तु को किसी दूसरी चीज के सहारे खड़ा करना या बैठाना, टिकाना -- तेकूनि दवरप
टेढ़ा (वि.) जो बीच में इधर-उधर मुड़ा हो, वक्र -- वांकडे, वांकडी, वांकडो
टेढ़ा (वि.) कुटिल, धूर्त -- वांकड़ो, (डे, डी) समा न्ही
टेढ़ा (वि.) मुश्किल, कठिन, उलझनपूर्ण -- कठीण
टोकना (स.क्रि.) रोकना, बाधा डालना -- बादा, आडखळप
टोकरी (स्त्री.) बाँस की खमचियों या तीलियों अथवा बेंत, सरकंडे आदि का बना हुआ खुले तथा चौड़े मुँह वाला बड़ा आधान -- बुट्टी, टोपली
टोली (स्त्री.) छोटा समूह, मंडली या दल -- टोळी
टोह (स्त्री.) खोज, जाँच, तलाशी -- तपास
टोह (स्त्री.) किसी अज्ञात बात का शोधः, पता लगाने की क्रिया अथवा उससे प्राप्त होने वाली जानकारी -- चवकशी
ठंडक (स्त्री.) शीत, सर्दी, जाड़ा -- थंडाय
ठंडक (स्त्री.) जलन की कमी, चैन -- शांत
ठंडा (वि.) उष्णता या ताप से रहित -- थंड
ठग (पुं.) वह जो धोखा देकर दूसरे का धन या सामान हड़प ले, कपटी, धूर्त -- फटोवपी
ठगना (स.क्रि.) धोखा देना, छलना -- फटोवप
ठप्पा (पुं.) धातु, लकड़ी आदि की छाप या मुहर -- छाप
ठप्पा (पुं.) ठप्पे का छापा या चिह्न -- शिक्को
ठहरना (अ.क्रि.) रुकना -- थांबप, रावप
ठहरना (अ.क्रि.) किसी स्थान पर थोड़े समय के लिए रहने के लिए रुकना -- मुक्काम करप, रावप
ठहाका (पुं.) जोर से हँसने का शब्द, कहकहा, अट्टहास -- खळखळून हांसप
ठाट-बाट (पुं.) आडंबर, तड़क-भड़क, शान शौकत -- थातो मातो
ठिकाना (पुं.) रहने या ठहरने का स्थान -- राबितो, ठिकाणों
ठीक (वि.क्रि.वि.) उपयुक्त -- बरोबर
ठीक (पु.) शुद्ध, सत्य -- सारकें
ठुकराना (स.क्रि.) पैर से ठोकर लगाना -- लात मारप
ठुकराना (स.क्रि.) उपेक्षा या तिरस्कारपूर्वक अस्वीकार करना -- उपेक्षा करप
ठूँठ (पुं.) वह पेड़ जिसकी डालें, पत्तियाँ आदि न रह गई हों, सूखा पेड़ -- सुकेड रुख
ठूँसना (स.क्रि.) कोई चीज किसी में जबरदस्ती डालना या भरना -- कोंबप, चेपप
ठेकेदार (पुं.) वह व्यक्ति, जो ठेके पर दूसरों के काम करता या करवाता है -- ठेकेदार
ठोंकना (स.क्रि.) किसी चीज को धँसाने के लिए उसके सिरे पर जोर से आघात करना -- ठोकप
ठोंकना (स.क्रि.) अच्छी तरह पीटना -- NA
ठोकर (स्त्री.) आघात, जो चलने में कंकड़, पत्थर आदि के धक्के से पैर में लगे -- ठोकर
ठोकर (स्त्री.) पदाघात -- NA
ठोस (वि.) जिसकी रचना में अंदर कहीं खोखलापन न हो, भरपूर -- भरिल्लो, घट
ठोस (वि.) तथ्यपूर्ण, दृढ़, प्रामाणिक -- प्रामाणिक, थीर
डंक (पुं.) बिच्छू, मधुमक्खी आदि में पीछे का जहरीला काँटा -- दंश
डंडा (पुं.) लकड़ी का मोटा सीधा टुकड़ा -- बडी
डकार (स्त्री.) भोजन करने के पश्चात् पेट में भरी वायु का कंठ से शब्द के साथ निकल पड़ने का शारीरिक व्यापार -- ढेकर
डकैती (स्त्री.) डाका, लूट-मार -- लूटप
डग (पुं.) कदम -- पाऊल
डगमगाना (अ.क्रि.) लड़खड़ाना, डिगना, विचलित होना या करना -- लडखडप, विचलित जावप
डरना (अ.क्रि.) भयभीत होना -- भियेवप
डरपोक (वि.) कायर, भीरु -- भितरो
डराना (स.क्रि.) किसी के मन में डर उत्पन्न करना, धमकाना -- भिवोवप
डरावना (वि.) भयानक -- भयंकर
डसना (स.क्रि.) जहरीले कीड़े का काटना -- घास मारप
डाँट (स्त्री.) किसी को सचेत करने के लिए कड़ी बात करना -- तापोवप
डाँवाडोल (वि.) जो सहसा किसी आघात से हिलने-डुलने लगे -- लकत लकत, डळमळीत
डाँवाडोल (वि.) अनिश्चित (व्यक्ति अथवा स्थिति) -- NA
डाक (स्त्री.) पत्रों, बंडलों आदि को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाने की सरकारी व्यवस्था -- पोस्ट, टपाल
डाक (स्त्री.) उक्त व्यवस्था द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाया जाने वाला पत्र या सामग्री -- टपाल
डाकघर (पुं.) डाकखाना -- पोस्ट ऑफीस, टपाल घर
डाका (पुं.) डकैती, लूट-मार -- लूट
डाकू (पुं.) डाका डालने वाला -- डाकू
डांल (स्त्री.) पेड़-पौधे आदि की टहनी या शाखा -- ताळी, खांदो
डालना (स.क्रि.) किसी आधार या पात्र में कोई चीज कुछ ऊँचाई से गिराना, छोड़ना या रखना -- उडोवय
डाह (स्त्री.) ईर्ष्या, जलन, कुढ़न -- जाळकुट-वणा, दुस्वाशी
डिबिया (स्त्री.) किसी वस्तु को रखने का ढक्कनदार बहुत छोटा आधान, बहुत छोटा डिब्बा -- डबी
डिब्बा (पुं.) सामान रखने का बड़ा ढक्कनदार आधान, जो धातु, लकड़ी आदि का बना होता है -- डब्बो, डबो
डिब्बा (पुं.) यात्रियों एवं माल आदि के लिए रेलगाड़ी का कक्ष -- गाडीचो डब्बो, डबो
डींग (स्त्री.) अपने बल, योग्यता या साहस के बारे में बढ़ा-चढ़ा कर बात करना, शेखी -- बडाय मारप
डुबाना (स.क्रि.) ऐसा काम करना, जिससे कोई चीज डूब जाए -- बुडवप
डेढ़ (वि.) मान, मात्रा, संख्या आदि की किसी एक इकाई और उसकी आधी इकाई के योग का सूचक विशेषण -- देड
डेरा (पुं.) पैदल यात्रा आदि के समय अस्थायी रुप से बीच में ठहरने का स्थान, पड़ाव -- तंबू
डोंगी (स्त्री.) एक प्रकार की छोटी खुली नाव -- व्हडें
डोर (स्त्री.) सूत आदि का बटा हुआ पतला मजबूत धागा -- दोरो, धागो
डोर (स्त्री.) पतंग आदि उड़ाने के लिए वह धागा जिस पर मांझा लगा होता है -- मांजो
डोल (पुं.) कुएँ से पानी खींचने का बरतन -- बालदी
डोली (स्त्री.) पालकी की तरह की एक प्रसिद्ध सवारी, जिसे दो कहार कंधे पर उठाकर चलते हैं -- डोली
डोली (स्त्री.) विवाह के समय मायके से विदा होते हुए वधू पहले पहल ससुराल जाती है -- NA
ड्योढ़ी (स्त्री.) किसी भवन या मकान के मुख्य प्रवेश द्वार के आस-पास की भूमि या स्थान -- देवडी
ड्योढ़ी (स्त्री.) घर के मुख्य द्वार के अंदर का वह भाग, जिसमें से होकर घर के कमरों, आँगन आदि में जाया जाता है -- वरांडो
ढंग (पुं.) कोई काम करने की रीति -- रीत
ढकना (स.क्रि.) किसी पर आवरण डालना ताकि वह दिखाई न पड़े -- धांपप
ढकना (पुं.) वह चीज या रचना, जिससे कोई चीज ढकी रहती है, ढक्कन -- धांकणे
ढकेलना (स.क्रि.) धक्का देकर आगे बढ़ना -- धकळप
ढकोसला (पुं.) स्वार्थ-सिद्धि के लिए अपनाया हुआ झूठा रूप, दिखावा -- प्रदर्शन, आडंबर
ढक्कन (पुं.) ढाँकने की वस्तु -- धांकणे
ढलाई (स्त्री.) ढालने की क्रिया या भाव -- व्हांवप
ढलाई (स्त्री.) पिघली हुई धातु को साँचे में ढालकर बरतन, मूर्तियाँ आदि बनाने की क्रिया भाव और मजदूरी -- आयटींत घालून घडवचे काम, कामांक दिवची मजूरी
ढलान (स्त्री.) कोई ऐसा भूखंड, जो चपटा और समतल न हो, बल्कि तिरछा हो जिसमें नीचे की ओरj ढाल हो -- उतार, देंवती
ढाँचा (पुं.) कोई वस्तु या रचना बनाते समय उसके विभिन्न मुख्य अंगों को जोड़ या बाँध कर खड़ा किया हुआ आरंभिक रूप -- फासकी
ढाँचा (पुं.) ठठरी या पंजर -- सांगाडो
ढाई (वि.) दो और आधा का मान -- अडेज, अडेच
ढाढ़स (पुं.) तसल्ली, सांत्वना, धीरज -- धाडशी
ढाबा (पुं.) वह स्थान, जहाँ रोटी, दाल आदि बिकते हैं, एक प्रकार का कच्चा और अस्थायी भोजनालय -- ढाबो
ढाल (स्त्री.) चमड़े धातु आदि का बना हुआ वह गोलाकार उपकरण जिसे युद्ध क्षेत्र में सैनिक लोग तलवार, भाले आदि का वार रोकने के लिए अपने बाएँ हाथ में रखते थे -- ढाल
ढाल (स्त्री.) किसी भूखंड का ऐसा तल, जो क्षितिज के समतल न हो, बल्कि तिरछा या नीचे की ओर झुका हो, ढलान -- देंवती
ढिंढोरा (ढँढोरा) (पुं.) वह डुग्गी या ढोल, जिसे बजा कर किसी बात की सार्वजनिक घोषणा की जाती है -- फर्मान
ढिंढोरा (ढँढोरा) (पुं.) उक्त प्रकार से की हुई घोषणा -- घोशणा
ढीठ (वि.) जो जल्दी किसी से डरता न हो और जो भय या संकट के समय भी अपने हठ पर अड़ा रहता हो, धृष्ट -- धीट
ढीठ (वि.) जो प्रायः ऐसे अवसरों पर भी संकोच न करता हो, जहाँ बड़ों की मान मर्यादा का ध्यान रखना आवश्यक हो -- उद्दंड
ढीला (वि.) शिथिल -- धील
ढीला (वि.) जिसमें उचित कसाव खिंचाव या तनाव का अभाव हो -- सदळ, सैल
ढीला (वि.) जो नाप में आवश्यकता से अधिक गहरा, लंबा या चौड़ा हो -- गळगळीत
ढुलाई (स्त्री.) ढोने की क्रिया, भाव या मजदूरी -- पावोपाचे काम, मजूरी
ढूँढ़ना (स.क्रि.) कोई छिपी या इधर-उधर पड़ी हुई वस्तु या आँख से ओझल व्यक्ति का पता लगाना, खोजना -- सोदप
ढेर (पुं.) एक स्थान पर विशेषतः एक दूसरे पर रखी हुई बहुत सी वस्तुओं का ऊँचा समूह -- रास
ढेला (पुं.) मिट्टी या पत्थर का कड़ा टुकड़ा -- दिफळ
ढोंगी (वि.) झूठा आडंबर खड़ा करने वाला धोखेबाज, पाखंडी -- ढोंगी
ढोना (स.क्रि.) पीठ या सिर पर रखकर कोई भारी चीज एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना -- वहांवोवप
तंग (वि.) संकरा, संकीर्ण -- अरुंद, अशीर
तंग (वि.) आवश्यकता से अधिक कसा हुआ और कुछ छोटा, चुस्त -- घट्ट
तंग (वि.) परेशान, हैरान,, कमी -- ताण
तंतु (पुं.) ऊन, रेशम, सूत आदि का बटा हुआ डोरा, तागा -- दोरो, धागो
तंदूर (पुं.) एक तरह का चूल्हा, जिसकी ऊंची गोलाकार दीवार के भीतरी भाग में रोटियाँ चिपका कर बनाई जाती है -- तंदूर
तंद्रा (स्त्री.) हलकी नींद, ऊँघ -- झेम
तंबाकू (पुं.) एक प्रसिद्ध पौधा और उसके पत्ते जो नशे के लिए अनेक रूपों में काम में लाए जाते हैं -- तंबाकू
तंबू (पुं.) शामियाना, खोमा -- तंबू
तंबोली (तमोली) (पुं.) पान लगाकर बेचने अथवा पान का व्यवसाय करने वाला -- पानकार
तकनीक (स्त्री.) शिल्प, पद्धति -- टेक्नीक
तकला (पुं.) सूत कातने और लपेटने के काम आने वाली चरखे से लगी लोहे की सलाई टेकुआ -- चाती
तकलीफ़ (स्त्री.) कष्ट, दुख, पीड़ा -- दुख, पीडा
तकलीफ़ (स्त्री.) विपत्ति, संकट -- कष्ट
तख्त (पुं.) राजसिंहासन -- राज़ सिंहासन
तख्त (पुं.) लकड़ी की बनी बड़ी चौकी -- तख्त
तख्ता (पुं.) लकड़ी या आयताकार बड़ा तथा समतल टुकड़ा -- लाकडाचो तख्तो
तट (पुं.) कूल, किनारा तीर -- किनारो, तड
तटस्थ (वि.) विरोध, विवाद आदि के प्रसंगों में दोनों दलों से अलग और निर्लिप्त रहने वाला, निरपेक्ष -- तटस्थ
तड़पना (अ.क्रि.) अत्यंत दुखी होना, छटपटाना, तिलमिलाना -- तडफडप
तड़पना (अ.क्रि.) किसी वस्तु के लिए बेचैन होना -- तळमळप
तत्परता (स्त्री.) उद्यत होने की अवस्था, गुण या भाव, सन्नद्धता -- उमळशीक
तत्परता (स्त्री.) मनोयोगपूर्वक काम करने का भाव, तल्लीनता -- तल्लीन
तथा (अव्य.) दो चीज़ों, बातों आदि में योग या संगति स्थापित करने वाला एक योजक अव्यय, और -- आनी
तथा (अव्य.) किसी के अनुरूप या तथा अनुसार, वैसा ही -- तशेंच
तथ्य (पुं.) सत्यता यथार्थता -- सत्य, तथ्य
तन (पुं.) शरीर, देह, जिस्म -- कूड, देह
तनखाह (तनख़ाह) (स्त्री.) वेतन -- पगार
तना (पुं.) पेड़-पौधों का जमीन से ऊपर निकला हुआ वह मोटा भाग, जिसके ऊपरी सिरे पर डालियाँ निकली होती हैं, धड़ -- रुखाचें कांड
तन्मयता (स्त्री.) मग्न अथवा दत्तचित होने की अवस्था, गुण या भाव -- तन्मय
तपस्या (स्त्री.) मन की शुद्धि, मोक्ष की प्राप्ति, पाप के प्रायश्चित आदि के लिए स्वेच्छा से किया जाने वाला कठोर आचरण और नियम-पालन, तप -- तपश्चर्या
तपस्या (स्त्री.) कष्ट-सहन -- सोंसपाची तांक
तब (क्रि.वि.) उस समय -- तेन्ना, तेदोळ
तब (क्रि.वि.) बाद में -- मागीर
तब (क्रि.वि.) उस कारणः -- ताका लागून
तबीयत (स्त्री.) स्वास्थ्य की दृष्टि से किसी की शारीरिक या मानसिक स्थिति, मिजाज -- आरोग्य, भलायकी
तबीयत (स्त्री.) मन का रुझान, प्रवृत्ति -- वृत्ति, परिस्थिती
तमगा (पुं.) पदक -- पदक
तमाचा (पुं.) थप्पड, झापड़, चाँटा -- थापट
तमाशा (पुं.) मनोरंजक दृश्य -- तमासो
तमाशा (पुं.) अद्भुत बात -- अद्भुत गज़ाल
तय करना (NA) फैसला या निर्णय अथवा निश्चित करना -- थारावप, ठरोवप
तय करना (NA) (रास्ता आदि) पूरा या समाप्त करना -- सोंपवय
तरंग (स्त्री.) पानी की लहर, हिलोर -- ल्हार
तरंग (स्त्री.) उमंग -- उत्साह
तरंग (स्त्री.) स्वरलहरी -- सूरा ची तरंगा
तरकीब (स्त्री.) उपाय, युक्ति -- उपाय, युक्ती
तरक्की (स्त्री.) प्रगति, बढ़ोतरी, उन्नति -- प्रगती, उन्नती
तरक्की (स्त्री.) पदवृद्धि, पदोन्नति -- पदोन्नती
तरह (स्त्री.) ढंग, प्रकार, तरीका, किस्म -- प्रकार
तरीका (पुं.) रीति, ढंग -- रीत, पद्धत
तरीका (पुं.) उपाय, युक्ति -- उपाय
तरुण (वि.) जवान -- तरुण
तर्क (पुं.) युक्ति, दलील -- तर्क
तल (पुं.) निचला भाग, पेंदा, तला -- तळ
तल (पुं.) ऊपरी सतह -- वयली सपाटी
तलवा (पुं.) पैर के नीचे का भाग,पदतल -- पांयाचो तळवो
तलवार (स्त्री.) लोहे का एक लंबा धारदार हथियार, खङ्ग -- तलवार
तला (पुं.) पेंदा -- पोंद
तला (पुं.) जूते के नीचे का चमड़ा -- ज़ोत्याचो तळ
तलाक (पुं.) वैधानिक रीति से विवाह संबंध का विच्छेद -- घटस्फोट, सोडचीट
तसल्ली (स्त्री.) ढ़ाढ़स, दिलासा, सांत्वना -- दिलासो
तसल्ली (स्त्री.) संतोष -- संतोश
तसवीर (स्त्री.) चित्र -- चित्र
तस्कर (पुं.) देय शुल्क चुकाए बिना अवैधानिक रूप से एक देश का माल दूसरे देश में पहुँचने वाला -- स्मगलर
तह (स्त्री.) परत -- थर, तळ
ताकना (स.क्रि.) देखना -- तेळप
तागा (पुं.) डोरा -- धागो, दोरो
ताज (पुं.) राजमुकुट -- राजमुकुट
ताजा (वि.) जो अधिक दिनों का या बासी न हो -- ताजें
ताजा (वि.) प्रफुल्लित और स्वस्थ -- तट्टटीत
ताड़ी (स्त्री.) ताड़ के वृक्ष से निकला हुआ सफेद मादक रस -- ताडी
ताना-बाना (पुं.) बुनाई के समय क्रमशः लंबाई तथा चौड़ाई के बल फैलाए या बुने जाने वाले सूत -- ताणो वाणो
ताप (पुं.) उष्णता, गरमी -- उष्णता
ताप (पुं.) ज्वर, बुखार -- ज़ोर
ताप (पुं.) उष्मा -- उष्मा
तापमान (पुं.) थर्मामीटर आदि द्ववारा मापी गई ताप की मात्रा -- तापमान
ताम्रपत्र (पुं.) ताँबे की पत्तर -- तांब्याचे तगड
ताम्रपत्र (पुं.) ताँबे का वह पत्तर, जिस पर महत्वपूर्ण बात स्थाई रूप से लिखी गई हो -- ताम्रपत्र
तार (पुं.) धातु का तागा-रूप -- तार (धातुची)
तार (पुं.) तार द्वारा समाचार या वह कागज जिस पर उक्त समाचार पहुँचाया जाता है -- तार (पोस्ट)
तारकोल (पुं.) अलकतरा, काले रंग का एक गाढ़ा द्रव, जो लक़ड़ी आदि रँगने के काम आता है -- डांबर
तारतम्य (पुं.) क्रम, क्रमबद्धता -- तारतम्य
तारा (पुं.) नक्षत्र, सितारा -- नख़ेत्र, तारो
तारा (पुं.) आँख की पुतली -- दोळयांतली बावली
तारीख (स्त्री.) दिनांक, तिथि -- तारीक
तालमेल (पुं.) समन्वय, संगति -- ताळमेळ
ताला (पुं.) दरवाजा, संदूक आदि बंद करने का उपकरण -- कुलुप
तालाबंदि (स्त्री.) कारखाने आदि का उसके मालिक द्ववारा अनिश्चित काल के लिए बंद किया जाना -- ताळाबंदी
तालाब (पुं.) पोखर, सरोवर -- तळें
तालिका (स्त्री.) सूची -- लिस्ट, वळेरी
तावीज (पुं.) चाँदी, सोने आदि का वह छोटा संपुट, जो रक्षा कवच के रूप में गले या बाँह पर पहना जाता है -- तावीज़
ताश (पुं.) गत्ते या दफ्ती के 52 पत्ते, जिसमें विभिन्न खेल खेले जाते हैं -- इस्पीक, तस्पीक
तिजोरी (स्त्री.) लोहे की वह मजबूत छोटी अलमारी या पेटी, जिसमें कीमती वस्तुएँ रखी जाती हैं -- तिज़ोरी
तिथि (स्त्री.) चंद्रमास के किसी पक्ष का कोई दिन अथवा उसे सूचित करने वाली कोई संख्या -- तिथी
तिनका (पुं.) तृण, घासफूस -- तणाकाठी
तिपाई (स्त्री.) बैठने या सामान रखने की तीन पायों वाली ऊँची चौकी -- टीपॉय
तिमाही (वि.) हर तीसरे महीने का, त्रैमासिक -- त्रैमासिक
तिरंगा (वि.) तीन रंगों वाला -- तिरंगी
तिरपाल (पुं.) राल या रोगन चढ़ाया हुआ एक प्रकार का मोटा कपड़ा -- ताडपत्री
तिलक (पुं.) केसर, चंदन आदि से ललाट पर लगाई जाने वाली गोल बिंदी या लंबी रेखा, टीका -- तिळो
तिलमिलाना (अ.क्रि.) बेचैन या विकल होना -- कळवळप
तिलमिलाना (अ.क्रि.) बौखलाना -- च्रवताळप
तिलांजलि (स्त्री.) सदा के लिए किसी से संबंध विच्छेद -- तिलांजली
तीक्ष्ण (वि.) तेज नोंक या धार वाला, तीखा, तेज -- तीक्ष्ण
तीक्ष्ण (वि.) उग्र, कटु -- उग्र
तीखा (वि.) कटु, अप्रिय -- तिखट
तीखा (वि.) चरपरे स्वाद वाला -- मचमचीत
तीखा (वि.) तेज नोंक या धार वाला -- धारे चो
तीर (पुं.) नदी का किनारा, तट -- तीर
तीर (पुं.) बाण -- बाण
तीर्थ (पुं.) धार्मिक दृष्टि से पवित्र स्थल, पुण्य क्षेत्र -- तीर्थस्थान
तीली (स्त्री.) माचिस की सलाई -- काडी
तुकबंदी (स्त्री.) साधारण पद्य रचना -- यमक जुळवप
तुतलाना (अ.क्रि.) शब्दों का अस्पष्ट उच्चारण, हकलाना -- च़ोच़डे, च़ोच़रे
तुम (सर्व.) मध्यम, पुरुष सर्वनाम, जिसका प्रयोग बराबर के व्यक्ति के लिए किया जाता है -- तुमीं
तुम्हारा (सर्व.) तुम का षष्टी विभक्ति लगने पर बनने वाला रूप -- तुमगेलो, तुमचोगेलो
तुरंत (क्रि.वि.) शीघ्र, झटपट -- तत्काळ
तुरपना (स.क्रि.) सूई-धागे से टाँके लगाना या सीना -- टाको घालप
तुला (स्त्री.) तराजू काँटा -- तुळाभार
तुलादान (पुं.) किसी व्यक्ति के शरीर के भाग के बराबर तोल कर दिया जाने वाला अन्न, द्रव्य आदि का दान -- तुळाभार
तुषारपात (पुं.) बर्फ का गिरना, हिमपात -- हिमपात
तू (सर्व.) एक सर्वनाम जिसका प्रयोग मध्यम पुरुष एकवचन में अपने से छोटे व्यक्ति के लिए किया जाता है -- तूं
तूफान (पुं.) समुद्र तल से उठने वाली आँधी, जिसके साथ बादल गरजते हैं और वर्षा होती है -- वादळ, तुफान
तूलिका (स्त्री.) चित्र अंकित करने की कूँची -- कुंची, तूलिका
तृण (पुं.) तिनका, घास -- तण
तृप्ति (स्त्री.) आवश्यकता अथवा इच्छा पूरी हो जाने पर मिलने वाली मानसिक शांति या आनंद -- तृप्ती
तेज (पुं.) दीप्ति -- तेज
तेज (पुं.) प्रताप -- प्रताप
तेज (वि.) तीक्ष्ण, पैनी धार वाला -- तीक्ष्ण
तेज (वि.) प्रखर, प्रचंड -- प्रखर, प्रचंड
तेरा (सर्व.) तू का संबंध कारक रूप -- तुज़ो, तुगेलो
तेल (पुं.) तिल के बीजों या विशिष्ट वनस्पतियों को पेर कर निकाला जाने वाला स्निग्ध तरल पदार्थ -- तेल
तेली (पुं.) तेल पेरने और बेचने का पेशा करने वाली एक जाति -- तल, विकपी, तलकार
तैयार (वि.) कुछ करने के लिए उद्यत -- तयार
तैयार (वि.) जो पक कर खाने योग्य बन गया हो -- तयार
तैयार (वि.) जो बन कर बिल्कुल ठीक और हर प्रकार से दुरुस्त हो गया हो -- तयार
तैरना (अ.क्रि.) किसी का हाथ पैर आदि चलाते हुए पानी में इस प्रकार आगे बढ़ना कि वह डूबे नहीं -- पेंवप, पोंवप
तैराक (पुं.) वह व्यक्ति जो अच्छी तरह तैरना जानता हो -- पेंवपी, पोंबपी
तोड़ना (स.क्रि.) किसी वस्तु को खंडित या नष्ट करना -- तोडप, मोडप
तोड़ना (स.क्रि.) किसी नियम, कानून आदि का उल्लंघन करना -- काडप
तोड़ना (स.क्रि.) फूल, फल आदि को डाली से पृथक् करना -- NA
तोड़फोड़ (स्त्री.) क्षति पहुँचाने के उद्देश्य से किसी भवन या रचना को खंडित करना -- तोड़फोड़
तोरण (पुं.) शोभा यां सजावट के लिए बनाया जाने वाला अस्थायी स्वागत द्वार -- स्वागत द्वार, तोरण
त्याग (पुं.) किसी चीज पर अपना अधिकार या स्वत्व हटा लेने अथवा उसे छोड़ने की क्रिया -- त्याग
त्योहार (पुं.) प्रतिवर्ष निश्चित तिथि को मनाया जाने वाला कोई धार्मिक, सांस्कृतिक या जातीय पर्व -- परब
त्रस्त (वि.) भयभीत -- भियल्लो, भिल्लो
त्रस्त (वि.) पीड़ित -- पीडेस्त
त्रिशूल (पुं.) लोहे का तीन फालों वाला एक प्रसिद्ध अस्त्र, जो शिवाजी का प्रधान अस्त्र है -- त्रिशूळ
थकना (अ.क्रि.) श्रम के कारण शिथिल होना, श्रांत होना -- थकप
थकना (अ.क्रि.) उत्साह न रह जाना, हार जाना -- पूरो जावप
थन (पुं.) गाय, बकरी आदि चौपायों का वह अंग, जिसमें दूध भरा रहता है, स्तन -- थान
थपथपाना (स.क्रि.) लाड़-प्यार से आवेश शांत करने के लिए या शाबाशी देने के लिए किसी की पीठ को स्नेह से सहलाना, थपथपाना -- थपथपावप
थप्पड़ (पुं.) चाँटा, तमाचा -- थापट
थलचर (पुं.) पृथ्वी पर रहने वाले जीव -- स्थलचर
थलसेना (स्त्री.) वायुसेना और नौसेना से भिन्न वह सेना, जिसका कार्य क्षेत्र मुख्यतः स्थल तक सीमित हो -- स्थलसेना
थाती (स्त्री.) धरोहर, अमानत -- ठेव
थाती (स्त्री.) जमापूँजी, संचित धन -- बचत
थान (पु.) एक निश्चित लंबाई का कपड़े का टुकड़ा -- तागो, तांको
थाना (पुं.) पुलिस कार्यालय पुलिस चौकी -- थाणो, पुलिस थाणो
थापी (स्त्री.) राज या मजदूर द्वारा छत पीटने के लिए प्रयोग में लाई जाने वाली लकड़ी की चौरस हत्थेदार पट्टी -- थापी
थिरकना (अ.क्रि.) नाचने में अंगों को हाव-भाव के साथ संचालित करना -- नाचप
थूकना (अ.क्रि.) मुँह से थूक बाहर निकाल फेंकना -- थुकप
थूथन (पुं.) कुछ विशिष्ट प्रकार के पशुओं का लंबोतरा और कुछ आगे की ओर निकला हुआ मुँह -- थोबाड
थैला (पुं.) झोला -- पिशवी
थोक (पुं.) एक ही तरह की बहुत सी चीजों का ढेर या राशि -- रास
थोका (पुं.) चीजें खरीदने बेचने का वह प्रकार, जिसमें बहुत सी चीजें एक साथ खरीदी बेची जाती हैं, खुदरा या फुटकर का विपर्याय -- ठोक
थोड़ा (वि.) अल्प मात्रा -- अल्प
थोड़ा (क्रि.वि.) अल्प मात्रा में, कुछ, जरा -- अल्प
दंगल (पुं.) पहलवानों की कुश्ती प्रतियोगिता -- कुस्तीची स्पर्धा
दंगा (पुं.) उपद्रव, फसाद -- दंगो
दंड (पुं.) सज़ा, जुर्माना -- दंड
दंड (पुं.) बाँस या लकड़ी का डंडा -- दंडो
दंडनीय (वि.) दंड दिए जाने योग्य -- दंडनीय
दंपत्ती (पुं.) पति-पत्नी -- जोडपें, दंपती
दंभ (पुं.) अहंकार -- अहंकार
दक्षिणा (स्त्री.) यज्ञ-पूजा आदि के अंत में ब्राह्मणों और पुरोहितों को दिया जाने वाला द्रव्य -- दक्षणा
दत्तक (पुं.) गोद लिया हुआ -- पोसको
दत्तचित्त (वि.) जो किसी कार्य में मनोयोग से लगा हुआ हो, तल्लीन -- तल्लीन
दफनाना (स.क्रि.) मुदें को जमीन में गाड़ना -- पूरप
दबंग (वि.) जो किसी से दबता न हो, साहसी -- दबंग, प्रभावशाळी
दबदबा (पुं.) रोब, आतंक -- दबदबो
दबाना (स.क्रि.) भार या दाब के नीचे लाना -- दाबप
दबाना (स.क्रि.) किसी बात या मामले को आगे न बढ़ने देना -- थांबोवप
दबाना (स.क्रि.) दमन करना -- दमन करप
दबाव (पुं.) दबाने की क्रिया या भाव, दाब -- दाब
दबोचना (स.क्रि.) झपट कर दबा लेना -- लिपवप
दम (पुं.) ताकत, जोर -- ताकत
दम (पुं.) हुक्के आदि का कश -- झुरको
दम (पुं.) साँस, श्वास, प्राण -- स्वास
दमक (स्त्री.) चमक, प्रभा -- चमक
दमकल (स्त्री.) आग बुझाने का यंत्र, जिससे कोई तरल पदार्थ हवा के दबाव से वेगपूर्वक फेंका जाता है -- बंब
दयनीय (वि.) दया के योग्य -- दयनीय
दया (स्त्री.) रहम, अनुकंपा, तरस -- दया
दयादृष्टि (स्त्री.) दया या करुणापूर्ण दृष्टि या भावना -- दयादृश्टी
दर (पुं.स्त्री.) द्वार, दरवाजा -- दार
दर (पुं.स्त्री.) भाव (रेट) -- दर, मोल
दरखास्त (दरख्वास्त) (स्त्री.) आवेदन, प्रार्थनापत्र, अर्जी -- अर्ज, अर्जी
दरबान (पुं.) फाटक/प्रवेश द्वार पर तैनात चौकीदार -- गुरखो
दरवाज़ा (पुं.) द्वार, कपाट, किवाड़ -- दार
दरार (स्त्री.) रेखा की तरह का लंबा छिद्र -- चीर
दरिद्र (वि.पुं.) निर्धन, कंगाल, गरीब -- दळिद्रो
दरी (स्त्री.) मोटे सूत का एक बिछावन -- सतरंजी, जमखान
दर्जन (पुं.) बारह वस्तुओं की इकाई -- डझन्, दूझ
दर्जी (पुं.) कपड़े सीने का काम करने वाला -- शिंपी
दर्पण (पुं.) मुँह देखने का शीशा, आईना -- हारसो
दर्शक (पुं.) देखने वाला -- पळोवपी
दल (पुं.) गुट, टोला, समूह -- दल, पंगड
दल (पुं.) फूल की पंखड़ी -- पाकळी
दलना (स.क्रि.) चक्की में डालकर दो या अधिक टुकड़े करना -- दळवण
दलाल (पुं.) सौदा आदि करवाने में मध्यस्थता करने वाला, बिचौलिया -- दलाल
दवा (स्त्री.) औषधि -- वखद
दवा (स्त्री.) इलाज, उपचार -- उपचार
दशक (पुं.) दस वर्षों की अवधि -- दशक
दस्तकारी (स्त्री.) हाथ से किया गया कारीगरी का काम, हस्तशिल्प -- हस्त कौशल
दहकना (अ.क्रि.) इस प्रकार जलना कि लपटें निकलने लगे, धधकना -- धग धगप
दहाड़ (स्त्री.) शेर की गरज -- गरड
दहाड़ (स्त्री.) जोर की चिल्लाहट -- गर्जना
दहाड़ना (अ.क्रि.) शेर का गरजना -- डरकाळी फोडप
दहाड़ना (अ.क्रि.) जोर सो चिल्लाना -- गाज़, गर्जेवप
दहेज (पुं.) विवाह के अवसर पर कन्या पक्ष की ओर से दिया जाने वाला धन और सामान -- हुंडो, देणें
दाई (स्त्री.) उपमाता, धाय -- दाई
दाई (स्त्री.) प्रसूति के समय मदद करने वाली स्त्री -- बयजीण
दातुन (स्त्री.) नीम, बबूल आदि की नरम टहनी का टुकड़ा, जो दाँत साफ करने के काम आता है -- दातण
दान (पुं.) देने की क्रिया -- दिवप
दान (पुं.) धर्म आदि की दृष्टि से किसी को कोई वस्तु देने की क्रिया, खैरात -- दान करप
दानव (पुं.) राक्षस, असुर -- राक्षस
दानवीर (पुं.) उदारतापूर्वक दान करने वाला -- दानवीर
दाना (पुं.) अन्न या फल का कण या बीज -- दाणो
दाना (पुं.) माला आदि का मनका, मूंगा -- मणी
दाना (पुं.) छोटी गोल फुंसी -- पुळी
दाना-पानी (पुं.) अन्न-जल, खाना-पीना, जीविका -- दाणो-पाणी
दानेदार (वि.) जिसमें दाने या रवे हों -- दाणेदार
दाम (पुं.) कीमत, मूल्य -- मोल, कीमत
दायाँ (वि.) दाहिना -- उज़वो
दारोगा (दरोगा) (पुं.) निगरानी, देख-भाल करने वाला अधिकारी -- थाणेदार
दारोगा (दरोगा) (पुं.) पुलिस का एक अधिकारी -- फौजदार
दावत (स्त्री.) भोज -- पार्टी
दावत (स्त्री.) निमंत्रण -- आमंत्रण
दावा (पुं.) अधिकार, स्वत्व, हक -- हक्क
दावा (पुं.) स्वत्व की रक्षा या अन्याय के प्रतिकार के लिए न्यायालय में दिया हुआ प्रार्थना-पत्र नालिश -- दावो
दावा (पुं.) किसी बात की यथार्थता के विषय में अत्यधिक आत्मविश्वास, गर्वोक्ति -- खातरी
दिखावटी (वि.) जो केवल दिखाने के लिए किया गया हो -- दाखोवणें, नखरें
दिन (पुं.) वह समय, जिसका आरंभ सूर्योदय तथा अंत सूर्योस्त से होता है, दिवस -- दीस
दिन (पुं.) चौबीस घंटे की अवधि -- काळ, वेळ
दिनकर (पुं.) सूर्य -- सूर्य
दिमाग (पुं.) सिर के भीतर का गूदा -- मस्तिश्क, मेंदू
दिमाग (पुं.) सोचने-समझने की शक्ति -- बुद्धि
दियासलाई (स्त्री.) एक सिरे पर गंधक आदि मसाला लगाकर बनाई हुई छोटी तीली, जो रगड़ने पर जल उठती है -- फसका काड़ी
दिल (पुं.) हृदय -- काळीज़
दिलासा (पुं.) क्षुब्ध या दुखित हृदय को दिया जाने वाला आश्वासन, तसल्ली, ढाँढस -- धीर, दिलासो
दिवंगत (वि.) जो मर गया हो, परलोकवासी -- परलोक वासी
दिवाला (पुं.) धनहीनता की वह स्थिति, जिसमें कोई व्यक्ति अथवा संस्था अपना ऋण न चुका सके, सर्वथा अभाव की स्थिति -- दिवाळें, देवाळें
दिवालिया (वि.) जिसका दिवाला निकल गया हो, जो सर्वथा अभाव की स्थिति में हो -- दिवाळखोर, खांख-नवाळ
दिशा (स्त्री.) क्षितिज मंडल के चार मार्गों पूर्व, पश्चिम, दक्षिण, उत्तर में से एक -- दिको
दिशा (स्त्री.) ओर, तरफ -- वाटेन
दीक्षा (स्त्री.) किसी मंत्र की वह शिक्षा, जो आचार्य या गुरु से विधिपूर्वक शिष्य बनने अथवा किसी संप्रदाय में सम्मिलित होने के समय ली जाती है, गुरुमंत्र -- दीक्षा
दीपक (पुं.) दीया, चिराग -- दीपक
दीया (दिया) (पुं.) दीपक, चिराग -- दिवो
दीर्घा (स्त्री.) आने जाने के लिए कोई लंबा और ऊपर से छाया हुआ मार्ग -- गॅलरी
दीवार (स्त्री.) मिट्टी, ईंटों, पत्थरों आदि की प्रायः लंबी, सीधी और ऊँची रचना, जो कोई स्थान घेरने के लिए खड़ी की जाती है, भीत -- वणत
दुख (पुं.) कष्ट, क्लेश, तकलीफ -- दुख
दुकान (दूकान) (स्त्री.) सौदा खरीदने और बेचने की जगह -- पसरो, दुकान
दुकानदार (दूकानदार) (पुं.) दुकान का स्वामी, दुकानवाला -- पसरकार, दुकानदार
दुतकारना (स.क्रि.) उपेक्षा या तिरस्कारपूर्वक हटाना, तिरस्कृत करना -- उपेक्षा करप
दुबला (वि.) दुर्बल, कमजोर, पतले बदन वाला -- दुर्बळ, अशक्त
दुभाषिया (पु.) वह मध्यस्थ व्यक्ति, जो अलग भाषाओं के बोलने वाले दो व्यक्तियों की वार्ता के समय एक को दूसरे का अभिप्राय समझाए -- दुभाशी, दुभाषी
दुरुपयोग (पुं.) किसी चीज़ या बात का अनुचित उपयोग -- दुरुपयोग
दुर्गंध (स्त्री.) बुरी गंध, बदबू -- घाण, दुर्गंध
दुर्ग (पुं.) किला, गढ़, कोट -- किलॉ, गढ
दुर्घटना (स्त्री.) अचानक होने वाली दुखद घटना -- दुर्दशा
दुर्दशा (स्त्री.) बुरी हालत, दुर्गति -- दुर्दशा
दुर्भिक्ष (पुं.) अकाल -- दुकाळ
दुर्लभ (वि.) जो कठिनाई से अथवा कम मात्रा में प्राप्त होता हो, -- दुर्लभ
दुलहन (दुलहिन) (स्त्री.) नई बहू, नव विवाहिता -- व्हंकल
दुलार (पुं.) लाड्-प्यार -- लाड
दुविधा (स्त्री.) ऐसी मनःस्थिति जिसमें दो या कई बातों में से किसी एक बात का निश्चय न हो रहा हो -- दुबाव
दुश्मन (पुं.) शत्रु, बैरी -- दुसमान
दुष्ट (वि.) दूषित मनोवृत्ति वाला, दूसरों को परेशान करने वाला -- दुश्ट
दुहना (स.क्रि.) मादा जीवों के स्तनों से दूध निकालना/प्राप्त करना -- धारकाडप
दूत (पुं.) पत्र या संदेशवाहक, हरकारा -- दूत
