शब्द |
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अर्थ-५
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टंकार |
स्त्रीलिंग |
स्त्रीलिंग |
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धनुष की प्रत्यंचा (डोरी) को तान कर सहसा ढीला छोड़ने पर होने वाली ध्वनि; |
धातु खण्ड, विशेषत: धातु के कसे या तने हुए तार पर आधात लगने से होने वाली टन-टन ध्वनि। |
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टंकी |
स्त्रीलिंग |
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पानी भर कर रखने का एक आधान या पात्र, हौज़, कुंड। |
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टकराना |
अकारात्मक क्रिया |
अकारात्मक क्रिया |
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भिड़ना; |
मार्ग में बाधक होना, मुकाबला या सामना करना, संघर्ष होना। |
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टकसाल |
स्त्रीलिंग |
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वह स्थान जहां सिक्के बनाए जाते है। |
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टक्कर |
स्त्रीलिंग |
स्त्रीलिंग |
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दो वस्तुओं का वेग के साथ आपस में भिड़ जाना; |
संघर्ष, मुकाबला। |
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टटोलना |
सकारात्मक क्रिया |
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स्पष्ट दिखाई न पड़ने पर हाथ या उंगलियों से छूकर वस्तु का अनुमान करना। |
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टपकना |
अकारात्मक क्रिया |
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किसी तरल पदार्थ का बूंद-बूंद करके रिसना या फलों आदि का टप-टप करते हुए गिरना। |
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टहनी |
स्त्रीलिंग |
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वृक्ष की शाखा, डाल, डाली। |
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टहलना |
अकारात्मक क्रिया |
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जी बहलाने या स्वास्थ्य सुधार के लिए चलना-फिरना, घूमना। |
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टांकना |
सकारात्मक क्रिया |
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सूई, डोरे आदि से सीकर कोई चीज कपड़ों पर लगाना। |
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टांका |
स्त्रीलिंग |
स्त्रीलिंग |
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हाथ की सिलाई में, धागे आदि की वह सीवन जो एक बार सूई को एक स्थान से गड़ाकर दूसरे स्थान पर निकालने से बनती है (स्टिच); |
धातुओं को जोड़ने या सटाने के लिए लगाया गया जोड़। |
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टांगना |
सकारात्मक क्रिया |
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लटकाना। |
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टाट |
पुंलिंग |
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सन या पटसन का मोटा कपड़ा। |
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टापू |
पुंलिंग |
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स्थल का वह भाग जो चारों ओर से जल से घिरो हो, द्वीप। |
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टालना |
सकारात्मक क्रिया |
सकारात्मक क्रिया |
सकारात्मक क्रिया |
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स्थगित करना; |
बहाना करके पीछा छुड़ाना, टरकाना; |
निवारण करना, घटित न होने देना। |
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टिकना |
अकारात्मक क्रिया |
अकारात्मक क्रिया |
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किसी आधार पर ठीक प्रकार से खड़ा या स्थित होना; |
यात्रा के समय विश्राम के लिए कहीं ठहरना। |
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टिकाऊ |
विशेषण |
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जो अधिक समय तक काम में आता रहे, मज़बूत। |
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टिकिया |
स्त्रीलिंग |
स्त्रीलिंग |
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कोई गोलाकार चपटी, कड़ी तथा छोटी वस्तु (टेब्लेट); |
साबुन आदि का छोटा आयताकार टुकड़ा। |
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टीका |
पुंलिंग |
स्त्रीलिंग |
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तिलक, बिंदी; |
किसी गन्थ, पद आदि का अर्थ स्पष्ट करने वाला कथन, व्याख्या। |
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टीका-टिप्पणी |
स्त्रीलिंग |
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किसी प्रसंग के गुण-दोषों आदि के संबंध में प्रकट किए जाने वाले विचार। |
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टीला |
पुंलिंग |
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छोटी पहाड़ी की तरह का ऊंचा भूखंड, ढूह। |
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टुकड़ा |
पुंलिंग |
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अंश, खंड, भाग। |
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टेक |
पुंलिंग |
पुंलिंग |
पुंलिंग |
