विक्षनरी:भारतीय भाषा कोश ०२

भारतीय भाषा कोश

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301 आस्वादन पुंलिंग पुंलिंग - - - स्वाद लेना, चखना; रसास्वादन (कविता आदि का)। - - - सुआद लैणा, मानंणा - - - - चखना लज़्जतअंदोज़ी - - - सॉद, म॑ज्रु॑ - - - - सवादु रसु (कविता वग़ैरह जो) - - - आस्वाद, स्वाद घेणे, चाखणे रसग्रहण (कविता वगैरेचें) - - - आस्वादन रसग्रहण (कविता वगेरेनुं) - - - आस्वा॒दन, स्वादग्रहण॒, चाखा (सा, न) रसास्वादन - - - आस्वादन - - - - आस्वादन, चारिवबा रसास्वादन - - - आस्वादनमु, चवि चूचुट आस्वादनमु - - - शुवैत्तल् रसित्तळ् - - - आस्वदिक्कल् आस्वादनं - - - रुचि नोडुवुदु आस्वादनॆ - - -
302 आहट स्त्रीलिंग - - - - हल्की आवाज। - - - - बिड़क - - - - आहट - - - - सदाह, आवाज़ - - - - आहट - - - - चाहूल - - - - अणसारो - - - - मृदु शब्द - - - - पातल शब्द - - - - हालुका आबाज - - - - च़प्पुडु, अलिकिडि - - - - संदडि - - - - कालॊच्च, नेरिय ओ॑च्च - - - - सद्दु - - - -
303 आहार पुंलिंग - - - - खाद्य पदार्थ, भोजन। - - - - अहार - - - - खाना, ग़िज़ा - - - - ख्यन - - - - आहारु, खाधो - - - - आहार, भोजन - - - - आहार, खोराक, खानपान, भोजन - - - - आहार, भोजन, खाद्य - - - - आहार - - - - आहार, भोजन - - - - आहारमु - - - - आहारम्, उणवुप्पॊरुळ् - - - - आहारं - - - - आहार - - - -
304 आहुति स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - - यक्ष या हवन करते समय सामग्री को अग्नि में डालने की क्रिया; हवन में हर बार डाली जाने वाली सामग्री की मात्रा। - - - अहूती, आहूती, कुरबानी अहूती, आहूती, कुरबानी - - - आहूती - - - - आहुती, अ॑हवथ - - - - आहूती आहूती - - - आहुति आहुतीचे सामान - - - आहुति आहुतिनो समान - - - आहुति आहुत - - - आहुति आहुति - - - आहुति आहुति - - - आहुति आहुति - - - वेळ्वियिल् नॆय्, पॊरि मुदलियन अर्प्पित्त्ळ्, आहुति वेळ्वियिल् अर्पणिक्कुम् पॊरुळ् - - - आहुति आहुति - - - आहुति आहुति - - -
305 इंतज़ाम पुंलिंग - - - - प्रबन्ध, व्यवस्था। - - - - इंतज़ाम - - - - इंतिज़ाम - - - - इंतिज़ाम - - - - इंतिज़ामु - - - - सोय, व्यवस्था - - - - इंतेजाम, बंदोवस्त - - - - अवस्था, बंदोबस्त - - - - ब्यवस्था, योगार - - - - ब्यबस्था - - - - एर्पाटु - - - - एर्पाडु - - - - एर्प्पाटु, व्यवस्थ - - - - एर्पाडु ब्यवस्थॆ - - - -
306 इंदराज पुंलिंग - - - - दर्ज करने की क्रिया या काम, प्रविष्टि। - - - - इंदराज - - - - इंदिराज - - - - दरु॑ज करुन - - - - दर्जु करणु, दाख़िला - - - - नोंदणी, प्रविष्टि - - - - दाखल करवुं ते - - - - ढोकानो - - - - भर्तिकरण, प्रविष्टि - - - - प्रबिष्टि - - - - चेर्चुट - - - - पदिन्दु कॊळ्ळळ् - - - - पतिक्कल, चार्त्तल् - - - - नमूदनॆ - - - -
307 इकहरा विशेषण विशेषण - - - एक ही परतवाला; पतला। - - - इकहिरा - - - - इकहरा इकहरा - - - आ॑कॉन्यल - - - - हिक तहो सन्हो - - - एकेरी सडपातळ, कृश - - - एकवडियुं पातळुं - - - एकहारा पातला, छिपछिपे - - - एंखनीया, एतरपीया पातल, क्षीण - - - - पतळा - - - ओंटिपोर पल्चनि - - - ऒट॒टै॒नाडियान मॆल्लिय - - - ऒट॒ट॒त्तट्टाय मॆलिञ्ञ - - - तॆळ्ळगॆ तॆळ्ळगॆ - - -
308 इकाई स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - - किसी पूरे वर्ग या समूह का ऐसा भाग जो विश्लेषण के लिए स्वतन्त्र या पृथक माना जाता हो (यूनिट); किसी संख्या में दाईं ओर का पहला अंक या उसका स्थान। - - - इकाई - - - - इकाई - - - - इकाई - - - - इकाई एको, एके जी जग॒ह - - - युनिट एकम - - - एकम एकम - - - एकक एकक - - - एकक, गोट - - - - एकक - - - - बिंदुवु, यूनिट ओकट्लु - - - ऒन्रि॒यम् मुदल् स्तान एंण, ऒट॒टै॒ - - - यूनिट ऒर॒र॒ - - - घटक बिडि, ऒदुं - - -
309 इक्का पुंलिंग पुंलिंग - - - एक प्रकार की छोटी गाड़ी जिसमें केवल एक घोड़ा जोड़ा जाता हैं; ताश का एक बूटीवाला पत्ता। - - - यक्का यक्का - - - इक्का यक्का - - - यकु॑ - - - - टांगो यको (ताश जो) - - - एक्का-गाडी, टांगा (पत्त्यातील) एक्का - - - एको, एक्को एको, एक्को - - - एक्का टेक्का - - - एक्का गारी (ताच पातर) एक्का - - - एक्का, एक्कागाड़ी तास र एक बुटीबाला पत्ता - - - जट्का वोकट्ल्आकु - - - कुदिरै वण्डिं 'एस' सीट्टु - - - इक्का वण्डि आस् (चीट्टॅ) - - - ऎक्कागाडि ऎक्का - - -
310 इक्का-दुक्का विशेषण - - - - अकेला,-दुकेला, कोई-कोई। - - - - कल्ला-दुकल्ला, इक्कड़-दुक्कड़ - - - - इक्का-दुक्का - - - - अरव-ज्रु॑, स्यठाह कम - - - - एकड़ि-बे॒कड़ि - - - - एकटा-दुकटा - - - - एकल-दोकल - - - - एका-दोका, केउ॒-केउ - - - - दुइ-एक, दुटा-एटा - - - - एक्का-दुग्गा - - - - ओकरिद्दरु - - - - ऒन्रि॒रण्डु - - - - ऒटटयुं तॆट॒ट॒युं - - - - ऒब्बिब्ब - - - -
311 इच्छा स्त्रीलिंग - - - - चाह, कामना। - - - - इच्छा - - - - ख़ाहिशं - - - - यछ़ा - - - - इछा - - - - इच्छा - - - - इच्छा, मरजी, रुचि - - - - इच्छा, आकांक्षा॒ (क्खा) - - - - इच्छा, कामना - - - - इच्छा, कामना - - - - कोरिक, इच्छा - - - - इच्चै, विरुप्पम् - - - - आग्रहं, इच्छा - - - - आसॆ, बयकॆ - - - -
312 इठलाना अकारात्मक क्रिया - - - - गर्वसूचक चेष्टाएं करना, ऐंठ दिखाना, इतराना। - - - - आकड़णा - - - - इठलाना, इतराना - - - - वर करु॑न्य - - - - फूंडिजणु, टेग॒रि डे॒खारणु - - - - ऐट दाखवणे - - - - ऍट देखाडवी - - - - ठमक - - - - गपन ओफन्दि फुर - - - - आड़ा-देखाइबा, गर्ब-देखाइबा - - - - मिडिसिपडुट - - - - सॆरुक्कुडन् नडक्क - - - - गर्वु काणिक्कुक, अहंकरिक्कुक, किरुविक्कुक - - - - बिंकदिंद नडॆयुवुदु जभ्भमाडुवुदु - - - -
313 इतिवृत्त पुंलिंग पुंलिंग - - - किसी विषय से संबन्धित समस्त घटनाओं का काल क्रमानुसार पूर्ण विवरण (केस हिस्टरी); कथा, कहानी आदि के रूप में पुरानी बातों का विवरण, इतिहास। - - - केस हिसट्री इतिहास - - - तवारीख़ (महाज़िरात) सरगुज़श्त - - - तमसील - - - - विचूर वृतांतु - - - इंतिवृत्त वृत्तांत - - - इतिवृत्त इतिहास - - - इतिवृत्त इतिवृत, इतिहास, पुरावृत - - - इतिबृत्त इतिहास, बुरंजी - - - इतिबृत्त, पूर्ण बिकरण - - - - इतिवृत्तमु, कथ चरित्र - - - वरलारु॒ पऴंकदैगळिन्पर्णनै, चरित्तिरम् - - - इतिवृत्तं, संभवविवरणं इतिवृत्तं - - - स्थितिय विवर इतिहास - - -
314 इतिहास पुंलिंग - - - - किसी व्यक्ति, समाज या देश की महत्वपूर्ण घटनाओं का काल क्रमानुसार वर्णन। - - - - इतिहास - - - - तारीख़ - - - - ता॑रीख, यतिहास - - - - इतिहासु, तवारीख़ - - - - इतिहास - - - - इतिहास, तवारीख - - - - इतिहास - - - - इतिहास - - - - इतिहास - - - - चरित्र - - - - देश चरित्तिरम्, नाट्टु बरलारु॒ - - - - चरित्रं - - - - चरित्रॆ, इतिहास - - - -
315 इत्र पुंलिंग - - - - विशिष्ट प्रक्रिया से निकाला हुआ फूलों का सुगंधिंत सार, पुष्पसार, अतर। - - - - अतर - - - - इ़त्र - - - - अ॑तु॑र - - - - अतुरु - - - - अत्तर - - - - इत्र, अत्तर - - - - आतर, पुष्पसार् - - - - आतर - - - - अतर, पुष्पसार - - - - अत्तरु - - - - अत्तर् - - - - अत्तर॒ - - - - अत्तरु - - - -
316 इधर क्रिया विशेषण क्रिया विशेषण - - - (दिशा और विस्तार के विचार से) इस ओर, इस तरफ, इस स्थान पर, पास-पड़ोस में; (समय के विचार से) वत्र्तमान के आस-पास। - - - एधर - - - - इधर इधर - - - या॑र - - - - हिते, हिन पासे ताजो, वेझड़ाईअ में - - - इकडे आलिकडे - - - आबाजु, आतरफ हमणां, हाल्मां - - - एइदिके, एइधारे, एइखाने एइधारे, इदानीड़; आजकाल, एखन - - - एइफाले एइपिने आजिकालि, बर्तमाने - - - ए आड़े, ए तरफ बर्तमानर, पाख-आख - - - इच़ट, इक्कड ई रोजुल्लो - - - इंगे, इंदप्पक्कं इप्पॊळुदु - - - इविडॆ ईयिटॆक्कु - - - ईकडॆ, इल्लि, अक्कपक्कदल्लि ईचॆगॆ - - -
317 इनकार पुंलिंग - - - - न मानने की क्रिया या भाव, अस्वीकृति। - - - - इनकार - - - - इनकार - - - - न मानुन - - - - इन्कारु - - - - नकार - - - - इनकार, मना - - - - अस्वीकार (सी) - - - - अस्वीकार - - - - अस्वीकृति - - - - निराकरण - - - - मरु॒प्पु - - - - तळ्ळिक्कळयल् - - - - अस्वीकार - - - -
318 इनाम पुंलिंग - - - - पुरस्कार, पारितोषिक। - - - - इनाम - - - - इन्आ़म - - - - यनामु॑ - - - - इनामु - - - - इनाम - - - - इनाम - - - - पुरस्कार, पारितोषिक - - - - पुरस्कार - - - - पुरस्कार, पारितोषिक - - - - बहुमानमु, इनामु - - - - इनाम्, बॆगुमदि - - - - सम्मानं, पारितोषिकं - - - - इनामु - - - -
319 इमारत स्त्रीलिंग - - - - भवन। - - - - इमारत - - - - इमारत - - - - अ़मारथ - - - - इमारत - - - - इमारत - - - - इमारत - - - - अट्टालिका, इमारत - - - - भवन, घर - - - - भवन - - - - भवनमु, मेड - - - - माळिगै - - - - कोट्टिटं - - - - कट्टड - - - -
320 इलाका पुंलिंग - - - - क्षेत्र, प्रदेश। - - - - इलाका - - - - इ़लाक़ा - - - - अलाकु॑ - - - - इलाइको - - - - इलाका - - - - इलाको, प्रांत - - - - एलाका - - - - एलेका, क्षेत्र, लाट - - - - इलाका, क्खेत्र, सीमा, प्रदेश - - - - इलाका, प्रांतमु - - - - इलाका, पिरिवु - - - - एला, प्रदेशं - - - - प्रदेश - - - -