दूत (पुं.) किसी राजा या राष्ट्र का वह प्रतिनिधि, जो राजनीतिक कार्य से अन्य राष्ट्र में भेजा गया हो या स्थायी रूप से वहाँ रहता हो -- राश्ट्रदूत
दूतावास (पुं.) राजदूत के रहने का स्थान और उसका कार्यालय -- दूतावास
दूभर (वि.) कठिन, मुश्किल -- कठीण
दूर (क्रि.वि.) देश-काल, स्थान आदि की दृष्टि से अधिक अंतर पर, फासले पर अलग, पृथक -- पयस, वेगळें
दूरदर्शन (पुं.) टेलीविजन -- दूरदर्शन
दूरबीन (स्त्री.) एक यंत्र, जिसके द्वारा दूर की वस्तुएँ समीपस्थ दिखाई देती हैं -- दुर्बिण
दूरभाष (पुं.) एक यंत्र, जिसकी सहायता से दूर बैठे लोग आपस में बातचीत करते हैं, टेलीफोन -- दूरध्वनी, टेलीफोन
दुल्हा (पुं.) वह व्यक्ति, जिसका विवाह होने को हो या कुछ ही दिनों पहले हुआ हो, वर, नवविवाहित -- न्हवरो
दूसरा (वि.) जो गणना में दो के स्थान पर हो, पहले के बाद का -- दुसरो
दूसरा (वि.) प्रस्तुत से भिन्न, अन्य -- अन्य
दृढ़ (वि.) अविचलित -- दृढ
दृढ़ (वि.) कड़ा, मजबूत -- मज़बूत
दृढ़ (वि.) जिसमें कोई हेर-फेर न हो सके, पक्का, निश्चित -- पक्का
दृश्य (पुं.) जो देखने में आ सके या दिखाई दे सके, जिसे देख सकते हों -- देखाव
दृश्य (पुं.) नजारा -- दृश्य
देखना (स.क्रि.) नेत्रों द्वारा किसी के होने का ज्ञान प्राप्त करना -- पळोवय
देखना (स.क्रि.) निगरानी करना या रखना -- लक्ष-दवरप
देख-रेख (स्त्री.) निगरानी -- दोळो दवरप
देनदार (वि.) कर्जदार, ऋणी -- रीणकार
देना (स.क्रि.) प्रदान करना -- दिवप
देर (स्त्री.) विलंब -- उशीर, वेळ
देवता (पुं.) दिव्य शक्ति संपन्न सत्ता -- देव
देवता (पुं.) देव प्रतिमा -- देवाची प्रतिमा
देवी (स्त्री.) दिव्य गुण वाली शक्ति जैसी दुर्गा, लक्ष्मी, सरस्वती, पार्वती आदि -- देवी
देवी (स्त्री.) स्त्रियों के लिए एक आदरसूचक संबोधन -- NA
देश (पुं.) राजनैतिक दृष्टि से एक विशिष्ट भू-भाग -- देश
देश (पुं.) कोई विशिष्ट भू-भाग या खंड -- प्रदेश
देशद्रोही (पुं.) षड्यंत्र रचकर अपने देश को हानि पहुँचाने वाला, देश से विश्वासघात करने वाला -- देशद्रोही
देशवासी (पु.) देश में रहने-बसने वाला -- देशवासी
देहांत (पुं.) मृत्यु, मौत -- मरण
देहात (पुं.) गाँव, ग्राम -- खेडे
दैनंदिनी (स्त्री.) डायरी, रोजनामचा -- डायरी
दैनिकी (स्त्री.) जेब में रखी जाने वाली वह छोटी पुस्तिका, जिसमें रोज के किए जाने वाले कामों का उल्लेख होता है, दैनंदिनी, डायरी -- डायरी
दोपहर (पुं.) दिन के बारह बजे और उसके आस-पास का समय, मध्याह्न -- दरपार
दोहराना (स.क्रि.) कोई काम या बात फिर से उसी प्रकार करना या कहना, पुनरावृत्ति -- परत-परत म्हणप
दोहराना (स.क्रि.) किए हुए काम को फिर से आदि से अंत तक इस दृष्टि से देखना कि उसमें कहीं कोई भूल तो नहीं रह गई, पुनरीक्षण -- पुनर्निरीक्षण करप
दौड़-धूप (स्त्री.) वह प्रयत्न जिसमें अनेक स्थानों पर इधर-उधर बार-बार आना-जाना पड़े -- धांवपळ
दौड़ना (अ.क्रि.) इतनी तेजी से चलना कि पाँव पृथ्वी पर पूरा न पड़े, भागना -- धांवप
दौलत (स्त्री.) अधिकृत धन, संपत्ति -- आस्पत, धन दौलत
द्योतक (वि.) किसी चीज को प्रकट करने वाला, परिचायक -- सूचक, प्रकट करपी
द्रोही (वि.) किसी के विरुद्ध षड्यंत्र रचने वाला, विश्वासघाती -- विश्वासघाती
द्वंद्व (पुं.) जोड़ा युगल -- जोडपें
द्वंद्व (पुं.) दो व्यक्तियों का परस्पर युद्ध -- द्वंद्व
द्वार (पुं.) दरवाजा -- दार
द्वीप (पुं.) चारों ओर समुद्र से घिरा हुआ भू-भाग, टापू -- द्वीप
द्वेष (पुं.) चित्त का वह भाव, जो अप्रिय वस्तु या व्यक्ति का नाश करने की प्रेरणा देता है, शत्रुता, वैर -- दुस्वाशी
धंधा (पुं.) वह उद्योग या कार्य, जो जीविका निर्वाह के लिए किया जाए -- धंधो
धकेलना (स.क्रि.) धक्का देना, ढकेलना -- धूकळप
धड़ (पुं.) शरीर का वह बीच वाला भाग, जिसमें छाती, पीठ और पेट हैं -- धड़
धड़ (पुं.) तना -- रुखाचें कांड
धड़कन (स्त्री.) हृदय का स्पष्ट स्पंदन -- धडधड करप
धधकना (अ.क्रि.) आग का दहकना, भड़कना -- धग-धगप
धन (पुं.) संपत्ति, दौलत -- धन-संपत्ती
धन (पुं.) पूँजी -- जोड़
धनवान (वि.) जिसके पास बहुत धन हो, धनी, दौलतमंद -- श्रीमंत, गिरेस्त
धनाढ्य (वि.) बहुत बड़ा धनी -- खूब पैशेवालो, धनाढ्य
धनुष (पुं.) कमान -- धनुश
धन्यवाद (पुं.) किसी उपकार या अनुग्रह के बदले में कहा जाने वाला कृतज्ञतासूचक शब्द शुक्रिया -- धन्यवाद
धरती (स्त्री.) पृथ्वी, जमीन, भूमि -- धर्तरी, भूंय
धरना (स.क्रि.) किसी स्थान पर किसी चीज को रखना -- दवरप
धरना (पुं.) कोई काम कराने के लिए अड़कर बैठ जाना और जब तक काम न हो जाए, वहाँ से न हटना -- धरणें
धर्म (पुं.) किसी वस्तु या व्यक्ति की वह नित्यवृत्ति, गुण या लक्षण, जो उससे कभी अलग न हो, सहजगुण -- सहजगुण
धर्म (पुं.) मजहब -- संप्रदाय, धर्म
धर्मशाला (स्त्री.) परोपकार की दृष्टि से बनाया गया वह भवन, जिसमें यात्री बिना कोई शुल्क दिए कुछ समय तक रह सकते हैं -- धर्मशाळा
धर्मात्मा (वि.पुं.) धार्मिक आचरण करने वाला -- धर्मात्मा
धर्मात्मा (वि.पुं.) साधु-संत -- साधु-संत
धवल (वि.) उजला, सफेद -- धवो, शुभ्र
धवल (वि.) निर्मल -- निर्मळ
धाँधली (स्त्री.) अव्यवस्था, दुर्व्यवस्था, गड़बड़ -- घोटाळो
धाँधली (स्त्री.) निरंकुशता, स्वेच्छाचारिता -- धांधळ
धागा (पुं.) बटा हुआ महीन सूत जो प्रायः सीने-पिरोने के काम आता है, डोरा -- दोरो
धातु (स्त्री.) कुछ विशिष्ट प्रकार के खनिज पदार्थ -- खनीज
धातु (स्त्री.) (संस्कृत व्याकरण में) क्रिया का मूल रूप -- संस्कृत व्याकरणा तलो मूळधातू
धार (स्त्री.) पानी आदि के गिरने या बहने की धारा, प्रवाह -- धार
धार (स्त्री.) किसी हथियार का वह तेज सिरा या किनारा, जिससे कोई चीज काटते हैं। -- धार
धारणा (स्त्री.) व्यक्तिगत विचार या विश्वास -- समजूत
धारणा (स्त्री.) किसी नियम, नियमावली, विधान आदि का वह स्वतंत्र अंश, जिसमें किसी एक विषय से संबंध रखने वाली सब बातों का एक अनुच्छेद में उल्लेख होता है, दफा -- कलम
धारणा (स्त्री.) निरंतर चलने वाला क्रम -- सतत बचप
धारावाहिक (वि.) अविछिन्न क्रम या गतिवाला -- धारावाही
धारावाहिक (वि.) जो क्रमशः खंडों के रूप में बराबर कई अंशों अथवा अंकों में प्रकाशित होता रहे -- धारावाहिक
धिक्कार (पुं.) भर्त्सना, लानत -- धिक्कार
धीमा (पुं.) कम वेगवाला, मंद -- हळू
धीर (वि.) जो शांत स्वभाव वाला हो, अविचल -- धीर
धीर (वि.) दृढ़, अटल, दृढ़-प्रतिज्ञ -- दृढ़
धीरे (क्रि.वि.) धीमी या मंद गति से, आहिस्ता -- सावकाश
धीरे (क्रि.वि.) नीचे या हल्के स्वर में -- हळू
धुँधला (वि.) धुंध से भरा हुआ -- धुंधळ
धुँधला (वि.) धुएँ की तरह का कुछ-कुछ काला -- धुकट
धुँधला (वि.) मंद, फीका -- मंद
धुआँ (पुं.) जलती हुई चीजों से निकलने वाला वायवीय पदार्थ, जो कुछ कालापन लिए होता है -- धुकट, धुंवर
धुन (स्त्री.) मन की लगन, तरंग -- धुन
धुन (स्त्री.) सनक, झक -- NA
धुन (स्त्री.) गाने या बजाने का विशिष्ट ढंग -- सुर
धुनना (स.क्रि.) धुनकी से रूई साफ करना, ताकि उससे बिनौले अलग हो जाएँ -- पिंजप
धुनना (स.क्रि.) खूब मारना-पीटना -- बडवप
धुरंधर (वि.) किसी विषय में बहुत बढ़ा-चढ़ा, प्रवीण -- धुरंधुर, प्रवीण
धुरी (स्त्री.) लकड़ी या लोहे की वह छड़ या डंडा, जो पहियों के केंद्र में रहता है और जिसके सहारे पहिया घूमता है, अक्ष -- धुरा
धुरी (स्त्री.) मूल आधार -- मूळ आधार
धूम-धाम (स्त्री.) उल्लास से युक्त आयोजन, जिसमें खूब चहल-पहल और ठाठ-बाट हो -- धाम-धूम
धूम्र-पान (पुं.) तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट आदि पीना -- सिगरेट, ओडप
धृष्टता (स्त्री.) ढिठाई, दुस्साहस -- धीट
धैर्य (पुं.) धीरज, सब्र -- धीर, धैर्य
धोखा (पुं.) छल, कपट -- दगो
धोखा (पुं.) भ्रम, भ्रांति -- भ्रम
धोना (स.क्रि.) जल या किसी तरल पदार्थ के प्रयोग से गंदगी को साफ करना -- धुवप
धोना (स.क्रि.) दूर करना, मिटाना -- काडून उडवप
धौंकना (स.क्रि.) आग दहकाने के लिए पंखे आदि की सहायता से जोर की हवा करना -- फुंकप
ध्यान (पुं.) चित्त या मन को पूरी तरह एकाग्र और स्थिर करने की क्रिया या भाव -- ध्यान
ध्यान (पुं.) सोच-विचार, मनन -- विचार
ध्येय (पुं.) उद्देश्य, लक्ष्य -- ध्येय
ध्रुव (वि.) अचल, अटल -- दृढ़
ध्रुव (वि.) स्थायी, नित्य, शाश्वत -- शाश्वत
ध्रुव (पुं.) पृथ्वी के उत्तरृ-दक्षिण सिरे -- दोनी ध्रुव (भूगोल)
ध्रुव (पुं.) वह तारा, जो पृथ्वी की अक्ष के सिरे की सीध में उत्तर की ओर दिखाई देता है। -- ध्रुव तारो
ध्वज (पुं.) झंडा, पताका -- पताको
ध्वजारोहण (पुं.) झंडा फहराने की क्रिया -- ध्वजारोहण
ध्वनि (स्त्री.) आवाज, शब्द -- ध्वनी
ध्वनि (स्त्री.) (काव्य में) व्यंग्य, व्यंग्यार्थ -- ध्वन्यार्थ, व्यंग्यार्थ
नंगा (वि.) जो कोई कपड़ा न पहने हो, दिगंबर -- नागडो
नंगा (वि.) जिस पर कोई आवरण या आलंकारिक वस्तु न हो -- उघडो
नंगा (वि.) निर्लज्ज, बेशर्म, दुष्ट, पाजी -- निर्लज्ज, मर्याद नाशिल्लो
नकद (पुं.) लेन-देन में व्यवहार में आने वाला धन जो तुरंत दिया या चुकाया जाता है -- रोख
नकद (वि.) जिसका मूल्य रुपए पैसे के रूप में तुरंत चुकाया जाए -- नगद
नकद (क्रि.वि.) तुरंत भुगतान रुपए के रूप में -- नगद
नकदी (स्त्री.) रूपया पैसा जो तैयार या नोटों, सिक्कों आदि के रूप में सामने हो, खड़ा धन -- रोकड
नकल (स्त्री.) किसी को कोई काम करते हुए देखकर उसी के अनुसार करने की क्रिया या भाव -- अनुकरण
नकल (स्त्री.) किसी कृति, चित्र, लेख आदि की ज्यों की त्यों तैयार की हुई प्रतिलिपि, अनुलिपि -- प्रतिलिपी
नक्काशी (स्त्री.) धातु, पत्थर आदि पर खोद कर बेल-बूटे बनाने का काम या कला -- नक्काशी
नक्काशी (स्त्री.) उक्त प्रकार से बनाए गए बेल-बूटे आदि -- नक्षीकाम
नक्शा (पुं.) रेखाओं आदि द्वारा किसी वस्तु की अंकित की हुई वह आकृति, जो उस वस्तु का सामान्य परिचय कराती है, मानचित्र -- नकासो
नक्शा (पुं.) रूपरेखा, खाका -- आराखडो
नक्षत्र (पुं.) तारा -- तारो
नक्षत्र (पुं.) चंद्रमा के पथ में पड़ने वाला 27 तारों का समूह -- नक्षत्र, नखेत्र
नख-शिख (पुं.) पैरों के नाखून से लेकर सिर के बालों तक के सब अंग, शरीर के अंग-प्रत्यंग -- नखशिख
नग (पं.) नगीना, मणि -- मणी
नग (पं.) अदद या संख्यासूचक एक शब्द -- नग
नगर (पुं.) वह बस्ती जो गाँवों, कस्बों आदि से बड़ी हो, शहर -- शार
नगरपालिका (स्त्री.) वह संस्था, जो नगर के स्वास्थ्य, जल, निकास, रोशनी आदि का प्रबंध करती है -- नगरपालिका
नगाड़ा (पुं.) डुगडुगी की तरह का चमड़ा मढ़ा हुआ एक प्रकार का बड़ा वाद्य यंत्र, नक्कारा -- नगारे
नगीना (पुं.) रत्न, मणि, नग -- रत्न
नग्न (वि.) नंगा -- नग्न, नागड़ो
नग्न (वि.) आवरण रहित, उघड़ा -- उघडो
नजरबंद (वि.) वह बंदी, जिसकी चेष्टाओं पर नजर रखी जा सके और जो निश्चित स्थान और सीमा के बाहर आ-जा न सके -- नजरबंद
नट (पुं.) नाटक करने वाला, अभिनेता -- नट
नट (पुं.) तरह-तरह के शारीरिक करतब दिखाने वाली एक जाति -- डोंबारी, नाडेपेन्न करपी
नटखट (वि.) चंचल, ऊधमी, शरारती -- मस्तो
नमस्कार (वि.) झुककर आदरपूर्वक किया गया अभिवादन -- नमस्कार
नमस्कार (वि.) अभिवादन सूचक शब्द -- NA
नमूना (पुं.) इकाई जो उस वस्तु का स्वरूप बतलाने के लिए दिखाई जाती है -- नमूनो
नमूना (पुं.) वह जिसे देखकर उसके अनुसार वैसा ही कुछ और बनाया जाए, प्रतिमान -- तरा
नम्रता (स्त्री.) विनीय होने का भाव -- नमळाय, नम्रताय
नया (वि.) जो अभी हाल में निकला या बना हो, नवीन -- नवें
नर (पुं.) पुरुष, आदमी, मर्द (मादा का विपर्यय) -- दादलो, नर
नरम (वि.) कोमल, मृदु, मुलायम -- मोव
नरमी (नर्मी) (स्त्री.) नरम या नर्म होने की अवस्था, गुण या भाव, मृदुता, कोमलता -- मोवाळपण
नरेश (पुं.) राजा -- राज़ा
नर्तकी (स्त्री.) नाचने में प्रवीण स्त्री -- नर्तकी
नल (पुं.) गोल लंबा खंड या रचना, जिसका भीतरी भाग खोखला या पोला हो -- पाइप, नळ
नलकूप (पुं.) मशीन-चालित यंत्र, जिसके द्वारा जमीन के अंदर से पानी खींचा जाता है -- ट्यूबवेल, नळ-बांय
नव (वि.) नया, नवीन, आधुनिक -- नवीन
नवनीत (पुं.) ताज़ा मक्खन -- लोणी
नवयुवक (पुं.) जो अभी हाल में जवान हुआ हो, नौजवान, तरुण -- तरपाटो
नवीन (वि.) नया, नूतन -- नवीन
नवीन (वि.) जो पहले-पहल या मूल रूप में बना हो, मौलिक -- मौलिक
नशाबंदी (स्त्री.) राज्य या समाज द्वारा मादक पदार्थों के बेचने-खरीदने और पान करने पर पाबंदी लगाना -- नशाबंदी
नष्ट-भ्रष्ट (वि.) सब तरह से खराब और बरबाद -- नश्ट-भ्रश्ट
नष्ट-भ्रष्ट (वि.) व्यर्थ, बेकार -- बेकार
नस (स्त्री.) रक्तवाहिनी नली -- नस
नसबंदी (स्त्री.) शल्य-क्रिया द्वारा पुरुष की जननेंद्रिय के वीर्य-प्रवाह के मार्ग को अवरुद्ध कर देने की क्रिया, ताकि वह प्रजनन कार्य में अक्षम हो जाए -- नसबंदी
नसल (नस्ल) (स्त्री.) वंश -- वंश
नलस (नस्ल) (स्त्री.) संतति -- संतती
नहाना (अ.क्रि.) स्नान करना -- न्हावप
नाग (पुं.) सर्प, साँप -- सरोप
नाग (पुं.) काले रंग का बड़ा और फन वाला साँप -- नाग
नागरिक (वि.) नगर में रहने वाला, नगर से संबंधित -- नगरवासी
नागरिक (वि.) असैनिक -- नागरी
नागरिक (पुं.) किसी राज्य में जन्म लेने वाला वह व्यक्ति जिसे उस राज्य में रहने, नौकरी करने, संपत्ति रखने आदि के अधिकार प्राप्त होते हैं -- नागरिक
नागिन (स्त्री.) नाग (सर्प) की मादा -- नागीण
नाचना (अ.क्रि.) नृत्य करना -- नाचप
नाचना (अ.क्रि.) संगीत के स्वर में ताल स्वर के अनुसार हाव-भावपूर्ण चेष्टाएँ करना -- नृत्य करप, नाच करप
नाटक (पुं.) दृश्य काव्य -- नाटक
नाटक (पुं.) दिखावटी कार्य -- ढोंग
नाता (पुं.) संबंध, रिश्ता -- संबंध, नाते
नाथ (पुं.) प्रभु, स्वामी -- स्वामी, देव
नाथा (पुं.) पति को संबोधित करने वाला शब्द (नाटक अादि में) -- घोव, पती
नाथा (पुं.) एक संप्रदाय -- NA
नाथा (स्त्री.) ऊँटों, बैलों आदि को वश में रखने के लिए नथनों में डाली जाने वाली रस्सी -- वेसवण
नादान (वि.) भोला, अनुभवहीन, अकुशल या अनाड़ी -- अडाणी
नाप-तोल (स्त्री.) नाप-जोख -- ज़ोख-माप
नाप-तोल (स्त्री.) माप और वजन -- वज़न
नापना (स.क्रि.) लंबाई, चौड़ाई, गहराई-ऊँचाई, परिमाण, मात्रा आदि का ठीक ज्ञान प्राप्त करना, मापना -- मापप
नाम (पुं.) वस्तु, व्यक्ति आदि का बोधक शब्द संज्ञा -- नांव
नाम (पुं.) ख्याति, यश, प्रतिष्ठा -- नावादिक, नामनेचो
नामकरण (पुं.) नाम रखने की क्रिया या भाव -- नामकरण
नामकरण (पुं.) बच्चे का नाम रखने के लिए एक संस्कार -- बारसो, नांवघालय
नामे (पुं.) लेखा आदि वह खाता, स्तंभ या मद जिसमें किसी पक्ष को दी गई रकम लिखी जाती है, जमा का विपर्याय -- पयशे (देणे) म्हणून नांवर बंरोवप, नार्वी
नायक (पुं.) नेता, मार्गदर्शक -- नेता
नायक (पुं.) काव्य, नाटक, उपन्यास आदि का प्रधान पात्र -- नायक
नायिका (स्त्री.) महिला नेता, वीरांगना, अभिनेत्री -- वीरांगना
नायिका (स्त्री.) काव्य, नाटक, कहानी, उपन्यास आदि का मुख्य स्त्री पात्र -- नायिका
नारा (पुं.) किसी दल, समुदाय आदि के द्वारा जुलूस आदि के साथ उच्च स्वर में बोला जाने वाला वाक्य -- नारो
नाराज (वि.) अप्रसन्न, रुष्ट -- नाराज़, राग
नारी (स्त्री.) स्त्री, औरत -- अस्तुरी, नारी
नाला (पुं.) गंदे पानी का निकास मार्ग, जलमार्ग -- कालवो, नालो
नाव (स्त्री.) नौका, किश्ती -- व्हडें, नाव
नाविका (पुं.) वह, जो नौका खेता हो, माँझी, मल्लाह -- नावीक, ह्वडेंकार
नाश (पुं.) वस्तु आदि की टूट-फूट कर ध्वस्त होने की क्रिया या भाव, ध्वंस, विध्वंस -- नाश
नाश (पुं.) अपव्यय, बरबादी -- विध्वंस
नास्तिक (पुं.) ईश्वर, परलोक, मत-मतांतरों आदि को न मानने वाला -- नास्तिक
निंदा (स्त्री.) किसी के दोषों, बुराइयों आदि का उल्लेख -- निंदा
निःशुल्क (वि.) जिस पर कोई शुल्क या कर न लगता हो -- फुकट
निःसंतान (वि.) संतान-रहित -- निःसंतान
निकट (क्रि.वि.) समय या स्थान की दृष्टि से पास ही में, समीप -- लागीं
निकम्मा (वि.) जो कोई काम न करता हो, बेकार -- निकामी
निकम्मा (वि.) जो किसी काम में आने योग्य न हो -- बॅकार
निकलना (अ.क्रि.) भीतर से बाहर आना, प्रकट होना -- भायर, सरप
निकलना (अ.क्रि.) उदित होना -- उदेवप
निकासी (स्त्री.) निकलने या निकालने की क्रिया -- प्रस्थान
निकासी (स्त्री.) दुकान में रखे हुए अथवा कारखानों आदि में तैयार होने वाले माल का बिकना -- खपत
निकृष्ट (वि.) नीच, गिरा हुआ, निम्न, घटिया -- निकृष्ट
निखट्टू (वि.) (व्यक्ति) जो कुछ भी न कमाता हो -- बॅकार-थवय
निखट्टू (वि.) आलसी, बेकार -- आकशी
निगलना (स.क्रि.) कोई चीज बिना चबाए ही गले के नीचे उतार लेना -- गिळप
निग्रह (पुं.) अवरोध, रोक -- निग्रह
निग्रह (पुं.) आचरण को मर्यादित करना -- NA
निचोड़ (पुं.) सार, सत्व -- सत्व, सारांश, सार
निचोड़ना (स.क्रि.) गीली या रसदार वस्तु से उसका रस निकालना -- पिळप
निडर (वि.) निर्भय, निर्भीक -- निर्भीक
निडर (वि.) साहसी -- साहसी
नितांत (क्रि.वि.) बहुत अधिक -- खूब
नितांत (क्रि.वि.) बिल्कुल -- संपूर्ण
निथारना (स.क्रि.) पानी आदि से मैल को अलग करना -- निस्तावप
निदान (पुं.) मूल कारण -- कारण
निदान (पुं.) चिकित्सा शास्त्र में रोग की पहचान एवं समाधान -- रोगनिदान
निदान (पुं.) समाधान -- NA
निद्रा (स्त्री.) नींद -- न्हीद
निधन (पुं.) मृत्यु, देहावसान -- मृत्यु, निधन, मरण
निधि (पुं.) विशेष कार्य के लिए जमा किया हुआ धन -- निधी
निपटना (अ.क्रि.) पूरा होना, संपन्न होना -- पुराय जावप
निपटना (अ.क्रि.) निवृत्त होना -- निवृत्त जावप
निपटना (अ.क्रि.) लेन-देन, झगड़े विवाद आदि का निपटना होना -- निस्तरावप
निपटाना (स.क्रि.) कार्य आदि पूर्ण या संपादित करना -- सोंपवप
निपटाना (स.क्रि.) विवाद या झगड़े को समाप्त करना -- मिटोवप
निपुण (वि.) दक्ष, प्रवीण, कुशल -- प्रवीण
निबंध (पुं.) वह विचारपूर्ण विवरणात्मक विस्तृत लेख, जिसमें सब अंगों का विवेचन किया गया हो -- निबंध
निबाहना (स.क्रि.) निर्वाह करना, निभाना -- निभावप
निबाहना (स.क्रि.) (दायित्व, कार्य वचन आदि का) पालन करना, पूरा करना -- पुराय करप
निभाना (स.क्रि.) उत्तरदायित्व, कार्य, वचन आदि को पूरा करना -- निभावप
निभाना (स.क्रि.) व्यक्ति अथवा स्थिति के -- निभावप
निमंत्रण (पुं.) किसी अवसर विशेष पर आदरपूर्वक बुलाने की क्रिया या भाव -- आमंत्रण
नियंत्रण (पुं.) मनमानी रोकने के लिए बंधन लगाना, नियम आदि द्वारा रोकना -- अंकुश
नियंत्रण (पुं.) व्यापारिक क्षेत्र में शासन द्वारा किसी वस्तु के मूल्य और वितरण को नियमित और सुनिश्चित करना -- नियंत्रण
नियम (पुं.) मनमानी रोकने के लिए बनाए गए आदेश/निर्देश -- नियम
निरंकुश (वि.) जिस पर किसी प्रकार का नियंंत्रण न हो -- निरंकुश
निरंकुश (वि.) स्वेच्छाचारी -- स्वेच्छाचारी
निरंतर (वि.) लगातार -- सतत
निरस्त्रीकरण (पुं.) परस्पर युद्ध की संभावना कम करने के लिए देशों का सैनिक बल कम करना -- निरस्त्रीकरण
निरा (वि.) विशुद्ध -- विशुद्ध
निरा (वि.) केवल, सिर्फ, एकमात्र -- एकमात्र
निराकरण (पुं.) दूर करना या हटाना -- निवारण
निराकरण (पुं.) आपत्ति आदि का तर्कपूर्वक खंडन, निवारण करना -- खंडन
निराकार (वि.) जिसका कोई आकार न हो, स्वरूप रहित -- निराकार
निराकार (पुं.) ब्रह्म -- ब्रह्म
निराधार (वि.) जिसका कोई आधार न हो, आधारहीन -- निराधार
निरामिष (वि.) जिसमें मांस न मिला हो -- शाकाहार
निरामिष (वि.) शाकाहारी -- शाकाहारी
निराश (वि.) जिसे आशा न रह गई हो, हताशा -- निराश
निरीक्षक (पुं.) जाँच-पड़ताल, निरीक्षण आदि करने वाला -- निरीक्षक
निरूपण (पुं.) छान-बीन तथा सोच विचार कर किसी बात या विषय का विवेचन करना -- निरुपण
निर्जीव (वि.) प्राणरहित, जड़, अचेतन -- निर्जीव
निर्णय (पुं.) निष्कर्ष, परिणाम, फैसला -- निर्णय
निर्दय (वि.) दया-हीन, कठोर, निष्ठुर -- निर्दय
निर्देशक (पुं.) दिशा बताने या निर्देशन करने वाला -- निर्देशक
निर्दोष (वि.) दोषरहित -- निर्दोश
निर्दोष (वि.) जिसने कोई अपराध न किया हो, निरपराध -- निरपराधी
निर्धन (वि.) धन-रहित, गरीब -- गरीब
निर्धारण (पुं.) तय या निश्चित करना, दृढ़ धारणा बनाना -- तोक, ठहर, निर्धारण
निर्बल (वि.) (शारीरिक दृष्टि से बलहीन, कमजोर) -- अशक्त, निर्बल
निर्बल (वि.) जिसे यथेष्ट अधिकार या सत्ता प्राप्त न हो, शक्तिहीन -- दुबळो
निर्भर (वि.) किसी दूसरे पर अवलंबित या आश्रित -- अवलंबित, निर्भर
निर्मल (वि.) साफ, स्वच्छ -- निर्मल, स्वच्छ
निर्मल (वि.) निष्कपट, शुद्ध -- शुद्ध
निर्माण (पुं.) कोई नई चीज तैयार करना या बनाना, रचना -- निर्माण, रचना
निर्यात (पुं.) माल बाहर भेजने की क्रिया या भाव -- निर्यात
निर्यात (पुं.) बाहर या विदेशों में भेजा हुआ माल -- भायले देशाक धाडिल्लो माल
निर्वाचन (पुं.) किसी एक या अधिक को चुनना, चयन -- वेंचप
निवारण (पुं.) दूर करना, हटाना -- सोड, निवारण
निवेदन (पुं.) नम्रतापूर्ण अनुरोध, प्रार्थना -- निवेदन
निवेदन (पुं.) अर्पण, समर्पण -- अर्पण, ओंपप
निवेश (पुं.) किसी व्यापार, उद्योग आदि में धन या पूँजी लगाने का कार्य तथा इस प्रकार से लगाया हुआ धन, पूँजी आदि -- निवेश
निशा (स्त्री.) रात -- रात
निशान (पुं.) चिह्न या लक्षण -- कुरु, चिह्न
निशान (पुं.) दाग, धब्बा -- दाग
निशान (पुं.) झंडा या पताका -- निशाणी
निश्चय (पुं.) कोई कार्य करने का अंतिम निर्णय या संकल्प करना -- निश्चय
निश्चल (वि.) अविचल, स्थिर -- स्थिर
निश्चल (वि.) अपरिवर्तनशील -- अपरिवर्तनशील
निश्चित (वि.) (बात या प्रस्ताव) जिसके संबंध में निश्चय हो चुका हो -- निश्चित
निश्चित (वि.) जो अटल या स्थिर हो -- स्थिर
निश्छल (वि.) (व्यक्ति) छल कपट से रहित -- निश्चळ
निष्कर्ष (पुं.) विचार विमर्श आदि के उपरांत निकलने वाला परिणाम -- निष्कर्श
निष्कर्ष (पुं.) सारांश, निचोड़ -- सारांश
निष्काम (वि.) (व्यक्ति) जिसके मन में कामनाएँ या वासनाएँ न हों -- निश्काम
निष्काम (वि.) (कार्य) जो बिना किसी प्रकार की कामना के किया जाए -- निश्काम कर्म
निष्कासन (पुं.) किसी को किसी पद, क्षेत्र, स्थान, वर्ग, दल आदि से निकालना, बाहर करना या हटाना -- धांवडोवप, धांवडोन-घालप
निष्क्रिय (वि.) क्रियारहित, निश्चेष्ट -- निश्क्रीय
निष्क्रिय (वि.) अकर्मण्य, आलसी -- आळशी
निष्ठा (स्त्री.) दृढ़ निश्चय या विश्वास -- निश्ठा
निष्ठा (स्त्री.) आस्था, श्रद्धा, भक्ति -- आस्था, भक्ती
निष्ठा (स्त्री.) ईमानदारी, वफादारी -- प्रमाणिकता
निष्पक्ष (वि.) (व्यक्ति) जो किसी पक्ष या दल में सम्मिलित न हो, तटस्थ -- निश्पक्ष
निष्पक्ष (वि.) पक्षपात-रहित -- तटस्थ
निष्पादन (पुं.) आज्ञा, आदेश, नियम, निश्चय आदि के अनुसार कोई काम ठीक तरह से पूरा करना -- आज्ञा चे अनुरुप काम करप
निस्पंद (वि.) जिसमें किसी प्रकार की हलचल न हो -- स्थिर
निस्संदेह (वि.) जिसमें संदेह न हो, असंदिग्ध, बेशक -- संशय नाशिल्ले
निस्संदेह (क्रि.वि.) निश्चित रूप से अवश्य -- निश्चित
नींद (स्त्री.) निद्रा -- न्हिद
नींव (स्त्री.) जमीन के अंदर का हिस्सा, बुनियाद -- बुन्याद
नीचा (वि.) अधिकार, पद, मर्यादा आदि की दृष्टि से जो औरों से घटकर हो, छोटा -- ल्हान
नीचा (वि.) जो किसी सम धरातल या स्तर से निम्न स्तर पर स्थित हो, निम्न -- सकयल
नीचे (क्रि.वि.) किसी की तुलना में निम्न धरातल पर -- सकयल
नीचे (क्रि.वि.) किसी की अधीनता या वश में -- आधीन
नीति (स्त्री.) सदाचार, सद्व्यवहार आदि के नियम, ढंग या रीतियाँ -- नीत
नीति (स्त्री.) राज्य या शासन की रक्षा और व्यवस्था के लिए स्थिर किए हुए सिद्धांत -- धोरण
नीति (स्त्री.) युक्ति, तरकीब -- युक्ति
नीलामी (स्त्री.) वस्तुओं की वह सार्वजनिक बिक्री, जिसमें सबसे अधिक या बढ़कर दाम लगाने वाले के हाथ वस्तुएँ बेची जाती हैं -- लिलांव
नीहारिका (स्त्री.) रात के समय आकाश में दिखाई पड़ने वाले घने कोहरे की तरह के प्रकाश पुंज -- निहारिका
नुकसान (पुं.) हानि, घाटा -- लुकसान तोटो
नुकसान (पुं.) किसी प्रकार होने वाली खराबी या विकार -- NA
नेता (पुं.) नायक -- नेतो, पुढारी
नेता (पुं.) राजनैतिक या सामाजिक दल का अगुआ -- पुढारी, फुडारी
नेतृत्व (पुं.) नेता का पद तथा कार्य -- नेतृत्व
नैतिक (वि.) नीति-संबंधी -- नितीचें
नैतिक (वि.) नीति-सम्मत -- नितीन
नौकर (पुं.) सेवक -- नोकर
नौकर (पुं.) कर्मचारी -- मानाय
नौकरी (स्त्री.) नौकर बनकर सेवा अथवा कार्य करते रहने की अवस्था या भाव -- नोकरी
नौकरी (स्त्री.) वह पद या काम जिसके लिए वेतन मिलता हो, रोजगार -- काम, वावर
नौका (स्त्री.) नाव, किश्ती -- नौका, व्हडें
पंकज (वि.पुं.) कीचड़ से उत्पन्न, कमल -- पंकज, कमळ
पंक्ति (स्त्री.) कतार -- रांग
पंक्ति (स्त्री.) छपे हुए अक्षरों की एक सीध में पढ़ने के क्रम से लगी हुई श्रृंखला -- वळ
पंख (पुं.) पक्षियों तथा कुछ जंतुओं का वह अंग, जिससे वे उड़ते है, पर -- पांख
पंखा (पुं.) गर्मी से बचाव के लिए ताड़ धातु आदि की बनी वस्तु जिससे हवा का वेग बढ़ाया जाता हो -- पंखो
पंचांग (पुं.) वह पंजी या पुस्तिका, जिसमें तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण का उल्लेख होता हो, जंत्री, पत्रा -- पंचांग
पंचायत (स्त्री.) गाँव या बिरादरी के चुने हुए सदस्यों की सभा, जो लोगों के झगड़ों का विचार और निर्णय तथा विकास कार्य करती है -- पंचायत
पंछी (पुं.) पक्षी, परिंदा -- पक्षी
पंडित (नि.) कुशल, निपुण -- पंडित
पंडित (पुं.) शास्त्रों आदि का ज्ञाता, ब्राह्मण -- ब्राह्मण
पंथ (पुं.) मार्ग, रास्ता -- मार्ग, रस्तो
पंथ (पुं.) धार्मिक मत या संप्रदाय -- पंथ
पकड़ना (स.क्रि.) थामना -- धरप
पकड़ना (स.क्रि.) बंदी बनाना -- बंदिस्त करप
पकाना (स.क्रि.) अन्न, फल आदि को इस प्रकार आँच, गर्मी आदि देना कि वे मुलायम होकर खाने योग्य ह जाएँ -- शिज़ोवप
पक्का (वि.) दृढ़, निश्चित, स्थिर -- पक्का
पक्का (वि.) अच्छी तरह से पका या पकाया हुआ -- पिकें
पक्ष (पुं.) पक्षियों का डैन या पंख -- पांखाटे
पक्ष (पुं.) किसी विचार, सिद्धांत या तथ्य आदि का एक पहलू -- पक्ष
पक्ष (पुं.) चांद्रमास के दो बराबर भागों में से प्रत्येक भाग, जो प्रायः 15 दिन का होता है, पखवाड़ा -- पंद्रस
पक्षपात (पुं.) अनुचित रूप से किसी का पक्ष लेना -- पक्षपात
पक्षी (पुं.) परों वाला, पंछी, परिंदा -- पक्षी
पखवाड़ा (पुं.) पंद्रह दिनों का समय, पक्ष -- पंद्रस, पंद्रवडो
पगडंडी (स्त्री.) आने-जाने के कारण जंगल, खेत या मैदान में बना हुआ सँकरा मार्ग -- पायवाट
पचाना (स.क्रि.) खाई हुई वस्तु को पक्वाशय की अग्नि से रस में परिणत करना -- पचोवप
पछताना (अ.क्रि.) पश्चाताप करना -- पच्छाताप
पछाड़ना (स.क्रि.) कुश्ती अथवा प्रतियोगिता आदि में किसी को परास्त करना -- आपटप
पटकना (स.क्रि.) किसी व्यक्ति या वस्तु आदि को उठाकर झटके के साथ पृथ्वी पर गिराना -- आदळप
पटरी (पटड़ी) (स्त्री.) सड़क के दोनों ओर का उठा हुआ पैदल-पथ -- फूटपाथ
पटरी (पटड़ी) (स्त्री.) लोहे के लंबे छड़, जिन पर रेलगाड़ी चलती है -- रूळ
पटरी (पटड़ी) (स्त्री.) काठ का छोटा पतला और लंबोतरा टुकड़ा, छोटा पटरा -- पाट
पटसन (पुं.) सन नामक प्रसिद्ध पौधा, जिसके डंठलों के रेंशों से रस्सी, बोरे, गलीचे आदि बनाए जाते हैं -- जूट
पटसन (पुं.) सन के रेशे, जूट -- जूट
पटाखा (पटाका) (पुं.) एक प्रकार की आतिशबाजी, जिससे जोर से पट या पटाक की ध्वनि होती है -- फुगोटी
पड़ना (अ.क्रि.) गिरना, पड़े रहना -- पडप
पड़ना (अ.क्रि.) लेटना, बीमार होना -- आडपडप
पड़ाव (पुं.) मार्ग में पड़ने वाला वह स्थान जहाँ सेना, काफिले, यात्री आदि कुछ समय के लिए विश्राम करने को ठहरते हैं -- मुक्काम
पतंग (स्त्री.) बाँस की कमानियों के ढाँचे पर कागज़ मढ़कर बनाई हुई वस्तु, जिसे तागे से बाँधकर हवा में उड़ाते हैं -- पतंग
पतंग (पुं.) पतंगा, शलभ -- पतंग (कीड)
पतन (पुं.) अधोगति, गिरावट -- पतन
पतन (पुं.) निंदनीय आचरण में प्रवृत्त होना -- अधःपतन
पतला (वि.) जो गाढ़ा न हो, जिसमें तरल अंश अधिक हो -- पातळ
पतला (वि.) कृश, दुबला -- दुबळो, सडपातळ
पतला (वि.) सँकरा, बारीक -- बारीक
