। मैडम ।। स्त्रीलिंग ।। - ।। वेश्या ।। - ।। - ।। वेश्यालय को संचालित करने वाली महिला। ।। - ।। - ।। - ।। -

शब्दव्याकरण-१व्या-२व्या-३व्या-४व्या-५अर्थ-१अर्थ-२अर्थ-३अर्थ-४अर्थ-५
भंवरपुंलिंग----जलावर्त।----
भक्तिस्त्रीलिंग----किसी के प्रति होने वाली निष्ठा, स्नेह, विश्वास या श्रद्धा।----
भगवानपुंलिंगपुंलिंग---परमेश्वर ;पूज्य, आदरणीय और महिमा शाली।---
भड़कानासकारात्मक क्रियासकारात्मक क्रिया---आग को तेज करना ;उत्तेजित या क्रुद्ध करना।---
भड़कीलाविशेषण----जिसमें खूब चमक-दमक हो।----
भद्रविशेषण----शिष्ट, सभ्य, सुशिक्षित।----
भरती (भर्ती)स्त्रीलिंग----प्रवेश, दाखिला।----
भरनासकारात्मक क्रियासकारात्मक क्रिया---खाली बरतन आदि में कोई चीज डालना, उडेलना, रखना ;(रिक्तता अथवा हानि की) पूर्त्ति करना।---
भलाविशेषणपुंलिंग---अच्छा, नेक, साधु।हित, लाभ।---
भवनपुंलिंगपुंलिंग---प्रासाद, महल ;घर, मकान, इमारत।---
भविष्यपुंलिंग----आनेवाला समय, भविष्यत् काल।----
भव्यविशेषण----सुंदर और प्रभावशाली, शानदार।----
भांपनासकारात्मक क्रिया----रंग-ढ़ंग से जान लेना, ताड लेना।----
भागनाअकारात्मक क्रियाअकारात्मक क्रिया---दौड़ना ;जान बचाना, पीछा छुड़ाना।---
भाग्यपुंलिंग----किस्मत, तकदीर, नसीब।----
भानाअकारात्मक क्रिया----रुचना, अच्छा लगना, पसंद आना।----
भारतीयविशेषणपुंलिंग---भारत में उत्पन्न अथवा उससे संबंधित।भारतवासी।---
भारीविशेषणविशेषण---अधिक भार वाला, वज़नी ;दु:खी उदास (मन आदि)।---
भावनास्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---चिंतन, ध्यान ;कल्पना, इच्छा।---
भाषणपुंलिंग----वक्तृता, व्याख्यान।----
भाषास्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---बोलकर, लिखकर अथवा ध्वनि संकेतों में भावों को प्रकट करने का साधन ;बोली, जबान।---
भिक्षुपुंलिंगपुंलिंग---भिखारी ;संन्यासी विशेषत: बौद्ध संन्यासी।---
भिखारीपुंलिंगपुंलिंग---भीख माँगने वाला ;कंगाल, अकिंचन।---
भिगोनासकारात्मक क्रिया----पानी से गीला या तर करना, पानी में डालना।----
भिन्नविशेषणपुंलिंग---अलग, पृथक।गणित में किसी पुरी इकाई का छोटा अंश या टुकड़ा (फ्रैक्शन)।---
भीड़स्त्रीलिंग----जन समूह।----
भीरुपुंलिंग----कायर, डरपोक।----
भीषणविशेषणविशेषण---भयानक, डरावना ;दुष्परिणाम के रूप में हाने वाला, विकट।---
भुगतानपुंलिंग----देने, मूल्य आदि चुकाने की क्रिया या भाव, अदायगी।----
भुनानासकारात्मक क्रियासकारात्मक क्रिया---किसी खाद्य पदार्थ को अंगारों पर सेंककर या गरम बालू में पकाने अर्थात भूनने का काम किसी दूसरे से कराना ;नोट रुपए आदि को छोटे सिक्कों में बदलवाना।---
भुरभुराविशेषण----साधारण स्पर्श या हलके दबाब से जिसके कण या रवे अलग-अलग हो जाएं।----