321 इलाज पुंलिंग पुंलिंग - - - उपचार, चिकित्सा; प्रतिकार की युक्ति या उपाय। - - - इलाज - - - - इ़लाज चारा, तदबीर - - - यलाज - - - - इलाजु इलाजु - - - इलाज, उपचार इलाज - - - इलाज, उपचार उपाय - - - चिकित्सा, उपचार चिकित्सा - - - चिकित्सा प्रतिकारर उपाय, चिकित्सा - - - उपचार, चिकित्सा प्रतिकार र जुक्ति - - - चिकित्स उपायमु - - - चिकिच्चै उपायम् - - - चिकित्स उपायं - - - चिकित्सॆ परिहार - - -
322 इशारा पुंलिंग - - - - संकेत। - - - - इशारा - - - - इशारा - - - - इशारु॑ - - - - इशारो - - - - इषारा - - - - इशारो - - - - संकेत, इशारा - - - - संकेत, इंगित, इचारा - - - - संकेत - - - - संज्ञ, सैग - - - - जाडै - - - - आंग्यं - - - - सन्नॆ, संकेत - - - -
323 इस्तरी स्त्रीलिंग - - - - कपड़े की शिकन दूर करने या तह बिठाने के लिए लोहे या पीतल का उपकरण (आयरन)। - - - - इसतरी - - - - इस्तरी - - - - कुंद्य - - - - इस्त्री - - - - इस्त्री - - - - इस्तरी, इस्त्री - - - - इस्तिरि - - - - इस्त्री - - - - इस्त्रि - - - - इस्त्री, चलुव - - - - इस्तिरि पोडुदल - - - - इस्तिरि - - - - इस्त्रि पॆट्टिगॆ - - - -
324 इस्पात पुंलिंग - - - - विशेष प्रक्रिया से तैयार किया हुआ कड़ा और बढ़िया लोहा (स्टील)। - - - - असपात - - - - फ़ौलाद - - - - सिटील - - - - रुकु - - - - पोलाद - - - - पोलाद, स्टील - - - - इस्पात - - - - तीखा लोहा - - - - इस्पात - - - - स्टीलु, उक्कु - - - - ऎहकु - - - - उरुक्कु - - - - उक्कु - - - -
325 ईंट स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - - सांचे में ढालकर पकाया हुआ मिट्टी का टुकड़ा जो दीवार आदि बनाने के काम आता हैं (ब्रिक); ताश के चार रंगों में से एक जिसमें लाल रंग की चोकोर बूटियां बनी होती हैं। - - - इट्ट ईंट - - - ईंट इंट - - - सीर - - - - सिर ईट - - - वीट (पत्त्यांत) चौकट - - - ईंट चोकट - - - इट रुइतन - - - इटा ताचर रुहितनर पात - - - ईटा (ब्रिक) तास खेळर नालिपान पता - - - इटुक डायमन - - - चॆंगळ् डैमंड् (सीट्टु) - - - इष्टिक डैमन् (चीट्टु) - - - इट्टिगॆ डयमण्डु - - -
326 ईंधन पुंलिंग - - - - जलाने के काम आने वाली लकड़ी, जलावन। - - - - बालण - - - - ईंधन - - - - ज़ालुन, ज़्युन - - - - जलाऊ पदार्थ (काठियूं वग़ैरह) - - - - ईंधन जळण, सरपण - - - - ईंधण, बळतण - - - - इन्धन, ज्वा॒लानि (जा) - - - - इन्धन, खरि - - - - जालेणि काठ - - - - इन्धनमु, वंट चेरुकु - - - - विर॒गु - - - - विर॒कु - - - - सौदॆ - - - -
327 ईख स्त्रीलिंग - - - - गन्ना, ऊख। - - - - इक्ख, गन्ना - - - - ईख (गन्ना) - - - - नयशक्कर - - - - कमंदु - - - - ऊंस - - - - ईख, इक्षु, शेरेडी - - - - आख - - - - कुहियार - - - - आखु - - - - चेरकुगड - - - - करुंबु - - - - करिम्पु - - - - कब्बु - - - -
328 ईश्वर पुंलिंग - - - - परमात्मा, भगवान। - - - - ईशवर - - - - अल्लाह, ख़ुदा - - - - ईशर, बगवान - - - - ईश्वरु - - - - ईश्वर, भगवान - - - - ईश्वर - - - - ईश्व॒र, भगवान (श्श) - - - - ईश्वर - - - - परमात्मा, भगबान - - - - भगवंतुडु, देवुडु - - - - कडवुळ् - - - - ईश्वरन् - - - - भगवंत - - - -
329 उँडेलना सकारात्मक क्रिया - - - - किसी तरल पदार्थ को एक बर्तन से दूसरे बर्तन में डालना या जमीन पर गिरा देना। - - - - उलद्दणा, उलटाउणा - - - - उंडेलना - - - - त्रावुन, फिरुन - - - - ओतणु - - - - ओतणें - - - - रेडवुं - - - - ढाला - - - - ढाल, बाक - - - - ढाळिबा - - - - तिरुगपोयुट - - - - विड (दिरवङ्गळै) - - - - ऒळिक्कुक - - - - सुरियुवुदु, चॆल्लुवुदु - - - -
330 उकताना अकारात्मक क्रिया - - - - ऊबना। - - - - उकताउणा - - - - उकताना - - - - तंग युन - - - - ककि थियणु, बेज़ारु थियणु - - - - त्रासणे, कंटाळणें - - - - कटाळबुं - - - - मन उचाटन हओया - - - - आमनि लाग, भागरि पर - - - - मन उचाटन इबा उच्चाट - - - - विसुगुचेंदुट - - - - सलिप्पडैय - - - - मुषियुक - - - - बेजारागुवुदु - - - -
331 उकसाना सकारात्मक क्रिया - - - - भड़काना, उत्तेजित करना। - - - - उकसाउणा, चुकण्णा - - - - उकसाना - - - - त्रुस द्युन - - - - भड़िकाइणु - - - - भडकविणे, चेतविणे - - - - भडकाववुं - - - - उसकानो, ओसकानो - - - - उचटा, उत्तेजित कर - - - - उत्तेजित करिबा - - - - रेच्च़गोट्टुट - - - - तूंडिविड - - - - प्रेरिप्पिक्कुक, इळक्किविटुक - - - - प्रचॊदिसुवुद, प्रेरेपणॆमाडुवुदु - - - -
332 उक्ति स्त्रीलिंग - - - - किसी की कही हुई बात, कथन, वचन। - - - - उकती - - - - क़ौल, मक़ूला - - - - वनुन, कथ - - - - चविणी - - - - उक्ति, वचन, कथन - - - - उक्ति, कथन - - - - उक्ति - - - - उविश्त, कथा, बचन - - - - कथन, बचन - - - - उक्ति, सूक्ति - - - - पॊन् मॊऴि - - - - उक्ति - - - - हेळिकॆ, उक्ति - - - -
333 उखाड़ना सकारात्मक क्रिया सकारात्मक क्रिया - - - जमी, ठहरी या लगी हुई चीज को खींचकर आधार से अलग करना; भागने या हटने के लिए विवश करना। - - - उखेड़ना - - - - उखाड़ना खदेड़ना - - - मू॑ल कडुन - - - - उखेड़णु, पाड़ां पटणु भज॒ण या हटण लाइ लाचारु करणु - - - उखडणे, उपटणे - - - - उखाडवुं - - - - उपड़ानो, उखड़ानो, ओखड़ानो - - - - उभाल, उधाल, एरुवा आँतरिबलै बाध्यकर - - - ओपाड़िबा पळाइबापाईं बाध्य करिबा - - - पेळ्ळगिंचुट बलहीनपरचु - - - पिडुंगि ऎरि॒य विरट्ट - - - परि॒च्चुमाट॒ट॒क विरट्टुक, ओटिक्कुक - - - कीळुवुदु बॆन्नॆट्टुवुदु, ओडिसुवुदु - - -
334 उगना अकारात्मक क्रिया अकारात्मक क्रिया अकारात्मक क्रिया - - उदय होना, निकलना; अंकुरित होना; उपजना, पैदा होना। - - उगणा उगणा उगणा - - निकलना फूटना उगना - - खसुन - - - - उभिरणु सलो फुटणु पैदा थियणु - - उगणे, उदय होणे उगवणे, अंकुर, फुटणे उगवणे, उत्पन्न होणे - - उगवुं, उदय थवों फूटवुं नीपजवुं, उत्पन्न थवुं - - उदय हओया गाछ अंकुरित हओया - - - ओला, उदय ह अंकुरित हेबा गांज अंकुरित ह - - उदय हेबा, उइंबा, उँकिमारिबा - अंकुरित हेबा - - उदयिंचुट मोलचुट, मोलकेत्तुट मोलचुट, मोलकेत्तुट - - वळर, वॆळिवर मुळैक्क उण्डाग - - उदिक्कुक मॊलॆ ऒडॆयुवुदु अंकुरिक्कुक, विळयुक मुळक्कुक - - मडुवुदु, उदिसुवुदु अंकुरिसुवुदु मॊलॆ ऒडॆयुवुदु - -
335 उगलना सकारात्मक क्रिया - - - - मुँह में ली हुई चीज को थूक देना, खाई हुई वस्तु को मुँह से बाहर निकाल देना। - - - - उग्गलणा - - - - उगलना - - - - द्रौख अनु॑न्य - - - - ओगा॒रण, कइ करणु - - - - ओकारी करणें - - - - ओकवुं - - - - - - - - - ओपज् उत्पादन ह - - - - उपुजिबा - - - - पुट्टुट - - - - कक्क - - - - छर्दिक्कुक - - - - उगळुवुदु - - - -
336 उगाना सकारात्मक क्रिया सकारात्मक क्रिया - - - किसी बीज या पौधे आदि को उगने में प्रवृत करना, उपजाना। उत्पन्न या पैदा करना। - - - उगाउणा - - - - उगाना पैदा करना - - - खारुऩ - - - - अभिराइणु पैदा करणु - - - उगविणे उत्पन्न करणें - - - उगाडवुं उत्पन्न करवुं - - - उगरानो, उगलानो उत्पादन करा - - - ओकाल, बटिया उत्पादन कर, उपजा उत्पन्न कर - - - ओगाळिबा, बांति करिबा (बान्ति करिबा) उपुजाइबा, उत्पन्न करिबा - - - मोलिपिंचुट पंडिंचुट, पुट्टिंचुट - - - विदैर्ये मुळैक्क वैक्क उण्डाक्क - - - मुळप्पिक्कुक विळयिक्कुक - - - बॆळसुवुदु हुट्टिसुवुदु - - -
337 उघाड़ना सकारात्मक क्रिया - - - - खोलना, अनावृत करना, नंगा करना। - - - - उघाडणा, उघेड़णा - - - - खोलना, बेपरदा करना - - - - खोलुन, मुचु॑रावुन - - - - उघाड़ो करंणु, खोलणु, पर्दो हटाइणु - - - - उघडणें, अनावृत करणे, नागवे करणें - - - - उघाडवुं, खोलवुं, खुल्लुं करवुं - - - - खोला, अनावृत करा - - - - बखलिया, उलिया व्यक्त कर - - - - खोलिबा, लंगळा करिबा - - - - चेरचुट, नग्नमुचेयुट - - - - तिरक्क, अम्मणमाक्क - - - - अनावरणं चॆय्युक - - - - बिच्चुवुदु तॆरॆयुवुदु - - - -
338 उचटना अकारात्मक क्रिया अकारात्मक क्रिया - - - किसी जमी या चिपकी हुई वस्तु का अपने आधार से अलग होना, छूटना; मन का हट जाना, न लगना, ऊबना। - - - उचेड़णा - - - - उचटना ऊबना - - - वॅथुन दिख युन - - - उखिड़णुं बेज़ारु थियणु, मनु न लग॒णु - - - पृथक होणे, सुटणे मन न लागणे, कंटाळणे - - - ऊचडवुं, उधेडवुं उतारपी, कटाळवुं - - - पृथक हओया - - - - खह, एर मन नालाग, आमनि लाग - - - अलगा हेबा मन न लागिबा - - - तोलगिपोवुट विरक्तिपुट्टुट - - - विडुपड मनदु अलुत्तुप्पोग - - - इळकुक, वळुतुक मनस्सु, मारु॒क, मुषियुक - - - कळचुवुदु बेसरवागुवुदु - - -
339 उचित विशेषण विशेषण विशेषण - - उपयुक्त, मुनासिब; ठीक, सही; न्यायसंगत। - - उचित उचित उचित - - मुनासिब - - - - मुना॑सिब मुना॑सिब मुना॑सिब - - मुनासिबु जोगो॒ ठीकु, सही इन्साफ़ रूइ - - उचित उपयुक्त, योग्य ठीक, बरोबर न्यायसंगत - - उचित, योग्य, घटित घटित न्याययुक्त - - उचित, उपयुक्त उचित उचित, न्यायसंगत - - उचित उपयुक्त ठिक, आचल उचित, न्यायसंगत - - उपजुक्त ठिक न्याय संगत - - यथोचित योग्यमयिन सरि अयिन - - तगुन्द सरियान नियायमान - - उचितं शरियाय न्यायमाय - - तक्क सरियाद न्यायसम्मत - -