पता (पुं.) किसी वस्तु स्थान या व्यक्ति का ठिकाना -- पत्तो
पता (पुं.) किसी व्यक्ति, विषय आदि के संबंध में जानकारी -- शोध, सोद
पताका (स्त्री.) झंडा, ध्वजा -- झेंडो, पताको
पताका (स्त्री.) साहित्य में (नाटक में) आधिकारिक कथा की सहायतार्थ दूर तक चलने वाली प्रासंगिक कथा -- पताका
पत्तन (पुं.) वायुयानों अथवा जलयानों के ठहरने का स्थान -- विमान तळ
पत्ता (पुं.) पेड़-पौधों की शाखाओं में लगने वाले प्रायः हरे रंग के चपटे लचीले अवयव -- पान
पत्ता (पुं.) ताश (प्लेइंगकार्ड) -- इसपीट, इस्पीक
पत्थर (पुं.) धातु से भिन्न कड़ा ठोस और भारी भूद्रव्य -- फातर
पत्रकार (पुं.) वह व्यक्ति, जो समाचार पत्रों को नित्य नए समाचारों की सूचना देता, उन पर टीका टिप्पणी करता अथवा उनको संपादित करता हो (जर्नलिस्ट) -- पत्रकार
पत्राचार (पुं.) परस्पर एक दूसरे को पत्र लिखना, पत्र-व्यवहार -- पत्र व्यवहार
पथ (पुं.) मार्ग, रास्ता, राह -- मार्ग, रस्तो
पथ (पुं.) कार्य या व्यवहार की पद्धति -- कार्य पद्धत
पथ-प्रदर्शक (पुं.) किसी कार्य या व्यवहार की पद्धति बताने वाला, मार्गदर्शक -- मार्ग दर्शक
पथ-प्रदर्शक (पुं.) न्याय मार्ग अथवा आचरण से विमुख -- अन्याय करतलो
पथिक (पुं.) बटोही, राही -- वाटसूरो
पथ्य (वि.) गुणकारी, लाभदायक -- NA
पथ्य (पुं.) वह हल्का भोजन, जो रोगी व्यक्त को दिया जाए -- पथ्य
पद (पुं.) कदम, पाँव, पैर -- पांय
पद (पुं.) वाक्य का अंश या खंड -- पद
पद (पुं.) ओहदा, उपाधि -- हुद्दो
पद (पुं.) छंद, श्लोक आदि का चतुर्थांश -- चतुर्थांश
पदचाप (स्त्री.) चलते समय पैरों से होने वाली ध्वनि -- सुलूस
पद-चिह्न (पुं.) पैरों की छाप -- पद-चिह्न
पद-चिह्न (पुं.) बड़ों द्वारा बतलाए हुए आदर्श अथवा कार्य करने का ढंग -- आदर्श
पद्धति (स्त्री.) कार्य करने का तरीका, कार्य प्रणाली -- पद्धत
पद्धति (स्त्री.) रीति, पथ मार्ग -- रीत
पनघट (पुं.) वह घाट या स्थान, जहाँ से लोग पानी भरकर लाते हैं -- बांयचे क्ट्टे, पाणथक
पनडुब्बी (स्त्री.) पानी के अंदर डूबकर चलने वाली नाव (सबमरीन) -- पाणबुडी, सबमरीन
परंतु (अव्य.) इतना होने पर भी, लेकिन, पर -- पूण
परंपरा (स्त्री.) सिलसिला, क्रम -- क्रम
परंपरा (स्त्री.) रीति, रिवाज, प्रथा -- प्रथा, रीत-रिवाज
परखना (स.क्रि.) अच्छे-बुरे की पहचान करना -- पारखप
परदा (पुं.) आड़ या बचाव करने के लिए बीच में टाँगा जाने वाला कपड़ा आदि -- पड्डो
परदा (पुं.) घूँघट -- घुंगट
परदा (पुं.) टी.वी., सिनेमा आदि में प्रयुक्त पटल -- NA
परदेसी (वि.) जो अपना देश छोड़कर किसी दूसरे देश में गया हो -- भायल्या देशाचो, परदेशी
परम (वि.) मुख्य, प्रधान -- मुखेल
परम (वि.) अत्यधिक -- परम, अत्यधिक
परमाणु (पुं.) किसी तत्व का एक अविभाज्य टुकड़ा -- परमाणू
परमात्मा (पुं.) ईश्वर, परब्रह्म -- परमात्मा
परमार्थ (पुं.) मोक्ष -- मोक्ष
परमार्थ (पुं.) परोपकार -- परोपकार
परलोक (पुं.) इह लोक से भिन्न दूसरा लोक -- परलोक
परसों (अव्य.) बीते हुए दिन से ठीक पहले वाला दिन -- पैर, पयर
परस्पर (क्रि.वि.) आपस में -- आपले भितर, परस्पर
पराकाष्ठा (स्त्री.) चरम सीमा, हद -- पराकाष्ठा
पराक्रम (पुं.) शौर्य, सामर्थ्य, बल -- पराक्रम
पराग (पुं.) फूल के लंबे केसरों पर जमे रहने वाले रज कण -- पराग
पराजय (स्त्री.) हार, विजय का उल्टा -- हार
पराधीनता (स्त्री.) दूसरे के अधीन अर्थात् पराधीन होने की अवस्था -- पराधीन
परामर्श (पुं.) सलाह, सम्मति -- सल्लो
परामर्श (पुं.) विवेचन, विचार -- विचार
पराया (वि./पुं.) जिसका संबंध दूसरे से हो, अपने से भिन्न, आत्मीय या स्वजन से भिन्न -- परको, दूसरो
परिक्रमा (स्त्री.) चारों ओर चक्कर लगाना या घूमना -- प्रदक्षिणा
परिक्रमा (स्त्री.) धार्मिक एवं खगोलीय संदर्भ में किसी तीर्थ, देवता या मंदिर के चारों ओर भक्ति और श्रद्धा से तथा पुण्य की भावना से चक्कर लगाने की क्रिया -- प्रदक्षिणा
परिचय (पुं.) ऐसी स्थिति जिसमें दो व्यक्ति एक दूसरे को प्रायः प्रत्यक्ष भेंट के आधार पर जानते और पहचानते हों, जान-पहचान -- वळख
परिचय (पुं.) किसी व्यक्ति के नाम धाम या गुण-कर्म आदि से संबंध रखने वाली बातें जो किसी को बतलाई जाएँ -- परिचय
परिचर्या (स्त्री.) किसी के द्वारा दी जाने वाली अनेक प्रकार की सेवाएँ, सेवा सुश्रुषा -- सेवा
परिचर्या (स्त्री.) रोगी की सुश्रुषा -- रोगी ची सेवा सुश्रुषा
परिचारिका (स्त्री.) सेवा करने वाली स्त्री, सेविका (नर्स) -- नर्स, अग्या
परिच्छेद (पुं.) अध्याय, प्रकरण -- प्रकरण
परिजन (पुं.) चारों ओर के लोग विशेषतः परिवार के सदस्य -- कुटुंबाचे लोक
परिजन (पुं.) अनुगामी और अनुचर वर्गः संबंधी -- अनुयायी वर्ग
परिणाम (पुं.) किसी काम या बात का तर्क संगत रूप में अंत होने पर उससे प्राप्त हाने वाला फल (रिजल्ट) -- रिज़ल्ट, निकाल
परिणाम (पुं.) किसी कार्य के उपरांत क्रियात्मक रूप से पड़ने वाला प्रभाव (कांसीक्वेंस) -- परिणाम, फळ
परित्याग (पुं.) अधिकार, स्वामित्व, संबंध तथा निजी संपत्ति आदि का सदा के लिए किया जाने वाला त्याग, पूरी तरह से छोड़ देना -- परित्याग
परिधि (स्त्री.) वृत्त की रेखा -- वृत्त
परिधि (स्त्री.) किसी गोलाकार वस्तु के चारों ओर खिंची हुई वृत्ताकार रेखा -- परीध
परिधि (स्त्री.) वह गोलाकार मार्ग, जिस पर कोई चीज चलती, घूमती या चक्कर लगाती हो -- परिधि
परिपक्व (वि.) जो विकास आदि की दृष्टि से पूर्णता तक पहुँच चुका हो -- परिपक्व
परिपक्व (वि.) अच्छी तरह से पका हुआ -- पक्व
परिभाषा (स्त्री.) ऐसा कथन या वाक्य, जो किसी पद या शब्द का अर्थ या आशय स्पष्ट रूप से बतलाता या व्यक्त करता हो (डेफिनिशन) -- व्याख्या
परिमाण (पुं.) गिनने, तोलने, मापने आदि पर प्राप्त होने वाला फल -- प्रमाण
परिमाण (पुं.) नाप-जोख, तोल आदि की दृष्टि से किसी वस्तु की लंबाई-चौड़ाई, भार, घनत्व, विस्तार आदि, मान (क्वान्टिटी) -- रास, संख्या
परिमार्जनन (पुं.) साफ करने के लिए अच्छी तरह धोना -- स्वच्छ करप
परिमार्जनन (पुं.) अच्छी तरह साफ करना -- स्वच्छ करप
परिमार्जनन (पुं.) भूलें आदि सुधारना -- सुधारप
परिवर्धन (पुं.) आकार-प्रकार, विषय-वस्तु आदि में की जाने वाली वृद्धि -- वाडोवप
परिवर्तन (पुं.) बढ़ाया हुआ अंश -- वाडयल्लो अंश
परिवहन (पुं.) माल, यात्रियों आदि को एक स्थान से ढोकर दूसरे स्थान पर ले जाने का कार्य (ट्रांसपोर्ट) -- येरादारी, वाहतूक
परिवार (पुं.) एक परिवार में और विशेषतः एक कर्ता के अधीन या संरक्षण में रहने वाले लोग, कुटुंब (फैमिली) -- कुटुंब
परिवार (पुं.) समान गुणधर्म वाला वर्ग -- वंश
परिवार नियोजन (पुं.) जनसंख्या नियंत्रण का तरीका (फैमिली प्लानिंग) -- कुटुंब नियोजन
परिवेश (पुं.) परिधि, घेरा, चारों तरफ का माहौल -- परिवेश
परिशिष्ट (वि.) छूटा या बाकी बचा हुआ, अवशिष्ट -- उरिल्ले (ल्लो, ल्ली), अवशिश्ट
परिशिष्ट (पुं.) पुस्तकों आदि के अंत में दी जाने वाली वे बातें, जो मूल में आने से रह गईं हों अथवा जो मूल में आई हुई बातों के स्पष्टीकरण के लिए हों -- परिशिश्ट
परिश्रम (पुं.) मानसिक या शारीरिक श्रम, मेहनत -- म्हेनत
परिषद् (स्त्री.) किसी संस्था के निर्वाचित या मनोनीत सदस्यों का समूह कौंसिल -- सल्लागार समिती, प्रशासकीय समिती
परिषद् (स्त्री.) सभा -- सभा
परिष्कार (पुं.) अच्छी तरह ठीक और साफ करने की क्रिया या भाव -- साफसूफ
परिष्कार (पुं.) त्रुटियाँ, दोष आदि दूर करके सुंदर, सुरुचिपूर्ण और स्वच्छ बनाना -- परिष्कृत
परिष्कार (पुं.) निर्मलता, स्वच्छता -- निवळसाण
परिस्थिति (स्त्री.) चारों ओर की स्थिति, हालत (सर्कमस्टांसिल) -- परिस्थिति
परीक्षण (पुं.) परीक्षा करने या लेने की क्रिया -- परिक्षण
परीक्षण (पुं.) जाँच, परख -- तपास
परीक्षा (स्त्री.) किसी के गुण, धैर्य, योग्यता, सामर्थ्य आदि की ठीक ठाक स्थिति जानने या पता लगाने की क्रिया या भाव -- परिक्षा
परीक्षा (स्त्री.) जाँच-पड़ताल या देख-भाल -- तपासणी
परोक्ष (वि.) आंखों से ओझल -- दोळया मुखार नाशिल्ले
परोक्ष (वि.) जो सामने न हो, अनुपस्थित -- मुखार नाशिल्ले
परोक्ष (वि.) छिपा हुआ, गुप्त -- गुप्त
परोक्ष (पुं.) आँखों के सामने न होने की अवस्था, अनुपस्थिति -- गैरहज़ार
परोक्ष (पुं.) व्याकरण में पूर्ण भूतकाल -- भूतकाळ (व्याकारणांत)
परोपकार (पुं.) दूसरों की भलाई का काम -- परोपकार
पर्यटक (पुं.) देश-विदेश में घूमनेफिरने वाला -- प्रवासी, फिरतलो प्रवास करतलो
पर्यटन (पुं.) अनेक महत्वपूर्ण स्थल देखने तथा मन-बहलाव के लिए किया जाने वाला भ्रमण -- प्रवास
पर्याप्त (वि.) जितना आवश्यक हो उतना सब, यथेष्ट, काफी -- जायतितले
पर्याय (पुं.) समानार्थक शब्द -- समानार्थक
पर्व (पुं.) ग्रंथ आदि का अंश, खंड, भाग -- भाग
पर्व (पुं.) उत्सव और त्योहार -- परब
पर्वतारोहण (पुं.) पहाड़ पर चढ़ने की क्रिया -- पर्वतार च़डप
पलायन (पुं.) निकल भागने या बच निकलने की क्रिया या भाव -- पळून वचप
पवन (पुं.) वायु, हवा -- हवा, वारो
पवित्र (वि.) शुद्ध, पाक -- अनवाळें
पवित्र (वि.) पूज्य व्यक्ति -- पूज्य, पवित्र
पवित्र (वि.) साफ, स्वच्छ, निर्मल -- निर्मळ, स्वच्छ
पशु (पुं.) जानवर, डंगर, चौपाया -- जनावर
पश्चाताप (पुं.) पछतावा, किसी कर्म के बाद उसके अनौचित्य का भान होने पर मन में होने वाला दुःख -- पश्चाताप
पसारना (स.क्रि.) अधिक विस्तृत करना -- पसरव
पसारना (स.क्रि.) फैलाना -- पसरावण
पसीना (पुं.) ताप, परिश्रम आदि के कारण शरीर या अंगों में से निकलने वाले जलकण, स्वेद -- हूम, घाम
पहचान (पहिचान) (स्त्री.) पहचानने की क्रिया, भाव या शक्ति -- वळख
पहचान (पहिचान) (स्त्री.) कोई ऐसा चिह्न या लक्षण जिससे पता चले कि वह अमुक व्यक्ति या वस्तु है -- कुरु, चिह्न
पहचान (पहिचान) (स्त्री.) परिचय -- ज़ाणय
पहचानना (स.क्रि.) चित्रों, लक्षणों, रूप-रंग के आधार पर व्यक्ति या वस्तु को जानना या समझ लोना कि यह अमुक व्यक्ति या वस्तु है जिसे मैं पहले से जानता हूँ -- वळखप
पहचानना (स.क्रि.) किसी वस्तु या व्यक्ति के गुण दोषों, योग्यताओं आदि से भली भाँति परिचित होना -- ज़ाणव
पहनना (स.क्रि.) कपड़े, गहने आदि धारण करना -- न्हेसप
पहनावा (पुं.) पहनने के कपड़े, पोशाक -- न्हेसणां
पहनावा (पुं.) किसी जाति, देश आदि के लोगों द्वारा सामान्यतः पहने जाने वाले कपड़े -- वेशभूश
पहरेदार (पुं.) चौकीदार, संतरी -- वॉचमन
पहलवान (पुं.) कुश्ती लड़ने वाला मजबूत और कसरती व्यक्ति -- पैलवान
पहला (वि.) समय के विचार से जो आदि में हुआ हो -- पयलो
पहला (वि.) प्रथम -- पयलो
पहला (वि.) वर्तमान से पूर्व का, विगत -- पयलो
पहले (क्रि.वि.) आदि, आरंभ या शुरू में, सर्वप्रथम -- पयले
पहले (क्रि.वि.) काल, घटना, स्थिति आदि के क्रम के विचार से आगे या पूर्व -- पोन्ने
पहले (क्रि.वि.) बीते हुए समय में, पूर्वकाल में, पुराने जमाने में -- पयल काळांत
पहाड़ (पुं.) पर्वत, चट्टानों का वह प्राकृतिक पुंज जो जमीन की सतह से बहुत ऊँचा होता है -- रान, दोंगर
पहाड़ा (पुं.) किसी अंक की गुणन सारणी -- पाढ़ो
पहिया (पुं.) गाड़ी, यान आदि का वह गोलाकार हिस्सा, जिसकी धुरी पर घूमने से गाड़ी या यान आगे बढ़ता है -- च़ाक
पहिया (पुं.) यंत्र का चक्र, यंत्रों आदि में लगा हुआ उक्त प्रकार का गोलाकार, जिसके घूमने से उस यंत्र की कोई क्रिया संपन्न होती है -- चक्र
पहुँचना (अ.क्रि.) (वस्तु अथवा व्यक्ति का) एक स्थान से चलकर दूसरे स्थान पर उपस्थित या प्रस्तुत होना -- पावप
पहुँचना (अ.क्रि.) किसी स्थान या पद आदि को प्राप्त होना -- पदार पावप
पांडुलिपि (स्त्री.) पुस्तक, लेख आदि की हस्तलिखित या मुद्रण योग्य प्रति -- हस्तलिखीत, हातबरपावळ
पाक्षिक (वि.) चांद्र मास के पक्ष से संबंध रखने वाला -- पंद्रस
पाक्षिक (वि.) जो एक पक्ष (15 दिन) में एक बार होता है -- पाक्षिक
पाखंड (पुं.) दिखावटी आचरण, उपासना या भक्ति -- ढोंग
पाखंड (पुं.) पूजा-पाठ आदि का आडंबर, ढकोसला ढोंग -- पाखंड
पागल (वि.) जो किसी तीव्र मनोविकार के कारण ज्ञान या विवेक खो बैठा हो, विक्षिप्त, सनकी -- पिसो
पाचक (वि.) पचाने वाला -- पाचक
पाचक (पुं.) वह दवा जो खाई हुई चीज को पचाती या पाचन शक्ति बढ़ाती हो -- NA
पाठक (पुं.) पढ़ने वाला -- पाठक
पाठशाला (स्त्री.) वह स्थान, जहाँ विद्यार्थियों को पढ़ना लिखना सिखाया जाता है, विद्यालय -- पाठशाळा, इश्कोल
पाताल (पुं.) पृथ्वी के नीचे के सात लोकों में से सबसे नीचे का लोक, नाग-लोक -- नाग-लोक
पाताल (पुं.) बहुत अधिक गहरा और नीचा स्थान -- पाताळ
पात्र (पुं.) वह आधान, जिसमें कुछ रखा जा सके, बरतन, भाजन -- आयदन
पात्र (पुं.) ऐसा व्यक्ति, जो किसी काम या बात के लिए सब प्रकार से उपयुक्त या योग्य समझा जाता हो -- योग्य
पात्र (पुं.) उपन्यास, कहानी, काव्य, नाटक आदि में वे व्यक्ति, जो कथा-वस्तु की घटनाओं के घटक होते हैं और जिनके क्रिया कलाप या चरित्र से कथा वस्तु की सृष्टि और परिपाक होता है -- पात्र
पाना (स.क्रि.) प्राप्त करना -- मेळवप
पाप (पुं.) धर्म और नीति के विरुद्ध किया जाने वाला ऐसा निंदनीय आचरण या काम, जो बुरा हो और जिसके फलस्वरूप मनुष्य को नरक भोगना पड़ता हो -- पाप कुकर्म
पारंगत (वि.) जिसने किसी विद्या या शास्त्र का बहुत अधिक ज्ञान प्राप्त कर लिया हो -- पारंगत
पार (पुं.) झील, नदी, समुद्र आदि का दूसरी ओर का किनारा -- पलतडी
पार (पुं.) किसी काम या बात का अंतिम पार, छोर या सिरा, विस्तार या व्यक्ति की चरम सीमा या हद -- शीम
पारदर्शी (वि.) जिसके आर-पार देखा जा सके -- पारदर्शी
पारदर्शी (वि.) दूरदर्शी, पारदर्शक -- दूरदर्शी
पारस (पुं.) एक कल्पित पत्थर जिसके स्पर्श मात्र से लोहा सोना हो जाता है -- पारस
पारावार (पुं.) समुद्र -- समुद्र
पारिभाषिक (वि.) परिभाषा-संबंधी -- परिभाशीक
पारिभाषिक (वि.) (शब्द) जो किसी शास्त्र या विषय में अपना साधारण से भिन्न कोई विशिष्ट अर्थ रखता हो (टेक्नीकल) -- परिभाषिक शास्त्रीय, तंत्रीक
पारिश्रमिक (पुं.) किए हुए श्रम या कार्य के बदले में मिलने वाला धन, करने की मजूरी (रिम्यूनरेशन) -- पारिश्रमिकवावराचे मोल
पालकी (स्त्री.) बैठने का एक प्रसिद्ध साधन, जिसे कहार या मजदूर कंधे पर उठाकर एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाते हैं -- पालखी
पालतू (वि.) (पशु-पक्षियों के संबंध में) जो घर में रखा तथा पाला गया हो (जंगली से भिन्न) -- पाळीव
पालन (पुं.) भरण-पोषण, परवरिश -- पाळप
पालन (पुं.) आज्ञा, आदेश, कर्तव्य, वचन आदि का यथावत निर्वाह -- पोशील्लो
पालना (स.क्रि.) भरण-पोषण करना, परवरिश करना -- पोसप
पालना (स.क्रि.) पशु-पक्षियों को अपने पास रख कर खिलाना-पिलाना, पोसना -- पालन पोशण करप
पालना (स.क्रि.) आज्ञा, आदेश, प्रतिज्ञा, वचन आदि के अनुसार आचरण या व्यवहार करना -- पाळप
पालना (पुं.) शिशुओं का झूला -- पाळणें
पावन (वि.) पवित्र -- पवित्र
पावन (वि.) (समस्त पदों के अंत में) पवित्र करने या बनाने वाला -- पवित्र करपी
पाश (पुं.) वह चीज, जिससे किसी को बांधा जाए, बंधन, फंदा -- पास
पास (क्रि.वि.) जो अवकाश, काल आदि के विचार से अधिक दूरी पर न हो, निकट, समीप -- लागीं
पास (क्रि.वि.) अधिकार में, हाथ में -- हातांत
पास (क्रि.वि.) जो जाँच, परीक्षा आदि में उपयुक्त या ठीक ठहरा हो -- पास
पिंजरा (पुं.) धातु, बाँस आदि की तीलियों का बना हुआ बक्से की तरह का वह आधान, जिसमें पक्षी, पशु आदि बंद करके रखे जाते हैं -- पांदरो
पिंड (पुं.) घनी या ठोस चीज का छोटा और प्रायः गोलाकार खंड -- गुळो
पिंड (पुं.) जौ के आटे, भात आदि का बनाया हुआ वह गोलाकार खंड, जो श्राद्ध में पितरों के उद्देश्य से वेदी आदि पर रखा जाता है -- पिंड
पिंडदान (पुं.) कर्मकांड के अनुसार पितरों को पिंड देने का कर्म जो श्राद्ध में किया जाता है -- पिंडदान
पिचकारी (स्त्री.) नली के आकार का धातु का बना हुआ एक उपकरण, जिसके मुँह पर एक या अनेक ऐसे छोटे छोटे छेद होते हैं, जिनसे नली में भरा हुआ तरल पदार्थ दबाव से धार या फुहार के रूप में दूसरों पर या दूर तक छिड़का या फेंका जाता है -- पिचकारी
पिछला (वि.) जो पीछे की ओर हो -- फाटलें
पिछला (वि.) काल, घटना, स्थिति के क्रम के विचार से किसी के पूर्व में या पहले पड़ने या होने वाला -- पयलीचो
पिछला (वि.) बीता हुआ -- आदले
पिपासा (स्त्री.) पानी या और कोई तरल पदार्थ पीने की इच्छा, तृष्णा, तृषा, प्यास -- तान
पिशाच (पुं.) भूत या प्रेत योनि वाला वर्ग जिसकी गणना हीन देव योनियों में होती है तथा जो वीभत्स कर्म करने वाला माना जाता है -- पिशाच
पीछे (क्रि.वि.) पीठ की ओर -- फाटल्यान
पीछे (क्रि.वि.) कालक्रम, देश आदि के विचार से किसी के पश्चात् या उपरांत, घटना या स्थिति के विचार से किसी के अनंतर, उपरांत, पश्चात् -- मागीर
पीछे (क्रि.वि.) किसी के कारण या खातिर, निमित्त, के लिए वास्ते -- कोणा खातीर
पीटना (स.क्रि.) हाथ, डंडे आदि से प्रहार करना, चोट पहुँचाना -- मारप
पीटना (स.क्रि.) चौसर, शतरंज आदि के खेलों में विपक्षी की गोट या मोहरा मारना -- सोंगटी मारप
पीठिका (स्त्री.) छोटा पीढ़ा, पीढ़ी -- पिठिका, पीढि
पीठिका (स्त्री.) वह आधार, जिस पर कोई चीज विशेषतः देवमूर्ति रखी, लगाई या स्थापित की गई हो -- वेदी
पीड़ा (स्त्री.) शारीरिक या मानसिक कष्ट, दर्द -- कश्ट
पीढ़ी (स्त्री.) किसी कुल या वंश की परंपरा में क्रम से आगे बढ़ने वाली संतान की प्रत्येक कड़ी या स्थिति -- पिळगी, वंश
पीढ़ी (स्त्री.) किसी विशिष्ट समय का वह सारा जन समुदाय जिसकी वय में अधिक छोटाई बढ़ाई न हो, लगभग समान वय वर्ग वाला -- पिळगी
पीढ़ी (स्त्री.) छोटा पीढ़ा -- पिढी
पीना (स.क्रि.) किसी तरल पदार्थ को घूँट-घूँट करके पेट में उतारना -- पिवप
पीना (स.क्रि.) धूम्रपान करना या शराब आदि से नशा करना -- पिवप (सोरो)
पीला (वि.) जो केसर, सोने या हल्दी के रंग का हो -- हळदुवो, पिवळो
पीला (वि.) आभा-रहित, निष्प्रभ -- धवो (पडप)
पीसना (स.क्रि.) रगड़ कर किसी वस्तु को चूरे के रूप में बदलना -- दळप
पुंज (पुं.) ढेर, राशि -- पुंज, रास
पुकार (स्त्री.) जोर से नाम लेकर संबोधित करने की क्रिया या भाव -- आपोवप
पुकार (स्त्री.) आत्मरक्षा, सहायता आदि के लिए दूसरों को बुलाने की क्रिया या भाव -- उलो
पुकारना (स.क्रि.) किसी को बुलाने, संबोधित करने या उसका ध्यान आकृष्ट करने के लिए जोर से उसका नाम लेना -- आपोवप
पुकारना (स.क्रि.) रक्षा, सहायता आदि के लिए किसी का आह्वान करना, आवाज लगाना या चिल्लाना -- उलोमारप
पुचकारना (स.क्रि.) प्यार जताते हुए मुँह से पुच पुच शब्द करना -- पुचकारप
पुजारी (पुं.) किसी देवी देवता की मूर्ति या प्रतिमा की पूजा करने वाला व्यक्ति -- पुजारी पूजारी
पुण्य (वि.) धर्म-विहित और उत्तम फल-दायक -- उत्तम, पुण्य
पुण्य (पुं.) अच्छे और शुभ कर्मों का संचित रूप, जिसका आगे चलकर उत्तम फल मिलता हो -- पुण्य कर्म
पुण्य (पुं.) धार्मिक दृष्टि से कुछ विशिष्ट अवसरों पर कुछ विशिष्ट कर्म करने से प्राप्त होने वाला शुभ फल -- पुण्य
पुनरावृत्ति (स्त्री.) किए हुए काम या बात को फिर से करने या दोहराने की क्रिया या भाव -- पुनरावृत्ती
पुनरीक्षण (पुं.) किसी किए हुए काम को जाँचने के लिए फिर से देखना -- पुनरीक्षण
पुनर्जन्म (पुं.) मरने के बाद फिर से उत्पन्न होना, दुबारा शरीर धारण करना -- पुनर्जन्म
पुनीत (वि.) पवित्र -- पवित्र
पुरस्कार (पुं.) किसी प्रशस्त और कठिन कार्य को सफलतापूर्वक करने पर आदर या सत्कार के रूप में दिया जाने वाला धन या वस्तु -- इनाम, बक्षिस, पुरस्कार
पुरुषार्थ (पुं.) वह मुख्य अर्थ, उद्देश्य या प्रयोजन, जिसकी प्राप्ति या सिद्धि के लिए मनुष्य का प्रयत्न करना आवश्यक और कर्तव्य हो (पुरुषार्थ चार हैं-धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष) -- पुरुषार्थ
पुरुषार्थ (पुं.) उद्योग, उद्यम -- उद्योग
पुरोहित (पुं.) कर्मकांड आदि जानने वाला ब्राह्मण, जो धार्मिक कार्य, संस्कारादि संपन्न कराता है (हिंदू प्रीष्ट) -- पुरोहित
पुल (पुं.) खाइयों, नदी-नालों, रेल लाइनों आदि के ऊपर आर-पार पाट कर बनाई हुई वह वास्तु रचना, जिस पर से होकर गाड़ियाँ और व्यक्ति इधर से उधर आते-जाते हैं, सेतु (ब्रिज) -- पुल, सांकव
पुष्प (पुं.) फूल, कुसुम -- फूल
पुष्पांजलि (स्त्री.) फूलों से भरी हुई अंजलि, जो किसी देवता या महापुरुष को अर्पित की जाती है -- पुश्पाजली, पुष्पांजली
पुस्तकालय (पुं.) वह स्थान, जिसमें विभिन्न प्रकार की पुस्तकें सुव्यवस्थित ढंग से रखी जाती हैं -- पुस्तकालय
पूँजी (स्त्री.) जोड़ा या जमा किया हुआ धन -- ज़ोड
पूँजी (स्त्री.) ऐसा धन, जो अधिक कमाने के उद्येश्य से व्यापार आदि में लगाया गया हो अथवा ऋण आदि पर उधार दिया गया हो -- पूंजी
पूछताछ (स्त्री.) किसी बात की जानकारी के लिए उसके संबंध में एक या अनेक व्यक्तियों से बार-बार पूछना -- वासपूस
पूछना (स.क्रि.) किसी बात के बारे में जिज्ञासावश कोई प्रश्न करना -- विचारप
पूछना (स.क्रि.) जाँच, परीक्षा आदि के प्रसंग में किसी के सामने कुछ प्रश्न रखना कि वह उसका उत्तर दे -- प्रश्न करप
पूछना (स.क्रि.) किसी का हाल-चाल या खोजखबर लेना -- हालचाल विचारप
पूजना (स.क्रि.) देवी-देवता को प्रसन्न या संतुष्ट करने के लिए यथाविधि श्रद्धाभाव से जल, फूल, नैवेद्य आदि चढ़ाना -- पुजप
पूजना (स.क्रि.) किसी को परम श्रद्धा, भक्ति से देखना और आदरपूर्वक उसकी सेवा तथा सत्कार करना -- पुजा करप
पूजनीय (वि.) पूजा करने योग्य, अर्चनीय या आदरणीय -- पूजनीय
पूजा (स्त्री.) किसी देवी देवता पर विनय, श्रद्धा और समर्पण के भाव के साथ जल, फूल, फल, अक्षत आदि चढ़ाने का धार्मिक कृत्य, अर्चन, पूजन -- पुजा
पूजा (स्त्री.) बहुत अधिक आदर-सत्कार -- आदर सत्कार
पूरा (वि.) पूरी तरह से भरा हुआ, परिपूर्ण -- परिपूर्ण
पूरा (वि.) समग्र, समूचा, सारा, कुल -- संपूर्ण
पूर्ण (वि.) जो पूरी तरह से भरा हुआ हो -- पूर्ण, पुरो
पूर्ण (वि.) सब प्रकार की यथेष्टता के कारण जिसमें कुछ भी अपेक्षा, अभाव या आवश्यकता न रह गई हो, सबका सब, पूरा, सारा, समस्त -- सकगळो
पूर्ण (वि.) हर तरह से ठीक और पूरा -- परिपूर्ण
पूर्णमासी (स्त्री.) चाँद्र मास के शुक्ल पक्ष की अंतिम तिथि, जिसमें चंद्रमा अपने पूरे मंडल से उदय होता है, पूर्णमासी -- पुनव
पूर्णिमा (स्त्री.) दे. पूर्णमासी -- पुनोव
पूर्वज (पुं.) बाप, दादा, परदादा आदि पूर्व पुरुष, पुरखा -- पूर्वज
पूर्वानुमान (पुं.) किसी भावी काम या बात के स्वरूप आदि के संबंध में पहले से किया जाने वाला अनुमान -- पूर्वानुमान
पूर्वाभास (पुं.) किसी बात या बात के संबंध में पहले से ही हो जाने वाला अनुमान -- पूर्वाभास
पूर्वाह्न (पुं.) दिन का पहला भाग, सवेरे से दोपहर तक का समय -- सकाळी, पूर्वाह्न
पृथ्वी (स्त्री.) सौर जगत का पाँचवाँ सबसे बड़ा ग्रह, जिस पर जीवन तथा वनस्पति है -- पृथ्वी
पृथ्वी (स्त्री.) आकाश तथा जल से भिन्न वह अंश, जिस पर मनुष्य तथा पशु विचरण करते तथा पेड़-पौधे उगते हैं, जमीन, मिट्टी -- भूंय
पृष्ठभूमि (स्त्री.) पिछला भाग -- फाटभूंय
पृष्ठभूमि (स्त्री.) पहले की वे सब बातें और परिस्थितियाँ, जिसके आगे या सामने कोई नई विशेष बात या घटना हो और जिनके साथ मिलान करने पर उस बात या घटना का रूप स्पष्ट होता है, भूमिका (बैकग्राउंड) -- फाटली म्हायती
पेचीदा (वि.) जिसमें बहुत से पेंच हो, घुमाव-फिराव वाला -- गुस्पणे, किचकन डी चो
पेचीदा (वि.) (काम या बात) जिसमें बहुत-सी उलझनें, कठिनाइयाँ या झंझट हों -- कठीण
पेटी (स्त्री.) कमर में लपेट कर बाँधने का तसमा, कमरबंद -- कमर पट्टो
पेटी (स्त्री.) छोटा संदूक, संदूकची, छोटी डिबिया -- पेटुल, पेटी
पेड़ (पुं.) वृक्ष -- रुख
पेशगी (स्त्री.) अग्रिम धन -- आगाऊ रकम
पेशा (पुं.) व्यवसाय, धंधा -- वेवसाय, धंदो
पैदावार (स्त्री.) फसल, अन्न आदि जो खेत में बोने से पैदा होता है, उत्पादन -- पीक
पोंछना (स.क्रि.) किसी सूखे कपड़े को इस प्रकार किसी अंग, वस्तु या स्थान पर फेरना कि वह उस स्थान की नमी को सोख ले -- पुसप
पोत (पुं.) जहाज, जलयान -- नौका, व्हडें
पोशाक (स्त्री.) पहनावा, लिबास -- भेस, न्हेसण
पोषण (पुं.) पुष्ट करना, लालन-पालन -- समर्थन टेंको, पोसप
पौधा (पुं.) छोटा पेड़, नया पेड़ -- रोपो
पौना (पौन) (वि.) तीन चौथाई -- पाऊण
पौरुष (पुं.) पुरुषार्थ, पराक्रम, उद्यम -- पौरुश, पौरुष
पौष्टिक (वि.) पुष्ट करने वाला, शक्तिवर्धक -- पौश्टिक, पौष्टिक
प्याऊ (पुं.) वह स्थान, जहां राह चलते लोगों को मुफ्त पानी पिलाया जाता है -- पाणपोय
प्यार (पुं.) स्नेह, प्रेम, अनुराग -- प्रेम, मोग
प्यारा (वि.) जो देखने में अच्छा और भला लगे -- सुंदर, बरे
प्यारा (वि.) स्नेह या प्रेम का पात्र -- मोगाळ
प्याला (पुं.) एक प्रकार की कटोरी (कप) -- पेलो
प्यास (स्त्री.) वह स्थिति,जिसमें जल या कोई तरल पदार्थ पीने की उत्कट इच्छा होती है, तृष्णा,पिपासा -- तान
प्रकट (वि.) ज़ाहिर, स्पष्ट, उद्भूत -- जाहीर
प्रकांड (वि.) उत्तम, सर्वश्रेष्ठ -- प्रकांड, होडलो
प्रकृति (स्त्री.) विश्व में रचना या सृष्टि करने वाली मूल नियामक तथा संचालन शक्ति, कुदरत (नेचर) -- सैम, निसर्ग
प्रकृति (स्त्री.) सहज स्वाभाविक गुण, स्वभाव -- प्रकृती, सभाव
प्रकोप (पुं.) अत्यधिक क्रोध -- प्रकोप
प्रकोप (पुं.) किसी बीमारी का जोर -- वसो
प्रखर (वि.) तीक्ष्ण, उग्र, तेज -- प्रखर
प्रगतिशील (वि.) जो आगे बढ़ रहा हो या उन्नति कर रहा हो -- प्रगतिशील
प्रचंड (वि.) अति तीव्र, भयंकर -- प्रचंड
प्रचलित (वि.) जो उपयोग या व्यवहार में आ रहा हो -- प्रचलीत
प्रचार (पुं.) वह प्रयास, जो किसी बात या सिद्धांत को फैलाने के लिए किया जाता है -- प्रचार
प्रचुर (वि.) बहुत अधिक, प्रभूत -- प्रचुर, खूब
प्रजनन (पुं.) जन्म देना, संतान उत्पन्न करना -- जलमांक हाडप
प्रजनन (पुं.) पशुओं आदि को पाल पोस कर उनकी उन्नति और वृद्धि करना -- देखदिणे
प्रजा (स्त्री.) किसी राज्य या राष्ट्र की जनता -- प्रजा, लोक
प्रजातंत्र (पुं.) प्रजा के प्रतिनिधियों द्वारा शासन व्यवस्था (डिमोक्रेसी) -- लोकशाय
प्रण (पुं.) दृढ़, निश्चय, प्रतिज्ञा -- सोपुत, प्रतिज्ञा
प्रणव (पुं.) प्रेम, प्रीति -- मोग
प्रणाम (पुं.) नमस्कार, अभिवादन -- नमस्कार
प्रणाली (स्त्री.) पद्धति, रीति, ढंग -- रीत
प्रताप (पुं.) तेज, प्रभाव, पौरुष, वीरता -- पौरुश, पौरुष, तेज
प्रतिकार (पुं.) बदला चुकाने के लिए किया गया कार्य, बदला, प्रतिशोध (रिवेंज) -- सूड
प्रतिकार (पुं.) किसी बात को रोकने दबाने के लिए किया जाने वाला उपाय, रोकथाम -- उपाय
प्रतिकूल (वि.) जो अनुकूल न हो, विपरीत -- उलटे, विपरीत
प्रतिक्रिया (स्त्री.) किसी कार्य या घटना के परिणामस्वरूप होने वाला कार्य -- प्रतिक्रिया
प्रतिज्ञा (स्त्री.) शपथ, सौगंध, प्रण -- प्रतिज्ञा, पण, शपथ
प्रतिद्वंद्वी (पुं.) वह व्यक्ति या वस्तु, जो किसी दूसरे व्यक्ति या वस्तु के मुकाबले हो या जिससे उसका मुकाबला हो (राइवल) -- प्रतिस्पर्धी, प्रतिसर्ती
प्रतिद्वंद्वी (पुं.) एक व्यक्ति की दृष्टि में वह दूसरा व्यक्ति, जो एक ही वस्तु या पद को पाने के लिए उसी की तरह उम्मीदवार हो, प्रतियोगी (कॅनटेस्टन्ट) -- उमेदवार
प्रतिध्वनि (स्त्री.) गूँज, प्रतिशब्द -- प्रतिध्वनी
प्रतिनिधि (पुं.) वह व्यक्ति , जो दूसरों की ओर से कहीं भेजा जाए अथवा उनकी ओर से कार्य करे (रिप्रेजेंटेटिव) -- प्रतिनिधी
प्रतिपादन (पुं.) किसी विषय का सप्रमाण कथन, निरूपण, विषय का स्थापन -- प्रतिपादन
प्रतिबंध (पुं.) बंधन या रोक, मनाही -- मनाय
प्रतिबंध (पुं.) किसी काम में लगाई गई शर्ते -- आट
प्रतिबिंब (पुं.) परछाई, प्रतिच्छाया -- पडबिंब, प्रतिबिंब
प्रतिभा (स्त्री.) असाधारण बुद्धिबल, विलक्षण बौद्धिक शक्ति -- प्रतिभा
प्रतिमा (स्त्री.) मूर्ति, अनुकृति -- प्रतिमा, मूर्त
प्रतियोगिता (स्त्री.) होड़, मुकाबला -- सर्त, होड
प्रतिलिपि (स्त्री.) किसी लिखी हुई चीज की नकल (कापी) -- प्रतिलिपी, जसातशी प्रत