भूकंपपुंलिंग----भूगर्भ में होने वाली उथल-पुथल से धरती के हिलने की अवस्था, भूचाल।----
भूखस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---भोजन की इच्छा, क्षुधा ;कोई चीज प्राप्त करने की उत्कट इच्छा।---
भूख-हड़तालस्त्रीलिंग----किसी नीति या कार्य आदि के प्रति विरोध प्रकट करते हुए अपने उद्देश्य की प्राप्ति के लिए भोजन का त्याग करना (हंगर-स्ट्राइक)।----
भूचालपुंलिंग----दे भूकंप----
भूतविशेषणपुंलिंग---बीता हुआ, अतीत, भूतकाल।प्रेत पिशाच।---
भूतपूर्वविशेषण----पूर्ववती, पहला।----
भूमिस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---पृथ्वी-जो सौर जगत के एक ग्रह के रूप में है ;जमीन, धरती।---
भूमिकास्त्रीलिंगस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग--ग्रंथ आदि की प्रस्तावना ;अभिनय ;किसी क्षेत्र विशेष में किसी व्यक्ति द्वारा किया गया कार्य।--
भूराविशेषणपुंलिंग---मटमैला, खाकी,खाकी रंग।---
भूल-चूकस्त्रीलिंग----लेखे या हिसाब में दृष्टि-दोष आदि के कारण होने वाली गलती, अशुद्धि।----
भूलनाअकारात्मक क्रियाअकारात्मक क्रिया---याद न रहना, विस्मृत होना ;गलती या त्रुटि करना।---
भेजनासकारात्मक क्रिया----रवाना करना, प्रेषण करना।----
भेदपुंलिंगपुंलिंगपुंलिंग--अंतर, फरक ;रहस्य, मर्म ;प्रकार, तरह।--
भोलाविशेषणविशेषण---छल-कपट रहित, सीधा-सादा, सहज-विश्वासी ;बुद्धू।---
भौतिकविशेषणविशेषण---पंचभूतों से संबंध रखने वाला ;लौकिक, सांसारिक।---
भ्रमपुंलिंग----मिथ्या ज्ञान, कुछ का कुछ समझना, धोखा।----
भ्रमणपुंलिंग----घूमना-फिरना, विचरण।----
भम्ररपुंलिंग----भौंरा, मधुप, भंवर।----
भ्रष्टविशेषणविशेषण---बुरे आचार-विचार वाला, निदंनीय ;(मार्ग से) च्युत, विचलित।---
मंगलविशेषणपुंलिंगपुंलिंगपुंलिंग-कल्याणकारी, शुभ।कल्याण, भलाई, हित ;सौर मंडल का एक ग्रह ;मंगलवार।-
मंगल-सूत्रपुंलिंग----सधवा स्त्रियों द्वारा गले मे पहना जाने वाला पवित्र सूत्र।----
मंगलाचरणपुंलिंगपुंलिंग---शुभकार्य के आरंभ में पढ़ा जाने वाल मांगलिक मंत्र, श्लोक या पद्यमय रचना आदि ;ग्रंथ के आरंभ में मंगल की कामना तथा उसकी निर्विध्न समाप्ति के लिए लिखा जाने वाला पद्य।---
मंचपुंलिंगपुंलिंग---सभा-समितियों में ऊँचा बना हुआ मंउल जिस पर बैठकर सर्व-साधारण के सामने किसी प्रकार कार्य किया जाए, रंगमंच (स्टेज, डाइस)कुछ विशिष्ट प्रकार के कार्य कलापों के लिए उपयुक्त क्षेत्र (फोरम)।---
मंजिलस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---गन्तव्य (डेस्टिनेशन)।पड़ाव, मुकाम।---
मंत्रपुंलिंगपुंलिंग---देवताओं को प्रसन्न कराने अथवा सिद्धि आदि प्राप्त कराने वाला शब्द-समूह ;कार्य-सिद्धि का ढ़ंग, गुर या नीति।---