340 उच्च विशेषण विशेषण विशेषण - - ऊँचा; पद आदि में औरों से ऊपर या बड़ा; श्रेष्ठ। - - उच्चा उच्चा उच्चा - - ऊंचा (बलंद) बरतर आ़ला - - थौद थौद थौद - - ऊचो आला उत्तमु - - उच्च वरिष्ठ श्रेष्ठ - - उच्च, ऊँचुं श्रेष्ठ श्रेष्ठ - - उँचु उच्च, श्रेष्ठ उच्च, उँचु - - ओख, उच्च ओपर वाला श्रेष्ठ - - उंचा पद आदि र रु ब ठिबा श्रेष्ठ - - ऍत्तयिन उन्नतमयिन श्रेष्ठमयिनं - - उयर्न्द पदवियिल् उयर्न्द सिर॒प्पान - - पॊक्कमुळ्ळ उयर्न्द श्रेष्ठमाय - - ऎत्तरवाद हिरिय, ज्येष्ठ, श्रेष्ठ हिरिय, ज्येष्ठ, श्रेष्ठ - -
341 उच्चारण पुंलिंग - - - - सार्थक शब्द कहने या बोलने का निश्चित और शुद्ध ढंग या प्रकार (प्रोनेसिएशन)। - - - - उच्चारण - - - - तलफ़्फुज़ - - - - वनु॑नुक तरीकु॑ - - - - उचारणु - - - - उच्चार - - - - उच्चारण, उच्चार - - - - उच्चारण॒ (न) - - - - उच्चारण - - - - उच्चारण - - - - उच्चारण - - - - उच्चरिप्पु - - - - उच्चारणं - - - - उच्चारणॆ - - - -
342 उछल-कूद स्त्रीलिंग - - - - बार-बार उछलने या कूदने की क्रिया या भाव। - - - - नच्च-टप्प - - - - उछलकूद - - - - वॅतलबुजि, वॅठ-छ़ॉँठ - - - - ठेंग टपा - - - - हसणे-खिदळणें - - - - कूदंकूदा, कूदाकूद - - - - लाफालाफि - - - - जपियाजपि - - - - कुदिबा, डिंआ-डेईं, उत्पात - - - - गन्तुलु वेयुट - - - - कुदित्तु विळैयाडुदल् - - - - ऍटुत्तु चाट्टुं - - - - हाराट, कुणित - - - -
343 उछलना अकारात्मक क्रिया अकारात्मक क्रिया - - - वेगपूर्वक ऊपर की ओर उठना या बढ़ना; अत्यंत प्रसन्न होना, खुशी से फूलना। - - - उछल्लणा - - - - उछलना - - - - वॅठ तुलु॑न्य - - - - उछिलिजणु टपा डि॒यणु - - - उसळणें आनदान खूश होणें - - - उछळवुं, उंचेजवुं, कूदवुं प्रसन्नता थी उछळवुं - - - लाफानो आनंदे लाफानो - - - उचाल मार, जंपिया - - - - उछुळिबा अत्यंत प्रसन्न हेबा - - - ऍगुरुट गंतु वेयुट - - - कुदित्तु ऎळ पूरित्तुप्पोग - - - कुतिच्चु चाटुक अत्यंतं आह्ळादिक्कुक संतोषं कॊण्डु निर॒युक - - - हारुवुदु नॆगॆदाडुवुडु - - -
344 उजड़ना अकारात्मक क्रिया - - - - बसे हुए स्थान के आबाद न रहने पर उस का टूट-फूट कर बेकार हो जाना। - - - - उज्जड़णा - - - - उजड़ना - - - - वा॑रान गछुन - - - - उजिड़णु - - - - उध्वस्त होणें - - - - उजडावुं - - - - नष्ट हओया, विध्वस्त हओया - - - - छन पर - - - - उजुड़िबा - - - - ध्वंसमगुट - - - - पाऴडैदल् - - - - वासशून्यमावुक - - - - हाळुबीळुवुदु - - - -
345 उजाला पुंलिंग पुंलिंग - - - चांदनी, प्रकाश, रोशनी; प्रात:काल होने वाला प्रकाश। - - - उजाला उजाला - - - उजाला, रोशनी - - - - गाश - - - - उजालो, प्रकाशु सोझिरो - - - उजेड प्रकाश, प्रभा - - - उजाश (स), अजवाऴुं प्रकाश - - - आलो, चांदनि, प्रकाश आलो - - - जोनाक, पोहर फेंहुजालि - - - प्रकाशं, आलोक उजळ, सफा, फर्चा - - - प्रकाशमु, वेन्नेल, वेलुगु वेलुतुरु - - - वॆळिच्चम्, निळवॊळि विडियर्कालै वॆळिच्चम् - - - वॆळिच्चं पुलर॒वॆट्टम् - - - वॆळकु मुंबॆळकु - - -
346 उठना अकारात्मक क्रिया अकारात्मक क्रिया अकारात्मक क्रिया - - ऊंचाई की ओर या ऊपर जाना अथवा बढ़ना; गिरे, झुके, बैठे या लेटे होने की स्थिति से खड़े होने की स्थिति में आना; जागना। - - उठना - - - - उठना - - - - वॅथुन वॅथुन - - - उथणु, मथे चढ़णु उथणु उथणु, जाग॒णु - - वर जाणे, चढणे उठणे जागे होणे, उठणे - - उठवुं, ऊभुं थवुं उठवुं जागवुं - - ओठा, चड़ा ओठा ओठा, जागा - - उठ थि प ह उठ, जाग सार पा - - उपर कु जिबा (उठिबा) ठिआ हेबा जागिबा - - पयिकि वच्चुट निलबडुट लेचुट - - ऎम्ब, मेले पोग ऎळुन्दिरुक्क विऴित्तुक्कॊळ्ळ - - पॊन्तुक, पॊङ्ङुक ऍळुन्नेल्क्कुक उणरुक - - मेलक्केळुवुदु एळुवुदु ऎच्चरगॊळ्ळुवुदु - -
347 उड़ना अकारात्मक क्रिया अकारात्मक क्रिया अकारात्मक क्रिया - - पंखों या परों की सहायता से आधार छोड़कर ऊपर उठना और आकाश या वायु में इधर-उधर आना-जाना। प्राकृतिक, रसायनिक आदि कारणों से किसी चीज का धीरे-धीरे कम होना या न रह जाना; गायब या लुप्त हो जाना। - - उडना - - - - उड़ना - - - - वुडुन वुडुन वुडुन - - उडा॒मणु उडा॒मणु उडा॒मणु - - उडणे उडून जाणे लुप्त होणें - - उडवुं (हवामां) फीकुं पडवुं गायब के लुप्त थवुं - - ओड़ा, उड़ा ओड़ा, ओवा ओड़ा - - उर उरि नाइकीया ह उरि या लुका - - उड़िबा धीरे धीरे कमिबा लुप्त हेबा - - ऎगरुट आविरयिपोवुट मांयमगुट - - पर॒क्क मॆळ्ळ मॆळ्ळ, कुरै॒न्दु पोग, मरै॒न्दुपोग मरै॒न्दुपोग - - पर॒क्कुक इल्लाताकुक लॊपिक्कुक - - हारुवुदु इंगुवुदु मायवागुवुदु - -
348 उतना विशेषण - - - - पहले निर्धारित मात्रा, मान, संख्या, दूरी आदि का सूचक। - - - - ओना, उतना - - - - उतना - - - - त्यूत, त्यूतुय - - - - ओतिरो - - - - तितका - - - - एटलुं - - - - ततो, तेमन - - - - सिमान, सिमानखिनि - - - - सेतिकि - - - - अन्त - - - - अव्वळवु, अत्तनै - - - - अत्रयुं - - - - अष्टु - - - -
349 उतरना अकारात्मक क्रिया - - - - किसी व्यक्ति या वस्तु का ऊपर के या ऊंचे स्थान से क्रमश: नीचे की ओर आना। - - - - उतरना - - - - उतरना - - - - वसुन - - - - लह॒णु - - - - उतरणे - - - - ऊतरवुं - - - - नामा - - - - नाम - - - - उतुरिबा - - - - दिगुट - - - - इरं॒ग - - - - इर॒ङ्ङुक - - - - इळियुवुदु - - - -
350 उतार-चढ़ाव पुंलिंग पुंलिंग - - - नीचे उतरने और ऊपर चढ़ने की अवस्था, क्रिया या भाव; किसी वस्तु के मान, मूल्य स्तर आदि का बराबर घटते-बढ़ते रहना। - - - उतार-चढ़ा उतार-चढ़ा - - - उतार-चढ़ाव, कमी-बेशी - - - - ह्यॊर-वन, खसुवस हयॊर-बॅन, उतार-चडाव - - - लाहु-चाढ़ु घटा-वधी - - - चढ-उतार चढउतार - - - चडती-पडती, उतराण-चढाण चढ़-उतार - - - ओठा-नामा, उठा-नामा कमा-बाड़ा - - - उठा-नमा, तल-ओपर उठा-नमा - - - ओल्हाणी ओ चढ़ाणी, ओल्हाइबा ओ चढ़िबा कम ऐबा ओ बढ़िबा, मान व मूल्य र खसिबा-बढ़िबा - - - ऎत्तु-पल्लमुलु हेच्चुतग्गुलु - - - एट॒ट॒ इरक्कम् विलै एरुवुदु-इरं॒गुवुदु - - - कयट॒ट॒वुं, इर॒क्कवुं एट॒ट॒क्कुर॒च्चिल् - - - एरिळित हॆच्युकडिमॆयागुवुदु - - -
351 उतारना सकारात्मक क्रिया सकारात्मक क्रिया सकारात्मक क्रिया - - ऊपर से नीचे लाना; अलग करना (वस्त्र), आभूषण; पार या दूसरी ओर पहुँचाना (नदी आदि के)। - - लाहुणा लाहुणा लाहुणा - - उतारना - - - - वालुन कडुन तारुन - - लाहिणु - पारि पहुचाइणु - - उतरविणे वस्त्र, आभूषण काढणे नदी इत्यादीच्या पैलतीरास पोहोचणे - - उतारवुं काढवुं पार लई जवुं - - नामानो खोला, छाड़ा - - - नमा खोल, सोलोका पार कर - - उतारिबा अलगा करिबा पारि होबा - - दिगुट तीसि वेयुट दाटिंचुट - - कीऴे इर॒क्क कळैय, अविऴ्क्क अक्करै सेर्क्क - - ताऴोट्टु कॊण्डुवरिक अऴिच्चुवॆक्कुक कर कटत्तुक - - इळिसुवुदु कळचुवुदु दाटिसुवुदु - -
352 उत्कंठा स्त्रीलिंग - - - - कुछ करने या पीने की प्रबल इच्छा, चाव। - - - - उतकंठा, सद्धर - - - - अरमान - - - - चाव, शोख - - - - चाह, अबि॒लाखा, उत्कंठा - - - - उत्कंठा - - - - उत्कंठा - - - - उत्कंठा - - - - उत्कण्ठा, प्रबल इच्छा - - - - उत्कंठा - - - - तहतह तीव्रलालरु - - - - तीविर विरुप्पम् अवा - - - - उत्कंठ, आग्रहं - - - - प्रबल, इच्छॆ - - - -
353 उत्कर्ष पुंलिंग पुंलिंग - - - ऊपर की ओर उठने, खिंचने या जाने की क्रिया या भाव; पद, मान, संपत्ति, भाव, मूल्य आदि में होने वाली वृद्धि। - - - चढ़त, चढ़तल - - - - उ़रूज - - - - थज़र, ऒरूज - - - - चाढु, मथे वधण जी हालति वाधारो, वाधि - - - ओढणे उत्कर्ष - - - उत्कर्ष उन्नति, अभिवृद्धि - - - उत्थित वर्धित - - - उत्कर्ष उन्नति सम्पन्नता - - - उत्कर्ष पद-मान आदि र बृद्धि - - - उत्कर्षमु, अतिशयमु उन्नति - - - ऎळुच्चि पदवि, सॆल्वाक्किल उयर्च्चि - - - उत्कर्षं अभिबृद्धि - - - एळिगॆ, अभिवृद्धि एळिगॆ एरिकॆ - - -
354 उत्तम विशेषण - - - - गुण, विशेषता आदि में सबसे बढ़कर। - - - - उत्तम - - - - अफ़्जल (आ़ला) - - - - थोंद, वॅतम - - - - उतमु, आला - - - - उत्तम - - - - उत्तम, सोथी, सारुं श्रेष्ठ - - - - उत्तम, सर्वश्रेष्ठ - - - - उत्तम, उत्कृष्ट - - - - उत्तम, उत्कृष्ट-मल - - - - उत्तममयिन - - - - सिर॒न्द - - - - उत्तमं - - - - उत्तम - - - -
355 उत्तराधिकार पुंलिंग - - - - किसी को न रह जाने अथवा अपना अधिकार छोड़ देने पर किसी दूसरे को उसकी धन-संपत्ति, पद आदि मिलने का अधिकार। - - - - वरासत - - - - हक़्क़े-विरासत, जानशीनी - - - - वा॑रिसदर - - - - वर्सो, जाइनशीनी - - - - वारसा - - - - उतराधिकार, वारसानो अधिकार - - - - उत्तराधिकार - - - - उत्तराधिकार - - - - उत्तराधिकार - - - - वारसत्वमु - - - - सॊत्तुरिमै - - - - अनन्तरावकाशं - - - - उत्तराधिकार - - - -