प्रतिशत (क्रि.वि.) हर सौ पर, फीसदी -- प्रतिशती
प्रतिशोध (पुं.) बदला, प्रतिकार -- साटोफेराई, प्रतिशोध
प्रतिष्ठा (स्त्री.) स्थापन -- प्रतिश्ठा, इज्जत
प्रतिष्ठा (स्त्री.) मान, मर्यादा, इज्जत -- नामना, नांव
प्रतिष्ठा (स्त्री.) ख्याति, प्रसिद्धि -- प्रतिष्ठा
प्रतिस्पर्धा (स्त्री.) होड़, प्रतियोगिता -- स्पर्धा
प्रतीक (वि.) वह गोचर या दृश्य वस्तु, जो किसी अगोचर या अदृश्य वस्तु के बहुत कुछ अनुरूप होने के कारण उसके गुण रूप का परिचय कराने के लिए उसका प्रतिनिधित्व करती हो -- प्रतीक
प्रतीक्षा (स्त्री.) इंतजार -- तिश्टत
प्रतीक्षालय (पुं.) वह स्थान, जहाँ थोड़े समय के लिए बैठकर इंतजार किया जाता है -- प्रतिक्षालय
प्रत्यक्ष (वि.) जो आँखों के सामने स्पष्ट दिखाई दे रहा हो -- प्रत्यक्ष
प्रत्यय (पुं.) विश्वास, धारण -- विश्वास
प्रत्यय (पुं.) व्याकरण में वह अक्षर या अक्षरों का समूह जो धातुओं अथवा विकारी शब्दों के अंत में लगकर उनके अर्थों में विशेषता उत्पन्न करते हैं (सफिक्स) -- प्रत्यय
प्रत्याशी (पुं.) उम्मीदवार -- उमेदवार
प्रत्येक (वि.) हरएक -- प्रत्येक
प्रथम (वि.) जो पहले स्थान पर हो -- पयलो
प्रथा (स्त्री.) रीति, परिपाटी -- रीत, पद्धत
प्रदक्षिणा (स्त्री.) किसी पवित्र स्थान या देव मूर्ति के चारों ओर इस प्रकार घूमना कि वह पवित्र स्थान या मूर्ति बराबर दाहिनी ओर रहे, परिक्रमा -- प्रदक्षिणा
प्रदर्शनी (स्त्री.) वह स्थान, जहाँ तरह तरह की वस्तुएँ दिखाने के लिए रखी हों -- प्रदर्शनी
प्रदेश (पुं.) भू-भाग का कोई खंड विशेष -- प्रदेश
प्रदेश (पुं.) किसी संघ या राज्य-की कोई इकाई -- प्रांत
प्रधान (वि.) सबसे बड़ा, मुख्य, मुखिया -- प्रधान
प्रबंध (पुं.) व्यवस्था, इंतज़ाम, बंदोबस्त -- व्यवस्था
प्रबंध (पुं.) सुव्यवस्थित रचना -- निबंध, निबंद
प्रबल (वि.) जिसमें बहुत अधिक बल हो -- प्रबळ
प्रबल (वि.) तेज, प्रचंड, घोर -- प्रचंड
प्रभा (स्त्री.) आभा, चमक, प्रकाश -- प्रभा
प्रभात (पुं.) सूर्य निकलने से कुछ पहले का समय, प्रातःकाल -- फांतोड
प्रभाव (पुं.) किसी के बुद्धिबल, उच्चपद आदि के फलस्वरूप दूसरों पर पड़ने वाला दबाव (इंफ्लूएंस) -- प्रभाव, वज़न
प्रभाव (पुं.) फल, परिणाम, असर -- प्रभाव, वज़न
प्रभु (पुं.) ईश्वर, परब्रह्म -- ईश्वर
प्रभु (पुं.) स्वामी, शासक -- स्वामी
प्रमाण (पुं.) सबूत -- पुरावो
प्रमाण (पुं.) जिसका वचन या निर्णय यथार्थ या सत्य माना जाए -- प्रमाण
प्रमुख (वि.) प्रथम, मुख्य -- प्रमुख
प्रमुख (वि.) श्रेष्ठ, सम्मान्य, प्रतिष्ठित -- श्रेष्ठ
प्रयत्न (पुं.) कोशिश, प्रयास -- प्रयत्न
प्रयास (पु.) प्रयत्न, कोशिश -- उपयोग
प्रयोग (पुं.) इस्तेमाल -- (शस्त्र) प्रयोग
प्रयोग (पुं.) अस्त्र-शस्त्र चलाना या छोड़ना -- प्रयोग
प्रयोग (पुं.) वैज्ञानिक प्रयोगशाला में की जाने वाली कोई परीक्षणात्मक किया (एक्सपेरिमेंट) -- प्रयोग
प्रयोगशाला (स्त्री.) वह स्थान, जहाँ विभिन्न तकनीकी विषयों से संबंधित प्रयोग किए जाते हैं (लेबोरेटरी) -- प्रयोगशाळा
प्रयोजन (पुं.) उद्देश्य, हेतु -- उद्देश्य
प्रयोजन (पुं.) अभिप्राय, मतलब -- विचार, हेतु
प्रलय (पुं.) संसार का अपने मूल कारण प्रकृति में सर्वथा लीन हो जाना, सृष्टि का सर्वनाश -- प्रलय
प्रलय (पुं.) भयंकर नाश या बरबादी -- विनाश
प्रलेख (पुं.) दस्तावेज -- दस्ताएवज, दुकुमेंत
प्रलोभन (पुं.) लालच -- आशा दाखोवप
प्रवचन (पुं.) धार्मिक नैतिक आदि गंभीर विषयों में परोपकार की दृष्टि से कही जाने वाली अच्छी तथा विचारपूर्ण बातें -- प्रवचन
प्रवचन (पुं.) उपदेशपूर्ण भाषण -- शेमोंव, धर्मोपदेश
प्रवास (पुं.) परदेश में रहना, विदेशवास -- प्रवास
प्रवासी (वि.) परदेस में रहने वाला, जो प्रवास में हो -- प्रवासी
प्रवाह (पुं.) बहने की क्रिया या भाव, बहाव -- प्रवाह
प्रवाह (पुं.) किसी वस्तु का अट्टू क्रम -- धारा प्रवाह
प्रविष्टि (स्त्री.) प्रवेश -- प्रविष्टी
प्रविष्टि (स्त्री.) इंदराज, बही-खाते आदि में लेखे, विवरण आदि लिखना -- नोंदप
प्रवीण (वि.) निपुण, कुशल -- प्रवीण
प्रवृत्ति (स्त्री.) मन का किसी विषय की ओर झुकाव -- प्रवृत्ती
प्रवीण (स्त्री.) मनुष्य का साधारण आचरण या व्यवहार -- पद्दत, व्यवहार
प्रवेश (पुं.) अंदर जाने की क्रिया या भाव -- प्रवेश, भितर वचप
प्रवेश (पुं.) किसी विशिष्ट संस्था आदि में भर्ती होना, दाखिला -- प्रवेश
प्रशंसा (स्त्री.) गुणों का बखान, तारीफ -- तोखणाय, कौतूक
प्रशासन (पुं.) सार्वजनिक व्यवस्था की दृष्टि से किया जाने वाला कार्य, शासन (एडमिनिस्ट्रेशन) -- कारभार, प्रशासन
प्रशिक्षण (पुं.) किसी व्यावहारिक या प्रायोगिक शिक्षा पद्धति से दी जाने वाली विशेष शिक्षा, सिखलाई (ट्रैनिंग) -- प्रशिक्षण दिवप
प्रसंग (पुं.) विषय का तारतम्य, प्रकरण, संबंध -- प्रसंग
प्रसन्न (वि.) खुश, संतुष्ट, प्रफुल्लित -- खुश
प्रसारण (पुं.) फैलाना -- पसरवप
प्रसारण (पुं.) आकाशवाणी आदि सूचना माध्यमों द्वारा कार्यक्रमों और सूचनाओं को दूर-दूर तक लोगों को सुनाना, लोगों को सुनाने के लिए सूचना माध्यमों से प्रसारित करना -- प्रसारण
प्रसिद्ध (वि.) विख्यात, मशहूर -- प्रसिद्ध
प्रसूति (स्त्री.) प्रसव, उत्पत्ति -- प्रसूती, बायंटी
प्रसूति (स्त्री.) संतति, संतान -- बाळंटेर जल्म दिवप
प्रस्ताव (पुं.) किसी के सामने विचारार्थ रखी गई बात या सुझाव -- प्रस्ताव
प्रस्ताव (पुं.) उक्त का वह रूप, जो किसी सभा या संस्था के सदस्यों के समक्ष विचारार्थ रखा जाए (मोशन) -- थाराव, ठराव
प्रस्तावना (स्त्री.) किसी ग्रंथ का वह आरंभिक वक्तव्य, जिसमें उससे संबंधित कुछ मुख्य बातों का विवेचन किया जाता है (प्रीफेस) -- प्रस्तावना
प्रस्तुत (वि.) मौजूद, उपस्थित, वर्तमान -- हाजिर
प्रस्तुत (वि.) प्रकरण प्राप्त, प्रासंगिक -- प्रकरण
प्रस्तुत (वि.) उद्यत, तैयार -- तैयार
प्रहरी (पुं.) पहरेदार -- गुरखा, राखणो
प्राण (पुं.) शरीर के भीतर की जीवनाधार वायु, श्वास -- प्राण
प्राणदंड (पुं.) मौत की सजा, मृत्यु दंड -- मृत्युदंड
प्राथमिकता (स्त्री.) किसी कार्य, बात या व्यक्ति को औरों से पहले दिया जाने या मिलने वाला अवसर, स्थान या अग्रता (प्राइऑरिटी) -- पयलेमान
प्राथमिकता (स्त्री.) प्रथम स्थान में होने या रखे जाने की अवस्था या भाव -- अग्रक्रम, प्राथमिकता
प्रादेशिक (वि.) प्रदेश-संबंधी, प्रदेश का -- प्रादेशीक
प्राप्त (वि.) जो मिला हो, लब्धा -- प्राप्त
प्रामाणिक (वि.) जो प्रमाण के रूप में माना जाता हो या माना जा सकता हो -- प्रामाणिक
प्रामाणिक (वि.) जो शास्त्रों आदि से प्रमाणित या सिद्ध हो -- शास्त्र सम्मत
प्रायः (क्रि.वि.) लगभग, करीब-करीब -- जास्त जावन, चडकन्न
प्रामाणिक (क्रि.वि.) अक्सर, अधिकतर -- चडजावन, जास्त-जावन
प्रायद्वीप (पुं.) स्थल का वह भाग जो तीन ओर से पानी से घिरा हो और एक ओर स्थल से लगा हो (पिनिन्रयुला) -- द्वीपकल्प
प्रायश्चित (पुं.) गलत अनुचित कार्य हो जाने पर अफसोस करना, पछतावा -- पश्चात्ताप
प्रायश्चित (पुं.) पाप का मार्जन करने के लिए किया जाने वाला शास्त्रविहित कर्म -- प्रायश्चित
प्रार्थना (स्त्री.) निवेदन, याचना -- मागणें
प्रार्थना (स्त्री.) अपने या किसी और के लिए भक्ति और श्रद्धा पूर्वक ईश्वर से कल्याण की कामना -- प्रार्थना
प्रिय (वि.) जिसके प्रति बहुत अधिक स्नेह या प्रेम हो, मन को अच्छा लगने वाला, प्यारा, मनभावन -- आवडिचो (चे, ची)
प्रीतिभोज (पुं.) किसी मांगलिक या सुखद अवसर पर बंधु-बांधवों और इष्ट मित्रों को कराया जाने वाला भोजन, दावत -- पार्टी, मेजवानी
प्रेम (पुं.) प्रीति, प्यार, स्नेह, अनुराग -- प्रेम
प्रेरक (वि.) प्रेरित करने वाला, प्रेरणा देने वाला -- प्रेरक
प्रेरणा (स्त्री.) किसी को किसी कार्य में प्रवृत्त करने की प्रक्रिया या भाव -- प्रेरणा
प्रेषण (पुं.) भेजना, रवाना करना -- प्रेषण
प्रोत्साहन (पुं.) हिम्मत बढ़ाना -- प्रोत्साहन
प्रोत्साहन (पुं.) प्रोत्साहित करने के लिए कही जाने वाली बात -- NA
प्रौढ़ (वि.) अच्छी या पूरी तरह से बढ़ा हुआ -- प्रौढ़
प्रौढ़ (वि.) मध्य अवस्था में पहुँचा हुआ व्यक्ति (एडल्ट) -- वयस्क
प्रौढ़ (वि.) पुष्ट, परिपक्व (मैच्योर) -- परिपक्व
फकीर (पुं.) संत, साधु -- साधु, फकीर
फकीर (पुं.) भिखमंगा, भिखारी -- भिखमा-गतलो, बावाजी
फटकना (स.क्रि.) सूप आदि के द्वारा अन्न साफ करना -- फटकप
फटकना (स.क्रि.) कपड़े को इस प्रकार झाड़ना कि उसमें से लगी हुई धूल या सिलवटें निकल जाएँ -- झटकप
फड़कना (अ.क्रि.) शरीर के किसी अंग में स्फुरण होना -- फडकप
फड़कना (अ.क्रि.) कोई बहुत बढ़िया या विलक्षण चीज़ देखकर मन में उक्त प्रकार का स्फुरण होना, जो उस चीज़ के विशेष प्रशंसक होने का सूचक देता हैं। -- स्फुरण
फड़कना (अ.क्रि.) पक्षियों के पर हिलना, फड़फड़ाना -- फडफ-डावप
फबना (अ.क्रि.) किसी वस्तु का किसी पर सुंदर लगना या जँचना, -- सोबप
फबना (अ.क्रि.) बात आदि का ठीक मौके पर उपयुक्त लगना -- योग्य, लायक
फर्क (पुं.) दो वस्तुओं व्यक्तियों आदि में दिखाई पड़ने वाली विषमता, भिन्नता -- फरक
फर्क (पुं.) भेद-भाव, दुराव -- फरक, दुराव
फर्क (पुं.) हिसाब-किताब आदि में भूल-त्रुटि आदि के कारण पड़ने वाला अंतर -- अंतर
फल (पुं.) पेड़ का फल -- फळ
फल (पुं.) किसी प्रकार की क्रिया, घटना, प्रयत्न आदि के परिणाम के रूप में होने वाली बात, क्रिया, घटना, प्रयत्न आदि का परिणाम -- फळ मेळप
फलना (अ.क्रि.) वृक्ष का फलों से युक्त होना -- फळप, फळ जावप
फलना (अ.क्रि.) किसी काम या बात का शुभ परिणाम प्रकट होना -- फळ मेळप
फलना (अ.क्रि.) सुख-सुमृद्धि का कारण बनना -- फळदायी
फसल (स्त्री.) खेत में बोए हुए अनाजों आदि की पैदावार -- पीक
फव्वारा (पुं.) एक विशिष्ट प्रकार का उपकरण, जिसमें पानी दबाव के कारण धारा या बूंदों में नीचे गिरता है, फुहारा (फाउंटेन) -- फवारो
फहराना (स.क्रि.) कोई चीज इस प्रकार खुली छोड़ देना जिससे वह हवा में लहराती रहे -- फडकप
फाँसना (स.क्रि.) फंदे में किसी पशु पक्षी को फँसाना -- फंसवप
फाँसना (स.क्रि.) छल, ठगी, युक्ति आदि से किसी व्यक्ति को अपने लाभ के लिए फँसाना -- फंसोवप
फाँसी (स्त्री.) प्राणदंड -- फासीदिवप, प्राणदंड
फाँसी (स्त्री.) रस्सी का वह फंदा जिसे लोग गले में फँसाकर आत्महत्या के लिए झूल या लटक जाते हैं -- फासी
फाटक (पुं.) मुख्य द्वार पर लगा हुआ बड़ा दरवाजा (मेनगेट) -- फाटक
फाड़ना (स.क्रि.) कागज, कपड़े आदि को बलपूर्वक खींचकर टुकड़े-टुकड़े कर देना -- पिंजप
फाड़ना (स.क्रि.) किसी गाढ़े द्रव पदार्थ आप के संबंध में ऐसी क्रिया करना कि उसका जलीय अंश तथा ठोस अंश अलग हो जाए -- फाटोवप
फाड़ना (स.क्रि.) किसी वस्तु का मुँह साधारण से अधिक और दूर तक फैलाना या बढ़ाना -- NA
फालतू (वि.) आवश्यकता से अधिक, अनावश्यक -- बॅकार
फालतू (वि.) बेकार -- अर्थनाशिल्ले
फिर (क्रि.वि.) दोबारा या पुनः -- परत
फिर (क्रि.वि.) पीछे, अनंतर, उपरांत, बाद -- मागीर
फिर (क्रि.वि.) तब -- तेन्ना
फीका (वि.) स्वादहीन (पदार्थ) -- पचकें
फीका (वि.) जो यथेष्ट चमकीला या तेज न हो (रंग) -- निस्तेज
फीका (वि.) जिसमें आनंद की प्राप्ति न हुई हो नीरस (खेल) तमाश आदि -- नीरस
फीता (पुं.) सूत आदि की बनी हुई कम चौड़ी और लंबी पट्टी (लेस) -- फीत
फीता (पुं.) लंबाई, चौड़ाई मापने वाली पट्टी -- माप पट्टी
फीस (स्त्री.) विशिष्ट कार्यों के बदले दिया गय धन -- फी
फीस (स्त्री.) वह धन, जो विद्यार्थी की शिक्षा के लिए मासिक रूप में देना पड़ता है, शुल्क -- शुल्क
फुंकार (स्त्री.) वह ज़ोर की ध्वनि, जो सर्प आदि द्वारा क्रोध में वेगपूर्वक साँस बाहर निकालते समय होती है, फूत्कार, फुफकार -- फुत्कार
फुटकर (वि.) भिन्न या अनेक प्रकार का, अलग-अलग छोटे हिस्से में -- तरेतरेचे
फुटकर (वि.) जो इकट्ठा या एक साथ नहीं, बल्कि अलग अलग खंडों में आता या रहता हो, खुदरा, थोक या विपर्याय (रिटेल) -- फुटकळ
फुदकना (अ.क्रि.) पक्षियों, जंतुओं आदि द्वारा उछलते हुए चलना -- उडकी मारप
फुदकना (अ.क्रि.) उमंग में आकर अथवा प्रसन्नता पूर्वक उछलते हुए इधर-उधर आना जाना -- तर तरप
फुलझड़ी (स्त्री.) छोटी, पतली डंडी वाली आतिशबाजी, जिसमें से फूल की सी चिनगारियाँ निकलती हैं -- सुरसुरकाडी, फुलझर
फुलवारी (स्त्री.) फूलों से भरा छोटा उद्यान या बगीचा -- फुल बाग
फुसफुसाना (अ.क्रि.) बहुत ही धीमे या दबे स्वर में बोलना -- फुसफूसी
फुहार (स्त्री.) ऊपर से गिरने वाली पानी की या किसी तरल पदार्थ की छोटी छोटी बूँदें -- शितोडो
फुहारा (पुं.) जमीन से फूट पड़ने वाली पानी की या तेल, पेट्रोल की तेज धार -- झरो
फुहारा (पुं.) एक विशिष्ट प्रकार का उपकरण, जिसमें पानी या किसी तरल पदार्थ की बूँदें निरंतर गिरती हैं, फव्वारा (फाउंटेन) -- फवारो
फूँकना (स.क्रि.) मुँह का विवर समेटकर वेग के साथ हवा छोड़ना, मुँह से हवा भरकर किसी नली आदि से वेगपूर्वक हवा छोड़ना -- फुंकप
फूँकना (स.क्रि.) आग लगाना, जलाना या सुलगाना -- उजो पेटोवप
फूँकना (स.क्रि.) बुरी तरह से नष्ट या बरबाद करना -- फुंकून उडोवप
फूट (स्त्री.) आपसी अनबन या बिगाड़ -- फूट घालप, फूट पडप
फूट (स्त्री.) एक प्रकार की बड़ी ककड़ी जो पकने पर प्रायः खेतों में ही फट जाती है -- चिबूड
फूल (पुं.) पुष्प, कुसुम -- फूल
फूल (पुं.) शव के जल जाने के बाद बची हुई हड्डियाँ -- अस्थी
फूलदान (पुं.) फूल सजाने के लिए मिट्टी, धातु, शीशे आदि का बना पात्र, गुलदान -- वाझ, फुलदाणी
फूलना (अ.क्रि.) पेड़-पौधों में फूल आना -- फूलप
फूलना (अ.क्रि.) बहुत अधिक उभर जाना या ऊँचा होना, सूजना -- सूजप
फूलना (अ.क्रि.) उमंग से भर जाना, बहुत प्रसन्न होना -- फुलार
फेंकना (स.क्रि.) किसी वस्तु को वेग से दूर हटाना -- फेंकप
फेन (पुं.) बुलबुलों का समूह, झाग -- फेस
फेरा (पुं.) परिक्रमा, किसी चीज़ के चारों ओर घूमने की क्रिया या भाव -- फेरो मारप
फोरा (पुं.) बार-बार कहीं आने जाने की क्रिया या भाव, चक्कर -- फेरो मारप
फोरा (पुं.) विवाह के समय वर-वधू द्वारा की जाने वाली अग्नि की परिक्रमा -- फेरे
फैलना (अ.क्रि.) किसी चीज का विस्तार होना -- पसरप
फैलना (अ.क्रि.) किसी बात आदि का व्यापक क्षेत्र में चर्चा का विषय बनना -- प्रसार
फोड़ना (स.क्रि.) शीशा, चीनी या मिट्टी आदि की कोई वस्तु खंड-खंड करना या तोड़ना, किसी खोखली या वायु भरी वस्तु को आघात या दबाव द्वारा तोड़ना -- फोडप
फोड़ना (स.क्रि.) किसी दल या पक्ष के व्यक्ति को प्रलोभन देकर अपनी ओर मिलाना -- फोडप
बंगला (पुं.स्त्री.) चारों तरफ से खुला हुआ एक मंजिला मकान -- बंगलो
बंगला (पुं.स्त्री.) बंगाल की भाषा -- बंगाली (भाशा)
बंजर (वि.स्त्री.) भूमि जिस पर कुछ पैदा न हो -- वांझ
बंद (वि.) बँधा हुआ, कसा हुआ -- बांधिल्ले
बंद (वि.) चारों ओर की दीवारों आदि से घिरा (स्थान) -- बंद
बंद (वि.) बाधायुक्त -- आडखळीचे
बंदनवार (पुं.) आम, अशोक आदि की पत्तियों को रस्सी में टाँक कर बनी श्रृंखला, जो शुभ अवसरों पर दरवाजों आदि पर लटकाई जाती है -- तोरण
बंदरगाह (पुं.) समुद्र के किनारे का वह स्थान, जहाँ जहाज ठहरते हैं (सी पोर्ट, हार्बर) -- बंदर
बंदी (पुं.) कैदी (प्रिजनर) -- बंदी
बंदूक (स्त्री.) ऐसा अस्त्र, जिसमें कारतूस, गोली आदि भरकर इस प्रकार छोड़ी जाती है कि लक्ष्य पर लगे (गन, राइफल, मस्केट) -- बंदूक
बंधक (पुं.) गिरवी या रेहन -- गिरवी, घाणवट
बकना (स.क्रि.) ऊटपटांग या व्यर्थ की बातें करना -- बडबडप
बकाया (वि.) बाकी बचा हुआ -- उरिल्लें
बकाया (पुं.) किसी काम, बात या राशि का वह अंश, जिसकी अभी पूर्ति होनी शेष हो -- बाकी
बगीचा (पुं.) छोटा बाग या फुलवारी -- बाग
बचत (स्त्री.) व्यय से बची रहने वाली राशि -- बचत
बचत (स्त्री.) लागत आदि निकालने के बाद बचा हुआ धन, मुनाफा, लाभ -- फायदो, फुडारापासत बांचयल्ले पयशे
बचना (अ.क्रि.) उपयोग, व्यय आदि के बाद जो कुछ शेष रहे -- शिल्लक उरप
बचना (अ.क्रि.) बंधन, विपद, संकट आदि से किसी प्रकार सुरक्षित रहना -- वाचवप
बचना (अ.क्रि.) किसी कार्य, व्यक्ति से संकोच करना -- कुशीन सरप, भिडेस्त आसप
बचपन (पुं.) बाल्यावस्था -- बाळपण, लहानपण
बच्चा (पुं.) नवजात शिशु -- पिल्लु, बाळु
बच्चा (पुं.) बालक -- बाळक
बजना (अ.क्रि.) किसी चीजॉ पर आघात किए जाने पर निकली ध्वनि -- वाजवप
बजना (अ.क्रि.) संगीत अथवा वाद्य यंत्र से ध्वनि निकालना -- वाजोवप
बजे (अ.) समय-मान, जैसे दस बजे ( क्लॉक) -- वाजंता वेळार, घंट्यार
बटुआ (पुं.) कपड़े चमड़े आदि का खानों वाला तथा ढक्कन-दार आधान, जिसमें रुपए-पैसे रखे जाते हैं (पर्स) -- पाकीट, पर्स
बड़ा (वि.) किसी वस्तु का वह गुण, जो आकार, आयतन या माप में दूसरी वस्तु से अधिक होता है -- व्हडलो
बड़ा (वि.) पद, गरिमा, गुण आदि की दृष्टि से श्रेष्ठ -- व्हड
बड़ा (वि.) उरद की दाल का एक प्रकार का नमकीन पकवान -- NA
बड़ाई (स्त्री.) बड़े होने की अवस्था या भाव -- व्हडपण
बड़ाई (स्त्री.) प्रशंसा, तारीफ -- तोखणाय
बढ़ना (अ.क्रि.) आकार, क्षेत्र, परिमाण, विस्तार, सीमा आदि में वृद्धि होना -- वाडप
बढ़ना (अ.क्रि.) आगे की ओर चलना -- फुड़ेंवचप
बढ़ना (अ.क्रि.) किसी प्रकार की उन्नति होना -- प्रगती
बढ़ाना (स.क्रि.) किसी को बढ़ने में प्रवृत्त करना -- प्रवृत्त करप
बढ़ाना (स.क्रि.) परिमाण, मात्रा, संख्या आदि में वृद्धि करना -- वाढोवप
बढ़ाना (स.क्रि.) किसी प्रकार की व्याप्ति में विस्तार करना -- NA
बढ़िया (वि.) जो गुण, रचना, रूप-रंग आदि की दृष्टि से उच्च कोटि का हो, उत्तम, उम्दा -- उत्कृष्ट, उत्तम
बताना (स.क्रि.) किसी को कोई जानकारी देना -- सांगप
बताना (स.क्रि.) किसी प्रकार का निर्देश या संकेत करना -- निर्देश दिवप
बत्तीसी (स्त्री.) मनुष्य के 32 दातों का समूह -- बत्तीशी
बदनाम (वि) जिसकी निंदा हो रही हो, कुख्यात -- नांव वायट, बदनाम
बदलना (अ.क्रि.) परिवर्तन होना -- बदलप
बदला (पुं.) प्रतिकार, पलटा -- बदलो
बदसूरत (वि.) भद्दी सूरत वाला, कुरूप -- कुरुप
बधाई (स्त्री.) मुबारकबाद -- परबी दिवप
बधाई (स्त्री.) मंगल अवसर का गाना-बजाना -- अभिनंदन
बधिर (वि.) बहरा -- भेरो, केप्पो
बनजारा (पुं.) वह व्यक्ति जो बैलों आदि पर सामान लादकर बेचने के लिए एक देश से दूसरे देश को जाता है, एक खानाबदोश जाति -- बंजारी
बनाना (स.क्रि.) किसी वस्तु को तैयार करना -- तयार करप
बनाना (स.क्रि.) किसी की प्रशंसा करते हुए उसे उपहासास्पद या मूर्ख बनाना -- मूर्ख बनवप
बनावटी (वि.) वास्तविकता से परे, ऊपरी या बाहरी -- अडेचे
बनावटी (वि.) वास्तविकता के अनुकरण पर बनाया हुआ, कृत्रिम, नकली -- बनावटी, नकली
बनिया (पुं.) व्यापार करने वाला व्यक्ति, वैश्य -- व्यापारी
बनिया (पुं.) आटा, दाल, नमक, मिर्च आदि बेचने वाला दुकानदार -- वाणी, वैश्य
बरसना (अ.क्रि.) वर्षा होना -- पाऊस पडप
बरसना (अ.क्रि.) किसी चीज का बहुत आधिक मात्रा, मान, संख्या में लगातार गिरना -- वर्षाव जावप
बरसात (स्त्री.) बारिश, वर्षा-ऋतु -- पाऊस
बरसी (स्त्री.) किसी के मरने के बाद हर वर्ष पड़ने वाली तिथि -- वर्सातिक, पुण्यतिथी
बरसी (स्त्री.) मृत का वार्षिक श्राद्ध -- श्राद्ध
बराती (पुं.) किसी की बारात में सम्मिलित होने वाला व्यक्ति -- होरेतकार
बराबर (वि.) जो तुलना के विचार से एक-सा हो, समान -- बरोबर
बराबर (वि.) (तल) जो ऊँचा-नीचा या खुरदरा न हो, सम -- सम
बराबर (क्रि.वि.) लगातार, निरंतर -- सतत
बर्फ (स्त्री.) हिम (स्नो) -- बर्फ
बर्फ (स्त्री.) बहुत अधिक ठंडक के कारण जमा हुआ पानी जो ठोस हो जाता है और आघात लगने पर टुकड़े टुकड़े हो जाता है (आइस) -- हिम, झेल
बर्बर (वि.) जंगली, असभ्य -- रानटी
बल (पुं.) जोर, शक्ति, ताकत -- बळ, ताकत
बल (पुं.) कपड़ों आदि पर पड़ने वाली सिलवट, शिकन -- सुरकुती, मिर्यो
बलवान (वि.) शक्तिशाली, ताकतवर -- बळवान, शक्तिशाली
बलात्कार (पुं.) बलात् या बलपूर्वक कोई काम करना -- जबरदस्ती
बलात्कार (पुं.) किसी लड़की अथवा स्त्री के साथ उसकी इच्छा के विरुद्ध बलपूर्वक किया जाने वाला चौनाचार -- बलात्कार
बलिदान (पुं.) किसी उद्देश्य या बात के लिए अपने प्राण दे देना, कुर्बानी -- बलिदान
बलिदान (पुं.) देवताओं को प्रसन्न करने के उद्देश्य से किसी पशु का किया जाने वाला वध, बलि -- बलि
बल्कि (अव्य.) ऐसा नहीं का आशय सूचित करने वाला अव्यय प्रत्युत, वरन -- पूण
बवंडर (पुं.) आँधी, तूफान -- तूफान
चहकाना (स.क्रि.) चकमा या भुलावा देना -- फुसलावप
बहना (अ.क्रि.) द्रव पदार्थ का धारा के रूप में किसी नीचे तल की ओर प्रवाहित होना -- व्हांवप
बहरा (वि.पुं) जिसे सुनाई न पड़ता हो, बधिर -- भेरो, केप्पो
बहलाना (स.क्रि.) किसी को प्रसन्न या शांत करना -- रंजवप, रिजोवप
बहस (स्त्री.) तर्क, युक्ति आदि के द्वारा होने वाला खंडन-मंडन, विवाद -- वाद-विवाद
बहादुर (वि.) वीर, शूर-वीर, सूरमा -- बहादुर
बहाना (पुं.) तथ्य को छिपाने के लिए चालाकी की बात -- पळवाट, टाळप
बहार (स्त्री.) फूलों के खिलने का मौसम, वसंत-ऋतु -- वसंत रुतु
बहार (स्त्री.) सौंदर्य आदि के फलस्वरूप होने वाली रमणीयता या शोभा -- उमेद
बहिर्मुख (वि.) जिसका मुँह बाहर की ओर हो -- बहिर्मुख
बहिर्मुख (वि.) जो बाहर की ओर उन्मुख या प्रवृत हो -- भायल्या जगांत रमपी
बहिष्कार (पुं.) जाति समुदाय आदि से बाहर निकालना -- जा भायर करप
बहिष्कार (पुं.) देश विदेश के माल का सामूहिक व्यवहार त्याग (बायकाट) -- बहिष्कार
बही-खाता (पुं.) हिसाब-किताब लिखने की पुस्तक -- वही खातो
बहुत (वि.) परिमाण, मात्रा, आदि में अधिक -- खूब
बहुत (क्रि.वि.) अधिक परिमाण या मात्रा में, ज्यादा -- जास्त
बहुभाषी (पुं.) बहुत भाषाएँ जानने-बोलने वाला -- बहुभाशी
बहुभाषी (पुं.) बहुत बोलने वाला, बकवादी -- खूब उलयतलो, वाचाळ
बहुमूल्य (वि.) जिसका मूल्य बहुत हो, महार्घ -- मूल्यवान
बहुमूल्य (वि.) जो गुण, महत्व की दृष्टि से अति उपयोगी हो -- मोलादीक
बहुरूपिया (पुं.) अनेक प्रकार के रूप धारण करने वाला -- बहुरूपी
बहू (स्त्री.) पुत्रवधू, नव विवाहिता स्त्री -- व्हंकल
बहू (स्त्री.) पत्नी -- घरकान्न, पतीण
बाँग (स्त्री.) भोर के समय में मुरगे के बोलने का स्वर -- कोंब्या साद
बाँग (स्त्री.) मसजिद में नमाज पढ़ने के लिए मुल्ला द्वारा की जाने वाली उच्च स्वर में पुकार -- अजान, बांग
बाँझ (वि.स्त्री.) वह स्त्री जो संतान उत्पन्न न कर सके -- वांझ
बाँटना (स.क्रि.) किसी चीज को कई भागों में विभक्त करना, वितरण -- वांटप
बाँध (पुं.) वह वास्तु-रचना, जो किसी नदी की धारा को रोकने अथवा किसी ओर प्रवृत्त करने के लिए बनाई गई हो (डैम) -- बांद
बाँधना (स.क्रि.) डोरी, रस्सी आदि कसकर किसी चीज के चारों ओर लपेटना -- बांधप
बाँधना (स.क्रि.) कागज, कपड़े आदि से किसी चीज को इस प्रकार लपेटना कि वह बाहर न निकले (पैक) -- पैक करप
बाँसुरी (स्त्री.) मुरली या वंशी -- बांसरी, पिर्लु
बाकी (वि.) जो व्यय या क्षय होने के बाद बच रहा हो -- शिल्लक उरप
बाकी (स्त्री.) गणित में बड़ी संख्या में से छोटी संख्या घटाने पर निकलने वाला फल -- बाकी
बागडोर (स्त्री.) लगाम -- लगाम
बाजार (पुं.) वह स्थान, जहाँ अनेक चीजों की बिक्री व खरीद के लिए दुकानें होती हैं -- बाज़ार
बाजीगार (पुं.) जादू के खेल दिखाने वाला, नट, जादूगर -- जादूगर
बाट (स्त्री.) राह, रास्ता, मार्ग -- रस्तो, मार्ग
बाट (पुं.) पत्थर, लोहे आदि का वह टुकड़ा जो चीजें तौलने के काम आता है (वेट्स) -- वज़ना, चो फातर
बाढ़ (स्त्री.) नदी नाले में जलस्तर का सीमा से अत्यधिक बढ़ जाना -- हुंवार
बाण (पुं.) एक प्रकार का नुकीला अस्त्र, जो कमान या धनुष पर चढ़ाकर चलाया जाता है, तीर -- बाण
बातचीत (स्त्री.) वार्तालाप -- संभाशण
बाद (अव्य.) पश्चात्, अनंतर, पीछे -- मागीर
बादल (पुं.) मेघ -- मॉड
बादशाह (पुं.) सम्राट, शासक -- बादशाह
बाधक (वि.) विघ्न या अड़चन डालने वाला -- अडचण करतलो
बाधक (पुं.) बाधा के रूप में होने वाला -- बाधक
बाधा (स्त्री.) रोक, रुकावट, अड़चन -- आडखळ
बाप (पुं.) पिता, जनक -- बापूय, पाय
बायाँ (वि.) दायाँ का उल्टा, वाम (लैफ्ट) -- दावो
बारूद (स्त्री.) गंधक, शोरे, कोयले आदि का वह मिश्रण, जो विस्फोटक होता है और तोपें, बंदूकें आदि चलाने के काम आता है -- दारू गोळो
बारे में (अव्य.) किसी के प्रसंग, विषय या संबंध में -- बाबतीत
बाल (पुं.) बालक, बच्चा -- बाळक
बाल (पुं.) जीव-जंतुओं के शरीर में त्वचा से ऊपर निकले हुए तंतु जो रोयों से मोटे होते हैं, केश, सिर के बाल -- केंस
बाली (स्त्री.) कानों में पहनने का एक वृत्ताकार आभूषण -- रिंग
बाली (स्त्री.) अनाज की हरी नन्हीं बाल, सिट्टा -- कणस
बालू (पुं. /स्त्री.) पत्थरों का चूर्ण, जो रेगिस्तानों में या नदियों के तटों पर पड़ा रहता है, रेत -- रेंव
बावला (वि. /पुं.) विक्षिप्त, पागल, दीवाना -- पीसो
बासी (वि.) जो एक या अधिक दिन पहले बना या पका हो ताजा का विपर्यय -- शेळे
बाहर (क्रि.वि.) किसी क्षेत्र, घेरे, विस्तार आदि की सीमा से परे, अंदर और भीतर का विपर्यय -- भायर
बिंदी (स्त्री.) गोलाकार टीका, जो स्त्रियाँ माथे पर लगाती हैं -- तिकली
बिंदी (स्त्री.) शून्य सूचक चिह्न, सिफर -- शून्य
बिंब (पुं.) किसी आकृति की वह झलक, जो किसी पारदर्शक पदार्थ में दिखाई पड़ती है, परछाई -- प्रतिबिंब, पडबिंब
बिंब (पुं.) प्रतिमूर्ति -- प्रतिमूर्ती
बिखरना (अ.क्रि.) किसी वस्तु के घटकों का अधिक क्षेत्र में फैल जाना -- पसरप
बिखरना (अ.क्रि.) अलग अलग या दूर दूर होना -- विखलप
बिखेरना (स.क्रि.) वस्तुओं को बिना किसी सिलसिले के फैलाना या डालना -- पातळावप
बिगाड़ना (स.क्रि.) ऐसी क्रिया, जिससे किसी काम, चीज या बात में खराबी आ जाए, खराब करना -- बिगडप
बिछाना (स.क्रि.) दूर तक फैलाना या बिखेरना, फैलाना -- पसरप
बिछुड़ना (अ.क्रि.) अलग होना -- दुर वचप
बिछौना (पुं.) बिछावन, बिस्तर -- हांतूण
बिजली (स्त्री.) बादलों की रगड़ के कारण उत्पन्न होने वाला प्रकाश (लाइटनिंग) -- वीज़
बिजली (स्त्री.) घर्षण, ताप और रासायनिक क्रियाओं से उत्पन्न होने वाली एक शक्ति, जिससे ताप और प्रकाश उत्पन्न होता है (इलेक्ट्रिसिटि) -- विद्युत, वीज़
बिजलीघर (पुं.) वह स्थान, जहाँ रासायनिक प्रक्रियाओं, जल-प्रपातों आदि से बिजली उत्पन्न व वितरित की जाती है (पावर हाउस) -- वीज़ घर
बिना (अव्य.) बगैर -- शिवाय
बिना (अव्य.) अतिरिक्त, सिवा -- शिवाय
बिनौला (पुं.) कपास का बीज -- सावरी-बी, कापसाचे बी
बिरादरी (स्त्री.) किसी एक ही जाति या वर्ग के लोग जो सामाजिक उत्सवों पर एक दूसरे के यहाँ आते-जाते हैं (समाज) -- समाज, दायजी
बिरादगी (स्त्री.) भाईचारा, बंधुत्व -- भावकी
बिल (पुं.) जमीन के अंदर खोद कर बनाया हुआ जीव–जंतुओं के रहने का स्थान -- बीळ
बिल (पुं.) हिसाब चुकता करने के लिए दिया जाने वाला वह कागज, जिसमें प्राप्य मूल्य का ब्यौरा रहता है, भुगतान अनुरोध -- बिल
बिलकुल (क्रि.वि.) पूरा-पूरा, कूल, सब, जितना हो, उतना सब -- बिलकुल
बिलकुल (क्रि.वि.) निरा, निपट -- सामकें
बिलखना (अ.क्रि.) रोना, कलपना, विलाप करना -- विळाप
बिलोना (स.क्रि.) किसी तरल पदार्थ को मथानी आदि से अच्छी तरह हिलाना, मथना -- चाळप
बिस्तर (पुं.) बिछावन या बिछौना -- हाँतुण
बीच (पुं.) किसी वस्तु का वह केंद्रीय अंश या भाग, जहाँ से उसके सभी छोर समान दूरी पर पड़ते हैं, मध्य -- मदीं
बीच (अव्य.) दरमियान, अंदर, में -- मदींच
बीज (पुं.) अन्न आदि का वह कण, जो खेत में बोने के काम आता है (सीड) -- बी
बीजक (पुं.) सूची, फेहरिस्त -- सूची, वळेरी
बीजक (पुं.) वह सूची, जिसमें किसी को भेजे जाने वाले माल का ब्यौरा, दर, मूल्य आदि लिखा रहता है (इन्वायस) -- बिल, आंकडो
बीजगणित (पुं.) गणित की वह शाखा, जिसमें अक्षरों को अज्ञात संख्याएं मानकर वास्तविक मान या संख्याएँ जानी जाती हैं (अलजेबरा) -- बीजगणीत
बीनना (स.क्रि.) छोटी-छोटी चीजों को उठाना या चुनना, छाँटना -- वेंचप
बीमा (पुं.) किसी प्रकार की विशेषतः आर्थिक हानि पूरी करने की जिम्मेदारी जो कुछ निश्चित धन लेकर उसके बदले में की जाती है (इंश्योरेन्स) -- विमो