मंत्रीपुंलिंगपुंलिंगपुंलिंग--मंत्रणा अथवा परामर्श देने वाला ;आमात्य ;सचिव।--
मंदाविशेषण----जिसकी मांग कम हो (सौदा), जिसमें तेजी न हो (व्यापार या बाजार)।----
मंदिरपुंलिंग----देवालय किसी शुभ कार्य के लिए बना हुआ भवन या मकान।----
मक्कारविशेषण----कपटी, छली।----
मखमलस्त्रीलिंग----एक तरह का चिकना तथा रोएंदार कपड़ा।----
मगरपुंलिंगअव्यय---घड़ियाल।लेकनि, परन्तु पर।---
मग्न (मगन)विशेषण----किसी काम या बात में तन्मय, लीन।----
मच्छरदानीस्त्रीलिंग----जालीदार कपड़े का बना हुआ चौकोर आवरण जिसका उपयोग मच्छरों से बचाव के लिए किया जाता है; मसहरी।----
मज़दूरपुंलिंग----शारीरिक श्रम द्वारा जीविका कमाने वाला व्यक्ति।----
मज़दूरीस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---मजदूर का काम ;भाड़े या वेतन के रूप मे मज़दूर को दिया जाने वाला धन।---
मज़बूतविशेषणविशेषण---दृढ़, पक्का, टिकाऊ ;(व्यक्ति) हृष्ट-पुष्ट, तगड़ा, शक्तिशाली।---
मज़ाकपुंलिंग----परिहास, हंसी, दिल्लगी।----
मझधारस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---नदी आदि के बीच की धारा ;किसी काम या बात के मध्य की स्थिति।---
मठपुंलिंग----साधु-सन्यासियों के रहने का स्थान या मकान।----
मतदानपुंलिंग----चुनाव में अथवा किसी प्रस्ताव आदि के पक्ष-विपक्ष में अपना मत देने की क्रिया।----
मताधिकारपुंलिंग----किसी चुनाव या विषय में मत देने का अधिकार।----
मथनासकारात्मक क्रिया----दूध, दही को मथानी आदि से बिलोना।----
मथानीस्त्रीलिंग----दही मथने का काठ का बना हुआ एक उपकरण।----
मदपुंलिंगपुंलिंगपुंलिंग--नशा, मस्ती ;निंदनीय अहंकार या गर्व ;मतवाले हाथी का कनपटी से बहने वाला गंधयुक्त द्रव्य।--
मदारीपुंलिंगपुंलिंग---बाजीगर;बदर-भालू आदि नचाकर जीविका चलाने वाला।---
मदिरास्त्रीलिंग----शराब, मद्य।----
मद्यपपुंलिंग----जो मदिरापान करता हो, शराबी।----
मद्युपुंलिंगपुंलिंगपुंलिंग--शहद ;शराब ;बसंत ऋतु।--
मधुरविशेषण----जिसका स्वाद मधु के समान हो, मीठा।----
मध्यस्थपुंलिंग----आपस में मेल या समझौता कराने वाला, बिचौलिया।----
मनपुंलिंगपुंलिंग---मनुष्य के अंत:करण का वह अंश जिससे वह अनुभव, इच्छा, बोध, विचार और संकल्प-विकल्प करता है ;वज़न में चालीस सेर।---
मनचाहाविशेषण----जिसे मन चाहता हो, इच्छानुसार।----
मनोरंजनपुंलिंग----दिल बहलाव, मन की प्रसन्नता।----
मनोरथपुंलिंग----अभिलाषा, वांछा, इच्छा।----
मनोरमविशेषण----जिसमें मन रमने लगे, सुंदर या आकर्षक।----
ममतास्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---अपनत्व का भाव, ममत्व ;मन में होने वाला मोह या लोभ का भाव।---
मरनाअकारात्मक क्रियाअकारात्मक क्रिया---मृत्यु को प्राप्त होना, प्राणांत होना ;खेलों में खिलाड़ियों का हार जाना।---