356 उत्तेजना स्त्रीलिंग - - - - वह स्थिति जिसमें मन की चंचलता के कारण कोई व्यक्ति बिना समझे-बूझे कोई काम करने में उग्रता तथा शीघ्रता से प्रवृत या रत होता है। - - - - उतेजना - - - - इश्तिआ़ल (जोश) - - - - वुतिश - - - - जोशु, उतेजना - - - - उत्तेजना - - - - उत्तेजना, उश्केरणी, आवेश - - - - उत्तेजना - - - - उत्तेजना - - - - उत्तेजना - - - - उद्रेकमु - - - - तूण्डुदल्, आवेशम् - - - - उत्तेजनं - - - - प्रचोदनॆ, रोषावेश - - - -
357 उत्पादन पुंलिंग - - - - उत्पन्न या पैदा करने, बनाने की क्रिया या भाव। - - - - पैदावार, उतपादन - - - - तख़्लीक़, पैदावार - - - - पा॑दावार - - - - पैदाइश, उत्पादनु - - - - उत्पादन - - - - उत्पादन - - - - उत्पादन - - - - उत्पादन - - - - उत्पादन - - - - उत्पत्ति - - - - उर्पत्ति, विळैच्चल् - - - - उत्पादनं - - - - उत्पादनॆ - - - -
358 उत्सव पुंलिंग - - - - ऐसा सामाजिक या धार्मिक कार्यक्रम जिसमें विशिष्ट अवसर पर विशिष्ट उद्देश्य से लोग उत्साहपूर्वक सम्मिलित होते हैं। - - - - उतसव - - - - जश्न - - - - वॅथसव, बॊड दंह - - - - उत्सवु, जशनु, जल्सो - - - - उत्सव - - - - उत्सव, तहेवार, ओच्छव, आनंदनो, मेळावडो - - - - उत्सव - - - - उत्सव, उछव - - - - उत्सब - - - - उत्सवमु - - - - उत्सवम् तिरुविऴा - - - - उत्सवं, आघोषं - - - - उत्सव - - - -
359 उत्साह पुंलिंग - - - - मन की वह वृत्ति या स्थिति जिसके परिणामस्वरूप मनुष्य प्रसन्नता और तत्परतापूर्वक किसी काम को पूरा करने या किसी उद्देश्य को सिद्ध करने के लिए अग्रसर होता है। - - - - उतशाह - - - - जोश, वल्वला - - - - जोश - - - - उत्साहु - - - - उत्साह - - - - उत्साह, जोश, उमंग, आनंद, हर्ष - - - - उत्साह - - - - उत्साह, उछाह - - - - उत्साइ, अग्रसर भाब - - - - उत्साहमु - - - - उत्सागम्, आवल् - - - - उत्साहं - - - - हुरुपु, उत्साह - - - -
360 उत्सुक विशेषण - - - - जिसके मन में तीब्र अथवा प्रबल अभिलाषा हो या जो किसी काम या बात के लिए किंचित् अधीर हो। - - - - उतसुक - - - - बेताब, मुश्ताक़ - - - - बॆताब - - - - आतुरु, उकंढ्यो, उत्सुकु, ख्वाहानु - - - - उत्सुक - - - - उत्सुक, आतुर, अधीरुं - - - - उत्सुक, व्यग्र - - - - उत्सुक, आग्रही - - - - प्रबल, उत्सुक - - - - उत्साहि - - - - आवलान - - - - उत्सुकन् - - - - तवकगॊळ्ळुव, उत्सुक - - - -
361 उदय पुंलिंग पुंलिंग - - - ऊपर की ओर उठने, उभरने या बढ़ने की क्रिया या भाव, उद्भव; ग्रह, नक्षत्रों आदि का क्षितिज से ऊपर उठकर आकाश में आना और दृश्य होना; - - - उदे, चढ़ना - - - - तुलूअ़ तुलूअ़ - - - तरु॑की, खसुन तरु॑की, खसुन - - - उसिरण जी हालति चाढ़ु उभिरण जी हालति - - - उद्भव उदय - - - उदय, उद्भव प्रगटवुं - - - उत्थान, उद्भव, उत्पत्ति उदय - - - उदय, उद्भव उदय - - - ऊपरकु, उठिबा, उद्भब उदय - - - उदयमु उदयमु - - - उयर, ऎलुदल् उदित्तल् - - - उदयं उदयं - - - उद्भव, बॆळवणिगॆ उदय, मूडुवुदु - - -
362 उदार विशेषण विशेषण - - - खुले दिलवाला, दानी; जो स्वभाव से नम्र और सुशील हो और पक्षपात या संकीर्णता का विचार छोड़कर सबके साथ खुले दिल से आत्मीयता का व्यवहार करता हो। - - - खुलदिला, उदार खुलदिला, उदार - - - कुशादादिल, फ़ैयाज़ कुशादादिल - - - फयाज़ फयाज़ - - - उदारु, सख़ी उदारु, वडी॒अ, दिलिवारो - - - दिलदार, उदार उदार - - - उदार, दानशील उदार - - - उदार, दानशील उदाचरि, प्रशस्त चित्त, महामति, दयालुं व्यक्ति - - - उदार उदार, महान - - - उदार, दानी समदृष्टि संपन्न - - - उदारुडु विशालहृदयुडु - - - दाराळ गुणमुळ्ळ पण्बुड़न् नड़न्दुकॊळ्गिर - - - तुर॒न्न हृदयमुळ्ळ दानशीलन् उदाराशयन् - - - उदारि, दानि दॊड्ड मनस्सिनव - - -
363 उदास विशेषण - - - - खिन्न, जो किसी प्रकार की उपेक्षा या अभाव के कारण अथवा भावी अनिष्ट की आशंका से खिन्न और चिन्तित हो। - - - - उदास - - - - उदास - - - - गमगीन, वॅदा॑स्य - - - - उदासु, मायूसु - - - - उदास - - - - उदास, गमगीन, खिन्न - - - - उदास, विषण्ण॒ (न्न) - - - - चिंतित - - - - उदासं, चिन्तित - - - - विचारपडुवाडु - - - - मनम् तळर्न्द, वरुत्तमुट॒ट॒ - - - - दुखितन् - - - - दु:खि - - - -
364 उदासीन विशेषण विशेषण विशेषण - - अलग या दूर रहने वाला; आसक्ति अथवा कामना-रहित; तटस्त, विरक्त। - - निरलेप, उदासीन - - - - बेतअ़ल्लुक़ उदास ग़ैरजानिबदार - - वॅदा॑सी - - - - उदासीनु बेमनो वेरागी॒ - - उदासीन आसक्ति अथवा कामना रहित तटस्थ, विरक्त - - उदासीन अनासक्त तटस्थ, विरक्त - - उदासीन अनासक्त, उदासीन, निर्लिप्त तटस्थ, उदासीन - - उदासीन, दूरत थका बैरागी निरपेक्ष - - अलगा रहिबा बाला उदासीन तटस्थ, बिरक्त - - विरागियमु विरक्तुडगु तटस्थमगु - - तनित्तु इरुक्किर॒ पट॒टुदलट॒ट॒ सिरद्दैयट॒ट॒ - - अकन्निरिक्कुन्न अनासक्तन् विरक्तन् - - उदासीन, विरक्त निर्लिप्त तटस्थ - -
365 उदाहरण पुंलिंग पुंलिंग - - - नियम, सिद्धान्त आदि को बोधगम्य तथा स्पष्ट करने के लिए प्रस्तुत किए गए तथ्य; ऐसा आचरण, कृति या क्रिया जो दूसरों को अनुकरण करने के लिए प्रोत्साहित करे। - - - उदाहरण - - - - मिसाल (नज़ीर) - - - - मिसाल मिसाल - - - मिसालु आदर्शु, नमूनो - - - उदाहरण आदर्श - - - उदाहरण, दाखलो, दृष्टांत आदर्श - - - उदाहरण॒ (न) दृष्टांत, निदर्शन, उदाहरण॒ (न) - - - उदाहरण आर्हि आदर्श, उदाहरण - - - दृष्टान्त, उदाइरण अनुकरणीय आचरण, दृष्टान्त उदाइरण - - - उदाहरणमु मेलुबन्ति - - - उदारणम् मादिरि - - - उदाहरणं मातृक - - - उदाहरणॆ दृष्टान्त मादरि, आदर्श - - -
366 उद्घाटन पुंलिंग पुंलिंग - - - आवरण या परदा हटाना; आधुनिक परिपाटी या रस्म जो नया कार्य आरंभ करने के समय औपचारिक उत्सव या कृत्य के रूप में की जाती है। - - - उद्घाटन - - - - निक़ाबकुशाई इफ़्तिताह - - - दस तुलुन इफतिताह - - - उद्घाटनु मुहुर्तु करणु - - - उद्घाटन उद्घाटन - - - उद्घाटन उद्घाटन - - - उन्मोचन उद्घाटन - - - उद्घाटन, उन्मोचन उद्बोधन - - - उद्घाटन, उन्मोचन, खोलिबा औपचारिक उत्सब, उद्घाटन - - - आविष्करिंचुट प्रारंभोत्सवमु - - - तिर॒न्दु वैत्तल् तिर॒प्पु विऴा - - - अनावरणं चॆय्यल् उद्घाटनं - - - अनावरण उद्घाटनॆ - - -
367 उद्देश्य पुंलिंग - - - - वह बात, वस्तु या विषय जिसका ध्यान रखकर कुछ कहा या किया जाए, अभिप्रेत कार्य, पदार्थ या विषय, इष्ट। - - - - उदेश - - - - मक़्सद - - - - मकसद - - - - उदेशु, मक्सदु - - - - उद्देश्य, हेतू - - - - उद्देश्य - - - - उद्देश्य, अभिप्राय - - - - उद्देश्य, लक्ष्य - - - - उधेश्य, अभिप्राय - - - - उद्देश्यमु - - - - कुरि॒क्कोल् - - - - उद्दिष्टकार्य - - - - गुरि, उद्देश्य - - - -
368 उद्धरण पुंलिंग - - - - किसी ग्रंथ, लेख आदि से उदाहरण, प्रमाण, साक्षी आदि के रूप में लिया हुआ अंश। - - - - टूक, हवाला - - - - इक़्तिबास - - - - कुलिकिताबि प्यठु॑ नीमु॑च़ मिसाल - - - - हवालो, दाख़िलो - - - - उध्दरण - - - - अवतरण - - - - उद्धरण॒ (न) - - - - उद्धृति - - - - उद्धृति - - - - अवतारिक, अवतरणमु - - - - मेर्कोळ् - - - - उद्धरणं - - - - उद्धरण - - - -
369 उद्यम पुंलिंग - - - - परिश्रम, मेहनत। - - - - उद्दम - - - - मेहनत - - - - मॆहनत - - - - उदमु, कोशिश - - - - उद्यम, परिश्रम, मेहनत - - - - उद्यम, यत्न, मेहनत - - - - उद्यम, अध्यवसाय, उद्यो॒ग (जो) - - - - उद्यम, परिश्रम - - - - उद्यम, परिश्रम, महेनत - - - - यत्नमु, प्रयास - - - - उऴैप्पु - - - - परिश्रमं, प्रयत्नं - - - - उद्योग, दुडित - - - -
370 उद्योग पुंलिंग पुंलिंग - - - परिश्रम, अध्यवसाय; काम-धंधा। - - - उदिओग सन्नत - - - मेहनत सन्अ़त - - - मॆहनत, कूशिश - - - - महिनत उद्योग, धंधोंवपारु - - - उद्योग, परिश्रम, अध्यवसाय काम-धंदा - - - उद्योग, मेहनत, प्रवृत्ति, काम कामधंधो - - - उद॒यम (द्द), अध्यवसाय काजकर्म, जीविका - - - उद्योग, अध्यवसाय उद्योग - - - परिश्रम कामधंधा - - - परिश्रम पनि-पाट - - - उऴैप्पु उद्दियोगम्, तॊऴिल् - - - परिश्रमं तॊऴिळ्, व्यवसायम् - - - परिश्रम कसबु, उद्यम - - -
371 उद्योगपति पुंलिंग पुंलिंग - - - कच्चे माल से पक्का माल तैयार करने वाले किसी बड़े कारखाने का स्वामी; किसी भी उद्योग का स्वामी। - - - उदिओगपती, सन्नतकार - - - - सन्अ़तकार - - - - बापा॑र्य, कारु॑बारी इन्सान - - - - उद्योगपती कारखानेदारु - - - उद्योगपति कारखानदार - - - उद्योगपति कारखानदार - - - शिळ्पपति शिल्पपति - - - उद्योगपति, शिल्पपति उद्योगर मालिक - - - उद्योग र स्वामी - - - - पेट्टुबडि दारुडु यजमानि - - - तॊऴिळदिबर मुदलाळि - - - मुतलाळि तॊऴिलुटम - - - कार्खानॆय यजमान उद्यमस्थ - - -
372 उधेड़ना सकारात्मक क्रिया - - - - सिलाई के टांके खोलना। - - - - उधेड़ना - - - - उधेड़ना - - - - त्रॊप तुलुन मुचरावुन - - - - उडेड़णु - - - - उसवणे - - - - उधेडवुं - - - - सेलाइ खोला - - - - चिलाइ खोल - - - - उतारिबा, खोलिबा - - - - कुट्लु विप्पुट - - - - तैयलैप्पिरिक्क - - - - तुन्नल् आऴिक्कुक - - - - बिडिसुवुद - - - -