बीमार (वि.) वह व्यक्ति, जो किसी रोग से पीड़ित हो, रोगी -- आजारी, रोगी
बुझाना (स.क्रि.) ऐसी क्रिया करना जिससे आग जलना बंद हो जाए -- वाडोवप
बुझाना (स.क्रि.) शांत करना -- NA
बुढ़ापा (पुं.) बूढ़ा होने की अवस्था या भाव, वृद्धावस्था -- म्हातारपण
बुद्धि (स्त्री.) विचार या निश्चय करने की शक्ति, अकल, समझ -- बुद्धी
बुनकर (पुं.) कपड़ा बुनने वाला कारीगर, जुलाहा -- विणकर
बुनना (स.क्रि.) करघे पर वस्त्र बनाना -- विणप
बुनना (स.क्रि.) ऊन, तार आदि से स्वेटर, चटाई आदि बनाना -- गूंथप
बुरा (वि.) खराब, दोषयुक्त -- वायट
बुरादा (पुं.) लकड़ी चीरने या धातु रेतने पर उसमें से निकलने वाला महीन अंश, चूरा -- भुसो
बुलाना (स.क्रि.) किसी को अपनी ओर आने के लिएआवाज या संकेत देना -- आपोवप
बूटी (स्त्री.) ऐसी जंगली वनस्पति, जिसका उपयोग औषध आदि के रूप में होता है -- जडी बुट्टी
बूटी (स्त्री.) छोटे पौधों या फूलों के आकार का कोई अंकन या चित्रण -- वेल बुट्टे
बूढ़ा (वि.पुं.) बड़ी आयु का प्राणी, वृद्ध -- म्हातारो
बेईमान (वि.) जिसकी नीयत ठीक न हो -- बेमान, बेइमान
बेईमान (वि.) अविश्वसनीय -- विश्वासीन्ही
बेगार (स्त्री.) ऐसा काम, जो जबरदस्ती और बिना पारिश्रमिक दिए करवाया जाए -- पगार ना दिता जबरदस्तीन काम घेवचे
बेगार (स्त्री.) बेमन का काम, अनिच्छा से किया गया काम -- बेगार
बेचना (स.क्रि.) कोई चीज या संपत्ति मूल्य लेकर देना -- विकप
बेचारा (वि.) निःसहाय, दीन, गरीब -- बाबडो
बेल (पुं.) एक प्रसिद्ध फल, जो पेट के रोग के लिए गुणकारी होता है -- बेलफळ
बेल (पुं.) लता -- बेल
बेल (पुं.) कपड़े आदि पर टाँका जाने वाला फीता -- वेल, काडप
बेलबूटा (पुं.) किसी चीज पर लताओं, पेड़ पौधों आदि का अंकन या चित्र -- वेल बुट्टें
बैठक (स्त्री.) बैठने का स्थान -- साल
बैठक (स्त्री.) सभासदों का एकत्र होना -- सभा
बैठना (अ.क्रि.) आसीन होना अथवा स्थान ग्रहण करना -- बसप
बैर (पुं.) शत्रुता या बदला लेने की भावना, दुश्मनी -- दुसमान
बैरा (पुं.) होटलों आदि में खाना खिलाने वाला सेवक -- बेयरा
बैल (पुं.) गाय का नर, जो गाड़ी और हल आदि में जोता जाता है -- बैल
बैलगाड़ी (स्त्री.) बैल द्वारा खींची जाने वाली गाड़ी -- बैलगाडी
बोझ (पुं.) वजन, भार -- वजें
बोतल (स्त्री.) शीशी -- बाटली
बोना (स.क्रि.) पेड़-पौधे उगाने के लिए जमीन में बीज डालना -- रोवप
बोलचाल (स्त्री.) वार्तालाप -- वार्तालाप, उलोवणें
बोलना (अ.क्रि.) शब्द, ध्वनि आदि को स्वर मे उच्चारित करना -- उलोवप
बोलना (अ.क्रि.) शब्दों द्वारा कहकर विचार प्रकट करना -- सांगप
बौखलाना (अ.क्रि.) आवेश या क्रोध में आकर अंड-बंड बकना -- खुबळप
बौखलाना (अ.क्रि.) मानसिक संतुलन खो बैठना -- तिडकप
बौछार (स्त्री.) बूंदों की झड़ी जो हवा के झोंके से तिरछी गिरती हो -- झड
बौछार (स्त्री.) बहुत अधिक संख्या में लगातार किसी वस्तु का बरसना -- झडप
बौद्धिक (वि.) बुद्धि संबंधी, बुद्धि द्वारा ग्रहण किए जाने के योग्य -- बौद्धिक
ब्यौरा (पुं.) वृत्तांत, किसी घटना के अंतर्गत एक बात का उल्लेख या कथन -- तपशील, विवरण
भंडार (भांडार) (पुं.) कोष, खजाना -- खजिनो, खजानो
भंडार (भांडार) (पुं.) अन्नादि रखने का स्थान -- भंडार
भँवर (पुं.) जलावर्त -- भोंवरो
भक्ति (स्त्री.) निष्ठा, विश्वास या श्रद्धा -- भक्ती
भगवान (पुं.) परमेश्वर -- देव
भगवान (पुं.) पूज्य/ आदरणीय और महिमाशाली -- पूज्य
भड़काना (स.क्रि.) आग को तेज करना, उत्तेजित या क्रुद्ध करना -- भडकावप, उत्तेजीत करप
भड़कीला (वि.) जिसमें खूब चमक-दमक हो -- भडक
भद्र (वि.) शिष्ट, सभ्य, सुशिक्षित -- सभ्य
भरती (भर्ती) (स्त्री.) प्रवेश, दाखिला -- दाखलो
भरती (भर्ती) (स्त्री.) नियुक्ति -- NA
भरना (स.क्रि.) खाली बरतन आदि में कोई चीज डालना, उड़ेलना, रखना -- भरप
भरना (स.क्रि.) रिक्तता अथवा हानि की पूर्ति करना -- भरपाय करप
भला (वि.) अच्छा, नेक -- बरें
भला (पुं.) हित, लाभ -- हीत
भवन (पुं.) प्रासाद, महल, घर, मकान, इमारत -- महाल, घर
भविष्य (पुं.) आने वाला समय, भविष्यत् काल -- भविश्य
भव्य (वि.) सुंदर और प्रभावशाली, शानदार -- भव्य
भाँपना (स.क्रि.) रंग-ढंग से जान लेना, ताड़ लेना -- अदमास करप
भागना (अ.क्रि.) दौड़ना -- पळप
भागना (अ.क्रि.) जान बचाना, पीछा छुड़ाना -- फाट सोडोवन धांवप
भाग्य (पुं.) किस्मत, तकदीर, नसीब -- नशीब
भाना (अ.क्रि.) रुचना, अच्छा लगना, पसंद आना -- आवडप
भारतीय (वि.) भारत में उत्पन्न अथवा उससे संबंधित -- भारतीय
भारतीय (पुं.) भारतवासी -- भारतवासी
भारी (वि.) अधिक भार वाला, वजनी -- ज़ड
भारी (वि.) दुःखी, उदास (मन आदि) -- दुखी
भावना (स्त्री.) चिंतन, ध्यान -- भावना
भावना (स्त्री.) विचार, ख्याल, इच्छा -- इत्सा
भाषण (पुं.) व्याख्यान -- भाशण
भाषा (स्त्री.) बोलकर, लिखकर अथवा ध्वनि-संकेतों द्वारा भावों को प्रकट करने का साधन, बोली, जबान -- भाशा, बोली
भिक्षु (पुं.) भिखारी -- भिकारी
भिक्षु (पुं.) संन्यासी, विशेषतः बौद्ध संन्यासी -- भिक्षु (बौद्ध)
भिखारी (पुं.) भीख माँगने वाला, कंगाल, अकिंचन -- भीख मागतलो, कंगाल
भिगोना (स.क्रि.) पानी से गीला या तर करना, पानी में डालना -- भितवप
भिन्न (वि.) अलग, पृथक -- वेगळे
भिन्न (पुं.) गणित में किसी पूरा इकाई का छोटा अंश या टुकड़ा -- अपूर्णांक, अंश
भीड़ (स्त्री.) जन समूह -- गरदी
भीरु (पुं.) कायर, डरपोक -- भितरो
भीषण (वि.) भयानक, डरावना -- भयानक
भीषण (वि.) दुष्परिणाम के रूप में होने वाला, विकट -- विकट
भुगतान (पुं.) मूल्य आदि चुकाने की क्रिया या भाव, अदायगी -- रीण फारीक करप
भुनाना (स.क्रि.) किसी खाद्य पदार्थ को अंगारों पर सेंककर या गरम बालू में पकाने अर्थात् भूनने का काम किसी दूसरे से कराना -- भाजून घेवप
भुनाना (स.क्रि.) नोट, रुपए आदि को छोटे सिक्कों में बदलवाना -- मोडप
भुरभुरा (वि.) हलके दबाव से जिसके कण या रवे अलग-अलग हो जाएँ -- भुसभुशीन
भूकंप (पुं.) भूगर्भ में होने वाली उथल-पुथल से धरती के हिलने की अवस्था, भूचाल -- भूकंप
भूख (स्त्री.) भोजन की इच्छा, क्षुधा -- भूकंप
भूख (स्त्री.) कोई चीज़ प्राप्त करने की उत्कट इच्छा -- इच्छा
भूख-हड़ताल (स्त्री.) किसी नीति या कार्य आदि के प्रति विरोध प्रकट करते हुए अपने उद्देश्य की प्राप्ति के लिए भोजन, अन्न-जल आदि ग्रहण न करना (हंगर-स्ट्राइक) -- भूक हडताळ
भूचाल (पुं.) (दे.) भूकंप -- भूयकांप, भूकंप, भूचाल
भूत (वि.) बीता हुआ, अतीत, भूतकाल -- भूतकाळ
भूत (पुं.) प्रेत, पिशाच -- भूत, पिशाच
भूतपूर्व (वि.) पूर्ववर्ती, पहला -- भूतपूर्व
भूमि (स्त्री.) जमीन, धरती -- भूयं, पृथ्वी
भूमि (स्त्री.) पृथ्वी जो सौर जगत के एक ग्रह के रूप में है -- धर्तरी, भूमी
भूमिका (स्त्री.) ग्रंथ आदि की प्रस्तावना -- भूमिका
भूमिका (स्त्री.) किरदार -- अभिनय, चरित्र
भूमिका (स्त्री.) किसी क्षेत्र विशेष में किसी व्यक्ति द्वारा किया गया कार्य -- काम
भूरा (वि.) मटमैला, खाकी -- म्हळको म्हेळें
भूरा (पुं.) खाकी रंग -- खाकी
भूल-चूक (स्त्री.) लेखे या हिसाब में दृष्टि–दोष आदि के कारण होन वाली गलती, अशुद्धि -- भूल-चूक
भूलना (अ.क्रि.) याद न रहना, विस्तृत होना -- विसरप
भूलना (अ.क्रि.) गलती या त्रुटि करना -- चूक करप
भेजना (स.क्रि.) रवाना करना, प्रेषण करना -- धाडप
भेद (पुं.) अंतर, फरक -- फरक
भेद (पुं.) रहस्य, मर्म -- रहस्य
भेद (पुं.) प्रकार, तरह -- प्रकार
भोला (वि.) छल-कपट, रहित सीधा सादा, सहज-विश्वासी -- भोळो
भोला (वि.) बुद्धू -- बुद्ध
भौतिक (वि.) लौकिक, सांसारिक -- लोकीक
भौतिक (वि.) पंचभूतों से संबंध रखने वाला -- भौतीक
भ्रम (पुं.) मिथ्या ज्ञान, कुछ का कुछ समझना, धोखा -- भास
भ्रमण (पुं.) घूमना-फिरना, विचरण -- फिरप, हिंडप
भ्रभर (पुं.) भौंरा, मधुप, भँवर -- भोंवरो
भ्रष्ट (वि.) बुरे आचार-विचार वाला -- भ्रष्ट
भ्रष्ट (वि.) (मार्ग से) च्युत, विचलित -- पतीत
मंगल (वि.) कल्याणकारी, शुभ -- कल्याणकारी
मंगल (पुं.) कल्याण, भलाई , हित -- मंगळकारी
मंगल (पुं.) सौर मंडल का एक ग्रह -- मंगळग्रह
मंगल (पुं.) मंगलवार -- मंगळवार
मंगल-सूत्र (पुं.) सधवा स्त्रियों द्वारा गले में पहना जाने वाला पवित्र सूत्र -- मंगळसूत्र
मंगलाचरण (पुं.) शुभकार्य के आरंभ में पढ़ा जाने वाला मांगलिक मंत्र, श्लोक, पद्यमय रचना आदि -- मंगलाचरण
मंगलाचरण (पुं.) ग्रंथ के आरंभ में मंगल की कामना तथा उसकी निर्विघ्न समाप्ति के लिए लिखा जाने वाला पद्य -- मंगलाचरण
मंच (पुं.) सभा-समितियों में ऊँचा बना हुआ मंडप, जिस पर बैठकर सर्वसाधारण के सामने किसी प्रकार का कार्य किया जाए रंगमंच (स्टेज) -- रंगमाची
मंच (पुं.) कुछ विशिष्ट प्रकार के कार्य कलापों के लिए उपयुक्त क्षेत्र (फोरम) -- फोरम, माची
मंजिल (स्त्री.) गंतव्य (डेस्टिनेशन) -- निमाणें पेणें
मंजिल (स्त्री.) पड़ाव, मुकाम -- मुकाम
मंत्र (पुं.) देवताओं को प्रसन्न करने अथवा सिद्धि आदि प्राप्त करने वाला शब्द समूह -- मंत्र
मंत्र (पुं.) कार्य-सिद्धि का ढंग, गुर -- मंत्रणा
मंत्री (पुं.) मंत्रणा अथवा परामर्श देने वाला -- मंत्री
मंत्री (पुं.) अमात्य -- मंत्री, अमात्य
मंत्री (पुं.) सचिव -- सचीव
मंदा (वि.) जिसकी माँग कम हो (सौदा), जिसमें तेजी न हो (व्यापार) -- मंदी
मंदिर (पुं.) देवालय -- देवूळ
मक्कार (वि.) कपटी, छली -- धूर्त
मखमल (स्त्री.) एक तरह का चिकना तथा रोएँदार कपड़ा -- विलोद
मगर (पुं.) घड़ियाल -- मानगें
मगर (अव्य.) लेकिन, परंतु -- पूण
मग्न (मगन) (वि.) किसी काम या बात में तन्मय, लीन -- तल्लीन
मच्छरदानी (स्त्री.) जालीदार कपड़े का बना हुआ आवरण, जिसका उपयोग मच्छरों से बचाव के लिए किया जाता है, मसहरी -- मच्छरदाणी
मजदूर (पुं.) शारीरिक श्रम द्वारा जीविका कमाने वाला व्यक्ति -- मजूर, कुली
मजदूरी (स्त्री.) मजदूर का काम -- मजुरी
मजदूरी (स्त्री.) भाड़े या वेतन के रूप में मजदूर को दिया जाने वाला धन -- भाडें
मजबूत (वि.) दृढ़, पक्का, टिकाऊ -- टिकपी
मजबूत (वि.) हृष्ट-पुष्ट तगड़ा, शक्तिशाली (देह) -- बल्ठिष्ट
मजाक (पुं.) परिहास, हँसी, दिल्लगी -- टिगल, मस्करी
मझधार (स्त्री.) नदी आदि के बीच की धारा -- मध्यधारा
मझधार (स्त्री.) किसी काम या बात के मध्य की स्थिति -- मदली स्थिति
मठ (पुं.) साधु-संन्यासियों के रहने का स्थान -- मठ
मतदान (पुं.) चुनाव में मत देने की क्रिया -- मतदान
मताधिकार (पुं.) किसी चुनाव या विषय में मत देने का अधिकार -- मताधिकार
मथना (स.क्रि.) दूध, दही को मथानी आदि से बिलोना -- चाळप
मथानी (स्त्री.) दही मथने का काठ का बना हुआ एक उपकरण -- रवी
मद (पुं.) नशा, मस्ती -- नशो
मद (पुं.) अहंकार या गर्व -- गर्व
मद (पुं.) मतवाले हाथी का कनपटी से बहने वाला गंधयुक्त द्रव्य -- मद
मदारी (पुं.) बाजीगर -- गारुडी
मदारी (पुं.) बंदर भालू आदि नचाकर जीविका चलाने वाला -- मदारी
मदिरा (स्त्री.) शराब, मद्य -- सोरो
मद्ययप (पुं.) जो मदिरापान करता हो, शराबी -- बेबदो
मधु (पुं.) शहद -- मधु
मधु (पुं.) शराब -- सोरो
मधु (पुं.) बसंत ऋतु -- वसंतरुतु
मधुर (वि.) मीठा, जिसका स्वाद मधु के समान हो -- मधुर
मध्यस्थ (पुं.) आपस में मेल या समझौता कराने वाला, बिचौलिया -- मध्यस्थी
मन (पुं.) मनुष्य के अंतःकरण का वह अंश, जिससे वह अनुभव, इच्छा, बोध और संकल्पविकल्प करता है -- मन
मन (पुं.) वजन में चालीस सेर -- मण
मनचाहा (वि.) जिसे मन चाहता हो, इच्छानुसार -- मना प्रमाणों
मनोरंजन (पुं.) दिल बहलाव, मन की प्रसन्नता -- मनोरंजन
मनोरथ (पुं.) अभिलाषा, वांछा, इच्छा -- मनोरथ
मनोरम (वि.) जिसमें मन रमने, लगे, सुंदर या आकर्षक -- मनोरम
ममता (स्त्री.) अपनत्व का भाव, ममत्व -- ममता
ममता (स्त्री.) मन में होने वाला मोह या लोभ का भाव -- मोह
मरना (अ.क्रि.) मृत्यु को प्राप्त होना, प्राणांत होना -- मरप
मरना (अ.क्रि.) खेलों में खिलाड़ियों का हार जाना -- हारप
मरहम (मलहम) (पुं.) घाव आदि पर उपचार के लिए लगाया जाने वाला औषधियों का लेप -- मलम
मरोड़ना (स.क्रि.) किसी चीज में घुमाव, बल आदि डालने के उद्देश्य से उसे कुछ जोर से घुमाना, ऐंठना -- पिरंगळप
मर्म (पुं.) किसी बात के अंदर छिपा हुआ तत्व, भेद, रहस्य -- रहस्य
मर्यादा (स्त्री.) सीमा, हद -- शीम
मर्यादा (स्त्री.) लोकप्रचलित व्यवहार नियम आदि, लोकाचार -- मर्यादा
मलना (स.क्रि.) किसी पदार्थ को कहीं लगाने के उद्देश्य से रगड़ना -- चोळप
मलना (स.क्रि.) लेप करना -- लेप लावप
मलबा (पुं.) कूड़ा-करकट, टूटी या गिराई हुई इमारत का ईंट-पत्थर, चूना आदि -- कोयर, भग्न अवशेश
मलिन (वि.) मैला-कुचैला, गंदा -- म्हेळें
मलिन (वि.) उदास, म्लान -- उदास
मल्लाह (पुं.) नदी में नाव खेकर अपनी जीविका अर्जित करने वाला व्यक्ति, केवट, माँझी -- तांडेल
महँगा (वि.) जिसका दाम अधिक हो -- म्हारग
महँगाई (स्त्री.) उचित से अधिक मूल्य पर वस्तुओं की बिक्रि -- म्हारगाय
महत्ता (स्त्री.) बड़प्पन, महिमा, महत्व -- व्हडवीक
महत्व (पुं.) बड़प्पन, महिमा -- म्हत्व
महत्वाकांक्षा (स्त्री.) महत्व प्राप्त करने की आकांक्षा, उच्चाकांक्षा -- म्हत्वाकांक्षी
महल (पुं.) भवन, प्रासाद -- महाल, पालास
महान (वि.) बहुत बड़ा, विशाल -- व्हड, विशाळ
महान (वि.) उच्च कोटि का -- म्हान
महापुरुष (पुं.) महिमाशाली पुरुष, श्रेष्ठ जन -- महापुरूश
महा विद्यालय (पुं.) उच्च शिक्षा देने वाला विद्यालय, कॉलेज -- महाविद्यालय, कॉलेज
महिला (स्त्री.) स्त्री, औरत -- अस्तुरी, स्त्री
माँग (स्त्री.) माँगने की क्रिया या भाव, याचना -- हकांचें मागप
माँग (स्त्री.) किसी निश्चित मूल्य पर किसी चीज की खरीद या चाही जाने वाली मात्रा -- मागणी
माँग (स्त्री.) सिर के बालों को विभक्त करने से बनने वाली रेखा, सीमंत -- मागो
माँगना (स.क्रि.) किसी से यह कहना कि आप अमुक वस्तु या धन दें, याचना करना -- मागप
माँजना (स.क्रि.) पात्र को अच्छी तरह से साफ करने के लिए राख, साबुन आदि से अच्छी तरह मलना या रगड़ना -- घासप
माँजना (स.क्रि.) किसी काम या चीज का अभ्यास करना ताकि कार्य में महारथ हासिल हो या पूर्ण सफलता मिले -- अभ्यास करप
मांस (पुं.) शरीर में हड्डियों तथा चमड़े के बीच का मुलायम तथा लचीला पदार्थ -- मास
माड़ना (स.क्रि.) गूँधना, सानना -- मळप कालवप
माड़ना (स.क्रि.) अन्न की बालों में से दाने झाड़ना -- झाडप
मातृभाषा (स्त्री.) अपने जन्म स्थान या घर में बोली जाने वाली भाषा -- मायभास, मातृभाषा
मातृभूमि (स्त्री.) जन्मभूमि, स्वदेश -- मातृभूमी, मायभूंय
मादक (वि.) नशा उत्पन्न करने वाला नशीला -- मादक, उन्माद हाडप
माधुर्य (पुं.) मधुरता, मिठास -- मधुर, गोडी
माधुर्य (पुं.) काव्य का एक गुण -- माधुर्य
माध्यम (पुं.) साधन, जरिया -- माध्यम
मानक (पुं.) वस्तुओं के आकार-प्रकार महत्व आदि जाँचने का कोई आदर्श मानदंड या रूप -- प्रमाण, मानक
मानकीकरण (पुं.) एक ही वर्ग की बहुत सी वस्तुओं के गुण, महत्व आदि का एक मानक रूप स्थिर करने की क्रिया या भाव (स्टैंडर्डाइजेशन) -- प्रमाणी-करण, मानकी-करण
मानना (स.क्रि.) स्वीकार करना, सहमत होना -- मानप, कबूलप
मानना (स.क्रि.) (किसी के प्रति) श्रद्धा रखना, गुण योग्यता आदि का कायल होना -- मानुन-घेवप, श्रद्धा ळु
मानव (पुं.) मनुष्य, आदमी -- मनीस, मानव
मानवता (स्त्री.) मानव होने की अवस्था या भाव -- मनीसपण, मानवता
मानवता (स्त्री.) मनुष्य के आदर्श तथा स्वाभाविक गुणों, भावनाओं आदि का प्रतीक या समूह -- मानवीय
मानसिक (वि.) मन-संबंधी -- मानसीक
मान्य (वि.) मानने योग्य -- मान्य
मान्य (वि.) आदरणीय, सम्मान का अधिकारी -- माननीय, सम्मानीय
माप (स्त्री.) मापने की क्रिया या भाव -- माप
माप (स्त्री.) मापने पर ज्ञात होने वाला नाप, परिमाण, मात्रा या मान -- वजन
मापन (स.क्रि.) वस्तु का विस्तार, घनत्व या वजन मालूम करना -- मापप
माफ (वि.) क्षमा किया हुआ -- भोगसप, माफ
मायका (मैका) (पुं.) विवाहित स्त्री की दृष्टि से उसके माता-पिता का घर और परिवार, नैहर, पीहर -- कुळार
मारना (स.क्रि.) जान लेना, हत्या करना -- हत्याकरप
मारना (स.क्रि.) पीटना, प्रहार करना, चोट पहुँचाना -- मारप
मारना (स.क्रि.) मानसिक या शारीरिक आवेग दबाना या रोकना -- चिड्डावप, अंदप, दामप
मार्ग (पुं.) रास्ता, पथ, राह -- रस्तो, मार्ग
मार्ग (पुं.) माध्यम, साधन -- माध्यम, साधन
मार्मिक (वि.) मर्म स्थान पर प्रभाव डालने वाला, मर्मस्पर्शी -- मार्मीक
माल (पुं.) प्रत्येक ऐसी मूल्यवान वस्तु, जिसका कुछ उपयोग होता है -- माल
माल (पुं.) धन-संपत्ति, रुपया-पैसा, दौलत -- आस्यत, धनसंपत्ती
मालूम (वि.) जाना हुआ, ज्ञात, विदित -- जाण, खबर
मिटाना (स.क्रि.) दाग, निशान आदि दूर करना -- पुसप
मिटाना (स.क्रि.) नष्ट करना, बरबाद करना -- नाशकरप
मिट्टी (स्त्री.) धरती की ऊपरी सतह का वह भुरभुरा मुलायम तत्व, जिसमें प्रायः पेड़ पौधे उगते हैं -- माती
मिठाई (स्त्री.) विशिष्ट प्रकार की बनाई हुई खाने की मीठी चीजें -- मिठाय
मितभाषी (वि.) कम तथा आवश्यकतानुसार बोलने वाला व्यक्ति -- मितभाषी
मित्र (पुं.) दोस्त, सखा -- इश्ट, मित्र, आमीग
मिथ्या (वि.) असत्य, झूठा -- फाल्स, लटके, फट
मिथ्या (वि.) कृत्रिम, बनावटी -- कृत्रीम, अडेचें
मिलनसार (वि.) जिसकी प्रवृत्ति सबसे मिल जुल कर रहने की हो -- गोड स्वभावाचो, चौगांतलो
मिलान (पुं.) तुलनात्मक दृष्टि अथवा ठीक होने की जाँच करने के लिए दो या अधिक चीजों या बातों का आपस में साथ रखकर मिलाया और देखा जाना -- सरकरप, तुळकरप
मिलान (पुं.) गुण, दोष, विभिन्नता या समानता जानने के लिए दो चीजों या बातों के संबंध में किया जाने वाला विवेचन, तुलना -- तुळा
मिलाना (स.क्रि.) मिश्रित करना, एक करना, मिलावट करना -- मिळवप
मिलाना (स.क्रि.) जोड़ना, सटाना -- चिटकवप, जोडप
मिलाना (स.क्रि.) एक व्यक्ति का दूसरे व्यक्ति से मेल मिलाप कराना, भेंट कराना -- मेळप
मिलाना (स.क्रि.) तुलना करना, जाँच करना -- तुळ करप
मिलाना (स.क्रि.) किसी को अपने पक्ष में लाना -- मेळवप
मिलावट (स्त्री.) किसी बढ़िया वस्तु में घटिया वस्तु का मेल -- भेसळ, भरसण
मिश्रण (पुं.) दो या अधिक चीजों को एक में मिलाना, मिलावट करना या मिलाना, मिलावट -- मिसळावप भरसण, भेसळ
मिश्रण (पुं.) उक्त प्रकार से मिलाने से तैयार होने वाला पदार्थ या रूप -- मिश्रण
मीठा (वि.) जिसमें मिठास हो, मधुर रस वाला -- गोड, गोडें, मधुर
मीठा (वि.) धीमा, मंदा -- मंद
मिनाकीरी (स्त्री.) सोने-चाँदी पर होने वाला मीने का रंगीन काम -- मीनाकारी
मुँडेर (स्त्री.) छत के चारों ओर मेंड़-जैसी दीवार -- कट्टो, धड
मुकदमा (पुं.) वह विवादास्पद विषय, जो न्यायालय के सामने विचार और निर्णय के लिए प्रस्तुत किया जाए -- खटलो, केस
मुकुट (पुं.) एक प्रसिद्ध शिरोभूषण, जिसे राजा लोग पहनते हैं और जो प्रायः देवी-देवताओं की मूतियों के सिर पर पहनाया जाता है -- मुकूट
मुक्त (वि.) जो किसी प्रकार के बंधन से छूट गया हो -- मुक्त
मुक्त (वि.) मोक्ष-प्राप्त, भव बंधन से मुक्त -- मोक्ष पाविल्लो
मुक्त (वि.) छूटा हुआ, फेंका हुआ -- मेकळो
मुक्ति (स्त्री.) किसी प्रकार के बंधन आदि से छुटकारा -- मुक्ती
मुक्ति (स्त्री.) धार्मिक क्षेत्र में वह स्थिति, जिसमें जीव जन्म-मरण के बंधन से छूट जाता है, मोक्ष -- मोक्ष
मुख (पुं.) मुँह -- चेरो, मुख
मुख (पुं.) किसी वस्तु का अगला या ऊपरी खुला भाग -- तोंड
मुखपृष्ठ (पुं.) किसी ग्रंथ या पुस्तक का सबसे ऊपर वाला वह पृष्ठ, जिसमें उस पुस्तक तथा उसके लेखक का नाम छपा होता है -- मुखपृष्ठ
मुख्य (वि.) प्रधान, खास -- मुख्य, मुखेल
मुख्य (वि.) महत्वपूर्ण या सारभूत -- म्हत्वाचो, गरजेचो
मुख्यालय (पुं.) किसी संस्था का केंद्रीय तथा प्रधान कार्यालय -- मुख्यालय/कचेरी
मुग्ध (वि.) मोहित, मूढ़ -- मुग्ध, बाबडो, भूल पडप
मुट्ठी (स्त्री.) हथेली की वह स्थिति, जिसमें उँगलियाँ अंदर की ओर मोड़कर बंद कर ली जाती हैं -- मूठ
मुट्ठी (स्त्री.) उतनी वस्तु जितनी मुट्ठी में आ सके -- मूठभर
मुट्ठी (स्त्री.) मुट्ठी की चौड़ाई का माप -- मूठ
मुद्रण (पुं.) छापने की क्रिया या भाव -- छपाई, मुद्रण
मुद्रण (पुं.) मुद्रा से अंकित करना, मोहर लगाना -- शिक्को मारप
मुद्रणालय (पुं.) जहाँ छापने का काम होता है, छापाखाना -- छापखानो, मुद्रणालय
मुद्रा (स्त्री.) आँख-मुँह, हाथ आदि की ऐसी क्रिया, जिससे मन की कोई विशिष्ट प्रवृत्ति या भाव प्रकट हो -- मुद्रा, मुखामळ
मुद्रा (स्त्री.) चिह्न, नाम आदि अंकित करने की मुहर , सील -- शिक्को
मुद्रा (स्त्री.) क्रय विक्रय का आधिकारिक माध्यम, सिक्का -- नाणे, मुद्रा
मुद्रा (स्त्री.) ऐसी अंगूठी जिस पर किसी का नाम या कोई वैयक्तिक चिह्न अंकित हो -- मूदी
मुनाफा (पुं.) क्रय-विक्रय में आर्थिक दृष्टि से होने वाला लाभ, नफा -- फायदो
मुरझाना (अ.क्रि.) फूल-पत्तों आदि का सूखने लगना, कुम्हलाना -- बावप
मुरझाना (अ.क्रि.) उदास या सुस्त होना, कांति, श्री आदि से रहित होना -- उदास, सुस्त
मुर्दनी (स्त्री.) चेहरे से प्रकट होने वाला मुर्दे जैसा भाव -- मरणाचीसया इंतेर, फुनैराल
मुश्किल (वि.) कठिन, दुष्कर, दुस्साध्य -- कठीण
मुश्किल (स्त्री.) कठिनाई, परेशानी -- अडचण
मुस्कान (स्त्री.) मंद-मंद हँसी, स्मित -- अमुरक्यांनी हांसप
मुहावरा (पुं.) वह वाक्यांश, जो अपने अभिधार्य से भिन्न किसी और अर्थ में रूढ़ हो गया हो -- वाक् प्रचार
मुहूर्त (पुं.) काल का एक मान, जो दिन-रात के तीसवें भाग के बराबर होता है -- महूर्त
मुहूर्त (पुं.) ज्योतिष के अनुसार शुभा शुभ समय -- शुभ
मुहूर्त (पुं.) श्रीगणेश, आरंभ -- आरंभ
मूक (वि.पु.) गूँगा -- मुको, मोनो
मूलभूत (वि.) आधार-रूप, बुनियादी -- बुनियादी, मूळभूत
मूल्यांकन (पुं.) मूल्य अथवा उपयोगिता निर्धारित या निश्चित करने की क्रिया या भाव -- मूल्यांकन
मृत्यु (स्त्री.) मरण, मौत -- मरण, मृत्यू
मेहँदी (स्त्री.) एक प्रकार की झाड़ी, जिसकी पत्तियाँ हाथ-पैर रंगने सजाने के काम आती हैं -- मेंदी
मेखला (स्त्री.) करधनी, कमरबंद, पेटी -- कमरबंद
मेधावी (वि.) असाधारण बुद्धि वाला, बुद्धिमान -- मेधावी, खूब हूशार
मेरा (सर्व.वि.) मै का संबंध कारक -- म्हजें
मेरु-दंड (पुं.) मनुष्यों और बहुत से जीवों में पीठ के बीचों-बीच गरदन से लेकर कमर तक जाने वाली एवं माला की तरह गुँथी हुई हड्डी -- मेरु-दंड
मेहतर (पुं.) सफाई कर्मचारी -- भंगी
मैं (सर्व) सर्वनाम उत्तम-पुरुष में कर्ता का रूप, स्वयं, खुद -- हांव
मैदान (पुं.) विस्तृत क्षेत्र या भूखंड, दूर तक फैली हुई सपाट जमीन -- मैदान
मैदान (पुं.) पर्वतीय क्षेत्र से भिन्न समतल भू-भाग -- समतळ भूंय
मैदान (पुं.) खेल आदि का स्थान -- खेळाचे मैदान
मैदान (पुं.) युद्ध-क्षेत्र, रण-भूमि -- रणभूंय, युद्धक्षेत्र
मैल (स्त्री.) शरीर, कपड़े आदि की गंदगी, गर्द, धूल आदि -- घाण
मैल (स्त्री.) किसी के प्रति मन में संचित दुर्भाव -- दुर्भाव
मैलखोरा (वि.) धूल, गर्द आदि पड़ने पर भी जो मैला न दिखाई दे, जो मैल को छिपा सके -- मळखाव, चिटप
मैला (वि.) जिस्म पर मैल जमी हो, गर्द, धूल आदि पड़ी हो, गंदा, अस्बच्छ -- धूळेर
मैला (पुं.) विष्ठा -- विष्ठा
मोटा (वि.) जिसकी देह में मांस मेद अधिक हो, स्थूलकाय -- मोठो, लट्ट
मोटा (वि.) जो पतला या बारीक न हो (कपड़ा आदि) -- जाड
मोदक (पुं.) आनंद देने वाला -- आनंद दितलो
मोदक (पुं.) लड्डू -- मोदक, लाडु
मोल (पुं.) कीमत, मूल्य, दाम -- मोल, मूल्य
मोह (पुं.) स्नेह, लगाव -- लागणूक, स्नेह
मोहक (वि.) मोह उत्पन्न करने वाला -- मोहकारी
मोहक (वि.) मन को आकृष्ट करने वाला, लुभावना -- मोहक, चित्ताकर्षक
मौत (स्त्री.) मरण, मृत्यु -- मरण, मृत्यू
मौन (पुं.) न बोलने की क्रिया या भाव, चुप्पी -- वोगी, रावप, मौन
मौन (वि.) जो न बोले, चुप -- शांत, थंड
मौलिक (वि.) मूल-संबंधी, मूलगत -- मूलगत
मौलिक (वि.) जो किसी की छाया, अनुवाद, अनुकृति आदि न हो -- मौलीक
मौसम विज्ञान (पुं.) मौसम की जानकारी से संबंध रखने वाला विज्ञान -- हवामान शास्त्र
म्यान (पुं.) तलवार, कटार आदि रखने का कोष या गिलाफ -- तरसाद, म्यान
यंत्र (पुं.) औज़ार, उपकरण -- यंत्र
यथार्थ (वि.) जैसा है वैसा, वास्तविक जो अपने अर्थ (आशय, उद्देश्य, भाव आदि) के ठीक अनुरूप हो, वास्तविक -- वास्तवीक, वास्तवताय
यथार्थ (पुं.) वास्तविकता -- NA
यद्यपि (अव्य.) यद्यपि, अगर ऐसा है -- ज़री
यशस्वी (वि.) जिसका यश चारों ओर फैला हो -- यशस्वी
यह (सर्व) एक सर्वनाम, जिसका प्रयोग वक्ता और श्रोता को छोड़कर निकट के और सब मनुष्यों तथा पदार्थों के लिए होता है -- हें, ही, हो
या (अव्य.) विकल्पसूचक शब्द, अथवा -- वा, अथवा
याचक (वि.पुं.) माँगने वाला, भिक्षुक -- मागतलो
यातना (स्त्री.) घोर कष्ट -- कश्ट
यातायात (पुं.) एक स्थान से दूसरे स्थान पर आते-जाते रहने की क्रिया या भाव, आना-जाना -- येरादारी
याद (स्त्री.) स्मरण रखने की क्रिया या भाव -- याद
यान (पुं.) वह उपकरण या साधन, जिस पर सवार होकर यात्रा की जाती है अथवा माल ढोया जाता है -- यान, वाहन
युक्त (वि) किसी के साथ जुड़ा, मिला या लगा हुआ -- जोडलेले
युक्त (वि) सम्मिलित -- शामील
युग (पुं.) काल, समय -- कुळ, वेळ
युग (पुं.) काल-गणन के विचार से कल्प के चार उप विभाग (सत, त्रेता, द्वापर और कलि में से प्रत्येक) -- युग
युगल (वि.पुं.) युग्म, जोड़ा -- ज़ोडपें
युगम (पुं.) दो चीज़ें, जो प्रायः या सदा साथ आती या रहती हों, जोड़ा -- ज़ोडपें
युद्ध (पुं.) अस्त्र-शस्त्रों की सहायता से दो पक्षों में होने वाली लड़ाई, रण, संग्राम -- झूज, युद्ध
युवक (पुं.) जवान आदमी -- तरणाटो
योगदान (पुं.) किसी को सहायता देने, हाथ बँटाने की क्रिया या भाव -- सहकार्य
योगी (पुं.) वह, जो योग की साधना करता हो -- योगी
योग्य (वि.) योग्यता रखने वाला, काबिल, लायक, उपयुक्त, उचित -- योग्य, लायक
योग्यता (स्त्री.) योग्य होने की अवस्था या भाव, काबिलियत, गुण -- गुण
योजना (स्त्री.) किसी कार्य को निष्पादित करने का प्रस्तावित कार्यक्रम (प्लान) -- योजना
यौवन (पुं.) युवा या युवती होने की अवस्था या भाव -- तरणेपण
रंग (पुं.) वर्ण (कलर) -- रंग, कोर
रँगना (स.क्रि.) रंग में डुबा कर किसी चीज को रंगीन करना -- रंगीत
रंगमंच (पुं.) वह ऊँचा उठा हुआ स्थान जहाँ पर पात्र अभिनय करते हैं -- रंगमाची
रँभाना (अ.क्रि.) गाय का मुँह से आवाज करना -- हांबेवप
रक्तपात (पुं.) लहू का गिरना या बहना, खून-खराबा -- रक्तपात
रक्षा (स्त्री.) ऐसा काम, जो आक्रमण, आपद, नाश से बचने या बचाने के लिए किया जाता है, बचाव -- रक्षा
रखना (स.क्रि.) किसी स्थान पर स्थित करना -- सांबाळप
रगड़ (स्त्री.) रगड़ने की क्रिया या भाव -- रगडप
रगड़ (स्त्री.) वह चिह्न, जो किसी चीज से रगड़े जाने पर दिखाई देता है, खरोंच -- झरको
रचना (स्त्री.) रचने की क्रिया या भाव, बना कर तैयार की हुई चीज, कृति, साहित्यिक कृति -- रचना
रजनी (स्त्री.) रात, रात्रि -- रात
रटना (स.क्रि.) कंठस्थ करना -- तोंडपाठ करप
रण (पुं.) लड़ाइ, युद्ध -- लडाय, युद्ध
रति (स्त्री.) काम क्रीड़ा -- काम क्रीडा
रति (स्त्री.) साहित्य में श्रृंगार रस का स्थायी भाव -- स्थायीभाव
रत्न (पुं.) बहुमूल्य पत्थर, जो आभूषण आदि में जड़े जाते हैं -- रत्न
रफ्तार (स्त्री.) चाल, गति -- गती, वेग
रमणी (स्त्री.) सुंदर नारी, युवती -- सुंदर नार
रमणीक (वि.) सुंदर, मनोहर -- सुंदर, मनभु-लोवणें
रवि (पुं.) सूर्य -- सूर्य
रश्मि (स्त्री.) किरण -- किरण
रस (पुं.) शोरबा -- रस, रोस
रस (पुं.) मन में उत्पन्न होने वाला वह भाव, जो काव्य आदि पढ़ने या नाटक आदि देखने से होता है, काव्यानंद -- काव्यानंद
रसायन (पुं.) द्रव का अशोधित रूप, पौष्टिक औषधि -- रसायण
रसीला (वि.) रस से भरा हुआ, रसदार, स्वादिष्ट -- रसाळ
रस्सा (पुं.) मोटी डोरी -- दोर
रहट (पुं.) खेतों में सिंचाई के लिए कुएँ से पानी निकालने का चक्राकार यंत्र (पर्शिंयन व्हील) -- राट