मरहम (मलहम)पुंलिंग----चमड़ी, घाव आदि पर उपचार के लिए लगाया जाने वाला औषधियों का गाढ़ा और चिकना लेप।----
मरोड़नासकारात्मक क्रिया----किसी चीज में घुमाव, बल आदि डालने के उद्देश्य से उसे कुछ जोर से घुमाना, ऐंठना।----
मर्मपुंलिंग----किसी बात के अन्दर छिपा हुआ तत्व, भेद, रहस्य।----
मर्यादास्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---सीमा, हद ;लोक में प्रचलित व्यवहार और उसके नियम आदि, लोकाचार।---
मलनासकारात्मक क्रियासकारात्मक क्रिया---किसी पदार्थ को कहीं लगाने के उद्देश्य से रगड़ना या घिसना ;लेप करना।---
मलबापुंलिंगपुंलिंग---कूड़ा-करकट;टूटी या गिराई हुई इमारत का ईंट-पत्थर, चूना आदि।---
मलिनविशेषणविशेषण---मैला-कुचैला, गंदा ;उदास, म्लान।---
मल्लाहपुंलिंग----नदी में नाव खेकर अपनी जीविका अर्जित करने वाला व्यक्ति, केवट, मांझी।----
महंगाविशेषण----जिसके दाम साधारण या उचित से अधिक हों।----
महंगाईस्त्रीलिंग----साधारण या उचित से अधिक मूल्य पर वस्तुओं का बिकना।----
महत्तास्त्रीलिंग----बड़प्पन, महिमा, महत्व।----
महत्त्वपुंलिंग----महत्ता, बड़प्पन।----
महत्त्वाकांक्षास्त्रीलिंग----बड़ा बनने की आकांक्षा, उच्चाकांक्षा।----
महलपुंलिंग----भवन, प्रासाद।----
महान्विशेषणविशेषण---बहुत बड़ा, विशाल ;उच्च कोटि का।---
महापुरुषपुंलिंग----महिमाशाली पुरुष, श्रेष्ठ जन।----
महाविद्यालयपुंलिंग----उच्चशिक्षा देने वाला विद्यालय (कालेज)----
महिलास्त्रीलिंग----स्त्री, औरत।----
मांगस्त्रीलिंगस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग--मांगने की क्रिया या भाव, याचना;किसी निश्चित मूल्य पर किसी चीज की खरीद या चाही जाने वाली मात्रा ;सिर के बालों को विभक्त करके बनाई जाने वाली रेखा, सीमान्त।--
मांगनासकारात्मक क्रिया----किसी से यह कहना कि आप अमुक वस्तु या धन दें, याचना करना।----
मांजनासकारात्मक क्रियासकारात्मक क्रिया---कोई चीज अच्छी तरह से साफ करने के लिए किसी दूसरी चीज से उसे अच्छी तरह मलना या रगड़ना ;किसी काम या चीज का अभ्यास करना।---
मांसपुंलिंग----मनुष्यों तथा जीव-जंतुओं के शरीर का हड्डी, नस, चमड़ी रक्त आदि से भिन्न अंश जो रक्त वर्ण का तथा लचीला होता है, अमिष, गोश्त।----
माड़नासकारात्मक क्रियासकारात्मक क्रिया---गूंधना, सानना ;अन्न की बालों में से दाने झाड़ना।---
मातृभाषास्त्रीलिंग----अपने जन्म स्थान या घर में बोली जाने वाली भाषा।----
मातृभूमिस्त्रीलिंग----जन्मभूमि, स्वदेश।----
मादकविशेषण----नशा उत्पन्न करने वाला, नशीला।----
माधुर्यपुंलिंगपुंलिंग---मधुरता, मिठास ;काव्य का एक गुण।---
माध्यमपुंलिंग----साधन, जरिया।----
मानकपुंलिंग----विशिष्ट वस्तुओं के आकार-प्रकार, महत्त्व आदि जांचने का कोई अधिकारिक आदर्श, मानदंड या रूप (स्टैन्डर्ड)।----