373 उधेड़-बुन स्त्रीलिंग - - - - मन की अनिश्चियात्मक स्थिति, उलझन। - - - - उधेड़बुण - - - - उधेड़बुन - - - - परेशानी - - - - बिचिताई, मन जो मोंझारो - - - - विवंचना, व्यग्रता - - - - उलझण, गूंचवाड़ो - - - - इतस्तत: भाव, दुमना, दोमना, द्विधाग्रस्त - - - - गुनागँथा, दोधोर-मोधोर - - - - मान-र अनिश्च्यात्मक स्थिति - - - - ऊहापोहलु, चिक्कु - - - - कुऴप्पमान मननिलै - - - - चिन्ताक्कुऴप्पं - - - - योचनॆ, चिंतॆ - - - -
374 उन्नति स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - - आगे बढ़ने या विकसित होने की प्रक्रिया; उच्चता। - - - उनती - - - - तरक़्क़ी बलंदी (उ़रूज) - - - तरु॑की - - - - उन्नती, वाधारो, तरक्की ऊचाई - - - उन्नति श्रेष्ठता - - - उन्नति, चडती श्रेष्ठता - - - उन्नति, अभ्युद्य श्रीवृद्धि उच्चावस्था - - - उन्नति उच्चता - - - उन्नति, बृद्धि, बिकास उच्चता - - - उन्नति औत्तत्यमु - - - उयर्वु मेन्मै - - - उन्नति पुरौगति - - - प्रगति, मुन्नडॆ उन्नति - - -
375 उन्माद पुंलिंग पुंलिंग - - - मस्तिष्क की असंतुलित अवस्था; साहित्य में एक संचारी भाव। - - - शुदा, झल्ल उन्माद - - - जुनून (ख़ब्त), सौदा - - - - पागलगी - - - - दिमाग़ जो तवाज़नु बिगिड़णु चर्याई साहित्य में हिकु भावु, उन्मादु - - - उन्माद, वेड साहित्यांतील एक संचारी भाव - - - उन्माद, घेलछा, गांडपण - - - - उन्मत्तता, पागलाभि उन्माद - - - उन्मादना साहित्यर एटा, संचारी भाव - - - उन्माद, उन्मत्तता साहित्य-र एक संचारी भाव - - - उन्मादमु, पिच्चि उन्मादमु - - - पैत्तियम् इलाक्कियत्तिल् ऒर मन ऎळुच्चि - - - उन्मादं, भ्रांतु उन्मादं - - - हुच्चु उन्माद - - -
376 उन्मूलन पुंलिंग पुंलिंग - - - मूल या जड़ से नष्ट-भ्रष्ट करने की प्रक्रिया; समाप्त करना। - - - जड़ (जड़ों) पुट्टणा - - - - बेख़कनी, ख़ातिमा - - - - मूलु॑ तलु॑ खतु॑म करुन - - - - पाड़ां पट, जड़नासु खात्मो - - - नायनाट उन्मूलन, समाप्त करणे - - - उन्मूलन समाप्त करवुं - - - उन्मूलन, उत्पाटन, समूलेंध्वस उच्च्छेद, उन्मूलन - - - उन्मूलन समाप्तकरण - - - उन्मूळन - - - - पेळळगिंचुट, उन्मूलनमु रूपु मापुट - - - वेरोडु अऴित्तल् मुडित्तुविडल् - - - उन्मूलनं नशिप्पिक्कल् - - - कित्तॆसॆयुवुदु निमूर्लन सर्वनाश - - -
377 उपग्रह पुंलिंग पुंलिंग - - - बड़े ग्रह की परिक्रमा करने वाला छोटा ग्रंह; किसी ग्रह की परिक्रमा करने के लिए आकाश में छोड़ा जाने वाला यांत्रिक गोला या पिंड। - - - उपग्रहि उपग्रहि - - - सय्यारचा मस्नूई सय्यारा - - - उपग्रॆह - - - - उपग्रहु नकुली उपग्रहु - - - उपग्रह उपग्रह - - - उपग्रह उपग्रह - - - उपग्रह उपग्रह - - - उपग्रह कृत्रिम, उपग्रह - - - उपग्रह उपग्रह - - - उपग्रहमु उपग्रहमु - - - उपगिरहम् सॆयक्कै गोळम् - - - उपग्रहं कृत्रिम उपग्रहं - - - उपग्रह उपग्रह - - -
378 उपचार पुंलिंग - - - - चिकित्सा। - - - - इलाज - - - - इ़लाज - - - - यलाज - - - - इलाजु - - - - औषधोपचार - - - - चिकित्सा - - - - चिकित्सा - - - - चिकित्सा - - - - चिकित्सा - - - - चिकित्स - - - - चिकिच्चै - - - - चिकित्स - - - - चिकित्सॆ - - - -
379 उपज स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - जो उपजा हो, पैदावार, फसल; जो बन कर तैयार हुआ हो, उत्पादन; मन की नई उद्भावना या सूझ। - - उपज - - - - पैदावार मस्नूआ़ उपज (इख़्तिरा) - - पा॑दावार - - - - उपज, पैदावार पैदाइश - - - पीक उत्पादन कल्पना - - ऊपज, पेदाश उत्पादन (मननी) उपज, कल्पना - - फसल उत्पादन - - - उत्पन्न, खेति, फचल उत्पादन उद्भावना - - फसल, उपज उत्पादन मनर नूआ उद्भावना - - उत्पत्ति पंट उत्पत्ति - - विळैच्चल् उर्पत्ति मनदिल तोन्रूम् ऎण्णम् - - विळवु उत्पादनं, उत्पन्नं आशयं - - बॆळॆ, फसलु उत्पादनॆ कल्पनॆ - -
380 उपजना अकारात्मक क्रिया अकारात्मक क्रिया - - - उगना, अंकुर निकलना या फूटना; कोई नई बात सूझना। - - - उपजणा - - - - उगना - - - - पा॑दु॑ ग़छुन, वॅपदुन - - - - उपिजणु, पैदा थियणु सुझणु - - - उत्पन्न होणे, उपजणें नवीन गोष्ट सुचणे - - - ऊपजवुं, नीपजवुं नबी बातसूचवळी - - - जन्मान, जात - - - - गॉँज, गॉँजालि, ओला मनत खेला उद्भावना ह - - - अंकुरिबा नूआ कथा अबिष्कार - - - मोलकेत्तुट स्फुरिंचुट - - - विळैय, मुळैक्क पुदु ऐण्णम् तोन्र॒ - - - विळयुक, किळिर्क्कुक तोन्नुक - - - हुट्टुवुदु स्फुरिसुवुदु - - -
381 उपजाऊ विशेषण - - - - कृषि के लिए उपयुक्त भूमि। - - - - उपजाऊ - - - - ज़रखेज़ - - - - ज़रखेज़ - - - - उपजाऊ - - - - सुपीक - - - - उपजाउ, फळदुप - - - - उर्वर - - - - खेतिर उपयुक्त - - - - उर्बर - - - - सरवंतमु - - - - सॆऴिप्पान - - - - विळवुळ्ळ - - - - फलवत्ताद - - - -
382 उपदेश पुंलिंग पुंलिंग - - - धर्म और नीति के संबंध में विद्वानों द्वारा बताई गई बातें; समुचित राय। - - - उपदेश - - - - तल्क़ीन (नसीहत) सलाह, नसीहत - - - वॅपदीश - - - - उपदेशु सलाह - - - उपदेश योग्य सळळा - - - उपदेश योग्य सलाह - - - उपदेश - - - - उपदेश, नीति बचन सुपरामर्श - - - उपदेश - - - - उपदेशमु सलहा - - - उपदेशम् अरि॒वुरै - - - उपदेशं उपदेशं - - - उपदेश योग्य सनहॆ - - -
383 उपद्रव पुंलिंग पुंलिंग - - - दंगा, फसाद; हलचल, ऊधम। - - - हलचल, दंगा - - - - फ़साद (बलवा) हंगामा - - - दंगु॑-फसाद - - - - झगि॒ड़ो-फसादु गोडु-शोरु - - - उपद्रव, दंगा, तंटा भांडण - - - उपद्रव त्रास, उपाधि, संकट, आपदा - - - दांगा, फेसाद उपद्रव, उत्पात, दौरात्म्य - - - काजिया युँज उपद्रव, उत्पात - - - दंगा, फिसाद उपद्रब, उत्पात - - - उपद्रवमु गोल, अल्लरि - - - कलगम तॊन्दिरवु - - - वऴक्कु, कलहं बहळं - - - दंगॆ गलाटॆ - - -
384 उपनगर पुंलिंग - - - - नगर के आसपास बसा हुआ बाहरी भाग। - - - - बस्ती - - - - मुज्राफ़त (नवाह) - - - - सरय - - - - उपनगरु - - - - उपनगर - - - - उपनगर, परुं - - - - उपनगर - - - - उपनगर - - - - उपनगर - - - - नगरांचलमु - - - - पुर-नगर् - - - - नगरप्रान्तं - - - - उपनगर - - - -
385 उपनाम पुंलिंग - - - - वास्तविक नाम से भिन्न कवियों, लेखकों आदि का स्वयं रखा हुआ कोई दूसरा नाम (पैननेम)। - - - - उपनाम - - - - तख़ल्लुस - - - - तखेलुस - - - - तख़लुसु - - - - उपनाम, टोपणनाव (पैननेम) - - - - उपनाम, तखल्लुस - - - - उपनाम - - - - उपनाम, छद्मनाम - - - - उपनाम - - - - उपनाममु मारु पेरु - - - - पुनैप्पॆयर्, कुलप्पॆयर् - - - - उपनामम्, तूलिकानामं - - - - काव्य नाम - - - -
386 उपन्यास पुंलिंग - - - - वह काल्पनिक गद्य कथा जिसमें वास्तविक जीवन से मिलते-जुलते चरित्रों और कार्य-कलापों का विस्तृत चित्रण हो। - - - - नावल, उपनिआस - - - - नाविल - - - - नावल - - - - उपन्यासु, नावलु - - - - कादंबरी - - - - नवलकथा - - - - उपन्यास - - - - उपन्यास - - - - उपन्यास - - - - नवल - - - - नवीनम्, पुदिनम्, नावल् - - - - नोवल्, आख्यायिक - - - - कादंबरि - - - -
387 उपभोक्ता पुंलिंग - - - - काम में लाने या व्यवहार करने वाला, खपतकार। - - - - खपतकार, उपभोगता - - - - सारिफ़ - - - - वरतावन वोल - - - - वापिराईंदडु, उपभोगु कंदडु - - - - उपभोक्ता - - - - उपभोक्ता - - - - उपभोक्ता, उपभोगकारी - - - - भोकता, उपभोगकरोता - - - - उपभोक्ता - - - - वाडुकदारुडु - - - - उपयोगिप्पवर्, नुगर्वोर् - - - - उपभोगक्तावु - - - - अनुभोग - - - -
388 उपभोग पुंलिंग पुंलिंग - - - आनन्द या सुख-प्राप्ति के लिए किसी वस्तु का भोग करना या उसे व्यवहार में लाना; किसी वस्तु का इस रूप में प्रयोग करना कि उसकी उपभोगिता धीरे-धरे कम होती चले। - - - उपभोग - - - - ऐ़श सर्फ़ - - - इसतिमाल - - - - उपभोगु, इस्तैमालु खपति - - - उपभोग उपभोग - - - उपभोग, भोगवटी उपभोग - - - उपभोग - - - - उपभोग, सम्भोग भोग - - - उपभोग - - - - वाडुक वडिवेयु - - - उपयोगित्तल, नुगर्तल् नुगर्न्दऴित्तल् - - - उपभोगं मुळुवनुं, उपयोगिच्चु, इल्लाताक्कल् - - - उपयोगिसुवुदु बळकॆ - - -
389 उपमा स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - - समान गुणों के आधार पर दो वस्तुओं को तुल्य या समान ठहराना; एक अर्थालंकार जिसमें उपमेय व उपमान भिन्न होते हुए भी उनमें किसी प्रकार की एकता या समानता दिखाई जाए। - - - उपमा उपमा - - - तश्बीह (तम्सील) - - - - मिसाल मिसाल - - - भेट उपमा (हिकु अलंकारु जंहिं में बि॒नि शयनि जी भेट कयल हूंदी आहे) - - - उपमा उपमा अलंकार - - - उपमा उपमा अलंकार - - - तुलना, सादृश्य उपमा - - - उपमा, तुलना उपमा (साहित्यर अलंकार) - - - उपमा, तुळना उपमा - - - उपम, उपमानमु उपमालंकारमु - - - उवमै उवमै अणि - - - उपमिक्कल उपम - - - होलिकॆ उपमॆ - - -
390 उपयोग पुंलिंग - - - - प्रयोग, व्यवहार। - - - - बरतों, उपयोग - - - - इस्त़ेमाल - - - - इसतिमाल - - - - इस्तैमालु, उपयोगु - - - - उपयोग, व्यवहार - - - - उपयोग - - - - प्रयो॒ग (जो), व्यवहार, उपजोग - - - - प्रयोग, ब्यवहार - - - - प्रयोग, ब्यबहार - - - - उपयोगमु - - - - उपयोगम् - - - - उपयोगं - - - - उपयोग, बळकॆ - - - -