रहस्य (पुं.) मर्म या भेद की बात, गुप्त बात -- रहस्य
रहित (वि.) (से) बिना, (से) खाली, विहीन -- शिवाय
राक्षस (पुं.) निशाचर, दैत्य -- राक्षस
राग (पुं.) अनुराग, प्रेम -- मोग, प्रेम
राग (पुं.) शास्त्रीय संगीत का विशिष्ट गान-प्रकार -- संगीत
राज (पुं.) राज्य, राजकीय शासन -- राज्य
राज (पुं.) मकान बनाने वाला कारीगर (मेसन) -- गवंडी
राजकुमार (पुं.) राजा का पुत्र -- राजकुमार
राजचिह्न (पुं.) राजकाज के संबंध में उपयोग किया जाने वाला कोई भी चिह्न या साधन जो शासक के प्राधिकार का द्योतक हो -- राजचिह्न
राजदूत (पुं.) किसी राजा या राज्य का दूत -- राजदूत
राजद्रोही (पुं.) वह व्यक्ति जिसने सत्ता के विरुद्ध विद्रोह किया हो, बागी -- राजद्रोही
राजधानी (स्त्री.) किसी राज्य का वह नगर, जो उसका शासन केंद्र हो -- राजधानी
राजनीति (स्त्री.) वह नीति या पद्धति, जिसके द्वारा किसी राज्य का प्रशासन सुचारु रूप से चलाया जाता है (स्टेटमैन शिप) -- राजनीती
राजनीति (स्त्री.) गुटों, वर्गों आदि की पारस्परिक स्पर्धा वाली स्वार्थपूर्ण नीति (पॉलिटिक्स) -- राजनिती
राजभाषा (स्त्री.) किसी देश की वह भाषा, जो राजकाज तथा न्यायालयों आदि में प्रयोग में आती हो -- राजभास
राजमार्ग (पुं.) मुख्य मार्ग, राजपथ -- राजमार्ग
राजस्व (पुं.) वह धन, जो राजा या राज्य को आधिकारिक रूप से मिलता हो -- कर
राजा (पुं.) वह व्यक्ति , जो किसी राज्य या भूखंड का मालिक हो, नृपति, भूपति -- राज़ा
रात्रि (स्त्री.) रात, निशा -- रात
राशि (स्त्री.) किसी पदार्थ का समूह -- रास, ढीग
राशि (स्त्री.) गणित में कोई ऐसी संख्या जिसके संबंध में जोड़, गुणा, भाग आदि क्रियाएँ की जाती हैं -- संख्या
राशि (स्त्री.) ज्योतिष शास्त्र के अंतर्गत क्रांति वृत्त में पड़ने वाले 12 तारा समूहों में से कोई एक -- राशी
राष्ट्र (पुं.) राज्य, देश किसी निश्चित और विशिष्ट क्षेत्र में रहने वाले लोग, जिनकी भाषा और रीति-रिवाज एक से होते हैं -- राष्ट्र
राष्ट्रगान (पुं.) किसी राष्ट्र या देश का मान्यता प्राप्त विशिष्ट गान, जो राष्ट्रीय उत्सवों आदि पर गाया जाता हो -- राष्ट्रगीत
राष्ट्रध्वज (पुं.) किसी भी राष्ट्र या देश का मान्यता प्राप्त झंडा -- राष्ट्रध्वज
राष्ट्रभाषा (स्त्री.) राष्ट्र की ऐसी भाषा, जिसका प्रयोग उसके निवासी सार्वजनिक कामों के लिए करते हों -- राष्ट्रभाषा, राष्ट्रभास
राष्ट्रमंडल (पुं.) ब्रिटेन तथा स्वतंत्र राष्ट्रों का मंडल, जो कभी ब्रिटेन के अधीन थे (कामनवेल्थ) -- राष्ट्रमंडल
राष्ट्रवादी (वि.) राष्ट्रवाद से संबंधित -- राष्ट्रवादी
राष्ट्रवादी (पुं.) राष्ट्र के प्रति निष्ठा रखने वाला -- NA
राष्ट्रीयकरण (पुं.) सरकारी अधिकार क्षेत्र में लेने की क्रिया या भाव -- राष्ट्रीकरण
रास्ता (पुं.) मार्ग, पथ -- रस्तो, मार्ग
रिमझिम (स्त्री.) वर्षा की फुहार, छोटी छोटी बूँदों की वर्षा -- बारीक पावस
रिवाज (पुं.) प्रथा, चलन -- रिवाज
रिश्वतखोरी (स्त्री.) घूस लेने की क्रिया -- लांच
रीझना (अ.क्रि.) मोहित होना, किसी पर प्रसन्न होना -- मोहप
रीति (स्त्री.) प्रथा, रिवाज -- रीत
रीति (स्त्री.) काम करने का विशिष्ट ढंग या तरीका, कायदा -- पद्धत
रुकना (अ.क्रि.) ठहरना, थमना -- थाबप
रुकावट (स्त्री.) विघ्न, बाधा, अटकाव -- आडखळ
रुचना (अ.क्रि.) रुचि के अनुकूल प्रतीत होना, अच्छा लगना, भाना -- रुचप
रुचि (स्त्री.) अच्छा लगने की वृत्ति -- रुची
रुचि (स्त्री.) दिलचस्पी -- गोडी
रुपया (पुं.) सौ पैसे के मूल्य का भारतीय सिक्का या नोट -- रुपयो, रुपय
रुष्ट (वि.) रोष से भरा हुआ, क्रुद्ध -- रागीश्ट
रुष्ट (वि.) रूठा हुआ, अप्रसन्न -- अप्रसन्न
रूखा (वि.) जिसमें चिकनाहट का अभाव हो, शुष्क, नीरस -- रूक्ष, सुकिल्लो, नीरस
रूठना (अ.क्रि.) रुष्ट या अप्रसन्न होना -- राग येवप, रागार
रूढ़ि (स्त्री.) परंपरा से चली आई कोई ऐसी प्रथा, जिसे साधारणतया सभी लोग मानते हों -- रूढी
रूपक (पुं.) ऐसी साहित्यिक रचना, जिसका अभिनय हो सके, नाटक -- नाटक
रूपक (पुं.) साहित्य में एक प्रकार का अर्थालंकार (मेटाफर) -- रूपक अलंकार
रूपरेखा (स्त्री.) रेखाओं द्वारा ऐसा अंकन, जिससे किसी के रूप का स्थूल ज्ञान होता हो (स्केच) -- आराखडो, नक्शो, स्कॅच
रूपरेखा (स्त्री.) किसी कार्य या बात के संक्षिप्त रूप (आउट-लाइन), योजना आदि का खाका -- रूपकार, संक्षेप
रूपांतर (पुं.) रूप-परिवर्तन -- रूपांतर
रेंगना (अ.क्रि.) पेट के बल सरकना (क्रीप) -- सरपटप
रेखागणित (पुं.) ज्यामिति (जिओमिट्री) -- भूमिती
रेखाचित्र (पुं.) केवल रेखाओं से बनाया गया कोई चित्र या आकृति (स्केच) -- रेखाचित्र
रेजगारी (स्त्री.) छोटे सिक्के, छुट्टा -- सूट्टैं
रेत (स्त्री.) बालू -- रेंव
रेलगाड़ी (स्त्री.) भाप, डीजल, बिजली आदि से लोहे की पटरियों पर चलने वाली गाड़ी -- आगगाडी, रेलवे
रोक (स्त्री.) प्रतिबंध -- प्रतिबंध
रोक (स्त्री.) रोकने (बाधा डालने या निषेध करने) की क्रिया या भाव -- आडखळ
रोकथाम (स्त्री.) किसी प्रवृत्ति, रोग आदि के उन्मूलन तथा प्रसार आदि को रोकने के उपाय -- निवारक उपाय
रोग (पुं.) बीमारी -- रोग
रोचक (वि.) अच्छा लगने वाला, मनोरंजक -- मन-भुलयणो, आनंदाचो
रोजगार (पुं.) धंधा, पेशा, आजीविका का साधन -- धंदो
रोना (अ.क्रि.) आँसू बहाना, रुदन करना -- रडप
रोम (पुं.) शरीर पर के बाल, रोआँ -- लहंव
रोली (स्त्री.) हल्दी और चूने के योग से बना एक प्रकार का चूर्ण, जिससे तिलक लगाया जाता है -- कुकूम
रोशनदान (पुं.) रोशनी, हवा आदि आने का छोटा रास्ता, गवाक्ष, वातायन -- झरोको
रोष (पुं.) क्रोध, गुस्सा, कोप -- कोप, राग
रौंदना (स.क्रि.) किसी चीज़ को पैरों तले पीसना, कुचलना -- मुड्डप
रौनक (स्त्री.) चमक-दमक, शोभा -- शोभा
रौनक (स्त्री.) चहल-पहल, जमघट -- NA
लँगड़ाना (अ.क्रि.) लँगड़ा कर चलना -- लंगडप
लंगर (पुं.) लोहे का बहुत भारी काँटा, जिसे नदी, समुद्र आदि में गिरा कर जहाज आदि को रोक कर स्थिर किया जाता है -- लंगर
लंगर (पुं.) वह स्थान, जहाँ पका हुआ भोजन पंगत में बैठे भक्तों और गरीबों को खिलाया जाता है तथा इस प्रकार बाँटा जाने वाला भोजन -- जेवण, अन्नछत्र
लंपट (वि.) कामी, विषयी -- लंपट
लंबा (वि.) जो अधिक ऊँचा हो -- उंच
लंबा (वि.) अधिक विस्तार वाला, दीर्घकायिक -- दीर्घकाय
लकड़ी (स्त्री.) कटे पेड़ का कोई भी सूखा भाग, शाख, टहनी आदि -- लाकूड
लकीर (स्त्री.) रेखा (लाइन) -- रेघ, वळ
लक्षण (पुं.) किसी वस्तु या व्यक्ति में होने वाला कोई ऐसा गुण या विशेषता जो सहसा औरों में दिखाई न देती हो (फीचर, करेक्टरिस-टिक्स) -- लक्षण, विशेषताय
लक्षण (पुं.) शरीर में दिखाई पड़ने वाले वे चिहन आदि, जो किसी रोग के सूचक हों या सामुद्रिक के अनुसार शुभाशुभ के सूचक हों -- चिहन
लक्षणा (स्त्री.) वह शब्द शक्ति, जो सामान्य अर्थ से अन्य अर्थ प्रकट करती हो -- लक्षणा
लक्ष्मण रेखा (स्त्री.) ऐसी सीमा, जिसका अतिक्रमण नहीं किया या सके -- लक्ष्मण रेखा
लक्ष्मी (स्त्री.) धन-संप्पत्ति की देवी, श्री, धन संप्पति -- लक्ष्मी, धन-संपत्ती, शोभा, श्री
लक्ष्य (पुं.) निशाना -- लक्ष्य
लक्ष्य (पुं.) अभीष्ट वस्तु, उद्देश्य -- उद्देश्य
लखपती (पुं.) लाखों रुपए का मालिक, बहुत अमीर व्यक्ति -- लखपती, लाखोपती
लगन (स्त्री.) मन का किसी ओर लगना, धुन, लौ -- ध्यास
लगन (पुं.) विवाह या अन्य शुभ कार्य का मुहूर्त्त -- मुहूर्त
लगान (पुं.) सरकार को मिलने वाला भूमि कर, भूकर -- कर
लगाना (अ.क्रि.) जोड़ना, संलग्न करना -- जोडप
लगाना (अ.क्रि.) रोपना -- रोपप
लगाम (स्त्री.) बाग, रास -- लगाम
लगाव (पुं.) जुड़ने का भाव, स्नेह -- स्नेह
लगाव (पुं.) दिलचस्पी -- आवड
लघुतम (वि.) सबसे छोटा -- सगळया ल्हान, लघुत्तम
लचकना (अ.क्रि.) दबाव आदि पड़ने के कारण किसी लंबी चीज का मध्य भाग पर से कुछ झुकना या मुड़ना -- लचकप
लज्जा (स्त्री.) लाज, शर्म, हया -- लाज़
लटकना (अ.क्रि.) ऊँची जगह से नीचे की ओर लंबित होना -- लोंबकळप
लटकना (अ.क्रि.) काम पूरा न होना, देर होना -- उशीर जावप
लट्टू (पुं.) लकड़ी का एक खिलौना, जिसके मध्य में कील जड़ी होती है और जो चलाए जाने पर उक्त कील पर घूमने या चक्कर लगाने लगता है (स्पिनिंग टॉप) -- भोंवरो
लड़कपन (पुं.) बाल्यावस्था, बचपन -- बाळपण
लड़कपन (पुं.) बचकाना आचरण -- पोरकटपण
लड़का (पुं.) बालक, जो अभी युवक न हुआ हो -- चलो
लड़का (पुं.) पुत्र -- पूत
लड़खड़ाना (अ.क्रि.) चलते समय सीधे न रह सकने के कारण इधर-उधर झुकना, डगमगाना -- लटपटप
लड़ना (अ.क्रि.) लड़ाई करना, भिड़ना, झगड़ना -- झगडप
लता (स्त्री.) जमीन पर या किसी आधार पर फैलने वाला पौधा, बेल -- वेल, लता
लदना (अ.क्रि.) बोझ या भार से युक्त होना -- लादप
लपकना (अ.क्रि.) सहसा तेजी से या फुर्ती से आगे बढ़ना -- ताबडतोब
लपकना (अ.क्रि.) फेंकी गई किसी वस्तु को जमीन पर गिरने से पूर्व पकड़ लेना -- पकडप, धरप
लपट (स्त्री.) आग की लौ, ज्वाला -- ज्वाळा
लपेटना (स.क्रि.) सूत, कपड़े आदि को किसी चीज के चारों ओर फेरा देकर बाँधना -- गुंडाळप
लय (पुं.) एक वस्तु का दूसरी वस्तु में विलीन होना, समा जाना -- विलीन
लय (स्त्री.) स्वर के आरोह-अवरोह का ढंग -- लय
ललकार (स्त्री.) लड़ने के लिए प्रतिपक्षी को दी गई चुनौती -- ललकार
ललकारना (स.क्रि.) विपक्षी को लड़ने की चुनौती देना -- ललकारप
ललचाना (स.क्रि.) कोई चीज देखकर किसी के मन में लोभ का भाव जगना -- ओडलावप
ललाट (पुं.) माथा -- कपाळ
ललाट (पुं.) भाग्य -- भाग्य, नसीब
ललित (वि.) मनोहर, सुंदर -- ललित
लहर (स्त्री.) हिलोर, मौज, तरंग (वेव) -- लाट, तरंग
लहराना (अ.क्रि.) हवा के झोंकों से हिलना-डुलना -- तरंगप, धोलप
लहलहाना (अ.क्रि.) हरा भरा होना, पनपना -- फुलोर, कवकवीत
लहू-लुहान (वि.) खून से तर-बतर -- रक्त बंबाळ
लाँघना (स.क्रि.) डग भर कर या छलाँग लगाकर पार करना, फाँदना -- हुपप, उडी मारप
लांछन (पुं.) चरित्र पर धब्बा, कलंक -- कलंक
लाख (पुं.) सौ हजार की अंकों में सूचक संख्या-1,00,000 -- लाख, लक्ष
लाख (वि.) जो संख्या में सौ हजार हो -- NA
लागत (स्त्री.) किसी पदार्थ के निर्माण में होने वाला खर्च -- खर्च
लाचारी (स्त्री.) मजबूरी, असमर्थता, विवशता -- लाचारी, दुबळो
लाड़-प्यार (पुं.) प्रेमपूर्ण व्यवहार, दुलार -- अपुरबाय
लाभ (पुं.) प्राप्ति, लब्धि -- प्राप्ती
लाभ (पुं.) फायदा, नफा -- फायदो
लाभदायक (वि.) जो लाभ कराता हो, लाभ देने वाला -- फायदो आशिल्लो
लाभांश (पुं.) लाभ का वह अंश, जो हिस्सेदारों को लगाई गई पूँजी के अनुपात में मिलता हो (डिविडेन्ड) -- लाभांश
लाल (पुं.) छोटा और प्रिय बालक, प्यारा बच्चा, पुत्र, बेटा -- मोगाचो पूत
लाल (पुं.) माणिक नामक रत्न -- माणीक
लाल (वि.) रक्तवर्ण का, सुर्ख -- तांबडो लाल
लालच (पुं.) कोई वस्तु पाने की बहुत बड़ी इच्छा, लोभ -- वसवसपण, आशा-दोशीपण
लालटेन (स्त्री.) हाथ में लटकाने योग्य चिमनीदार लैंप, कंडील -- लाटन, कंदील
लाश (स्त्री.) किसी प्राणी का मृत शरीर, शव -- मडें, प्रेत
लिपि (स्त्री.) वर्णमाला के अक्षर लिखने की एक प्रणाली, अक्षरों-वर्णों के चिहन -- लिपी
लीन (वि.) जो किसी में समा गया हो -- विरगळप
लीन (वि.) जो किसी काम में इस प्रकार लगा हुआ हो कि उसे और बातों का ध्यान न रहे, तन्मय -- तनरी
लीपना (स.क्रि.) किसी वस्तु पर गाढ़े या पतले तरल पदार्थ का लेप करना -- लिपंप
लुटेरा (पुं.) लूटने वाला, डाकू -- लुटारु, चोर
लुभाना (अ.क्रि.) आकृष्ट, मोहित या राग-युग्त होना, लालच में पड़ना -- आकृष्ट जावप
लू (स्त्री.) ग्रीष्म ऋतु में चलने वाली बहुत गर्म हवा -- गर्मवारो
लू (स्त्री.) ग्रीष्म ऋतु में गर्म हवा लग जाने से होने वाली एक बीमारी -- लू, ताप-झीट
लूट (स्त्री.) जबरदस्ती छीनने की क्रिया -- लूटीचो-माल
लेकिन (अव्य.) परंतु, किंतु, मगर -- पूण
लेखक (पुं.) पत्र-पत्रिका आदि के लिए लेख लिखने वाला या साहित्यिक ग्रंथ लिखने वाला व्यक्ति -- लेखक
लेखा-जोखा (पुं.) हिसाब-किताब -- हिशोब
लेटना (अ.क्रि.) विश्राम करने के लिए लंबाई के बल पड़े रहना -- आड पडप
लेन-देन (पुं.) किसी को कुछ देने और उससे कुछ लेने का व्यवहार -- देणें-घेणें
लेन-देन (पुं.) उधार लेने-देने का व्यवहार -- उधारीची देण-घेण
लेना (स.क्रि.) थामना, पकड़ना -- पकडप
लेना (स.क्रि.) खरीदकर या उधार के रूप में प्राप्त करना -- घेवप
लेप (पुं.) गीली या घोली हुई चीज, जो किसी दूसरी चीज पर पोती जाए -- लेप
लेप (पुं.) शरीर पर लगाया जाने वाला उबटन आदि -- उबटाण
लोक कथा (स्त्री.) लोक विशेषत: ग्राम्य लोगों में प्रचलित कोई प्राचीन गाथा (फोक टेल) -- लोककथा
लोककला (स्त्री.) अंचल विशेष में परंपरागत प्रचलित नृत्य, गीत आदि कलाएँ -- लोककला
लोकगीत (पुं.) जनसाधारण में गीत -- लोकगीत
लोकप्रिय (वि.) ज़ो जनसाधारण को प्रिय हो -- लोकप्रिय
लोक संगीत (पुं.) परंपरा से चला आया वह संगीत, जो लोक में प्रचलित हो -- लोकसंगीत
लोकापवाद (पुं.) लोक निंदा, बदनामी -- लोकापवाद
लोकोक्ति (स्त्री.) लोकोक्ति -- म्हणीं
लोभ (पुं.) दूसरे की वस्तु पाने की प्रबल कामना, लालच -- लोभ, वसवस
लोरी (स्त्री.) छोटे बच्चों के सुलाने के लिए गाए जाने वाले गीत -- आल्लय
लोहा (पुं.) प्राय: काले रंग की एक प्रसिद्ध धातु -- लोखंड
लौ (स्त्री.) आग की लपट, ज्वाला -- ज्वाला
लौ (स्त्री.) लगन, धुन -- निश्ठा
लौकिक (वि.) सांसारिक -- लौकीक, संवसारीक
लौटना (अ.क्रि.) वापस आना या जाना -- परत येवप, परतप
लौटना (अ.क्रि.) पीछे की ओर घूमना, मुड़ना -- वळप
वंश (पुं.) जीव या प्राणी की संतान, परंपरा, कुल -- कुल, वंश
वंशज (पुं.) वंश विशेष में उत्पन्न संतान -- वंशज
वंशावली (स्त्री.) किसी वंश में उत्पन्न पुरुषों की पूर्वोत्तर क्रम सूची -- वंशावळ
वकालत (स्त्री.) वकील का काम या पेशा -- आदोगासी
वकालत (स्त्री.) किसी के पक्ष का किया जाने वाला मंडन, पक्ष समर्थन -- वकिली करप, बाजू मांडप
वचन-बद्ध (वि.) जिसने किसी को कोई काम करने या न करने का वचन दिया हो -- वचनबद्ध
वध (पुं.) अस्त्र-शस्त्र से की जाने वाली हत्या -- वध, हत्या
वधू (स्त्री.) ऐसी कन्या, जिसका विवाह हो रहा हो, अथवा हाल में हुआ हो, दुलहन -- व्हंकल, वधू
वधू (स्त्री.) पत्नी -- बायल, पतीण
वनवास (पुं.) वन का निवास, जंगल में रहना -- वनवास
वनस्पति (स्त्री.) जमीन से उगने वाले पेड़, पौधे, लताएँ आदि -- वनस्पत
वनिता (स्त्री.) औरत, स्त्री -- वनिता
वयस्क (वि.) पूर्ण शारीरिक विकास प्राप्त, प्रौढ़ -- वयस्क
वयस्क (वि.) विधिक दृष्टि से आयु विशेष का वह व्यक्ति, जिसे निर्वाचन में मत देने, अपनी संपत्ति की व्यवस्था करने, कानूनन विवाह करने आदि का अधिकार प्राप्त होता है, बालिग -- वयस्कर
वर (पुं.) कन्या के विवाह के लिए उपयुक्त पात्र -- वर
वर (पुं.) नव विवाहित स्त्री पति, दुल्हा -- घोव, नवरो
वर (पुं.) वरदान -- वरदान
वरदान (पुं.) देवता, महापुरुष आदि के द्वारा दिया हुआ वर -- वर्ग
वर्ग (पुं.) स्वजातीय या समान-धर्मियों का समूह, श्रेणी -- ज़मात, समुदाय
वर्ग (पुं.) कुछ विशिष्ट कार्यों के लिए बना लोगों का समूह, दल -- वर्गीकरण
वर्गीकरण (पुं.) गुण-धर्म, रंग-रूप, आकार-प्रकार आदि के आधार पर वस्तुओं आदि के भिन्न-भिन्न वर्ग बनाना -- NA
वर्णन (पुं.) किसी विशिष्ट अनुभूति, घटना, दृश्य, वस्तु, व्यक्ति आदि के संबंध में विस्तारपूर्ण कथन -- वर्णन
वर्णमाला (स्त्री.) किसी लिपि के वर्णों या अक्षरों की यथाक्रम सूची -- वर्णमाला
वर्तमान (वि.) जो इस समय अस्तित्व या सत्ता में हो अथवा लागू हो -- वर्तमान
वर्तमान (वि.) उपस्थित, प्रस्तुत, विद्यमान -- हाजीर, प्रस्तुत
वर्षगाँठ (स्त्री.) जन्म की तिथि के बाद प्रतिवर्ष पड़ने वाला दिवस, जन्मदिन, सालगिरह -- वाढ दिवस
वसीयत (स्त्री.) वह लिखित आदेश, जिसमें मृत्यु के उपरांत उस व्यक्ति की संपत्ति के वारिस का वर्णन हो -- मृत्यूपत्र, मरण-पत्र
वसीयत (स्त्री.) वसीयत-नामा, इच्छापत्र -- NA
वसुंधरा (स्त्री.) पृथ्वी -- पृथ्वी, वसुंधरा
वसूली (स्त्री.) वसूल करने की क्रिया या भाव, उगाही -- वसूली
वस्तु (स्त्री.) गोचर पदार्थ, चीज -- वस्तू, गोचर
वस्त्र (पुं.) ऊन, रुई, रेशम आदि के कपड़े -- वस्त्र
वह (सर्व.) बातचीत में दूर स्थित या परोक्ष व्यक्ति या पदार्थ को संकेत का शब्द -- तो, ती, तें
वहाँ (अव्य.) उस स्थान में, -- थंय
वांछनीय (वि.) जिसकी वांछा या कामना की गई हो या की जाने वाली हो -- वांछनीय
वांछित (वि.) चाहा हुआ, इच्छित -- वांछित
वाङ्मय (पुं.) लिपिबद्ध विचारों का समस्त संग्रह या समूह, साहित्य -- वाङ्मय
वाणिज्य (पुं.) बड़े पैमाने पर होने वाला व्यापार -- वाणिज्य
वाणी (स्त्री.) मुँह से निकलने वाली सार्थक बात, वचन -- वाणी
वाणी (स्त्री.) जिहवा, जीभ -- जिहवा, जीभ
वाणी (स्त्री.) सरस्वती -- सरस्वती
वातानुकूलन (पुं.) तापमान नियंत्रक उपकरण -- वातानु-कूलन
वातावरण (पुं.) वायु की वह राशि, जो पृथ्वी, ग्रह आदि पिंडों को चारों ओर से घेरे रहती है, वायुमंडल -- वातावरण
वातावरण (पुं.) परिस्थिति, पर्यावरण -- वायुमंडल
वात्सल्य (पुं.) माता-पिता का बच्चों के प्रति नैसर्गिक प्रेम -- वात्सलय
वाद-विवाद (पुं.) तर्क-वितर्क, खंडन-मंडन, वाद-विवाद -- वाद-विवाद
वादी (पुं.) वह, जो न्यायालय में किसी के विरुद्ध कोई अभियोग उपस्थित करे, फरियादी -- फिर्यादी
वायु (स्त्री.) हवा, पवन -- वायु, हावा
वायुमार्ग (पुं.) हवाई मार्ग, विमान मार्ग -- वायुमार्ग
वायु सेना (स्त्री.) वायुमार्गों की रक्षा करने वाली सेना, हवाई सेना -- वायुसेना
वार्तालाप (पुं.) बातचीत, कथोपकथन, संवाद -- वार्तालाप
वार्षिक (वि.) प्रतिवर्ष होने वाला, एक वर्ष के बाद होने वाला -- वर्सुकी
वार्षिक (वि.) एक वर्ष तक चलता रहने वाला -- वार्षिक
वाष्प (पुं.) भाप -- वाफ
वास्तविक (वि.) जो वास्तव में हो, यथार्थ, सत्य -- वास्तवीक
वाहन (पुं.) सवारी, यान -- वाहन
विकराल (वि.) भीषण आकृति वाला, डरावना -- विकराळ
विकल (वि.) बेचैन, व्याकुल -- व्याकुळ
विकास (पुं.) उन्नति, प्रसार, अभिवृद्धि -- विकास
विक्रम (पुं.) पौरुष, बल, वीरता, पराक्रम -- विक्रम
विख्यात (वि.) प्रसिद्ध, मशहूर -- प्रसिद्ध
विचार (पुं.) सोचने-समझने की क्रिया या भाव, मनन, चिंतन -- विचार
विचार (पुं.) मत, राय, धारणा -- मत
विचार विमर्श (पुं.) विचारों का आदान-प्रदान, सलाह-मशवरा -- विचार विमर्श
विचित्र (वि.) साधारण से भिन्न, अद्भुत, अनोखा -- विचित्र
विजय (स्त्री.) शत्रु या प्रतिस्पर्धी को हराना, जीत -- विजय
विजय (स्त्री.) सफलता, कामयाबी -- यश
विजेता (पुं.) जीतने वाला, विजयी -- जैतीवंत, विजेता
विज्ञान (पुं.) आविष्कृत सत्यों तथा प्राकृतिक नियमों पर आधारित क्रमबद्ध तथा व्यवस्थित ज्ञान -- विज्ञान
विज्ञापन (पुं.) प्रचार तथा बिक्री आदि के उद्देश्य से वस्तु के गुण, कार्य-पद्धति बताते हुए पत्रिकाओं आदि में प्रकाशित कराई जाने वाली सूचना -- जायरात
विज्ञापन (पुं.) प्रचार आदि के उद्देश्य से बाँटी जाने वाली सामग्री, इश्तहार -- NA
विडंबना (स्त्री.) क्रूर, परिहास -- विडंबन
विडंबना (स्त्री.) असंगति -- विसंगती
वितरण (पुं.) बाँटना, देना -- वितरण
विदूषक (पुं.) अपने विचित्र वेश, चेष्टा, बातचीत आदि से दूसरों की नकल उतार कर लोगों को हँसाने वाला, मसखरा, नाटकों में इस प्रकार का पात्र -- विदूषक
विदेश (पुं.) दूसरा देश, परदेश -- परदेश, विदेश
विद्या (स्त्री.) अध्ययन, शिक्षा आदि से अर्जित किया जाने वाला ज्ञान -- विद्या
विद्या (स्त्री.) किसी तथ्य या विषय का विशिष्ट और व्यवस्थित ज्ञान -- NA
विद्यालय (पुं.) शिक्षण संस्थान, स्कूल, पाठशाला -- विद्यालय
विद्युत (स्त्री.) बिजली -- वीज
विद्रोह (पुं.) राज्य या शासन के विरुद्ध किया जाने वाला आचरण और व्यवहार, उपद्रव -- विद्रोह, बंड
विधर्मी (पुं.) अपने धर्म के विपरीत आचरण करने वाला, धर्म-भ्रष्ट -- धर्मभ्रश्ट
विधर्मी (पुं.) दूसरे धर्म का अनुयायी -- परधर्मी
विनती (स्त्री.) विनीत भाव से की जाने वाली प्रार्थना, अनुनय-विनय -- विनंती
विनय (स्त्री.) विनम्रता और सौजन्य -- विनय
विनय (स्त्री.) नम्रतापूर्वक की जाने वाली प्रार्थना या विनती -- नमळायेन
विनीत (वि.) जिसमें विनय हो, विनयी, नम्र, -- विनयी
विनोद (पुं.) मन-बहलाव, मनोरंजन -- विनोद, मनोरंजन
विनोद (पुं.) हँसी-ठट्ठा -- मस्करी
विपक्ष (पुं.) विरोधी पक्ष या दल -- विपक्ष
विपुल (वि.) संख्या या परिमाण में बहुत अधिक -- खूब, विपूल
विमल (वि.) मल-रहित, निर्मल, साफ -- विमल, निर्मळ
विमोचन (पुं.) बंधन आदि खोलकर मुक्त करना, छुड़ाना या छोड़ना -- विमोचन, उजवाडा हाडप
विमोचन (पुं.) प्रकाशनोद्घाटन, लोकार्पण -- प्रकाशन
वियोग (पुं.) प्रेमियों का एक-दूसरे से बिछुड़ना -- वियोग
वियोग (पुं.) उक्त अवस्था का कष्ट -- विरह
विराट (वि.) बहुत बड़ा या व्यापक -- विराट
विराम (पुं.) क्रिया, गति, चाल आदि में होने वाला अटकाव, ठहराव -- मुक्काम
विराम (पुं.) वाक्य की समाप्ति पर लगाया जाने वाला रुकने का चिहन, पूर्णविराम -- पूर्ण विराम
विराम (पुं.) विश्राम, आराम -- आराम
विरोध (पुं.) कार्य या प्रयत्न को रोकने की कोशिश -- विरोध
विलंब (पुं.) औचित्य से अधिक समय, देरी -- विलंब, उसरां
विलय (पुं.) एक पदार्थ का अथवा राज्य का किसी दूसरे पदार्थ या राज्य में घुलना-मिलना, विलीन होना -- जिरोवप
विलय (पुं.) सृष्टि का नष्ट होकर मूल तत्वों में मिल जाना, प्रलय अथवा ध्वंस, नाश -- प्रलय
विलास (पुं.) सुख-सुविधाओं का यथोचित मात्रा से अधिक उपभोग -- विलास, झगझग
विलास (पुं.) विषय भोग -- चैनी
विलीन (वि.) जो अपनी स्वतंत्र सत्ता खोकर दूसरे में मिल गया हो -- विलीन
विलीन (वि.) गायब, लुप्त, अदृश्य -- शेणप
विलोम (वि.) विपरीत क्रम से होने वाला -- विपरीत अर्थाचो
विलोम (वि.) विपरीत अर्थ वाला -- NA
विवश (वि.) मजबूर, बाध्य, लाचार -- निराधार
विवाद (पुं.) कहा-सुनी, तकरार -- भांड
विवाद (पुं.) पारस्परिक मतभेद -- मतभेद
विवाह (पुं.) शादी, पाणिग्रहण -- लग्न, काज़ार
विवाह (पुं.) उक्त के अवसर पर होने वाला उत्सव या धार्मिक कृत्य -- NA
विवेक (पुं.) सत् और असत् के विवेचन निर्णय करने वाली बुद्धि, सुबुद्धि -- विवेक
विशाल (वि.) बड़ा, बृहद् -- होड
विशाल (वि.) भव्य, शानदार -- भव्य, दबाजीक
विशिष्ट (वि.) (वस्तु) जिसमें औरों की अपेक्षा कोई बड़ी विशेषता हो -- वेगळो, विशिश्ट
विशिष्ट (वि.) (व्यक्ति) जिसे अन्यों की अपेक्षा अधिक आदर, मान आदि प्राप्त हो -- विशिश्ट, प्रतिष्ठीत
विशेष (वि.) जिसमें औरों की अपेक्षा कोई नई बात अथवा कुछ अलग हो, विशेषतायुक्त -- विशेस
विशेष (वि.) विचित्र, विलक्षण -- बिलक्षण
विश्राम (पुं.) आराम, चैन, सुख -- आराम, विश्राम
विष (पुं.) जहर -- विख
विषम (वि.) जो सम अर्थात् समान या बराबर न हों, असमान -- असमान
विषम (वि.) जो (संख्या) दो से भाग देने पर पूरी न बँटे -- विशम
विषम (वि.) (कार्य, स्थिति या विषय) जो कठिन या विकट हो -- अवघड
विषय-सूची (स्त्री.) विषयों की अनुक्रमणिका या सूची -- अनुक्रमणिका, सूची
विसंगति (स्त्री.) संगति का न होना, असंगति -- विसंगती
विस्फोट (पुं.) एकत्र गैस, बारूद आदि का अग्नि या ताप के कारण जोर का शब्द करके बाहर निकल पड़ना -- विस्फोट
वे (सर्व.) वह’ का बहुवचन रूप -- ते, त्यो, तीं
वेग (पुं.) गति या चाल की तीव्रता या तेजी, शीघ्रता -- वेग
वेतन (पुं.) तनख्वाह, पगार -- पगार, पाग
वेदवाक्य (पुं.) ऐसा वाक्य या कथन, जिसकी सत्यता असंदिग्ध हो -- वेदवाक्य
वेदी (स्त्री.) मांगलिक या शुभ कार्य के लिए तैयार किया हुआ चौकोर स्थान, वेदिका -- वेदिका, वेदी
वेशभूषा (स्त्री.) पहनने के कपड़े, पोशाक, पहनावा -- वेशभूषा
वैज्ञानिक (पुं.) विज्ञान का ज्ञाता, विज्ञानवेत्ता -- वैज्ञानीक
वैज्ञानिक (वि.) विज्ञान-संबंधी -- विज्ञान-विशींचे
वैर (पुं.) घोर शत्रुता -- शत्रू
वैश्य (पुं.) हिंदुओं में तीसरे वर्ण का व्यक्ति, जिसका मुख्य कर्म व्यापार कहा गया है -- वैश्य
व्यंग्य (पुं.) शब्द की व्यंजना शक्ति द्वारा निकलने वाला अर्थ, कटाक्ष, ताना -- व्यंग्य
व्यंग्य (पुं.) विडंबना -- विडंबना
व्यंग्य-चित्र (पुं.) किसी घटना, बात, व्यक्ति आदि की हँसी उड़ाने के उद्देश्य से बनाया गया उपहासात्मक तथा सांकेतिक चित्र -- व्यंग्य-चित्र
व्यंजना (स्त्री.) व्यंग्यार्थ-बोधक, शब्द की तीन प्रकार की शक्तियों में से एक -- व्यञ्जना
व्यंजना (स्त्री.) व्यंग्यार्थ -- व्यंग्यार्थ
व्यक्त (वि.) प्रकट, प्रत्यक्ष -- व्यक्त
व्यक्ति (पुं.) मनुष्य, आदमी -- व्यक्ती
व्यक्तिगत (वि.) व्यक्ति विशेष से संबंधित -- व्यक्तीगत
व्यथा (स्त्री.) उग्र शारीरिक या मानसिक पीड़ा -- व्यथा, वेदना
व्यय (पुं.) खर्च -- खर्च
व्यय (पुं.) उपभोग आदि में आने के कारण किसी चीज का होने वाला क्षय, नाश या लोप -- व्यय
व्यवसाय (पुं.) जीविका-निर्वाह का साधन, पेशा, व्यापार -- वेवसाय
व्यवस्था (स्त्री.) प्रबंध, इंतजाम -- बंदोबस्त
व्यवस्था (स्त्री.) ठीक अवस्था, अच्छी हालत -- व्यवस्था
व्यष्टि (स्त्री.) समष्टि का एक स्वतंत्र अंग, व्यक्ति -- व्यश्टी
व्यस्त (वि.) कार्य आदि में लगा हुआ अथवा उलझा हुआ -- व्यस्त
व्याकुल (वि.) बेचैन, व्यग्र, विकल -- व्याकुळ
व्याकुल (वि.) उत्कंठित, उत्सुक -- उत्सुक
व्याख्या (स्त्री.) सविस्तार वर्णन, विवेचन -- व्याख्या
व्याख्या (स्त्री.) अर्थ का स्पष्टीकरण, टीका -- स्पश्टीकरण
व्याघ्र (पुं.) बाघ, शेर -- वाघ
व्याधि (स्त्री.) शारीरिक कष्ट, बीमारी -- रोग
व्यापक (वि.) चारों ओर फैला हुआ, विस्तृत -- व्यापक
व्यापक (वि.) वृहद् -- बृहद्, होड-प्रमाणें
व्यापार (पुं.) रोजगार, तिजारत -- वेपार
व्यायाम (पुं.) कसरत -- व्यायाम
व्युत्पत्ति (स्त्री.) मूल, उद्गम या उत्पत्ति का स्थान -- व्युत्पत्ती
व्योम (पुं.) आकाश, अंतरिक्ष, आसमान -- असमंत
शंका (स्त्री.) संशय, संदेह, शक -- दुबाव, अविश्वास
शंका (स्त्री.) भय, अंदेशा, खटका -- भय
शंख (पुं.) समुद्र में पैदा होने वाले एक जंतु का कड़ा और सफेद खोल -- शंख
शंख (पुं.) दस खरब अथवा एक लाख करोड़ की संख्या -- एक लक्ष्य कोटी
शकुन (पुं.) विशिष्ट पशु, पक्षी, व्यक्ति, वस्तु, व्यापार आदि के देखने-सुनने, होने आदि से मिलने वाली शुभ-अशुभ की पूर्व-सूचना -- शकून
शक्कर (स्त्री.) चीनी -- साखर
शक्कर (स्त्री.) कच्ची चीनी, खाँड -- खांड
शक्ति (स्त्री.) पराक्रम, बल, सामर्थ्य -- शक्ती
शक्ति (स्त्री.) दुर्गा -- दुर्गा
शक्तिशाली (वि.) बलवान, शक्ति संपन्न -- शक्तिशाळी
शताब्दी (स्त्री.) सौ वर्षों की अवधि, शती, सदी -- शताब्दी
शत्रु (पुं.) वैरी, दुश्मन -- शत्रु, दुस्मान
शपथ (स्त्री.) सौगंध, कसम -- सोपूत
शब्दकोश (पुं.) वह ग्रंथ, जिसमें शब्दों के सम्यक् वर्ण-विन्यास, अर्थ-प्रयोग, पर्याय आदि हों -- शब्दकोश
शमन (पुं.) बढ़े हुए उपद्रव, कष्ट, दोष को दबाने की क्रिया, दमन -- दमन
शमन (पुं.) शांति -- शमन, शांत
शरण (स्त्री.) पनाह, आश्रय, -- शरण, रक्षण
शरणार्थी (पुं.) शरण चाहने वाला, असहाय -- शरणार्थी
शरणार्थी (पुं.) किसी अन्य देश से भागकर शरण लेने के लिए आया हुआ, विस्थापित -- निर्वासीत
शरमाना (अ.क्रि.) झेंपना -- मर्याद जावप
शरमाना (अ.क्रि.) लज्जित होना -- लाज़प
शराब (स्त्री.) मद्य, मदिरा -- सोरो
शरीर (पुं.) देह, तन -- शरीर, कूड
शल्य-क्रिया (स्त्री.) शारीरिक विकार को दूर करने के लिए की जाने वाली चीर-फाड़ -- शस्त्र-क्रिया
शव-परीक्षा (स्त्री.) मृत व्यक्ति के शव की मृत्यु के कारणों की जाँच के लिए की जाने वाली परीक्षा या जाँच (पोस्टमार्टम) -- शव परिक्षा
शस्त्र (पुं.) हाथ में रखकर प्रयोग किया जाने वाला हथियार -- शस्त्र
शहद (पुं.) मधु -- म्होव
शहीद (वि.) अपने धर्म, कर्तव्य-परायणता अथवा देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राण देने वाला (मार्टेअर) -- हुतात्मो
शांत (वि.) आवेग, चंचलता, वासना अथवा विकास से रहित -- शांत
शांत (वि.) नि:शब्द, नीरव, चुप, मौन -- नीरव
शांति (स्त्री.) नीरवता, सन्नाटा, स्तब्धता -- शांतता