मानकीकरणपुंलिंग----एक ही बर्ग की बहुत सी वस्तुओ के गुण, महत्त्व आदि का एक मानक रूप स्थिर करने की क्रिया या भाव (स्टैण्डडरिजेशन)।----
माननाअकारात्मक क्रियाअकारात्मक क्रिया---स्वीकार करना, कबूल करना ;(किसी के प्रति) श्रद्धा रखना, गुण योग्यता आदि का कायल होना।---
मानवपुंलिंग----मनुष्य, आदमी।----
मानवतास्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---मानव होने की अवस्था या भाव, मनुष्य जाति ;मनुष्य के आदर्श तथा स्वाभाविक गुणों, भावनाओं आदि का प्रतीक या समूह।---
मानसिकविशेषण----मन-संबधी।----
मान्यविशेषणविशेषण---मानने योग्य ;आदरणीय, सम्मान का अधिकारी।---
मापस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---मापने की या नापने की क्रिया या भाव ;मापने पर ज्ञात होने वाला नाप, परिमाण, मात्रा या मान।---
मापनासकारात्मक क्रिया----वस्तु का विस्तार, घनत्व या वजन मालूम करना।----
माफविशेषण----जिसे क्षमा किया गया हो या माफी दी गई हो।----
मायका (मैका)पुंलिंग----विवाहित स्त्री की दृष्टि से उसके माता-पिता का घर और परिवार, नैहर, पीहर।----
मारनासकारात्मक क्रियासकारात्मक क्रियासकारात्मक क्रिया--जान लेना, हत्या करना ;पीटना, प्रहार करना, चोट पहुँचाना ;मानसिक या शारीरिक आवेग दबाना या रोकना।--
मार्गपुंलिंगपुंलिंग---रास्ता, पथ, राह ;माध्यम, साधन।---
मार्मिकविशेषण----मर्म स्थान पर प्रभाव डालने अथवा उसे आंदोलित करने वाला मर्मस्पर्शी।----
मालपुंलिंगपुंलिंग---प्रत्येक ऐसी मूल्यवान वस्तु जिसका कुछ उपयोग होता है ;धन-संपत्ति, रुपया-पैसा, दौलत।---
मालूमविशेषण----जाना हुआ, ज्ञान, विदित ।----
मिटानासकारात्मक क्रियासकारात्मक क्रिया---दाग, निशान आदि दूर करना।नष्ट करना, बरबाद करना।---
मिट्टीस्त्रीलिंग----धरती की ऊपरी सतह का वह भुरभुरा मुलायम तत्त्व जिसमें पेड़ पौधे उगते हैं।----
मिठाई (मीठा)स्त्रीलिंग----कुछ विशिष्ट प्रकार की बनी हुई खाने की मीठी चीजें।----
मितभाषीविशेषण----अपेक्षाकृत कम तथा आवश्यकतानुसार बोलने वाला।----
मित्रपुंलिंग----सखा, सुह्द, दोस्त।----
मिथ्याविशेषणविशेषण---असत्य झूठा ;कृत्रिम, बनावटी।---
मिलनसारविशेषण----जिसकी प्रवृति सबसे मिल-जुल कर रहने की हो।----
मिलानपुंलिंगपुंलिंग---तुलनात्मक दृष्टि से अथवा ठीक होने की जाँच करने के लिए दो या अधिक चीजों या बातों का आपस में साथ रखकर मिलाया और देखा जाना ;गुण, दोष, विभिन्नता या समानता जाने के लिए दो चीजों या बातों के संबंध में किया जाने वाला विवेचन, तुलना।---
मिलानासकारात्मक क्रियासकारात्मक क्रियासकारात्मक क्रियासकारात्मक क्रियासकारात्मक क्रियामिश्रित करना, एक करना, मिलावट करना;जोड़ना, सटाना ;भेंट कराना, मेल-मिलाप कराना;तुलना करना, जाँच करना।किसी को अपने पक्ष में लाना।