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सहारा, आधार; |
हठ, आग्रह, संकल्प; |
गाने की प्रथम पंक्ति जो बार-बार दोहराई जाती है। |
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टेकना |
सकारात्मक क्रिया |
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अपने शरीर को अथवा किसी वस्तु को किसी दूसरी चीज के सहारे खड़ा करना या बैठाना, टिकाना। |
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टेढ़ा |
विशेषण |
विशेषण |
विशेषण |
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जो बीच में इधर-उधर मुड़ा हो, वक्र; |
कुटिल, धूर्त; |
मुश्किल, कठिन, उलझनपूर्ण। |
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टोकना |
सकारात्मक क्रिया |
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रोकना, बाधा डालना। |
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टोकरी |
स्त्रीलिंग |
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बांस की खमचियों या तीलियों अथवा बेंत, सरकंडे आदि का बना हुआ खुले तथा चौड़े मुँहवाला बड़ा आधान (बास्केट)। |
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टोली |
स्त्रीलिंग |
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मनुष्य का समूह, मंडली, दल, गिरोह। |
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टोह |
स्त्रीलिंग |
स्त्रीलिंग |
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खोज, जांच, तलाशी; |
किसी अज्ञात बात का पता लगाने की क्रिया अथवा उससे प्राप्त होने वाली जानकारी। |
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ठंडक |
स्त्रीलिंग |
स्त्रीलिंग |
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वातावरण की ऐसी स्थिति जिसमें सुखद और प्रिय हल्की ठंड हो; |
जलन की कमी, चैन। |
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ठंडा |
विशेषण |
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उष्णता या ताप से रहित। |
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ठग |
पुंलिंग |
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वह जो धोखा देकर दूसरे का धन या सामान हड़प ले, कपटी, धूर्त। |
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ठगना |
सकारात्मक क्रिया |
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धोखा देना, छलना। |
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ठप्पा |
पुंलिंग |
पुंलिंग |
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धातु, लकड़ी आदि की छाप या मुहर; |
ठप्पे का छापा या चिह्न |
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ठहरना |
अकारात्मक क्रिया |
अकारात्मक क्रिया |
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रुकना; |
किसी स्थान पर थोड़े समय के लिए रहने के लिए रुकना। |
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ठहाका |
पुंलिंग |
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जोर से हंसने का शब्द, कहकहा, अट्टहास। |
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ठाट-बाट |
पुंलिंग |
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आडंबर, तड़क-भड़क, शान-शौकत। |
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ठिकाना |
पुंलिंग |
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रहने या ठहरने का स्थान। |
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ठीक |
विशेषण, क्रिया विशेषण |
पुंलिंग |
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उपयुक्त। |
शुद्ध, सत्य। |
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ठुकराना |
सकारात्मक क्रिया |
सकारात्मक क्रिया |
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पैर से ठोकर लगाना; |
उपेक्षा या तिरस्कारपूर्वक अस्वीकार करना। |
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ठूंठ |
पुंलिंग |
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वह वृक्ष जिसका धड़ ही बच रहा हो तथा जिसकी टहनियां टूट गई हों। |
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ठूंसना |
सकारात्मक क्रिया |
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जबरदस्ती कोई चीज किसी में डालना या भरना। |
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ठेकेदार |
पुंलिंग |
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वह व्यक्ति जो ठेके पर दूसरों के काम करता या करवाता है (कंट्रेक्टर)। |
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ठोंकना |
सकारात्मक क्रिया |
सकारात्मक क्रिया |
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अच्छी तरह पीटना; |
किसी चीज को किसी दूसरी चीज के अंदर गड़ाने, धंसाने आदि के लिए उसके पिछले भाग पर जोर से आघात करना। |
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ठोकर |
स्त्रीलिंग |
स्त्रीलिंग |
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आघात जो चलने में कंकड़ पत्थर आदि के धक्के से पैर में लगे; |
पदाघात। |
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ठोस |
विशेषण |
विशेषण |
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जिसकी रचना में अंदर कहीं खोखलापन न हो, भरपूर; |
तथ्यपूर्ण, दृढ़, प्रमाणिक। |
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