391 उपयोगी विशेषण - - - - जो प्रयोग या व्यवहार में लाए जाने के योग्य हो। - - - - उपयोगी, कारआमद - - - - कारआमद, मुफ़ीद - - - - बकार यिनस लायक - - - - कमाइतो, उपयोगी - - - - उपयोगी - - - - उपयोगी - - - - उपजोगी - - - - उपयोगी - - - - उपजोगी - - - - उपयोगकरमयिन - - - - उपयोगमुळ्ळ - - - - उपयोगमुळ्ळ - - - - कॆलसक्कॆ वरुव, उपयोगकरवाद - - - -
392 उपलक्ष्य पुंलिंग - - - - वह बात जिसे ध्यान में रखकर कुछ कहा या किया जाए। - - - - मंशा - - - - मशा (मक़्सद) - - - - मंशा - - - - कारणु, मुराद - - - - उपलक्ष्य - - - - उपलक्ष्य, संदर्भ - - - - उपलक्ष्य॒ (क्ख), उद्देश्य॒ (श्श) - - - - उपलक्ष्य - - - - उपलख्य - - - - संदर्भमु - - - - कुरि॒क्कोळ् - - - - लक्ष्यं, उद्देशं - - - - गुरि - - - -
393 उपला पुंलिंग - - - - जलाने के काम आने वाली गोबर का सूखा टुकड़ा, कंडा। - - - - पाथी - - - - उपला - - - - बॊठ - - - - छणा (सुकलु) - - - - गोवरी, शेणी - - - - छाणुं - - - - घुंटे - - - - गोबरखुँटि - - - - घषि - - - - पिडक - - - - वरट्टि - - - - वरळि, चाणकवरळि - - - - बॆरणि - - - -
394 उपवन पुंलिंग - - - - उद्यान, बाग, पार्क। - - - - बगीची, पारक - - - - बाग - - - - बाग - - - - बागु, बग़ीचो, फुलवाड़ी - - - - उपवन, बाग, पार्क - - - - उपवन, बगीचो, वाडी - - - - उदयान, बगिचा, उपवन - - - - उपबन, उद्यान - - - - उपबन, बगिचा, उद्यान - - - - तोट, उद्यानमु - - - - पूंगा - - - - उद्यानं, उपवनं, पून्तोट्टं - - - - तोट उद्यान - - - -
395 उपवास पुंलिंग - - - - दिन-भर या दिन-रात भोजन न करना (भूखे रहना, लंधन, फाका)। - - - - बरत, फाका - - - - फ़ाक़ा - - - - फ़ाकु॑, वॅपवास - - - - उपवासु, व्रतु - - - - उपवास, उपोषण - - - - उपवास, अनशन - - - - उपवास, उपोस, अनाहार - - - - उपबास, लघोन - - - - उपबास - - - - उपवासमु - - - - उपवासम्, उण्णविरदम् - - - - उपवासं - - - - उपवास - - - -
396 उपसंहार पुंलिंग पुंलिंग - - - अंत, समाप्ति; किसी प्रकरण, विषय् आदि का अंतिम अंश जिसमें विषय का सारांश दिया जाता है। - - - उपसंहार - - - - ख़ातिमा इख़्तितामिया - - - - अन्द, खतु॑म - - - अंतु, पछाड़ी पछाड़ी, सारु - - - उपसंहार, अंत, समाप्ति उपसंहार - - - उपसंहार उपसंहार - - - समाप्ति, शेष उपसंहार - - - अन्त, शेष उपसंहार - - - अंत, समाप्ति, शेष उपसंहार - - - उपसंहारमु मुर्गिपु - - - मुडिवु मुडिवुरै - - - सामप्ति उपसंहारं - - - मुक्ताय कॊनॆय भाग, उपसंहार - - -
397 उपस्कर पुंलिंग - - - - औज़ार, उपकरण। - - - - औज़ार - - - - आला, औज़ार - - - - सामानु॑ - - - - ओज़ारु - - - - उपकरण, अवजार - - - - साधन, ओजार - - - - उपकरण - - - - सा-सरंजाम उपकरण - - - - उपकरण - - - - पनिमुटलु - - - - करुवि, सादनम् - - - - उपकरणं - - - - सलकरणॆ - - - -
398 उपस्थिति स्त्रीलिंग - - - - हाज़िरी। - - - - हाजरी - - - - हाज़िरी - - - - हा॑ज़िरी - - - - हाजुरी - - - - उपस्थिति, हजेरी - - - - उपस्थिति, हाजरी - - - - उपस्थिति, हाजिरी - - - - उपस्थिति, हाजिरा - - - - उपस्थिति, हाजिरि - - - - हाज़रु - - - - मुन्निलै - - - - उपस्थिति, हाजर॒ - - - - हाजरि - - - -
399 उपहार पुंलिंग - - - - प्रसन्न होकर तथा सद्भाव-पूर्वक अथवा किसी अवसर पर किसी को दी जाने वाली कोई वस्तु। - - - - सुगात, तोहफ़ा - - - - तोहफ़ा - - - - तोहफु॑ - - - - सूखिड़ी, सोग़ात - - - - उपहार, भेट - - - - उपहार, भेट, बक्षिस - - - - उपहार, उपढौकन - - - - उपहार - - - - उपहार - - - - कानुक - - - - अन्बळिप्पु - - - - उपहारं, काऴ्चद्रब्यं - - - - उपहार, बहुमान - - - -
400 उपहास पुंलिंग - - - - हंसी, दिल्लगी, खिल्ली, मज़ाक। - - - - हासा, टिचकर, टिच्चर - - - - मज़ाक, तमस्ख़ुर - - - - मज़ाख करुन - - - - ठठोली, चथर - - - - थट्टा, विनोद, उपहास, मस्करी - - - - उपहास, मश्करी, ठेकडी - - - - उपहास - - - - उपहास - - - - थट्टा, उपहास - - - - ऍग ताळि - - - - परिहासम्, केलि - - - - उपहासं - - - - गेलि, अपहास्य - - - -
401 उपाधि स्त्रीलिंग - - - - महत्व योग्यता, सम्मान आदि का सूचक वह पद या शब्द जो किसी के नाम के साथ लगाया जाए, खिताब, पदवी, डिग्री। - - - - उपाधी, ख़िताब - - - - ख़िताब, डिग्री - - - - खताब - - - - लकबु, ख़िताबु, डिग्री - - - - उपाधि, डिग्री, पदवी - - - - उपाधि, पदवी, खिताब, इलकाब - - - - उपाधि, पदवी - - - - उपाधि - - - - पदबी, डिग्री, उपाधि - - - - बिरुदु - - - - पट्टप्पॆयर्, पदवि - - - - डिग्रि, बिरुदं - - - - बिरुदु - - - -
402 उपाय पुंलिंग - - - - युक्ति, तरकीब। - - - - उपा - - - - तदबीर (तरक़ीब) - - - - वॅपाय, यलाज - - - - उपाउ - - - - उपाय, युक्ति - - - - उपाय, युक्ति - - - - उपाय - - - - उपाय - - - - जुक्ति, उपाय - - - - उपायमु - - - - उपायम्, वऴि - - - - उपायं - - - - उपाय - - - -
403 उपासक पुंलिंग पुंलिंग - - - जो उपासना करता हो; आराधक। - - - उपासक - - - - इबादतगुज़ार, आ़बिद म़ोतक़िद, परस्तार - - - बखु॑न्य, वॅपासक - - - - उपासकु, पूजा॒री भग॒तु - - - उपासक भक्त, आराधक - - - उपासक भक्त, आराधक - - - उपासक, पूजक, भक्त, साधक - - - - उपासक - - - - उपासक भक्त, आराधक - - - उपासकुडु भक्तुडु - - - आरादिप्पवर् बक्तर् - - - उपासकन् भक्तन् - - - उपासक भक्त - - -
404 उपासना स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - - ईश्वर, देवता आदि की मूर्त्ति के पास बैठकर किया जाने वाला आध्यात्मिक चिन्तन, पूजन आराधन; किसी वस्तु के प्रति अत्यधिक आसक्ति की भावना। - - - उपासना - - - - परस्तिश, पूजा, इ़बादत अ़क़ीदत, एहतराम - - - पूज़ा पूज़ा - - - उपासना, पूजा॒ - - - - उपासना, आराधना परमासक्ति - - - उपासना, आराधना, भक्ति परमासक्ति - - - उपासना, आराधना, पूजा आसक्ति - - - उपासना - - - - उपासना, पूजन, आराधना आसक्ति - - - उपासन परमासक्ति - - - आरादनै, उपासनै आळ्न्द पट॒टु - - - उपासन अत्यधिकं तात्पर्यं - - - ध्यान, प्रार्थनॆ, आराधनॆ हॆच्चु - - -
405 उपेक्षा स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - - अवहेलना; अनादर। - - - अणगौलणा, उपेखिआ - - - - बेरुख़ी, लापरवाही इहानत, तौहीन (बेइज़्ज़ती) - - - अनादर, लापरवाही - - - - नज़रअंदाजी बेइज़ती - - - उपेक्षा, अवहेलना अनादर - - - उपेक्षा, तिरस्कार अनादर - - - उपेक्षा॒ अवहेला, ताच्छिल्य॒, (क्ख) (ल्ल) अनादर, अवज्ञा - - - उपेक्षा - - - - अवहेळा, उपेख्या अनादर - - - उपेक्षिंचुट तिरस्कारमु - - - मदियामै अलट्चियम् - - - उपेक्ष अनादरवु - - - अलक्ष्य, उपेक्ष तिरस्कार - - -
406 उबकाई स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - - उल्टी, कै; मिचली, मितली, मतली। - - - उवत्त - - - - उबकाई (क़ै) मतली - - - उल्टी यिन्य, द्रॊख यिन्य - - - - उल्टी, कइ उबि॒थो - - - ओकारी, वांति मळमळ - - - उबक, ऊबको बकारी - - - बमि गाबमिकरा - - - बमि - - - - ओलटि, बान्ति बान्ति - - - वांति कडुपुलो तिरुगुट - - - वान्दि कुमट्टल् - - - छर्दि मनं मरि॒च्चल्, ओक्कानं - - - वांति वाकरिकॆ - - -
407 उबरना अकारात्मक क्रिया - - - - घात, फंदे, संकट आदि से बच जाना। - - - - उबरना - - - - बचना - - - - वॅतलुन - - - - बची निकिरणु, छोटिकारो पाइणु - - - - बचावणे - - - - उगरवु, वचवुं - - - - उद्धार पाओया - - - - तर, बाच - - - - संकट आदि-रू बचिजिबा - - - - रक्षिंपबडुट - - - - आबत्तिलिरिन्दु तप्पिक्क - - - - कर कयरु॒क, रक्षप्पॆटुक - - - - पायदिंद, ताप्पिसि कॆळ्ळुवुदु - - - -
408 उबलना अकारात्मक क्रिया अकारात्मक क्रिया - - - आग पर रखे हुए तरल पदार्थ का फेन के साथ ऊपर उठना; उत्तेजित होना, आवेश में आना। - - - उब्बलणा - - - - उबलना जोश में आना - - - ग्रख खसु॑न्य शोलुन - - - उभामणु - - - - उकळणे, उतू येणे उत्तेजित होणे - - - ऊकळवुं उत्तेजित थवुं - - - उथलिया उठा उत्तेजित हओया - - - उतल, उतलि उठ उत्तेजित ह - - - उतुरिबा उत्तिजित हेबा - - - पोंगुट आवेशपडुट - - - कॊदिक्क वॆगुळि अडैय - - - तिळक्कुक आवेशभरितन् आकुक - - - उक्कुवुदु, कुदियुवुदु आवेश हॊन्दुवुदु - - -
409 उभरना अकारात्मक क्रिया अकारात्मक क्रिया - - - नीचे के तल से उठ या निकलकर ऊपर आना; ऊपर उठकर या किसी प्रकार उत्पन्न होकर अनुभूत या प्रत्यक्ष होना। - - - उब्भरना - - - - उभरना - - - - कलु॑ कडुन कलु॑ कडुन - - - उभिरणु, मथे चढणु - - - - वरयेणे जाणवणे, स्पष्ट होणे - - - ऊभरवुं, ऊभरावुं प्रगट थवुं - - - उभार, परिव्याप्ति - - - - उला, उदय ह ओपरलै उठ - - - उभारिबा - - - - उबुकुट स्पष्टमगुट - - - पॊगि ऎऴ् मेलॆऴुन्दु तोन्र॒ - - - पॊङ्ङिवरुक प्रत्यक्षप्पॆटुक - - - हॊरहॊम्मुवुदु प्रकटवागुवुदु - - -