मिलावटस्त्रीलिंग----किसी बढ़िया वस्तु में घटिया वस्तु का मेल।----
मिश्रणपुंलिंगपुंलिंगपुंलिंग--दो या अधिक चीजों को एक में मिलाना ;उक्त प्राकर से मिलाने से तैयार होने वाला पदार्थ या रूप ;मिलावट।--
मीठाविशेषणविशेषण---जिसमें मिठास हो, मधुर रस वाला ;धीमा, मंदा।---
मीनाकारीस्त्रीलिंग----सोने-चांदी पर होने वाला मीने का रंगीन काम।----
मुंडेरस्त्रीलिंग----छत के चारो ओर मेंड जैसी दीवार।----
मुकदमापुंलिंग----वह विवादास्पद विषय जो न्यायालय के सामने विचार और निर्णय के लिए प्रस्तुत किया जाए।----
मुकुटपुंलिंग----एक प्रसिद्ध शिरोभूषण जिसे राजा लोग पहनते हैं और जो प्राय: देवी-देवताओं की मूर्तियों के सिर पर पहनाया जाता है।----
मुक्तविशेषणविशेषणविशेषण--जो किसी प्रकार के बंधन से छूट गया हो ;मोक्ष-प्राप्त, भव-बंधन से मुक्त ;छूटा हुआ, फैंका हुआ।--
मुक्तिस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---किसी प्रकार के बंधन आदि से छुटकारा;धार्मिक क्षेत्र में वह स्थिति जिसमें जीव जन्म-मरण के बंधन से छूट जाता है, मोक्ष।---
मुखपुंलिंगपुंलिंग---मुंह ;किसी पदार्थ का अगला या ऊपरी खुला भाग।---
मुखपृष्ठपुंलिंग----किसी ग्रंथ या पुस्तक का सबसे ऊपर वाला वह पृष्ठ जिसमें उस पुस्तक तथा उसके लेखक का नाम छपा होता है।----
मुख्यविशेषणविशेषण---प्रधान, खास ;महत्व पूर्ण या सारभूत।---
मुख्यालयपुंलिंग----किसी संस्था का केंद्रीय तथा प्रधान स्थान, प्रधान कार्यालय।----
मुग्धविशेषण----मोहित, मूढ़।----
मुट्ठीस्त्रीलिंगस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग--हथेली की वह स्थिति जिसमें उंगलियां अन्दर की ओर मोड़कर बंद कर ली जाती है ;उतनी वस्तु जितनी मुट्ठी में आ सके ;मुट्ठी की चौड़ाई का माप।--
मुद्रणपुंलिंगपुंलिंग---छापने की क्रिया या भाव ;मुद्रा से अंकित करना, मोहर लगाना।---
मुद्रणालयपुंलिंग----जहाँ छापने का काम होता है, छापा खाना।----
मुद्रास्त्रीलिंगस्त्रीलिंगस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग-चिह्न, नाम आदि अंकित करने की मुहर, सील ;ऐसी अंगूठी जिस पर किसी का नाम या कोई वैयक्तिक चिह्न अंकित हो ;क्रय-विक्रय का आधिकारिक माध्यम, सिक्का ;आंख मुंह हाथ आदि की ऐसी क्रिया जिससे मन की कोई विशिष्ट प्रवृति या भाव प्रकट हो।-
मुनाफापुंलिंग----क्रय-विक्रय में आर्थिक दृष्टि से होने वाला लाभ, नफा।----
मुरझानाअकारात्मक क्रियाअकारात्मक क्रिया---फूल-पत्तों आदि का सूखने लगना, कुम्हलाना ;उदास या सुस्त होना, कांति श्री आदि से रहित होना।---
मुर्दनीस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---चेहरे से प्रकट होने वाले मृत्यु चिह्न ;शव के साथ अंत्येष्टि-क्रिया के लिए जाना।---