शांति (स्त्री.) उत्पात, उपद्रव, कलह आदि से रहित अवस्था, अमन -- शांती
शांति (स्त्री.) आराम, चैन -- आराम
शाकाहारी (पुं/वि.) मांस न खाने वाला, निरामिष भोजी -- शकाहारी
शानदार (वि.) भड़कीला, तड़क-भड़क वाला -- शानदार
शानदार (वि.) ऐश्वर्यपूर्ण, उच्च कोटि का -- ऐश्वर्य-आशिल्लो
शाप (पुं.) अनिष्ट कामना के उद्देश्य से कहा गया कथन, बद्दुआ -- शाप, सराप
शायद (अव्य.) कदाचित, संभवत: -- आसत, कदाचित
शायिका (स्त्री.) शयनिका (स्लीपर) -- शायिका
शालीन (वि.) लज्जाशील, शिष्ट -- शालीन
शाश्वत (वि.) सतत्, स्थायी, नित्य, सनातन -- शाश्वत, सासणाचे
शासक (पुं.) शासन करने वाला व्यक्ति, शासन-कर्ता -- शासक
शासन (पुं.) सरकार, हुकूमत -- शासन
शासन (पुं.) सरकार या किसी अन्य द्वारा नियंत्रण, संचालन, व्यवस्था आदि -- शासन व्यवस्था
शास्त्र (पुं.) धर्म ग्रंथ -- शास्त्र, धर्मग्रंथ
शास्त्र (पुं.) किसी कला, विद्या या विशिष्ट विषय का सांगोपांग ग्रंथ, विज्ञान -- शास्त्र-विज्ञान
शिकायत (स्त्री.) किसी के दोष या अनुचित काम का किसी के समक्ष किया गया कथन -- फिर्याद
शिकायत (स्त्री.) किसी के अनुचित काम के प्रति होने वाला असंतोष -- तकरार
शिकायत (स्त्री.) हल्का शारीरिक कष्ट या रोग -- असुख
शिकार (पुं.) आखेट, मृगया -- कासाक
शिकार (पुं.) आखेट में मारा या पकड़ा गया पशु-पक्षी -- शिकार
शिक्षा (स्त्री.) किसी प्रकार के ज्ञान के सीखने-सिखाने का क्रम, पढ़ाई या उक्त प्रकार से प्राप्त ज्ञान या विद्या -- शिक्षण
शिक्षा (स्त्री.) उपदेश, सबक, नसीहत -- उपदेश
शिखर (पुं.) किसी चीज का सबसे ऊपरी भाग, सिरा, चोटी, कलश, कंगूरा (मंदिर, मकान के संदर्भ में) -- शिखर
शिखर (पुं.) पर्वत की चोटी -- तेंमूक
शिथिल (वि.) जो कसकर बँधा न हो, ढीला -- सदळ
शिथिल (वि.) आलसी, सुस्त -- आळशी
शिथिल (वि.) जिसे कुछ छूट दी गई हो, जिसका पालन दृढ़तापूर्वक न हो -- सूट
शिरकत (स्त्री.) शरीक होने की अवस्था, क्रिया या भाव, शामिल होना -- वांटेकार
शिरकत (स्त्री.) साझेदारी -- भागीदारी
शिरोमणि (पुं.) सिर या मस्तक पर धारण करने का रत्न, चूड़ामणि -- शिरोमणी
शिरोमणि (पुं.) श्रेष्ठ पुरुष -- श्रेष्ठ, श्रेश्ठ
शिरोमणि (वि.) सर्वश्रेष्ठ -- सर्वश्रेष्ठ, सर्वश्रेश्ट
शिलान्यास (पुं.) नए भवन की नींव के रूप में पत्थर रखना -- शिलान्यास
शिलान्यास (पुं.) नींव रखने का कृत्य या समारोह -- पायो घालप
शिलालेख (पुं.) पत्थर पर खुदा हुआ लेख -- शिलालेख
शिलालेख (पुं.) लेख आदि से गुदा हुआ पत्थर -- फातर पटो
शिल्प (पुं.) हस्तकला, दस्तकारी -- शिल्प, हस्तकला
शिल्प (पुं.) रचना विधान, निर्माण -- रचना
शिल्प (पुं.) स्थापत्य, वास्तुकला -- वास्तुकला, स्थापत्य
शिल्पकार (पुं.) शिल्पी, कारीगर -- शिल्पकार
शिल्पी (पुं.) शिल्प संबंधी काम करने वाला, शिल्पकार -- शिल्पी
शिविर (पुं.) पड़ाव, छावनी -- शिबीर
शिविर (पुं.) खेमा, तंबू -- तंबू
शिशु (पुं.) बहुत ही छोटा बच्चा -- बाळ
शिष्ट (वि.) सभ्य, सज्जन -- सभ्य
शिष्टता (स्त्री.) शिष्ट होने की अवस्था, गुण या भाव, सौजन्य -- शिश्ट
शिष्टाचार (पुं.) शिष्टतापूर्ण आचरण और व्यवहार -- शिश्टाचार
शिष्टाचार (पुं.) औपचारिक आचरण -- उपच़ारीक
शिष्य (पुं.) छात्र, विद्यार्थी -- शिश्य, विद्यार्थी
शिष्य (पुं.) अनुयायी, चेला -- अनुनायी
शीघ्र (कि. वि) जल्द, अविलंब, तुरंत, फौरन -- तुर्त
शीघ्रता (स्त्री.) जल्दी -- बेगीन
शीघ्रता (स्त्री.) तेजी, फुर्ती -- N
शीतल (वि.) ठंडा, सर्द -- शीतळ
शीतल (वि.) आवेशरहित, शांत, सौम्य -- सौम्य
शीर्ष (पुं.) किसी चीज का सबसे ऊपरी तथा उन्नत सिरा -- शीर्ष
शीर्ष (पुं.) सिर -- तकली
शीर्ष (पुं.) ज्यामिति में वह बिंदु, जिस पर दो ओर से दो तिरछी रेखाएँ आकर मिलती हों -- शीर्ष-बिंदू
शीर्षक (पुं.) किसी लेख अथवा ग्रंथ आदि के ऊपर दिया जाने वाला नाम, जिससे उनके विषय का कुछ परिचय मिलता है (टाइटल) -- माथाळो, शीर्शक
शीशा (पुं.) दर्पण, आईना -- हारसो
शुद्ध (वि.) पवित्र, निर्मल -- शुद्ध
शुद्ध (वि.) मिलावट रहित, असली -- असली
शुद्ध (वि.) अशुद्धि, गलती या भूल से रहित, ठीक, सही -- शुद्ध
शुभ-चिंतक (वि.) किसी की भलाई की सोचने वाला, शुभेच्छु -- शुभचितंक
शुभागमन (पुं.) मंगलप्रद या सुखद आगमन -- शुभागमन
शुरु (पुं.) आरंभ, प्रारंभ -- सुरु
शुल्क (पुं.) वह धन, जो वस्तुओं की उत्पत्ति, उपभोग, आयात, निर्यात आदि करने पर कानूनन कर के रूप में देय हो -- कर
शुल्क (पुं.) विशिष्ट सुविधा प्रदान करने पर किसी संस्था को दिया जाने वाला धन, फीस -- फी
शुल्क (पुं.) चंदा -- वर्गणी
शुष्क (वि.) सूखा -- सूकें
शुष्क (वि.) सहृदयता एवं कोमलता रहित -- रुक्ष
शून्य (वि.पुं.) रिक्त, खाली -- रिक्त
शून्य (वि.पुं.) गणित में अभाव सूचक चिहन -- शून्य
शूर (वि.पुं.) बहादुर, वीर, सूरमा -- शूर
श्रृंखला (स्त्री.) क्रम, तारतम्य, माला, पंक्ति, कतार -- क्रम
श्रृंखला (स्त्री.) जंजीर, सिकड़ी -- श्रृंखला
श्रृंगार (पुं.) सौंदर्य वृद्धि के लिए प्रसाधनों द्वारा बनाव-सजाव -- श्रृंगार
श्रृंगार (पुं.) साहित्य में एक रस, रसराज -- श्रृंगार रस
शेष (वि.) बचा हुआ, बाकी -- शेष
शैली (स्त्री.) ढंग, तरीका, पद्धति -- पद्धत, रीत
शैली (स्त्री.) (साहित्य, कला) रचना अथवा अभिव्यक्ति का विशिष्ट ढंग -- शैली
शैशव (पुं.) शिशु होने की अवस्था, गुण या भाव, बचपन -- बाळपण
शोक (पुं.) इष्ट वस्तु या आत्मीयजन की मृत्यु के कारण होने वाली मानसिक व्यथा, घोर दुख -- दुख
शोध (पुं.) छिपी हुई तथा रहस्यपूर्ण बातों की खोज करना, अन्वेषण -- शोध
शोध (पुं.) जाँच, परीक्षण -- परिक्षण
शोभा (स्त्री.) कांति, चमक -- शोभा
शोषण (पुं.) परोक्ष उपायों से किसी की कमाई या धन धीरे-धीरे अपने हाथ में करना, दुखी करना (एक्सप्लायटेशन) -- शोषण
श्रद्धांजलि (स्त्री.) किसी पूज्य या बड़े व्यक्ति के संबंध में श्रद्धा और आदरपूर्वक कही जाने वाली बातें -- श्रद्धांजली
श्रद्धा (स्त्री.) पूज्य और बड़े लोगों के प्रति आदरपूर्ण भावना, आस्था -- श्रद्धा
श्रम (पुं.) मेहनत, परिश्रम -- मेनत
श्रम (पुं.) जीविका-निर्वाह या धन-उपार्जन के लिए किया जाने वाला कार्य -- श्रम
श्रमदान (पुं.) किसी सामूहिक हित के लिए स्वेच्छा से नि:शुल्क श्रम करना -- श्रमदान
श्रमिक (पुं.) शारीरिक श्रम द्वारा जीविका चलाने वाला, मजदूर -- श्रमीक, मजूर
श्राद्ध (पुं.) सनातनी हिंदुओं में पितरों या मृत व्यक्तियों को प्रसन्न कराने के उद्देश्य से किया जाने वाला पिंडदान, ब्राहमण-भोज आदि -- श्राद्ध
श्राद्ध (पुं.) आश्विन मास का कृष्ण पक्ष, जिसमें विशिष्ट रूप से उक्त प्रकार के कृत्य करने का विधान है, पितृपक्ष -- पितृपक्ष
श्रीमान (श्रीमती) (पुं.) श्री’, पुरुषों के नाम के पूर्व प्रयुक्त एक आदर-सूचक विशेषण (स्त्री के नाम के पूर्व श्रीमती) -- श्रीमान, श्रीमती
श्रुतलेख (पुं.) वह लेख, जो किसी के द्वारा बोले हुए वाक्यों को सुनकर लिखा जाए -- श्रुतलेखन
श्रेणी (स्त्री.) कतार, पंक्ति -- श्रेणी, वळ
श्रेणी (स्त्री.) कार्य, योग्यता, आदि के विचार से पदार्थों, व्यक्तियों आदि का वर्ग, विभाग या दर्जा -- वर्ग, दर्जो
श्रेय (पुं.) अच्छाई, उत्तमता -- श्रेय
श्रेय (पुं.) मंगल, कल्याण -- मंगल, कल्याण
श्रेय (पुं.) यश -- यश
श्रेष्ठ (वि.) गुण, मान आदि के विचार से बढ़कर, उत्तम, उत्कृष्ट -- श्रेष्ठ, उत्कृष्ट
श्रोता (पुं.) सुननेवाला (लिसनर) -- श्रोता
श्रोता (पुं.) किसी सभा, नाटक-प्रदर्शन आदि के दर्शक, सुनने वाले या पाठक (बहुवचन में ऑडेयंस) -- श्रोतागण, दर्शकगण
श्लाघनीय (वि.) प्रशंसनीय -- प्रशंसनीय
श्लाघा (स्त्री.) प्रशंसा -- प्रशंसा
श्लाघा (स्त्री.) चापलूसी -- फुसलावप
श्वास (पुं.) प्राणियों का नाक से वायु खींचकर अंदर फेफड़ों या हृदय तक पहुँचाना और फिर बाहर निकालना, साँस -- श्वास
श्वास (पुं.) दमा नामक रोग -- अस्थमा
श्वेत (वि.) धवल, उजला, सफेद, गोरा -- श्वेत
श्वेत (वि.) निर्मल, स्वच्छ, साफ -- स्वच्छ
षड्यंत्र (पुं.) साजिश, कुचक्र -- षड्यंत्र, कारस्थान
संकट (पुं.) विपत्ति, मुसीबत, आफत -- संकट
संकलन (पुं.) एकत्र करने की क्रिया, संग्रह करना -- संग्रह
संकलन (पुं.) ऐसी साहित्यिक कृति, जिसमें अनेक ग्रंथों या स्थानों से बहुत-सी रचनाएँ इकट्ठी करके रखी गई हों -- संकलन
संकल्प (पुं.) दृढ़ निश्चय, इरादा -- संकल्प
संकल्प (पुं.) सभा-समिति में किसी विषय में विचारपूर्वक किया हुआ पक्का निश्चय (रिजोल्यूशन) -- थाराव, ठराव
संकीर्ण (वि.) तंग, संकुचित, अनुदार -- संकुचीत, संकीर्ण
संकेत (पुं.) अभिप्राय सूचक अंगचेष्टा, इशारा -- कुरु, संकेत
संकेत (पुं.) चिहन, निशान -- चिहन
संकोच (पुं.) सिकुड़ने की क्रिया या भाव -- संकोचप
संकोच (पुं.) झिझक, हिचक -- संकोच
संक्राति (स्त्री.) सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में जाना -- संक्रांती
संक्राति (स्त्री.) वह दिन, जिसमें सूर्य का उक्त प्रकार का संचार होता है -- संक्रांत
संक्रामक (वि.) एक से दूसरे में संक्रमण करने वाला, छूत आदि से फैलने वाला (रोग) (कान्टेजियस) -- संक्रामक
संक्षिप्त (वि.) छोटा किया हुआ लेख, पुस्तक आदि का रूप, सार, संक्षेप -- संक्षिप्त
संक्षेप (पुं.) लेख आदि का काट- छाँटकर छोट किया हुआ रूप, सार -- संक्षेप
संख्या (स्त्री.) गिनती, तादाद, गणना सार -- गणना
संगठन (पुं.) कार्य विशेष की सिद्धि के लिए निर्मित कोई संस्था -- संगठन
संगति (स्त्री.) मेल-मिलाप, संग, साथ, सोहबत -- संगती
संगति (स्त्री.) सामंजस्य, उपयुक्तता -- सामंजस्य
संगीत (पुं.) ध्वनियों या स्वरों का कुछ विशिष्ट लय में होने वाला प्रस्फुटन (म्यूजिक) -- संगीत
संगोष्ठी (स्त्री.) किसी निर्धारित विषय पर आमंत्रित विद्वानों की चर्चा तथा उनका निबंध-पाठ -- संगोश्ठी
संग्रहालय (पुं.) वह स्थान, जहाँ विशेष महत्व की वस्तुओं का संग्रह किया गया हो (म्यूजियम) -- संग्रहालय
संग्राम (पुं.) युद्ध, लड़ाई, समर -- संग्राम, युद्ध
संघटन (पुं.) कार्य विशेष की सिद्धि के लिए निर्मित कोई संस्था -- संघ, संस्था
संघटन (पुं.) किसी चीज के विभिन्न अवयवों को जोड़कर उसे प्रतिष्ठित करना, रचना -- संघटन
संघर्ष (पुं.) स्पर्धा, होड़ -- स्पर्धा
संघर्ष (पुं.) कठिनाइयों या प्रबल विरोधी शक्तियों को दबाने के लिए प्राणपण से की जाने वाली चेष्टा -- संघर्ष
संचय (पुं.) चीजें इकट्ठी करने की क्रिया या भाव -- संचय
संचय (पुं.) इकट्ठी की हुई चीजों का ढेर या राशि -- संग्रह
संचार (पुं.) गमन, चलना, चलाना -- संचार
संचार (पुं.) संदेश, समाचार तथा सामान आदि भेजने की क्रिया, प्रकार और साधन -- संचार व्यवस्था
संचालक (वि.) चलाने या गति देने वाला (कंडक्टर) -- संचालक
संचालक (पुं.) वह प्रधान अधिकारी, जो किसी कार्य, विभाग, संस्था आदि को चलाने की सारी व्यवस्था करता हो, निदेशक -- निदेशक
संतति (स्त्री.) संतान, बाल-बच्चे, औलाद -- संतती
संताप (पुं.) अग्नि, धूप आदि का बहुत तीव्र ताप -- ताप
संताप (पुं.) बहुत तीव्र मानसिक क्लेश या पीड़ा -- संताप
संतुलन (पुं.) वह स्थिति, जिसमें सभी अंग बराबर के हों -- संतुलन
संतुलन (पुं.) तोलते समय दोनों पलड़ों का बराबर होना -- समतोल
संतुष्ट (वि.) जिसको संतोष हो गया हो, तृप्त -- संतुश्ट
संतुष्ट (वि.) जो समझाने-बुझाने से राजी हो गया हो -- सम्मत
संतुष्टि (स्त्री.) संतुष्ट होने की क्रिया या भाव, तृप्ति -- तृप्ती
संतुष्टि (स्त्री.) संतोष -- संतोश
संतोष (पुं) वह मानसिक अवस्था, जिसमें व्यक्ति प्राप्त होने वाली वस्तु को यथेष्ट समझता है और उससे अधिक की कामना नहीं करता -- खोस
संतोष (पुं) सब्र, धीरज, इतमीनान -- संतोश
संतोषजनक (वि.) संतोष देने वाला, संतोषप्रद -- संतोसाचो
संतोषजनक (वि.) पर्याप्त, यथेष्ट, काफी -- जाय तितलो
संदर्भ (पुं.) पुस्तक, लेख आदि में वर्णित प्रसंग, विषय आदि, जिसका विचार या उल्लेख हो, प्रसंग -- संदर्भ
संदेश (पुं.) समाचार, पैगाम, खबर -- संदेश
संन्यास (पुं.) पूरी तरह से छोड़ना, परित्याग करना -- परित्याग, विरक्त
संन्यास (पुं.) चतुर्थ आश्रम, (हिंदुओं का) जिसमें सब प्रकार के सांसारिक संबंध छोड़कर मनुष्य त्यागी और विरक्त हो जाता है -- संन्यास
संन्यासी (पुं.) जिसने संन्यास आश्रम ग्रहण किया हो -- संन्यासी
संन्यासी (पुं.) त्यागी और विरक्त -- त्यागी
संपन्न (वि.) पूरा किया हुआ, पूर्ण, मुकम्मल -- संपूर्णष पुराय
संपन्न (वि.) किसी गुण या वस्तु से युक्त -- संपन्न
संपन्न (वि.) खुशहाल, धनी, अमीर -- श्रीमंत, गिरेस्त
संपर्क (पुं.) मेल, संयोग -- संपर्क
संपर्क (पुं.) आपस में होने वाला किसी प्रकार का लगाव, वास्ता या संसर्ग -- संसर्ग
संपर्क (पुं.) स्पर्श -- स्पर्श
संपर्क भाषा (स्त्री.) वह भाषा, जिससे विभिन्न देशों अथवा प्रदेशों के लोग आपस में सूचना, विचारों आदि का आदान-प्रदान करते हैं -- संपर्क भाषा
संपादक (पुं.) वह, जो किसी पुस्तक, सामयिक पत्र आदि के सब लेख या विषय अच्छी तरह ठीक करके उन्हें प्रकाशन के योग्य बनाता है (एडिटर) -- संपादक
संपादकीय (वि.) संपादक संबंधी या संपादक का -- संपादकीय
संपादकीय (पुं.) संपादक द्वारा लिखी हुई टिप्पणी या अग्रलेख -- संपादकीय
संपादन (पुं.) पूरा करना, प्रस्तुत करना -- पुराय करप
संपादन (पुं.) किसी पुस्तक का विषय आदि ठीक करके उन्हें प्रकाशन के योग्य बनाना (एडिटिंग) -- संपादन
संपूर्ण (वि.) आदि से अंत तक सब, सारा, कुल, समूचा -- संपूर्ण
संपूर्ण (वि.) पूरा या समाप्त किया हुआ -- पुराय केल्ले
संप्रदाय (पुं.) एक ही तरह का मत या सिद्धांत रखने वाले लोगों का समूह या वर्ग -- संप्रदाय
संप्रदाय (पुं.) परंपरा से चला आया ज्ञान या सिद्धांत, प्रथा, परिपाटी या रीति -- परंपरा
संप्रदाय (पुं.) कोई विशिष्ट धार्मिक मत या सिद्धांत, धर्म -- सिद्धांत
संबंध (पुं.) रिश्ता, नाता -- संबंद, संबंध
संबंध (पुं.) आपस में होने वाली घनिष्ठता या मेल-जोल -- नाते
संभव (वि.) जो किया जा सकता हो, या हो सकता हो, मुमकिन -- संभव
संभालना (सम्हालना) (स.क्रि) पालन करना, सहारा देना -- सांभाळप
संभालना (सम्हालना) (स.क्रि) प्रबंध करना, भार उठाना -- बंदोबस्त करप
संभालना (सम्हालना) (स.क्रि) गिरते हुए के बीच में रोकना -- धरप
संयुक्त (वि.) किसी के साथ जुड़ा, मिला, लगा या सटा हुआ -- संलग्न
संयुक्त (वि.) जिसके दो या अधिक संयुक्त भागीदार हों, साझा -- संयुक्त
संरक्षक (वि.) देखभाल, निरीक्षण करने वाला, आश्रयदाता, अभिभावक -- संरक्षक
संरक्षक (पुं.) संस्थाओं आदि में वह बड़ा और मान्य व्यक्ति जो उसके प्रधान पोषकों और समर्थकों में माना जाता है -- आश्रय-दितलो
संरक्षक (पुं.) वह, जिसके निरीक्षण या देख-रेख में किसी वर्ग के कुछ लोग रहते हों -- पालक
संरक्षण (पुं.) अच्छी और पूरी तरह से रक्षा करने की क्रिया या भाव, पूरी देख-रेख और हिफांजत (कस्टडी) -- संरक्षण
संरक्षण (पुं.) अपने आश्रय में रखकर पालना-पोसना, आश्रय -- पोसप
संरचना (स्त्री.) कोई वस्तु ऐसी बनाने की क्रिया या भाव जिसमें अनेक प्रकार के अंगो-उपांगों को प्रयोग करना पड़ता है। -- गठन-कौशल
संरचना (स्त्री.) उक्त प्रकार से बनी हुई कोई चीज (स्ट्रक्चर) -- रचना विधान
संवाद (पुं.) बातचीत, वार्तालाप -- संवाद, वार्तालाप
संवाद (पुं.) खबर, समाचार -- खबर
संवाददाता (पुं.) संवाद या समाचार भेजने वाला -- संवाददातो, बातमीदार
संवाददाता (पुं.) आजकल वह व्यक्ति, जो समाचारपत्रों में छपने के लिए स्थानिक घटनाओं का विवरण लिखकर भेजता हो (रिपोर्टर) -- रिपोर्टर
सँवारना (स.क्रि) सुसज्जित करना, सजाना -- सजवप
सँवारना (स.क्रि) सुधारना, मरम्मत करना -- सुधारप
संवाहक (पुं.) एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने वाला, सुचालक, वहनक (करियर) -- संवाहक, घेवन वतलो
संविधान (पुं.) राजनीति और शासनतंत्र में कानून के रूप में बने वे मौलिक नियम और सिद्धांत जिनके अनुसार किसी राष्ट्र, राज्य या संस्था का संघटन और संचालन होता है (कान्स्टियूशन) -- संविधान, शासनतंत्र
संवेग (पुं.) मन में होने वाली खलबली, उद्विग्नता, घबराहट, डर -- संवेग
संवेदना (स्त्री.) मन में होने वाला बोध या अनुभूति, अनुभव -- संवेदना
संवेदना (स्त्री.) दुख या सहानुभूति प्रकट करने की क्रिया या भाव (कंडोलेंस) -- भुजवण
संशय (पुं.) संदेह, शक, अनिश्चय -- अविश्वास
संशय (पुं.) खतरे या संकट की आशंका या संभावना -- संशय
संशोधन (पुं.) त्रुटि, दोष आदि दूर करके ठीक और दुरुस्त करना, सुधार -- संशोधन
संशोधन (पुं.) शुद्ध करना या साफ करना -- शुद्ध करप
संस्करण (पुं.) पुस्तकों आदि की एक बार में एक ही तरह की होने वाली छपाई, आवृत्ति (एडीशन) -- संस्करण, आवृत्ती
संस्कार (पुं.) किसी वस्तु को ठीक करके उचित रूप देने की क्रिया, परिष्कार -- परिष्कार
संस्कार (पुं.) पूर्व जन्म के आचार व्यवहार, पाप-पुण्य आदि का आत्मा पर पड़ा वह प्रभाव, जो मनुष्य के परवर्ती जन्म में उसके कार्यों, प्रवृत्तियों आदि के रूप में प्रकट होता है -- संस्कार
संस्कार (पुं.) हिंदुओं में जन्म से मरण तक होने वाले वे विशिष्ट धार्मिक कृत्य जो द्विजातियों के लिए विहित हैं -- संस्कार
संस्कृति (स्त्री.) आचरणगत परंपरा, सभ्यता (कल्चर) -- संस्कृती
संस्तुति (स्त्री.) अच्छी या पूरी तरह से होने वाली तारीफ या स्तुति -- संस्तुती
संस्तुति (स्त्री.) अनुशंसा, सिफारिश -- वसीलो लावप
संस्था (स्त्री.) किसी उद्देश्य के लिए स्थापित संगठन -- संस्था
संस्थान (पुं.) साहित्य, कला, विज्ञान आदि की उन्नति के लिए स्थापित संस्था या संघटन -- संस्थान
संस्थापक (पुं.) स्थापित करने वाला -- संस्थापीत
संस्थापक (पुं.) नए काम या बात का प्रवर्तन करने वाला, प्रवर्तक -- प्रवर्तक
संस्थापक (पुं.) किसी संस्था, सभा या समाज की पहले-पहल स्थापना करने वाला -- संस्थापक
संस्मरण (पुं.) किसी व्यक्ति के जीवन की महत्वपूर्ण और मुख्य घटनाओं या बातों का उल्लेख या कथन -- संस्मरण
संस्मरण (पुं.) इष्ट देव आदि का बार-बार स्मरण करना या उनका नाम जपना -- नामस्मण
संहार (पुं.) ध्वंस, नाश -- संहार
संहार (पुं.) बहुत से व्यक्तियों की युद्ध आदि में एक साथ होने वाली हत्या -- नाश
सकपकाना (अ.क्रि.) चौंकना, चकित होना -- थतर वितर जावप
सकपकाना (अ.क्रि.) घबराना (लज्जा आदि के कारण) -- भियेवप
सख्त (वि.) कठोर, कड़ा -- कठोर
सख्त (वि.) कठिन, मुश्किल -- कठीण
सघन (वि.) घना, अविरल, ठोस -- दाट
सचमुच (क्रि.वि.) यथार्थत:, वास्तव में -- खरेंच
सचमुच (क्रि.वि.) निश्चित रूप से, अवश्य -- निश्चित
सच्चरित्र (वि.) जिसका चरित्र अच्छा हो, सदाचारी -- चरित्रवान
सच्चा (वि.) सच बोलने वाला, सत्यवादी -- सत्यवादी
सच्चा (वि.) ईमानदार -- इमानदार
सच्चा (वि.) जो नकली या बनावटी न हो, बल्कि असली और वास्तविक हो, जिसमें खोट न हो -- उजू
सजनी (स्त्री.) सखी, सहेली -- सजणी
सजनी (स्त्री.) प्रेमिका -- मोगिका
सजा (स्त्री.) अपराधी को दिया जाने वाला दंड -- शिक्षा
सजाना (स.क्रि) वस्तुओं को ऐसे क्रम से रखना कि वे आकर्षक और सुंदर जान पड़ें, सँवारना -- सजवप
सजाना (स.क्रि) अलंकृत करना -- अलंकृत करप
सजावट (स्त्री.) सजे हुए होने की अवस्था, क्रिया या भाव, शोभा -- सोबीत-करप
सजीव (वि.) जीवयुक्त, जिसमें प्राण हो -- जीवंत
सजीव (वि.) तेज, फुरतीला -- दिप्ती
सज्जन (वि./पुं.) भला आदमी, सत्पुरुष, शरीफ -- सज्जन
सज्जा (स्त्री.) साज-सामान -- साज सजोवप
सटीक (वि.) जिस में मूल के साथ टीका भी हो, व्याख्या सहित, टीका सहित -- सटीक
सटीक (वि.) बिलकुल ठीक, उपयुक्त -- उपेगी, योग्य
सड़क (स्त्री.) मार्ग, रास्ता, पथ -- रस्तो
सड़ना (अ.क्रि.) किसी वस्तु के संयोजक तत्वों का विकृत हो जाना -- कुसप
सतत (क्रि.वि.) निरंतर, बराबर, लगातार -- सतत
सतत (क्रि.वि.) सदा, हमेशा -- केन्नाय
सतर्क (वि.) सचेत, सावधान, सजग, होशियार -- सावध
सतर्कता (स्त्री.) सावधानी, होशियारी, सजगता -- सावधगिरी
सत्कार (पुं.) आदर-सम्मान -- समादर, सम्मान
सत्कार (पुं.) आवभगत, आतिथ्य, खातिर -- स्वागत
सत्ता (स्त्री.) होने का भाव, अस्तित्व, हस्ती -- अस्तित्व
सत्ता (स्त्री.) अधिकार, शक्ति, सामर्थ्य -- सत्ता
सत्तू (पुं.) भुने हुए जौ, चने आदि का आटा या चूर्ण -- सत्व
सत्यनिष्ठा (स्त्री.) सत्य पर निष्ठा, सत्य में विश्वास, सच या वास्तविक से प्रेम -- सत्य निश्ठा
सत्याग्रह (पुं.) सत्य का पालन और रक्षा करने के लिए किया जाने वाला आग्रह या हठ -- सत्याग्रह
सत्याग्रह (पुं.) आधुनिक राजनीति में वह अहिंसात्मक कार्रवाई, जो किसी सत्ता या अधिकारी के व्यवहार आदि के प्रति असंतोष प्रकट करने के लिए की जाती है -- सत्याग्रह
सत्यापन (पुं.) जाँच या मिलान करके देखना कि ज्यों-का-त्यों और ठीक है कि नहीं -- परिक्षण
सत्रावसान (पुं.) विधान मंडल या विश्वविद्यालय आदि में दीर्घकाल के लिए किया जाने वाला स्थगन -- सत्र सोंपप
सत्संग (पुं.) अच्छे आदमियों का साथ, अच्छी सोहबत, सज्जनों के साथ उठना बैठना -- सत्संग
सत्संग (पुं.) वह समाज या जन-समूह, जिसमें कथावार्ता या भगवत् पाठ होता है -- भक्त मंडळी
सदन (पुं.) घर, मकान -- घर
सदन (पुं.) वह स्थान, जहाँ किसी देश या राज्य के विधान बनने के कार्य होते हों -- सदन
सदस्य (पुं.) उन व्यक्तियों में से हर एक, जिनके योग से कुटुंब, परिवार, समाज आदि बनते हैं -- सदस्य
सदस्य (पुं.) वह व्यक्ति, जिसका संबंध किसी समुदाय से हो और जिसका वह नियमित रूप से चंदा आदि देता हो या उसके कार्यों में सम्मिलित होता हो -- सभासद
सदा (क्रि.वि.) नित्य, हमेशा, हर समय -- सदा
सदा (क्रि.वि.) निरंतर, लगातार -- निरंतर
सदाचार (पुं.) अच्छा और शुभ आचरण, अच्छा चालचलन -- सदाचार
सदुपयोग (पुं.) अच्छा और उत्तम उपयोग -- सदुपयोग
सद्भाव (पुं.) शुभ भाव, हित का भाव, छल कपट, द्वेष आदि से रहित भाव -- सद्भाव
सद्भाव (पुं.) दो व्यक्तियों या पक्षों में होने वाली मैत्रीपूर्ण स्थिति -- मैत्री
सद्व्यवहार (पुं.) अच्छा बरताव, अच्छा सलूक या व्यवहार -- सद्व्यवहार
सद्व्यवहार (पुं.) सद्वृत्ति, सदाचार -- सदाचार
सन्नाटा (पुं.) निस्तब्धता, नीरवता -- थंडाय, किण्ण
सपना (स्वप्न) (पुं.) वह घटना या दृश्य, जो सोए होने पर अंतर्मन में काल्पनिक रूप में भासित होता है -- सपन
सपरिवार (वि.) परिवार के सदस्यों के साथ -- सहकुटुंब
सप्तक (पुं.) सात वस्तुओं का समूह -- सप्तक
सत्पक (पुं.) संगीत के सात स्वरों का समाहार -- सातक
सफर (पुं.) यात्रा -- यात्रा, भोवंडी
सफल (वि.) जिसका अच्छा परिणाम हो -- सफळ
सफलता (स्त्री.) सफल होने का भाव, कामयाबी, सिद्धि -- सफळता
सबल (वि.) बलवान, ताकतवर, बलशाली -- बळवान
सभा (स्त्री.) बैठक, परिषद् -- सभा, परिषद्
सभापति (पुं.) सभा का अध्यक्ष -- सभापती
सभी (वि.) सार, संपूर्ण -- सगळें, सर्व
सभ्य (वि.) जिसका आचार-व्यवहार उत्तम हो, शिष्ट, विनम्र -- सभ्य
सभ्यता (स्त्री.) सभ्य होने की अवस्था या भाव -- सभ्यता
सभ्यता (स्त्री.) किसी जाति या देश की बाहय तथा भौतिक उन्नतियों का सामूहिक रूप -- संस्कृताय
समकक्ष (वि.) जोड़ या बराबरी का, सब बातों में बराबरी करने वाला -- बरोबरीचो
समझना (अ.क्रि.) किसी बात को ठीक और पूर्ण रूप से मन में बैठाना -- समज़प
समझना (अ.क्रि.) विचारना -- चिंतन
समझौता (पुं.) राजीनामा, मेल, सुलह -- समजूतदारी
समझौता (पुं.) आपस में होने वाला करार या निश्चय, संधि -- संधी
समता (स्त्री.) सादृश्य, बराबरी, संतुलन -- समता
समदर्शी (वि.) सब को एक-सा देखने-समझने वाला -- समदर्शी
समन्वय (पुं.) वह अवस्था, जिसमें कथनों या बातों का पारस्परिक विरोध न रहे -- समन्वय
समय (पुं.) दिन-रात के विचार से काल का कोई मान, वक्त -- समय, वेळ
समय (पुं.) अवसर, मौका -- चांस
समय-सारणी (स्त्री.) समय सूचित करने के लिए बनाई हुई सारिणी -- वेळापत्रक
समय-सारणी (स्त्री.) वह पुस्तिका, जिसमें विभिन्न स्टेशनों से छूटने और पहुँचने के समय का उल्लेख सारिणियों में किया जाता है (टाइमटेबल) -- NA
समर (पुं.) युद्ध, संग्राम, लड़ाई -- युद्ध, झूज
समर्थ (वि.) जिसमें कोई काम करने की शक्ति हो, योग्य, उपयुक्त -- समर्थ, योग्य
समष्टि (स्त्री.) अनेकों का समूह, संपूर्णता -- समश्टी
समांतर (समानांतर) (वि.) जो समान अंतर पर रहे -- समांतर
समाचार (पुं.) खबर, वृत्तांत, संदेश -- खबरयो
समाचार-पत्र (पुं.) नियमित समय पर प्रकाशित होने वाला वह पत्र, जिसमें अनेक प्रदेशों, राष्ट्रों आदि से संबंधित समाचार रहते हों (न्यूजपेपर) -- पेपर
समाज (पुं.) बहुत से लोगों का समूह -- समाज
समाज (पुं.) किसी विशिष्ट उद्देश्य से स्थापित की हुई सभा -- समिती
समाज (पुं.) किसी प्रदेश या भूखंड में रहने वाले लोग जिनमें सांस्कृतिक एकता होती है -- समाज
समाज-विज्ञान (पुं.) मानव समाज का विकास, प्रकृति और नियम बताने वाला वैज्ञानिक अध्ययन, समाजशास्त्र (सोशिअलॉजी) -- समाज-विज्ञान
समाजी-करण (पुं.) किसी काम, बात, व्यवहार को ऐसा रूप देना कि उस पर समाज का अधिकार हो जाए और सब लोग समान रूप से उसका लाभ उठा सकें (सोशिअलाइजेशन) -- समाजी-करण
समाधान (पुं.) आपत्ति की निवृत्ति करना, संदेह निवारण करना -- समाधान
समाधान (पुं.) समस्या का हल -- निराकरण
समापन (पुं.) समाप्त करने की क्रिया या भाव, समाप्ति -- समाप्ती
समाप्ति (स्त्री.) खत्म या पूरा करने की क्रिया या भाव, समापन -- समाप्ती
समायोजन (पुं.) अनुकूल बनाने की क्रिया या भाव -- जुळोवन घेवप
समायोजन (पुं.) आँकड़ों का मेल बिठाना या ठीक-ठाक करने की क्रिया या भाव -- जुळोवणी
समारोह (पुं.) कोई ऐसा शुभ आयोजन, जिसमें चहल-पहल हो -- समारोह
समालोचक (पुं.) समीक्षक -- समीक्षक
समास (पुं.) योग, मेल -- योग
समास (पुं.) दो या अधिक पदों के मेल से बनने वाला नया पद -- समास
समाहार (पुं.) बहुत-सी चीजों को एक जगह हकट्ठा करना, संग्रह -- संग्रह
समाहार (पुं.) ढेर, राशि -- ढ़ीग
समिति (स्त्री.) किसी विशिष्ट कार्य के लिए नियुक्त व्यक्तियों का समूह -- सभा
समिति (स्त्री.) किसी विशेष कार्य के लिए गठित कुछ व्यक्तियों की सभा -- समिती, मंडळ
समुदाय (पुं.) समाज, बिरादरी -- समुदाय
समुदाय (पुं.) समूह, राशि -- टोली
समुद्र (पुं.) सागर -- समुद्र
समूह (पुं.) बहुत-सी चीजों का ढेर, राशि -- रास
समूह (पुं.) झुँड, समुदाय -- समूह
समृद्ध (स्त्री.) संपन्न, धनवान -- समृद्ध
समृद्धि (स्त्री.) बहुत अधिक संपन्नता, अमीरी, ऐश्वर्य -- समृद्धी
सम्मान (पुं.) इज्जत, आदर, प्रतिष्ठा -- मान
सम्मेलन (पुं.) मनुष्यों का किसी विशेष उद्देश्य से अथवा किसी विषय पर विचार करने के लिए एकत्र होने वाला समाज -- सम्मेलन
सम्मेलन (पुं.) कोई बहुत बड़ी स्थायी संस्था -- संस्था
सम्मोहन (पुं.) मोहित करने या लुभाने की क्रिया, मुग्ध करने की शक्ति या गुण -- भुलोवप, भुलोवचो गुण
सम्राट (पुं.) साम्राज्य का स्वामी -- सम्राट
सरकना (अ.क्रि.) जमीन से सटे हुए आगे बढ़ना, रेंगना -- सरपटप
सरकना (अ.क्रि.) धीरे-धीरे तथा थोड़ा-थोड़ा आगे बढ़ना -- सरकप
सरकार (स्त्री.) शासन तंत्र -- सरकार
सरल (वि.) सीधा, भोला -- भोळो
सरल (वि.) आसान, सहज -- सरळ
सरस (वि.) रसयुक्त, रसीला -- रसाळ
सरस (वि.) रचना जो भावमयी और मोहक हो -- सुंदर
सराहना (स्त्री.) तारीफ, प्रशंसा -- तोखेवप
सराहना (स्त्री.) तारीफ करना, प्रशंसा करना -- तोखणाय
सरोकार (पुं.) वास्ता, संबंध -- संबंद, संबंध
सरोवर (पुं.) तालाब -- तळें
सर्ग (पुं.) किसी ग्रंथ विशेषत: काव्य ग्रंथ का अध्याय -- आवेस्वर, सर्ग
सर्जन (पुं.) उत्पन्न करना या जन्म देना -- सर्जन
सर्प (पुं.) साँप -- सोरोप
सर्वज्ञ (वि.) सब कुछ जानने वाला -- सर्वज्ञ
सर्वज्ञ (पुं.) ईश्वर -- ईश्वर
सर्वत्र (क्रि. वि.) सब जगह -- सर्वत्र
सर्वव्यापक (पुं.) जो सब स्थानों और सब पदार्थों में व्याप्त हो -- सर्व-व्यापक
सर्वसम्मति (स्त्री.) सबकी एक सम्मति या राय, मतैक्य -- सर्वसंमती
सर्वांगीण (वि.) सब अंगों में व्याप्त होने वाला -- सर्वांगीण
सर्वांगीण (वि.) जो सभी अंगों से युक्त हो -- सर्वांगी