410 उमंग स्त्रीलिंग - - - - कोई काम करने के लिए प्रेरित करने वाला आनन्द या उत्साह। - - - - उमंग - - - - उमंग - - - - शा॑ख - - - - उमंगु - - - - उत्साह, उमेद - - - - उमंग, उत्साह, होश - - - - आनंदावेग - - - - अल्लास, उलाह - - - - उमंग, उल्लास, उत्साह - - - - उल्लासमु, पोंगु - - - - उरचाहम् - - - - उत्साहं - - - - उत्साह - - - -
411 उम्मीदवार (उम्मेदवार) पुंलिंग - - - - किसी पद पर चुने जाने या नियुक्त होने के लिए खड़ा होने वाला या अपने आपको उपस्थित करने वाला व्यक्ति, प्रत्याशी। - - - - उमीदवार - - - - उम्मीदवार - - - - वॅमेदवार - - - - उमेदवारु, उमीदवारु - - - - उम्मेदवार - - - - उमेदवार - - - - उमेदवार, प्रत्याशी निर्वाचन प्रार्थी - - - - प्रार्थी, प्रत्याशी - - - - प्रत्याशी, कर्म-प्रार्थी - - - - अभ्यर्थि - - - - अपेट्चगर्, वेट्पाळर् - - - - स्थानार्थि - - - - उम्मेदुवार - - - -
412 उर्वर विशेषण विशेषण - - - उपजाऊ; जिसकी उत्पादन शक्ति आधिक हो (तत्त्व)। - - - उपजाऊ उपजाऊ - - - ज़रख़ेज - - - - ज़रखेज़ - - - - उपजाऊ - - - - उपजाऊ, उर्वर, सुपीक सुपीक - - - उपजाउ, फळदुप, रसाळ उपजाऊ - - - उर्वर, ऊर्वर उर्वर, ऊर्वर - - - सारुवा उर्ब्बर - - - उर्वर - - - - सारवंतमयिन उर्वरमु - - - सॆऴिप्पान वळमुळ्ळ - - - फलभूयिष्टमाय, विळवुळ्ळ उत्पादन-शक्तियेरि॒य - - - फलवत्ताद समृद्धियागि उप्पत्ति माडुव - - -
413 उर्वरक पुंलिंग - - - - खेतों को उपजाऊ बनाने के लिए डाली जाने वाली रसायनिक खाद (फर्टिलाइज़र)। - - - - रेह, खाद - - - - कीमयाई खाद - - - - कीमिया॑यी खाद - - - - कीम्याई भाणु - - - - उर्वरक, खत - - - - खातर - - - - रासायनिक सार - - - - रासायनिक सार - - - - सारायनिक सार - - - - ऎरुवु - - - - उरम् - - - - वळं (रासवळं) - - - - रासायनिक गॊब्बर - - - -
414 उलझन स्त्रीलिंग - - - - ऐसी स्थिति जिसमें किसी प्रकार का निराकरण़ या निश्चय करना बहुत कठिन हो, पेचीदगी। - - - - गुंझल, उलझन - - - - उलझन - - - - खुर - - - - उल्झन, मोंझारा - - - - पेंच, विकट प्रश्न - - - - उलझन, गूंचवाडो - - - - झंझाट, फेसाद - - - - समस्या, जटिलता, जंजाल - - - - झंझट - - - - चिक्कु - - - - शिक्कल् - - - - कुऴप्पं, चिन्ताक्कुऴप्पं - - - - पेचाट, सिक्कु - - - -
415 उलझना अकारात्मक क्रिया अकारात्मक क्रिया - - - किसी चीज के अंगो का आपस में दूसरी चीज के अंगों के साथ इस प्रकार फंसकर लिपटना कि सहज में एक दूसरे से अलग न हो सकें। झंझट, झगड़े, बखेड़े आदि में इस प्रकार फंसना कि जल्दी छुटकारा न हो सके। - - - उलझणा - - - - उलझना - - - - फसुन - - - - मुंझणु फासणु - - - अडकणे अडकणे - - - गूंचवावुं, गूंचावुं सपडावुं - - - जड़ाइया पड़ा - - - - जोंट लाग पाकत पर - - - उलुझिवा - - - - चिक्कुपडुट चिक्कुकोनुट - - - शिक्किक्कॊळ्ळ अगप्पड - - - कुरुङ्ङुक कुऴयुक अकप्पॆटुक, वलयुक - - - सिक्कि कॊळ्ळुवुदु सिक्कि बीळुवुदु - - -
416 उलटना अकारात्मक क्रिया सकारात्मक क्रिया सकारात्मक क्रिया - - सीध की विपरीत दिशा या स्थिति में जाना या होना; साधारण स्थिति से विपरीत या विरुद्ध हो जाना या करना; ऊपर का भाग नीचे और नीचे का भाग ऊपर की स्थिति में होना। - - उलटना - - - - उलटना - - - - वुलटावुन, फिरुन वुलटावुन, फिरुन - - - उवतो थियणु, उलटो थियणु उबतो करणु उलटो करणु - - - उलटणें उलटणे उलटणे - - ऊलटवुं उलटवुं उलटवुं - - उलटो (दिके) य॒ ओया वा हओया (ज) पालटानो बदलानो उपुड़ हयोया, उलटानो - - ओलट, ओलोटा - - - - ओलटाइबा - - - - तारुमारगुट तारुमारगुट तल्लक्रिंदुलगुट - - तारुमाराह पोग, इरुक्क तलै कीळाग कविऴ - - मरि॒युक विपरीतमाकुक कीऴ्मेल मरि॒युक - - तिरुगु मुख्गागु वुदु बदलिसुवुदु तलॆकॆळॆकु आगुवुदु - -
417 उलटी स्त्रीलिंग - - - - कै, वमन। - - - - उलटी - - - - क़ै (उलटी) - - - - द्रॊख, कय - - - - उल्टी कइ - - - - उलटी, वमन, ओकारी - - - - ऊलटी - - - - बमि, वमन - - - - बमि - - - - बान्ति, दमन - - - - वान्ति - - - - वान्दि - - - - छर्दि - - - - वांति - - - -
418 उलाहना पुंलिंग - - - - अपकार या हानि के प्रतिकार या पूर्त्ति के लिए ऐसे व्यक्ति से उसकी दु:खपूर्वक चर्चा करना जो उसके लिए उत्तरदायी हो या उसका प्रतिकार कर अथवा करा सकता हो, गिला, शिकवा। - - - - उलाहमा - - - - उलाहना, गिला (शिकायत) - - - - पाम - - - - डो॒रापो, महिणो, लानो - - - - तक्रार गार्हाणे - - - - ओळंभो, फरियाद - - - - नालिश, अभियो॒ग (जो) - - - - आपत्ति, अभियोग - - - - अभिजोग, आपत्ति, फेराद, गुहारि - - - - देप्पुट, ऎत्तिपोडुचुट - - - - पुकार, निन्दनै - - - - परिभवं, उपालंभं - - - - दूरु - - - -
419 उलीचना सकारात्मक क्रिया - - - - किसी बड़े आधार या पात्र में भरे हुए जल को बर्तन या हाथ से बाहर निकालना या फेंकना। - - - - बुक्कां भर-भर सुट्टणा - - - - उलीचना - - - - पाज़्रन - - - - कंहिं हंधि भर्यलु पाणी बुकनि यां कंहिं नंढे बासण सां भरे बा॒हिरि उछिलाइणु - - - - उडविणें, टाकणे, फेकणे - - - - उलेचवुं (प्रवाही) - - - - सेचन करा - - - - पानी सिंच - - - - उझाळिबा - - - - तोडुट - - - - तण्णीरै वारिविड - - - - बॆळ्ळं तॆरि॒प्पिक्कुक - - - - नीरॆरॆचुवुदु - - - -
420 उल्लंधन पुंलिंग - - - - आज्ञा, नियम, प्रथा, रीति आदि का पालन न करना, अतिक्रमण। - - - - अलंघणा - - - - ख़िलाफ़वर्जी (तजावुज़) - - - - खलाफवरज़ी - - - - उलंधनु, भञिकिड़ी - - - - उल्लंधन अतिक्रमण - - - - उल्लंधन, अतिक्रमण - - - - उल्लंधन, अतिकमण॒ (न) - - - - उल्लंधन - - - - उल्लंधन - - - - अतिक्रमिंच्रुट - - - - मीरु॒दल् - - - - उल्लंधनं - - - - मीरुविकॆ, अतिक्रमण - - - -
421 उल्लास पुंलिंग - - - - आनन्द, प्रसन्नता। - - - - खेड़ा - - - - मसर्रत, ख़ुशी - - - - खॅशी - - - - उलासु, ख़ुशी - - - - उल्लास, आन्नद, प्रसन्नता - - - - उल्लास - - - - उल्लास, आह्लाद, अतिशय आनंद - - - - उल्लास - - - - उल्लास - - - - उल्लासमु - - - - आनन्दम् - - - - उल्लासं - - - - उल्लास - - - -
422 उल्लेखनीय विशेषण - - - - जिसका वर्णन करना आवश्यक या उचित हो। - - - - वरणनयोग - - - - क़ाबिले ज़िक्र - - - - वनुन लायख - - - - उलेख जोगो॒, बयान जोगो॒ - - - - उल्लेखनीय - - - - उल्लेखनीय - - - - उल्लेखनीय - - - - उल्लेखनीय - - - - उल्लेखनीय - - - - वर्णिंपदग्ग चेप्पदगिन - - - - कुरि॒प्पिडत्तक्क - - - - ऎटुत्तु पर॒येण्ट, उल्लेखनीयं - - - - उल्लेखनीय - - - -
423 उसूल पुंलिंग - - - - सिद्धान्त। - - - - असूल - - - - उसूल - - - - ऒसूल - - - - उसूलु - - - - सिद्धान्त - - - - उसूल, सिद्धान्त, नियम - - - - सिद्धान्त - - - - सिद्धान्त - - - - सिद्धान्त - - - - सिद्धान्तमु - - - - कॊळ्गै - - - - तत्वं, सिद्धान्तं - - - - मूल तत्व, सिद्धांत - - - -
424 उस्तरा पुंलिंग - - - - बाल मूंडने का छुरा। - - - - उसतरा - - - - उस्तरा - - - - खूर - - - - पाकी - - - - वस्तरा - - - - असतरो, अस्त्रो - - - - क्षुर, खुर - - - - खुर (क्षुर) - - - - खुर - - - - मंगलिकत्ति - - - - सवरक्कत्ति - - - - क्षौरक्कत्ति - - - - क्षौरद कत्ति - - - -
425 ऊघना अकारात्मक क्रिया - - - - झपकी आने पर आंखे बंद होना और सिर का बारबार झूलना। - - - - ऊघणा - - - - ऊघना - - - - ज़िफु॑ करनि - - - - झूटा खाइणु - - - - डूलकी येणं - - - - झोकुं खाबुं, ऊंघवु - - - - ढोल - - - - कलमटिया, टोपनि घर - - - - ढुऴाइबा, उँगेइबा - - - - कुनिकिपाटु पड़ुट - - - - तूंगि वऴिय - - - - उर॒क्कं तूङ्ङुक - - - - तूकडिसुवुदु - - - -
426 ऊचा विशेषण विशेषण विशेषण - - आधार या तल से ऊपर उठा हुआ; लंबा; पद, मर्यादा आदि की दृष्टि से दूसरों से आगे बढ़ा हुआ। - - उच्चा - - - - ऊंचा - - - - ह्यॊर, थॊद ह्यॊर, थॊद ह्यॊर, थॊद - - ऊचो, मथे डिधो आला, ऊचो - - उंच उंच श्रेष्ठ - - ऊंचुं लांबुं उच्च - - उँचु लम्बा उच्च, उँचु, उलत - - ओख दीघल ओपरर, उच्च पदस्थ - - ऊँचा लंबा - - - ऎत्तयिन पोडवयिन उन्नतमयिन - - उयर्न्द उयरमान मुन्नेरिय - - उयर्न्न, पॊङ्ङिय नीण्ट उयर्न्न - - ऎत्तरवाद उद्दवाद दॊड्ड - -
427 ऊंचाई स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - - ऊँचे होने की अवस्था या भाव; गौरव, बड़ाई। - - - उचाई - - - - ऊंचाईं अ़ज़मत - - - थज़र - - - - ऊचाई, बुलंदी वडा॒ई, मानु - - - उंची गौरव, मोठेपण - - - ऊचाई, उंचापणुं गौरव, वडपण - - - उच्चता, खाड़ाइ गौरव - - - उच्चता गौरव - - - उच्चता गौरब, बडाइ - - - ऎत्तु पेद्दतनमु - - - उयरम् गौरवम, पॆरुमै - - - उयर्च्च, पॊक्कं वलिप्पं, महत्त्वं - - - ऎत्तर दॊड्डतन - - -
428 ऊपर अव्यय अव्यय विशेषण विशेषण - आकाश की ओर, ऊर्ध्व दिशा में; किसी के आधार या सहारे पर। ओरों से बढ़कर, श्रेष्ठ, उत्तम; अधिक, ज्यादा। - उप्पर उप्पर उप्पर उप्पर - ऊपर - - - - ह्यॊर ह्यॊर ह्यॊर ह्यॊर - मथ मथां मथे वधीक - वर आधारे श्रेष्ठ, उत्तम अधिक, अतिरिक्त - उपर, ऊंचे आधारे चडियातुं वधारे - उपर, ओपर उपरे, ओपरे श्रेष्ठ, उत्तम अधिक - ओपर, फाल ओपरत श्रेष्ट, उत्तम अधिक - उपर, ऊर्ध्व उपरे उत्तम, श्रेष्ठ अधिक - पयिन मीद, पयिन श्रेष्ठमु, एक्कुव - मेले मेले, उदविनाल् सिर॒न्द अदिग - मुकळिल्, मेल् एतिनॆयॆङ्किलुं, आश्रयिच्चु श्रेष्ठमाय अधिकं - मेलॆ मेलॆ उत्तम हॆच्चु -