मुश्किलविशेषणस्त्रीलिंग---कठिन, दुष्कर, दुस्साध्य।कठिनाई, परेशानी।---
मुस्कानस्त्रीलिंग----धीरे से हंसना।----
मुहावरापुंलिंगपुंलिंग---वह शब्द या वाक्यांश जो अपने अभिधार्थ से भिन्न किसी और अर्थ में रूढ़ हो गया हो।अभ्यास।---
मूहूर्त्तपुंलिंगपुंलिंगपुंलिंग--काल का एक मान जो दिन रात के तीसवें भाग के बराबर होता है ;ज्योतिष के अनुसार शुभाशुभ समय ;श्री गणेश, आरंभ।--
मूकविशेषण, पुंलिंग----गूंगा।----
मूलभूतविशेषण----आधार रूपी, बुनियादी।----
मूल्यांकनपुंलिंग----मूल्य निर्धारित या निश्चित करने की क्रिया।----
मृत्युस्त्रीलिंग----मरण, मौत।----
मेहंदीस्त्रीलिंग----एक प्रकार की झाड़ी जिसकी पत्तियाँ हाथ-पैर रंगने के काम आती हैं।----
मेखलास्त्रीलिंग----करधनी, कमरबंद, पेटी।----
मेधावीविशेषण----असाधारण बुद्धिवाला, बुद्धिमान।----
मेरासर्वनाम, विशेषण----'मै' का संबंध कारक।----
मेरु-दंडपुंलिंग----मनुष्यों और बहुत से जीवों में पीठ के बीचों-बीच गरदन से लेकर कमर तक जाने वाली एवं माला की तरह गुंथी हुई हड्डी।----
मेहतरपुंलिंग----भंगी।----
मैंसर्वनाम----सर्वनाम उत्तम-पुरुष में कर्त्ता का रूप, स्वयं, खुद।----
मैदानपुंलिंगपुंलिंगपुंलिंगपुंलिंग-विस्तृत क्षेत्र का भूखंड, दूर तक फैली हुई सपाट जमीन ;पर्वतीय क्षेत्र में भिन्न समतल भू भाग ;खेल आदि का स्थान ;युद्ध-क्षेत्र, रण-भूमि।-
मैलस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---शरीर, कपड़े आदि से चिपका हुआ मल, गर्द, धूल आदि ;किसी के प्रति मन में संचित दुर्भाव।---
मैलखोराविशेषण----धूल, गर्द आदि पड़ने पर भी जो मैला न दिखाई दे, जो मैल को छिपा सके।----
मैलाविशेषणपुंलिंग---जिस पर मैल जमी हो, गर्द, धूल आदि पड़ी हो, गंदा, अस्वच्छ।विष्ठा।---
मोटाविशेषणविशेषण---जिसकी देह में मांस-मेद अधिक हो, स्थूलकाय ;जो पतला या बारीक न हो (कपड़ा आदि)।---
मोतीपुंलिंग----एक बहूमूल्य रत्न जो सीपी में से निकलता है, मुक्ता।----
मोदकपुंलिंगपुंलिंग---लड्डू।आनंद देने वाला।---
मोलपुंलिंग----कीमत, मूल्य, दाम।----
मोहपुंलिंग----स्नेह, लगाव।----
मोहकविशेषणविशेषण---मोह उत्पन्न करने वाला ;मन को आकृष्ट करने वाला, लुभावना।---
मौतस्त्रीलिंग----मरण, मृत्यु।----
मौनपुंलिंगविशेषण---न बोलने की क्रिया या भाव, चुप रहना, चुप्पी।जो न बोले, चुप।---
मौलिकविशेषणविशेषण---मूल-संबंधी, मूलगत ;जो किसी की छाया, उलथा, अनुकृति आदि न हो।---
मौसमपुंलिंग----गरमी, सरदी, आदि के विचार से समय का विभाग, ऋतु।----
मौसम विज्ञानपुंलिंग----मौसम की जानकारी से संबंध रखने वाला विज्ञान।----
म्यानपुंलिंग----तलवार, कटार आदि रखने का कोष या गिलाफ।----