सर्वेक्षण (पुं.) किसी विषय के सही तथ्यों की जानकारी के लिए उसके सभी अंगों का किया गया आधिकारिक निरीक्षण -- सर्वेक्षण
सर्वोदय (पुं.) सभी का उदय या उन्नति -- सर्वोपकारी
सर्वोदय (पुं.) सब लोगों के आर्थिक, नैतिक तथा सामाजिक उत्थान के लिए चलाया गया स्वतंत्र भारत का आंदोलन -- सर्वोदय
सलाहकार (पुं.) राय देने वाला, परामर्शदाता -- सल्लागार
सस्ता (पुं.) कम मूल्य का -- सवाय
सस्ता (पुं.) घटिया -- हलको
सहकारिता (स्त्री.) साथ मिल कर काम करना, मदद, सहायता -- सहकार्य
सहज (वि.) जन्मजात, प्राकृतिक -- जल्मजात
सहज (वि.) आसान -- सहज
सहन शक्ति (स्त्री.) सहने की शक्ति, सहिष्णुता, सहनशीलता, सहयता -- सहनशक्ती
सहना (स.क्रि.) सहन करना, झेलना -- सहन करप
सहना (स.क्रि.) बर्दाश्त करना, कष्ट उठाना -- सोंसप
सहमत (वि.) जो दूसरे के मत को मान कर उसकी पुष्टि करता हो -- सहमत
सहमति (स्त्री.) सहमत होने का भाव या अवस्था, एक मत होना -- सहमती
सहयोग (पुं.) साथ मिलकर काम करना -- सहयोग
सहयोग (पुं.) किसी के काम में हाथ बँटाना -- सहकार्य
सहयोग (पुं.) सहायता देना -- सहाय्य करप, मदद करप
सहयोगी (पुं.) साथ में काम करने वाला, सहायता करने वाला -- सहयोगी
सहलाना (स.क्रि.) धीरे-धीरे मलना या हाथ फेरना -- मायेन हात भोंवडावप
सहानुभूति (स्त्री.) हमदर्दी -- सहानुभूती
सहायता (स्त्री.) मदद -- सहाय्य
सहिष्णु (वि.) सहने वाला, बरदाश्त करने वाला -- सहिश्णू
सहिष्णुता (स्त्री.) सहनशीलता -- सहिश्णुता
सहृदयता (स्त्री.) दयालुता, करुणा -- सहृदयता
सहृदयता (स्त्री.) रसज्ञता -- रसज्ञता
सांकेतिक (वि.) संकेत संबंधी, संकेत रूप में होने वाला -- सांकेतीक
सांगोपांग (वि.) सभी अंगों और उपांगों सहित -- सांगोपांग
सांत्वना (स्त्री.) शोकाकुल या संतप्त व्यक्ति को शांत करने या समझाने-बुझाने की क्रिया, तसल्ली -- सांत्वना
साकार (वि.) मूर्त, आकारयुक्त -- साकार
साकार (वि.) बात या योजना, जिसे क्रियात्मक रूप प्राप्त हुआ हो -- क्रियाशील
साक्षरता (स्त्री.) पढ़े-लिखे होने का भाव -- साक्षरता
साजन (पुं.) पति, स्वामी -- घोव
साजन (पुं.) प्रेमी -- मोगी, प्रेमी
साज-सामान (पुं.) सामग्री, उपकरण, असबाब -- साज सामान
साज-सामान (पुं.) ठाठ-बाट -- थातोमातो
साझेदारी (स्त्री.) हिस्सेदारी, शराकत -- हिस्सेदारी
सात्विक (वि.) सतोगुणी, सत्वगुण-प्रधान, अनुभूति या भावनाजन्य -- सात्विक
सादर (क्रि.वि.) आदरपूर्वक, इज्जत से -- सादर, मान
सादा (वि.) खालिस, बिना मिलावट -- सरल
सादा (वि.) जिसमें किसी तरह की उलझन, पेंच की बात या बनावट न हो, सरल -- शुद्ध
सादृश्य (पुं.) समानता, तुल्यता, बराबरी -- सादृश्य
साधन (पुं.) सामान, सामग्री, उपकरण -- साधन
साधन (पुं.) कोई ऐसी चीज या वस्तु, जिससे कुछ कर सकने की शक्ति आती है (मीन्स) -- उपाय
साधन (पुं.) जिसके सहारे कोई काम पूरा होता है (रिसोर्सिस) -- संसाधन
साधना (स्त्री.) कोई कार्य सिद्ध करना -- साधना
साधना (स्त्री.) ऐसी आराधना या उपासना, जो बहुत कष्ट सहते हुए मनोयोगपूर्वक की जाती है अथवा किसी महत्वपूर्ण कार्य को सिद्ध करने के लिए त्याग तथा परिश्रम से किया गया प्रयत्न या प्रयास -- उपासना
साधारण (वि.) जिसमें कोई विशेषता न हो, सामान्य, मामूली -- साधारण
साधारण (वि.) सहज, सुगम, सरल -- सहज
साधु (पुं.) संत, महात्मा -- संत
साधु (पुं.) बढ़िया, उत्तम -- उत्तम
साधु (पुं.) सज्जन, भला आदमी -- सज्जन
साध्य (वि.) जो सिद्ध या पूरा किया जा सके -- साध्य
साध्य (वि.) (रोग आदि) अच्छा करने योग्य -- चिकित्सा योग्य
सान्निध्य (पुं.) निकटता, समीपता -- सान्निध्य
सापेक्ष (वि.) जो किसी की अपेक्षा रखता हो, जो दूसरों पर अवलंबित हो -- सापेक्ष
साफ (वि.) स्वच्छ, शुद्ध, स्पष्ट -- स्वच्छ, त्रुटिहीन, निस्संदेह
साबुन (पुं.) नहाने या कपड़े धोने का एक पदार्थ (सोप) -- साबांव, शाबू
सामंजस्य (पुं.) वह स्थिति, जिसमें परस्पर किसी प्रकार की विपरीतता या विषमता न हो, संगति, अनुकूलता -- सामंजस्य
सामग्री (स्त्री.) आवश्यक वस्तुओं का समूह, सामान -- सामग्री
सामग्री (स्त्री.) किसी उत्पादन, निर्माण रचना आदि के सहायक अंग या तत्व -- साहित्य
सामने (अव्य.) आगे, समक्ष -- मुखार, सामकार
सामने (अव्य.) मुकाबले में -- परस
सामर्थ्य (पुं.) कोई कार्य करने की योग्यता और शक्ति -- सामर्थ्य
सामयिक (वि.) समयोचित, ठीक समय में -- सामयीक
सामयिक (वि.) वर्तमान समय का -- वर्तमान-कालीन
सामाजिक (वि.) समाज का, समाज से संबंध रखने वाला -- सामाजिक, समाजीक
सामान्य (वि.) मामूली -- सामान्य
सामान्य (वि.) सार्वजनिक, आम -- सार्वजनीक
साम्राज्य (पुं.) वे अनेक राष्ट्र या देश, जिन पर कोई एक शासन-सत्ता राज्य करती हो -- साम्राज्य
साम्राज्य वाद (पुं.) वह सिद्धांत, जिसमें यह माना जाता है कि किसी देश को अपने अधिकृत देशों में वृद्धि करते हुए अपने साम्राज्य का विस्तार करते रहना चाहिए (इम्पीरियलिज्म) -- साम्राज्यवाद
सामुद्रिक (वि.) समुद्र संबंधी, समुद्र से संबंध रखने वाला -- सामुद्रीक
सामुद्रिक (पुं.) फलित ज्योतिष की वह शाखा, जिसमें मनुष्य की हस्त रेखाओं और शरीर के चिहनों आदि के शुभ-अशुभ फल पर विचार होता है -- सामुद्रीक शास्त्र
सामूहिक (वि.) कई व्यक्तियों (समूह) द्वारा किया जाने वाला -- सामुहीक
सार (पुं.) मूल भाग, सत -- सार
सार (पुं.) तात्पर्य या निष्कर्ष, सारांश -- सारांश
- सारणी (स्त्री.) वर्गीकृत सूची (टेबल) -- सारणी
सारांश (पुं.) संक्षिप्त रूप, सार, निचोड़, उपसंहार -- सारांश
सारा (वि.) कुल, समस्त, पूरा, समग्र -- समग्र
सार्थक (वि.) जिसका कुछ अर्थ हो, अर्थवान -- सार्थक
सार्वजनिक (वि.) सर्वसाधारण-संबंधी -- सर्व साधारण
सार्वजनिक (वि.) समान रूप से सब लोगों के काम आने वाला -- सार्वजनिक
सावधान (वि.) सचेत, सतर्क, खबरदार -- सावधान
साहित्य (पुं.) ग्रंथों का समूह, किसी भाषा की समस्त गद्य तथा पद्यात्मक रचनाएँ -- साहित्य, वाङ्मय
साहित्यकार (पुं.) साहित्य की रचना करने वाला -- साहित्यकार
साहूकार (पुं.) बड़ा व्यापारी, महाजन -- सावकार
सिंगार (श्रृंगार) (पुं.) सजाने की क्रिया, सजधज -- श्रृंगार
सिंगारदान (पुं.) श्रृंगार की सामग्री रखने का छोटा संदूक -- श्रृंगार पेटी
सिंदूर (पुं.) एक प्रकार का लाल चूर्ण, जिसे सौभाग्यवती स्त्रियाँ माँग में भरती हैं -- सेंदूर
सिंहनाद (पुं.) सिंह का गर्जन, युद्ध आदि के समय गरज कर की जाने वाली ललकार, जोरदार शब्दों में ललकार कर कही जाने वाली बात -- सिंह गर्जना, जूझनादी
सिंहासन (पुं.) राजा का आसन, राजगद्दी -- सिंहासन
सितारा (पुं.) तारा, नक्षत्र -- नखेत्र, नक्षत्र
सितारा (पुं.) भाग्य -- नशीब
सिद्धांत (पुं.) निश्चित मत जिसे सत्य के रूप में ग्रहण किया जाए (प्रिंसिपल) -- मत
सिद्धांत (पुं.) विचार, तर्क और प्रयोग द्वारा सिद्ध मत; कला, विज्ञान आदि के संबंध में कोई ऐसी मूल बात जो किसी विद्वान द्वारा प्रतिपादित हो और जिसे बहुत से लोग ठीक मानते हों। (थीअरी) -- सिद्धांत
सिपाही (पुं.) फौजी, सैनिक -- सैनीक, सैनीक
सिपाही (पुं.) पुलिस विभाग का साधारण कर्मचारी -- शिपाय
सिफारिश (स्त्री.) किसी का कोई काम करने के लिए दूसरे से कहना -- वशिलो, फावोर
सिफारिश (स्त्री.) किसी के गुण, योग्यता आदि का परिचय देने वाली बात किसी दूसरे व्यक्ति से कहना, जो उस पहले व्यक्ति का कोई उपकार कर सकता है, संस्तुति -- संस्तुती
सिर्फ (वि.) बस, इतना ही, केवल -- फक्त
सिलसिला (पुं.) एक के बाद एक का क्रम,श्रृंखला -- क्रम
सिलाई (स्त्री.) सीने की क्रिया या भाव -- शिवप
सिलाई (स्त्री.) सिलने पर दिखाई पड़ने वाले टाँके -- शिवण
सिलाई (स्त्री.) सिलने के बदले में मिलने वाली मजदूरी -- शिलाय
सिवाय (अव्य.) जो है या हो उसको छोड़कर -- शिवाय
सींचना (स.क्रि.) खेत या पेड़े-पौधों में पानी देना -- उदक घालप, सिचप
सीखना (स.क्रि.) किसी विषय या कला का ज्ञान प्राप्त करना, पढ़ना -- शिंकप
सीधा (वि.) जिसमें टेढ़ापन या घुमाव न हो -- सादो
सीधा (वि.) जिस में छलकपट न हो -- निश्कपट
सीधा (वि.) सरल, सुगम, आसान -- सरळ
सीना (स.क्रि.) सिलाई करना -- शिवप
सीना (पुं.) छाती, वक्षस्थल -- छाती
सीमा (स्त्री.) एक स्थान से दूसरे स्थान को विभाजित करने वाली रेखा, हद, सरहद -- हद्द
सीमा (स्त्री.) वह अंतिम हद जहाँ तक कोई बात हो सकती हो या होनी उचित हो, नियम या मर्यादा की हद -- शीम
सीमित (वि.) विभाजक रेखा के अंदर -- मर्यादीत
सीमित (वि.) जिसका प्रभाव या विस्तार एक निश्चित सीमा के अंतर्गत हो -- NA
सुंदर (वि.) जो आँखों को अच्छा लगे, खूबसूरत -- सुंदर
सुख (पुं.) इंद्रियों को अनुकूल लगने वाली चेतना, चैन, आराम -- सुख
सुख-सुविधा (स्त्री.) ऐसी चीजें, जिनके होने पर मनुष्य सुखपूर्वक जीवन बिता सके -- सुख सोय
सुगंध (स्त्री.) अच्छी गंध, खुशबू, प्रिय महक -- सुगंध
सुगम (वि.) सहज में आने या पाने योग्य -- सुगम सुलभ
सुगम (वि.) आसान, सरल -- सुलभ
सुघड़ (वि.) जिसकी बनावट सुंदर हो, सुडौल -- रेखीत
सुघड़ (वि.) कुशल, निपुण, होशियार -- कुशळ, निपुण
सुचारु (वि.) अत्यंत सुंदर, मनोहर, बहुत खूबसूरत -- मनोहर
सुझाव (पुं.) सुझाने की क्रिया या भाव -- सुचवप
सुझाव (पुं.) वह नई बात जो किसी को सुझाई गई हो या जिसकी ओर ध्यान आकृष्ट किया गया हो (सजेशन) -- सुचोवणी
सुडौल (वि.) सुंदर डीलडौल या आकार वाला -- सुरेख
सुध-बुध (स्त्री.) होश-हवास, चेतना -- सुद्ध-बुद्ध
सुध-बुध (स्त्री.) याद -- याद
सुधा (स्त्री.) अमृत, पीयूष -- सुधा, अमृत
सुधार (पुं.) दोष दूर करने या होने का भाव -- सुधारप
सुधार (पुं.) वह काँट-छाँट, जो किसी रचना को अच्छा रूप देने के लिए की जाती है -- सुधारणा
सुधीर (वि.) धैर्यवान, जिसमें धैर्य हो -- सुधीर
सुनना (स.क्रि.) कानों से शब्द या ध्वनि ग्रहण करना -- आयकप
सुनहरा (सुनहला) (वि.) सोने के रंग का -- भांगराळो, सोनेरी
सुबोध (वि.) जो आसानी से समझ आ जाए, सरल और बोधगम्य -- सुबोध
सुमति (स्त्री.) अच्छी मति या बुद्धि -- सुमती
सुमन (पुं.) पुष्प, फूल -- सुमन, फूल
सुरंग (स्त्री.) जमीन खोद कर उसके नीचे बनाया हुआ रास्ता -- बोगदो, सुरंग
सुरंग (स्त्री.) जमीन या समुद्र के नीचे बिछाया गया बारूद, जाल आदि जिससे व्यक्ति या जहाज नष्ट हो जाते हैं -- मिनाखण
सुर (पुं.) गले, बाजे आदि से निकलने वाला स्वर -- स्वर
सुर (पुं.) देवता -- देव, सुर
सुरक्षा (स्त्री.) समुचित रक्षा -- सुरक्षा
सुरक्षा (स्त्री.) आक्रमण, आघात आदि से बचने के लिए किया जाने वाला प्रबंध -- सुरक्षा बंदोबस्त
सुरभि (स्त्री.) सुगंध, खुशबू -- सुरभी
सुरमा (पुं.) काजल -- सुरमो
सुराही (स्त्री.) जल आदि रखने का मिट्टी का पात्र, जिसका नीचे का भाग लोटे की तरह गोल और ऊपर का भाग लंबा नल की तरह होता है -- सुरई
सुलगना (अ.क्रि.) इस प्रकार जलना कि उसमें से लपट न निकले, बल्कि धुआँ निकले, धीरे-धीरे जलना -- पेटप
सुलझना (अ.क्रि.) किसी समस्या आदि की पेचीदगी का दूर होना -- उलगडप
सुलभ (वि.) जो आसानी से मिल जाए -- सुलभ
सुवास (स्त्री.) अच्छी महक, खुशबू, सुगंध -- सुगंध, परमळ
सुविधा (स्त्री.) आसानी -- सोय
सुविधा (स्त्री.) आराम -- आराम
सुसज्जित (वि.) भली-भाँति सजा या सजाया हुआ -- सुसज्जित, सजिल्ले
सुस्ताना (अ.क्रि.) थकावट दूर करना, थोड़ी देर के लिए आराम करना -- सुस्तावप
सुहाग (पुं.) विवाहिता स्त्री की वह स्थिति, जिसमें उसका पति जीवित हो, सौभाग्य -- सौभाग्य
सुहाग (पुं.) विवाह के समय कन्यापक्ष में गाए जाने वाले मांगलिक गीत -- मंगळगीत
सुहागा (पुं.) एक क्षार द्रव्य, जो सोना गलाने और दवा के काम आता है -- टंकण-खार
सूक्ष्मदर्शी (वि.) बारीकी से देखने वाला -- सूक्ष्मदर्शी
सूखा (वि.) शुष्क, निर्जल -- सुकें, रुक्ष
सूखा (वि.) अकाल, दुर्भिक्ष -- NA
सूचना (स्त्री.) कुछ बताने या जताने के लिए कही या लिखी गई बात, इत्तिला -- सूचना
सूची (स्त्री.) किसी प्रकार की वस्तुओं, नामों, बातों आदि का क्रमबद्ध लेखा या विवरण -- सूची
सूजना (अ.क्रि.) शरीर के किसी अंग का अधिक फूलना या फैलना -- सुज़प
सूझना (अ.क्रि.) अचानक ध्यान में आना -- सुचणें
सूझना (अ.क्रि.) दृष्टि में आना, दिखाई देना -- दिसप
सूत्र (पुं.) महीन सूत या धागा -- धागो, दोरो
सूत्र (पुं.) गूढ़ अर्थयुक्त संक्षिप्त वाक्य या पद -- सूत्र
सूत्र (पुं.) संकेत, पता, सुराग -- संकेत
सूद (पुं.) ब्याज -- कळंतर
सूना (वि.) जनहीन, निर्जन -- खाली, निर्जन
सूराख (पुं.) छेद, छिद्र -- भोक, छिद्र
सूर्य (पुं.) सूरज, रवि -- सूर्य
सृजन (पुं.) सृष्टि करने अर्थात् जन्म देने की क्रिया या भाव, रचना -- सृजन
सृष्टि (स्त्री.) सारा विश्व तथा इसके सभी प्राणी एवं पदार्थ -- सृश्टी
सृष्टि (स्त्री.) निर्माण, रचना -- रचना
सेंकना (स.क्रि.) आँच के पास या आग पर रख कर गरम करना अथवा पकाना -- भाजप
सेंकना (स.क्रि.) शरीर को गरमी या धूप देना -- शेकप
सेठ (पुं.) बहुत धनवान या संपन्न व्यक्ति -- शेट
सेतु (पुं.) नदी आदि पार करने के लिए बनाया हुआ रास्ता, पुल -- पुल
सेना (स्त्री.) रण-शिक्षा प्राप्त सशस्त्र व्यक्तियों का दल, फौज -- सैन्य
सेनापति (पुं.) सेना का नायक, फौज का अफ़सर -- सेनापती
सेवा (स्त्री.) परिचर्या, टहल -- सेवा
सेवा (स्त्री.) नौकरी -- नोकरी
सेवा (स्त्री.) पूजा, आराधना -- पुजा, आराधना
सैकड़ा (पुं.) सौ, शत की संख्या का सूचक, जो इस प्रकार (100) लिखा जाता है -- शेंकडो
सैनिक (वि.) सेना-संबंधी, सेना का -- सैन्याचें
सैनिक (पुं.) सेना या फौज का सिपाही, फौजी -- सैनीक
सैर (स्त्री.) मनोरंजन के लिए घूमना-फिरना, भ्रमण -- भोवंडी, सहल
सोचना (स.क्रि.) किसी विषय पर विचार करना -- विचार करप
सोचना (अ.क्रि.) चिंता या फिक्र में पड़ना -- चिंतेस्त
सोना (पुं.) स्वर्ण, कँचन -- भांगर, स्वर्ण
सोना (अ.क्रि.) निद्राग्रस्त होना, नींद लेना -- न्हिदप
सोना (अ.क्रि.) एक ही स्थिति में रहने के कारण सुन्न होना -- सुन्न
सोपान (पुं.) सीढ़ी, ज़ीना -- सोपण, मेट
सौंपना (स.क्रि.) (कोई वस्तु आदि) किसी के जिम्मे या सुपुर्द करना, किसी के अधिकार में देना -- सोंपप
सौजन्य (पुं.) सज्जनता, भलमनसाहत -- सौजन्य
सौतेला (वि.) सौत से उत्पन्न -- सवत
सौतेला (वि.) सौत अथवा सपत्नी संबंधी -- सावत्र
सौभाग्य (पुं.) अच्छा भाग्य, अच्छी किस्मत -- बरे नशीब
सौभाग्य (पुं.) सुहाग -- सौभाग्य, सवाशी-णपण
स्तंभ (पुं.) खंभा -- खांबो
स्तंभ (पुं.) पत्र-पत्रिका आदि में ऐसे विभाग, जिनमें किसी विशेष विषय का प्रतिपादन अथवा निरूपण होता है -- कॉलम
स्तब्ध (वि.) जड़ीभूत, निश्चेष्ट, हक्का-बक्का -- स्तब्ध
स्तुति (स्त्री.) आदर भाव से किसी के गुणों के कथन करने का भाव, बड़ाई तारीफ -- स्तुती
स्तोत्र (पुं.) वह रचना, विशेषत: पद्यबद्ध रचना, जिसमें किसी देवता आदि की स्तुति हो, स्तव, स्तुति -- स्तवन्, स्तोत्र
स्त्री (स्त्री.) महिला, औरत -- अस्तुरी, स्त्री
स्त्री (स्त्री.) पत्नी, जोरू -- बायल
स्थगन (पुं.) सभा की बैठक, बात की सुनवाई या विचार अथवा कोई चलता हुआ काम कुछ समय के लिए रोक रखना -- स्थगन
स्थान (पुं.) जगह, स्थल -- जागो, स्थान
स्थान (पुं.) पद, ओहदा -- पद, हुद्दो
स्थानांतरण (पुं.) किसी वस्तु या व्यक्ति का एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना या भेजना, बदली -- बदली
स्थानीय (वि.) स्थान विशेष का, मुकामी, स्थानिक -- स्थानीय, गाँवचो
स्थापना (स्त्री.) स्थापित करने की क्रिया या भाव -- स्थापना
स्थापना (स्त्री.) प्रतिपादन, निरूपण -- प्रतिपादन
स्थायी (वि.) सदा स्थित रहने वाला, हमेशा बना रहने वाला, स्थिर, अटल, नियत -- स्थायी, अटल
स्थायी (वि.) टिकाऊ -- टिकाऊ
स्थिति (स्त्री.) दशा, हालत, अवस्था -- दशा, अवस्ता
स्थिति (स्त्री.) पद, मर्यादा आदि के विचार से समाज में स्थान -- स्थिती
स्थिति (स्त्री.) किसी कार्य आदि की प्रगति की अवस्था, चरण -- स्थिती
स्थिर (वि.) अटल, निश्चल -- स्थीर शाश्वत, धीर, शांत
स्थिर (वि.) स्थायी -- शाश्वत
स्थिर (वि.) धीर, शांत -- धीर, शांत
स्नेह (पुं.) प्रेमियों, हमजोलियों, बच्चों आदि के प्रति होने वाला प्रेमभाव -- स्नेह
स्नेह (पुं.) चिकना पदार्थ, चिकनाहट वाली चीज -- स्निग्ध पदार्थ
स्पंदन (पुं.) धीरे-धीरे हिलना या काँपना -- स्पंदन
स्पंदन (पुं.) फड़क, प्रस्फुरण, गति -- झंकार, फडकन
स्पर्धा (स्त्री.) प्रतियोगिता आदि में किसी से होने वाली होड़ -- स्पर्धा
स्पर्श (पुं.) त्वचा का वह गुण, जिससे छूने, दबने आदि का अनुभव होता है -- स्पर्श
स्पर्श (पुं.) एक वस्तु के तल का दूसरी वस्तु के तल से सटना या छूना, संपर्क -- संपर्क
स्पष्ट (वि.) जिसे देखने, समझने, सुनने आदि में नाम मात्र भी कठिनता न हो, बिलकुल साफ -- स्पश्ट
स्फूर्ति (स्त्री.) तेजी, फुर्ती -- स्फूर्ती
स्मरण (पुं.) कोई बात फिर से याद आने की क्रिया या भाव, स्मृति, याद -- याद, स्मरण
स्मारक (वि.) स्मरण कराने वाला -- स्मारक
स्मारक (पुं.) स्मरण चिहन, यादगार -- यादस्तीक
स्मृति (स्त्री.) स्मरण शक्ति -- स्मृती
स्मृति (स्त्री.) याद, अनुस्मरण -- स्मरण
स्मृति (स्त्री.) धर्म, आचार-व्यवहार आदि से संबंधित हिंदू धर्मशास्त्र, जिसकी रचना ऋषियों और मुनियों ने वेदों का स्मरण या चिंतन करके की थी -- स्मृती ग्रंथ
स्रष्टा (वि.) सृष्टि या रचना करने वाला, रचयिता, निर्माता -- सृश्टीकरतो, सृश्टा
स्रष्टा (पुं.) ब्रहमा, सृष्टि का रचयिता -- ब्रहमा
स्वचालित (वि.) अपने आप चलने वाला, जिसके अंदर ऐसे कल-पुरजे लगे हों कि एक पुरजा चलाने से ही वह अपने आप चलने या कोई काम करने लगे -- स्वयं चलीन
स्वजन (पुं.) अपने परिवार के लोग, आत्मीय जन -- आपले लोक
स्वजन (पुं.) सगे-संबंधी, रिश्तेदार, बंधु-बांधव -- नातेवाईक
स्वतंत्र (वि.) जिसका तंत्र अथवा शासन अपना हो, जो किसी के तंत्र या शासन में न हो, आजाद -- स्वतंत्र
स्वतंत्र (वि.) किसी प्रकार के नियंत्रण, दबाव या बंधन से रहित -- मुक्त
स्वतंत्रता (स्त्री.) स्वतंत्र रहने या होने की अवस्था या भाव, आजादी, स्वातंत्र्य -- स्वातंत्र्य
स्वप्न (पुं.) सपना, ख्वाब -- सपन
स्वप्न (पुं.) मन ही मन की जाने वाली बड़ी-बड़ी कल्पनाएँ और बाँधे जाने वाले मनसूबे -- मनोरथ
स्वभाव (पुं.) प्रकृति, खासियत, मिजाज -- सभाव, स्वभाव
स्वभाव (पुं.) आदत, बान -- संवय
स्वयं (वि., क्रि.वि.) खुद (व्यक्ति) -- आपलेआप, आपोआप
स्वरूप (पुं.) आकृति, रूप, शक्ल -- स्वरूप
स्वरूप (पुं.) प्रकृति, स्वभाव, गुण -- प्रकृती
स्वर्ग (पुं.) देवलोक -- देवलोक
स्वर्ग (पुं.) ऐसा स्थान, जहाँ सभी प्रकार के सुख प्राप्त हों और नाममात्र भी कष्ट या चिंता न हो -- स्वर्ग
स्वर्ण-युग (पुं.) उत्कर्ष का समय, अभ्युदय काल -- स्वर्णयुग, भांगरा युग
स्वर्णिम (वि.) सोने, का, सुनहला -- भांगराठ्ठो, स्वर्णीम
स्वस्थ (वि.) रोग, विकार आदि से रहित -- आरोग्य, निरोगयाठ्ठो
स्वागत (पुं.) सादर अभिनंदन -- स्वागत, मान्यकरप
स्वाद (पुं.) खाने-पीने पर जीभ को होने वाली अनुभूति, जायका -- स्वाद, रूच
स्वादिष्ट (वि.) जिसका जायका या स्वाद बहुत अच्छा हो -- स्वादिश्ट, रूचीक
स्वाभाविक (वि.) प्राकृतिक, कुदरती -- प्राकृतीक
स्वाभाविक (वि.) जो या जैसा प्रकृति के या स्वभाव के अनुसार साधारणत: हुआ करता है -- स्वाभावीक
स्वामित्व (पुं.) मालिक अथवा स्वामी होने की अवस्था या भाव -- स्वामीत्व
स्वामित्व (पुं.) प्रभुता, आधिपत्य -- मालकी
स्वामी (पुं.) वह व्यक्ति, जिसे किसी वस्तु पर पूरे और सब प्रकार के अधिकार प्राप्त हों, मालिक -- मालक
स्वामी (पुं.) पति, शौहर -- पति
स्वार्थ (पुं.) अपना अर्थ या उद्देश्य, अपना मतलब -- स्वार्थ
स्वार्थी (वि.) मात्र अपने उद्देश्य की सिद्धि चाहने वाला, खुदगर्ज़ -- स्वार्थी
स्वावलंबन (पुं.) अपने पर ही भरोसा रखने और दूसरे से सहायता न लेने की अवस्था, गुण या भाव; आत्मनिर्भरता -- स्वावलंबन
स्वावलंबी (वि.) अपने ही बल पर काम करने वाला, दूसरे की सहायता न लेने वाला, आत्मनिर्भर -- स्वावलंबी
स्वास्थ्य (पुं.) स्वस्थ अर्थात् नीरोग होने की अवस्था, गुण या भाव, आरोग्यता, तंदुरुस्ती -- आरोग्य, स्वास्थ्य
स्वीकार (पुं.) अपना बनाने, ग्रहण करने या लेने या अपनाने की क्रिया या भाव -- स्वीकार
स्वीकार (पुं.) कोई बात मान लेने की क्रिया या भाव -- मानून घेवप
स्वीकृति (स्त्री.) स्वीकार करने की क्रिया या भाव, सहमति -- स्वीकार करचे
स्वीकृति (स्त्री.) प्रस्ताव, शर्त आदि मान लेने अथवा ग्रहण करने की क्रिया या भाव -- स्वीकृती
हँसना (अ.क्रि.) मुख-मुद्रा द्वारा प्रसन्नता प्रकट करना -- हांसप
हँसना (अ.क्रि.) दिल्लगी, मजाक या परिहास करना -- मसकरी करप
हँसमुख (वि.) जिसका मुख सदा हँसता हुआ-सा रहता हो, विनोदी -- हांसयारें
हँसली (स्त्री.) गले के नीचे और छाती के ऊपर की धनुषाकार हड्डी -- गळ्या हाड
हँसली (स्त्री.) स्त्रियों का एक चंद्राकार गहना -- गठ्ठसरी
हँसी (स्त्री.) हँसने की क्रिया, ध्वनि या भाव -- हांसप
हँसी (स्त्री.) परिहास, दिल्लगी, मज़ाक, ठट्ठा -- मसकरी
हकलाना (अ.क्रि.) अटक-अटक कर बोलना -- चोंचरे उलोवप
हटना (अ.क्रि.) एक जगह से चल कर, खिसक कर या सरक कर दूसरी जगह जाना -- सरकप, कडसरप, टळप
हड़ताल (स्त्री.) विरोध प्रकट करने के लिए काम बंद करना -- हडताठ्ठ, हडताल
हड़पना (स.क्रि.) मुँह में डाल कर निगलना या पेट में उतारना -- गिठ्ठप
हड़पना (स.क्रि.) किसी की चीज अनुचित रूप से लेकर दबा बैठना -- नाडप
हत्था (पुं.) हाथ से चलाए जाने वाले बड़े औजारों और छोटी कलों का वह हिस्सा, जिसे हाथ से पकड़ कर घुमाने या चलाने से वे चलते हैं, दस्ता -- मूठ
हथ-करघा (हाथ-करघा) (पुं.) कपड़ा बुनने का वह करघा, जो हाथ से चलाया जाता है -- हातमाग
हथियाना (स.क्रि.) अपने प्रभुत्व या अधिकार में कर लेना -- हस्तगत करप
हथियार (पुं.) अस्त्र-शस्त्र -- अस्त्र-शस्त्र
हथौड़ा (पुं.) धातु, पत्थर, ईंट आदि ठोकने-पीटने वाला लोहे का एक औजार -- हातोडा
हदबंदी (स्त्री.) दो खेतों, प्रदेशों, राज्यों, देशों की सीमा निर्धारण करना -- हद्दथारोवप
हम (सर्व.) उत्तम पुरुष बहुवचन सूचक सर्वनाम ‘मैं’ का बहुवचन -- आमीं
हमारा (वि.सर्व.) हम’ का संबंधकारक रूप -- आमचें
हमेशा (क्रि.वि.) सदा, सर्वदा, सदैव -- सदीं
हरण (पुं.) उठा ले जाना, छीनना या लूटना -- हरणकरप
हरा (वि.) ताजी उगी हुई घास या पत्तों के रंग का, हरित, सब्ज़ -- पाचवो
हरा (वि.) हरियाली से भरा हुआ -- पाचवी चार
हरा (वि.) हरा रंग -- पाचवो
हरित (वि.) हरे रंग का, हरा -- पाचवे
हरित-क्रांति (स्त्री.) फल-फूल, पौधे आदि को लगाए जाने के लिए किया जाने वाला आंदोलन -- हरित क्रांती
हरियाली (स्त्री.) हरे-भरे पेड़-पौधों आदि का विस्तृत फैलाव या समूह -- पाचवीचार भूंय
हरियाली (स्त्री.) आनंद, प्रसन्नता -- आनंद
हर्ष (पुं.) प्रसन्नता, आनंद, खुशी -- खोस
हल (पुं.) खेत जोतने का एक प्रसिद्ध यंत्र -- नांगर
हल (पुं.) गणित के प्रश्न का उत्तर -- उलगडप
हल (पुं.) किसी विषय या समस्या का समाधान -- सोडवप
हलचल (स्त्री.) दौड़-धूप -- घुसपागोंदठ्ठ
हवन (पुं.) देवताओं को प्रसन्न करने के लिए अग्नि में घी, जौ आदि की आहुति देने की क्रिया, होम -- हवन
हवाई-अड्डा (पुं.) वायुयानों के उतरने, रुकने या उड़ान भरने का स्थान -- विमानतठ्ठ
हवाई जहाज (पुं.) हवा में उड़ने वाला यान, वायुयान, विमान -- विमान
हवाई डाक (स्त्री.) वायुयान द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजी जाने वाली डाक, चिट्ठियाँ आदि -- एरमेल
हस्तकला (स्त्री.) हाथों के कौशल द्वारा किया जाने वाला काम -- हस्तकला
हस्तक्षेप (पुं.) किसी दूसरे के काम में अनावश्यक रूप से तथा बिना अधिकार दखल देना -- हस्तक्षेप
हस्तांतरण (पुं.) वस्तु, संपत्ति का एक हाथ से दूसरे हाथ में जाना -- हस्तातंरण
हस्ताक्षर (पुं.) किसी व्यक्ति द्वारा लिखा जाने वाला अपना नाम, जो इस बात का सूचक होता है कि ऊपर लिखी हुई बातें मैंने लिखी हैं और उनका दायित्व मुझ पर है, दस्तखत -- सय, सही, हस्ताक्षर
हाँ (अव्य.) स्वीकृति, निश्चय आदि का सूचक शब्द -- हय
हाँकना (स.क्रि.) जानवरों को आगे बढ़ाने के लिए मुँह से कुछ कहते हुए चाबुक आदि लगाना, पशु वाली गाड़ी चलाना -- हांकप
हाँकना (स.क्रि.) बहुत बढ़-चढ़ कर बातें करना -- फटाशी मारप
हाँफना (अ.क्रि.) थकावट, भय आदि के कारण फेफड़ों का जल्दी-जल्दी और लंबे साँस लेना -- धापप
हाथापाई (स्त्री.) वह लड़ाई, जिसमें एक-दूसरे के हाथ को पकड़ कर खींचते और ढकेलते हैं -- मारामारी
हाथी दाँत (पुं.) हाथी के मुँह के दोनों ओर निकले हुए सफेद दाँत -- हस्तीदंत
हानि (स्त्री.) क्षति, नुकसान -- नुकसान
हार (स्त्री.) पराजय, जीत का विपर्याय -- पराभव
हार (पुं.) फूलों-मोतियों आदि की माला -- माठ्ठ
हारना (अ.क्रि.) युद्ध, खेल आदि में पराजित होना, गँवाना, खोना -- हारप
हारना (अ.क्रि.) विफल होना -- निष्फल जावप
हार्दिक (वि.) हृदय में रहने या होने वाला, हृदय का -- हार्दीक
हालचाल (पुं.) अवस्था, दशा, वृत्तांत, समाचार -- वृतांत
हालाँकि (अव्य.) यद्यपि -- जरीय
हालाँकि (अव्य.) अगरचे -- तशीच
हास्य (पुं.) हँसने की क्रिया या भाव, हँसी, हास -- हांसो
हास्य (पुं.) दिल्लगी, मजाक -- विनोद, मजा
हास्य (पुं.) साहित्य में नौ स्थायी भावों या रसों में से एक -- हास्यरस
हिंसा (स्त्री.) हत्या, वध -- हत्या, वध
हिंसा (स्त्री.) किसी प्रकार की हानि पहुँचाने, अनिष्ट या अपकार करने, कष्ट या दुख देने की क्रिया या भाव -- हिंसा
हिचकी (स्त्री.) खाँसी, छींक, डकार आदि की तरह का एक शारीरिक व्यापार, जिसमें साँस लेने के समय क्षण भर के लिए फेफड़े का मुँह बंद होकर पेट की वायु कुछ रुक कर हल्का शब्द करती हुई बाहर निकलती है (हिकप) -- खिठ्ठणी, उचकी
हिचकी (स्त्री.) उक्त के फलस्वरूप झटके से होने वाला तीव्र शब्द, जो कंठ से निकलता है -- खिठ्ठणी, उचकी
हितैषी (वि.) भला चाहने वाला, कल्याण मनाने वाला, हितचिंतक -- हितचिंतक
हिनहिनाना (अ.क्रि.) घोड़े का हिन-हिन शब्द करना, हींसना -- खिंकाठ्ठप
हिरासत (स्त्री.) किसी को इस प्रकार अपने बंधन या देख-रेख में रखना कि वह भाग कर कहीं जाने न पाए, अभिरक्षा, परिरक्षा -- बंदखण
हिरासत (स्त्री.) वह स्थान, जहाँ उक्त प्रकार के लोग बंद करके रखे जाते हैं -- लॉक अप
हिलाना (स.क्रि.) हिलने में प्रवृत्त करना, झुलाना -- धोलवप
हिलाना (स.क्रि.) हेल-मेल में लाना, परचाना -- अपुरबाय करप
हिसाब किताब (पुं.) लेखा-जोखा -- जमा खर्च
हिसाब किताब (पुं.) व्यापारिक लेन-देन या व्यवहार -- देण घेण
हिस्सा (पुं.) भाग, अंश, खंड -- भाग
हिस्सा (पुं.) वह धन जो किसी साझे की वस्तु या व्यवसाय में किसी एक या हर एक साझेदार ने लगाया हो (शेयर) -- शर
हिस्सा (पुं.) साझेदार को मिलने वाला आनुपातिक लाभ या अंश -- नफयाचो वांटो
हुंडी (स्त्री.) एक लिखित पत्र, जिस पर लिखा रहता है कि इतने रुपए अमुक व्यक्ति, महाजन या बैंक को दे दिए जाएँ -- हुंडी
हुंडी (स्त्री.) वह महाजनी पत्र, जिस पर यह लिखा रहता है कि ऋणकर्ता इतने दिनों में ब्याज समेत चुका देगा -- डिबेंच्यर
हृदय (पुं.) कलेजा, दिल -- काठ्ठीज, हृदय
हृदय (पुं.) अंत:करण -- अंत:करण, अंतरात्मा
हृष्ट-पुष्ट (वि.) मोटा-ताजा -- हृश्ट-पुश्ट
हेरा-फेरी (स्त्री.) चालबाजी, गड़बड़ -- गडबड
होना (अ.क्रि.) अस्तित्व में आना -- आसप
होना (अ.क्रि.) कार्य या घटना का क्रियात्मक या वास्तविक रूप में सामने आना -- घडप
होनी (स्त्री.) ऐसी घटना या बात, जिसका होना अनिवार्य हो -- भविश्य
होश (पुं.) चेतना, संज्ञा -- सुद
होश (पुं.) याद, स्मृति -- याद
होशियार (वि.) सावधान, सतर्क, सजग, चौकस -- हुशार
होशियार (वि.) चतुर, चालाक -- चालु
होशियार (वि.) माहिर, कुशल, दक्ष -- कुशठ्ठ
ह्रास (पुं.) क्षय, नाश, घटती -- नाश
ह्रास (पुं.) पतन, अवनति -- पतन, अवनती
स्रोत
सम्पादन- भारतवाणी पर स्थित 'भारतीय भाषा कोश (बहुभाषी)' से केवल कोंकणी शब्दों को अलग करके निर्मित