429 ऊबना अकारात्मक क्रिया - - - - जी भर जाने के बाद किसी वस्तु विशेष में रुचि न रह जाना, मन में विरक्ति उत्पन्न होना। - - - - अक्कणा - - - - ऊबना (उकताना) - - - - तंग, युन, निनुं, युन - - - - ककि थियणु, बेज़ारु थियणु - - - - त्रासणे - - - - कंटाळवूं - - - - - - - - - आमुवा, आमनि लाग - - - - मनरे बिरक्ति जात हेबा - - - - विसुगुचेंदुट - - - - शलित्तुप्पोग - - - - मुषियुक - - - - बेजारागुवुदु - - - -
430 ऊष्मा स्त्रीलिंग - - - - गरम होने की अवस्था, गुण या भाव, गरमी, ताप। - - - - तपा - - - - हरारत - - - - गरमी - - - - गर्मी, तपती - - - - उष्मा, उकाडा - - - - उष्मा, ऊष्मा, गरमी हूंफ - - - - उत्ताप, उष्मा - - - - उष्मा - - - - उत्ताप, गरमि, उष्मा - - - - वेडि - - - - शुडु - - - - उष्मावू चूटु - - - - कावु बिसि - - - -
431 ऊसर पुंलिंग - - - - ऐसी भूमि जिसमें रेह की मात्रा बहुत अधिक होने के कारण कुछ उत्पन्न न होता हो, अनुपजाऊ, बंजर, परती। - - - - औसर, बंजर - - - - बंजर (शोराबूम) - - - - बंजर - - - - वार्यासी, कलिराठी - - - - नापीक ओसाड जमीन - - - - ऊसर ऊखर - - - - ऊषट, अनुर्वर - - - - अनुर्बर, असारुवा - - - - अनुर्बर, ऊषर - - - - बीडुभूमि - - - - विळैयाद, तरिशु - - - - तरिशाय, विळविल्लात्त - - - - गॊडुडु, बंजरु - - - -
432 ऊहापोह पुंलिंग - - - - अनिश्चय की दशा में होने वाला तर्क-वितर्क या सोच-विचार, उधेड़-बुन। - - - - सोच-विचार - - - - तज्रुब्ज्रुब, कश्मकश (उधेड़बुन) - - - - हतिहुरि गछ़ुन - - - - विस्वसो, बुड॒-तर, बि॒चिताई - - - - उहापोह - - - - ऊहापाह - - - - इतस्तात: भाव, दुमना - - - - बिचार-बिबेचना - - - - इतस्तत: भाब, मन-र तर्क-विर्तक - - - - आलोचन, ऊहापोह - - - - ऊगम् - - - - ऊहापोहं - - - - ऊहापोह, पर्यालोचनॆ - - - -
433 ऋण पुंलिंग पुंलिंग पुंलिंग - - उधार, कर्ज; किसी का किया हुआ उपकार, एहसान; घटाने या बाकी निकालने का चिह्न (-)। - - करजा - घटाअ - - क़र्ज एहसान नफ़ी - - करु॑ज़ - - - - कर्ज़्रु अहिसानु, थोरो काटूअ जी निशानी (-) - - कर्ज (न.) उपकार वजाबाकीचे चिह्न (-) - - ऋण, देवुं एहसान बादबाकीनुं चिन्ह (-) - - ऋण, धार देना, कर्ज ऋण॒, कृतज्ञता, उपकार, बोध (न) ऋण॒ वियोग चिह्न (गणि॒ते) (न) - - ऋण अनुग्रह घाटि होवार चिन - - उधार, करज, रुण (ऋण) उपकार बाकी काढ़िबा चिह्न (-), बियोग-करिबा - - ऋणमु, अप्पु ऋणमु तीसिवेत - - कडन् ऒरुवर् सॆय्द उदवि कऴित्तल् अडैयाळम् - - कटं कटप्पाटु न्यूनचिह्नं - - साल यारादरु माडिद उपकार कळॆयुव चिह्नॆ (-) - -
434 ऋणदाता विशेषण - - - - ऋण देने वाला। - - - - लैणदार, लहिणेदार - - - - दाइन (साहुकार), लेनदार - - - - करु॑ज़ दिनु॑ वा॑ल - - - - लहणेदारु, कर्ज़ु, डीं॒दडु - - - - ऋणदाता - - - - ऋणदाता - - - - ऋण॒दाता (न) - - - - ऋणदाता - - - - ऋण-दाता (रुण दाता) - - - - ऋणदात, अप्पिच्चुवाडु - - - - कडन् कॊडुप्पवर् - - - - कटं कॊटुत्तवन्, उत्तमर्णन् - - - - साल कॊडुवव - - - -
435 ऋतुराज पुंलिंग - - - - ऋतुओं में सबसे अधिक आनन्द दायक बसंत ऋतु। - - - - रुतराजा - - - - मौसिमे बहार (बहार) - - - - सोन्त - - - - बसंतु, बहार जी मुंद - - - - ऋतुराज - - - - ऋतुराज, बसंत - - - - ऋतुराज, बसंत - - - - बसंत ऋतु - - - - बसंत ऋतु - - - - वसंतुडु, ऋतुपति - - - - इळवेनिर् कालम्, वसंतकाळम् - - - - वसंतं, ऋतुराजन् - - - - वसंतऋतु, ऋतुराज - - - -
436 ऋषि पुंलिंग पुंलिंग - - - वेद-मंत्रों का प्रकाश करने वाले महापुरुष या मंत्र-द्रष्टा; आध्यात्मिक और भौतिक तत्त्वों का साक्षात्कार करने वाला। - - - रिशी - - - - रिशी आ़रिफ़ (रिशी) - - - रयॊश - - - - ऋषी - - - - ऋषि, मुनि ऋषि - - - ऋषि ऋषि - - - ऋषि, वेद मंत्र रचियता ऋषि - - - ऋषि तत्त्वदर्शी ऋषि - - - मंत्र-द्रष्टा (रुषि) तत्त्वदर्शी - - - ऋषि ऋषि - - - रिषि, मुनिवर् आन्मिक, ञानि - - - ऋषि ऋषि - - - ऋषि ऋषि - - -
437 एकता स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - - मेल; समानता। - - - एकता - - - - इत्तिहाद, वह्दत यकसानियत (वह्दत) - - - यकुत - - - - एकता, एको - - - - एकता, एकी समानता - - - एकता ऐक्य, समानता समानता - - - ऐक्य, एकता, मिल साम्य - - - मिलन, एकता - - - - मेळ, एकता - - - - ऐकमत्यमु समानत्वमु - - - ऒट॒टुमै ऒप्पम् - - - ऐक्यं सादृश्यं, साम्यं - - - ऒग्गट्टु समानतॆ - - -
438 एकत्र क्रिया विशेषण - - - - इकट्ठा, जमा। - - - - इकत्तर - - - - जम़ा - - - - इकवटु॑ करुन - - - - गडु - - - - एकत्र - - - - एकत्र, साथे, एकु, एकंदर - - - - एकत्र, समवतॆ, जमा - - - - एकत्र - - - - एकत्र, एकाठि, जमा - - - - ओक च़ोट, गुमिकूडिन - - - - ऒन्रू॒ सेर्न्दु, कूट्टाग - - - - ऒन्निच्चु - - - - ऒन्दुगूडिद - - - -
439 एकदम अव्यय अव्यय - - - तुरंत; बिल्कुल। - - - इकदम - - - - एकदम - - - - यखदम - - - - यक्दमु, तुर्तु बिलकुल - - - एकदम, लगेच अगदी - - - एकदम, ताबड़तोड़, झपाटाबंध साव, तट्टन - - - शीध्र एकदम, एकेबारे, मोटेह - - - तुरन्ते एकेबारे, सम्पूर्ण - - - तुरंत बिलकुल - - - तक्षणमु पूर्तिगा - - - उड़ने मुट॒टि॒ळुम् - - - उटन् तिकच्चुं - - - कूडलॆ सर्वथा - - -
440 एकनिष्ठ विशेषण विशेषण - - - एक पर ही श्रद्धा रखने वाला, अनन्य भक्त; मन लगाकर कोई काम करने वाला, एकाग्रचित। - - - इक दा भगत इकागरचित्त - - - मुवाहिद यकसू - - - तनु॑ मनु॑ - - - - हिक जो विश्वासी, एक निष्ठु एकाग्रचितु - - - एकनिष्ठ एकाग्रचित - - - एकनिष्ठ एकाग्रचित - - - एकनिष्ठ एकनिष्ठ, एकाग्रचित - - - एकनिष्ठ एकाग्रचित - - - एकान्त भक्त एकाग्रचित, एकनिष्ठ - - - अनन्य भक्तडु एकाग्रचित्तुडु - - - ऒरुमुनैपपट्ट दियानमुडैय मुळुम़नदुडन् सॆयलाट॒ट॒ल् - - - एकनिष्ठन् एकाग्रचित्तन् मनस्सु वॆच्चु प्रवर्तिक्कुन्न - - - एकनिष्ठ मनस्सिट्टु कॆलस माडुवव, एकाग्रचित्तवुळवनु - - -
441 एकमत विशेषण पुंलिंग - - - एक ही तरह की राय रखने वाला। मन की एकता, मतैक्य। - - - इकमत - - - - मुतफ़िक़ (मुत्तफ़िकुर्राय) इत्तिफ़ाक़े-राय - - - यकराय, मुतफिक - - - - यक्राइ, हिकमत जा हिकुमतु, यक्राइ - - - एकमत मतैक्य - - - एकमत मतेक्य - - - एकमत, सममतावलंबी मतैक्य - - - एकमत मतैक्य - - - एकमत मतैक्य - - - एकीभविंचुवारु एकीभावमु - - - ऒरु मनदुळ्ळ अबिप्पिराय ऒट॒टुमै - - - एककंमाय ऐककण्ठ्यं - - - एकाभिप्रायदवरु ऒम्मत - - -
442 एकमात्र विशेषण - - - - अकेला, एक ही। - - - - इक्को-इक - - - - अकेला, वाहिद - - - - अका॑य - - - - हिकुई, अकेलो - - - - एकटा, एकुलताएक, एकमात्र - - - - एकमात्र, एकनुं, एक, फक्त एकज - - - - एकमात्र - - - - एकमात्र - - - - एकमात्र - - - - ओकटे अयिन, एकैक - - - - ऒरे, तनियान - - - - एकमात्रं ऒरॊट॒ट॒, ऒरे, ऒरु - - - - ऒटिग, ऒन्दॆ - - - -
443 एकांत विशेषण विशेषण पुंलिंग - - निर्जन, सूना; एक को छोड़ और किसी ओर ध्यान न देने वाला। निर्जन स्थान। - - इकांत - - - - सुनसान यकसू तनहाई (तख़्लिया) - - ईकांत ईकांत ईकांत - - एकांत, सुञो हिक जो ध्यानु कंदड़ु एकांत, अकेलाई - - एकांत, निर्जन, शून्य एकलक्ष्य, एकध्यानी निर्जन स्थान - - एकांत, एकलुं, एकाकी, निर्जन, सुनुं एकलक्ष्य निर्जन स्थान - - एकान्त, निर्जन एकान्त, (सचिव) एकान्त, निर्जन स्थान - - निर्जन एकनिष्ठ निर्जनठाइ - - निर्जन, एकांत - - - - एकांतमु एकनिष्ठगल एकांतमु - - तनिमैयान ऒरे गवनमुळ्ळ तनिमैयानइडम् - - एकांतमाय, विजनमाय एकध्यान, निरतन् विजन प्रदेशं - - निर्जन एकनिष्ठ एकांत - -
444 एकाकी विशेषण - - - - अकेला। - - - - कल्लमुकल्ला, कल्लाकारा - - - - अकेला (तनहा) - - - - कुनुय - - - - अकेलो - - - - एकाकी, एकटा - - - - एकाकी, एकलु, निराधार - - - - एकला, एकाकी - - - - एकाकी - - - - एकाकी, एकुटिआ - - - - एकाकि, ओंटरि - - - - तनियान, ऒण्डियान - - - - ऒट॒ट॒, एकाकि - - - - ऒटिग - - - -
445 एकाग्र विशेषण - - - - तन्मय, दत्तचित्त। - - - - इकागर - - - - यकसू - - - - तनु॑ मनु॑ - - - - एकाग्रु, हिकमनो - - - - एकाग्र, तन्मय, दत्तचित्त - - - - एकाग्र, एकलक्षी, तल्लीन, तन्मय - - - - तन्मय, एकाग्र - - - - एकाग्र - - - - तन्मय, एकाग्र - - - - एकाग्रमु - - - - मनदु कुऴंवाद गवनमान - - - - एकाग्रमाय - - - - एकाग्र, तन्मय - - - -
446 एकाधिकार पुंलिंग - - - - एक या अकेले व्यक्ति का अधिकार (मॉनोपोली)। - - - - एजारेदारी - - - - एजारादारी (इजारा) - - - - एजारु॑दा॑री - - - - अकेले जो अधिकारु, हिकहटी - - - - एकाधिकार - - - - एकाधिकार, इजारो - - - - एकाधिकार, एकचेटे, अधिकार - - - - एकाधिकार - - - - एकाधिकार - - - - एकाधिकारमु - - - - तनि उरिमै - - - - एकाधिकारं, मोणोपळि - - - - एकस्वाम्य - - - -
447 ऐंठन स्त्रीलिंग - - - - मरोड़। - - - - वट्ट - - - - ऐंठन - - - - वुठन - - - - मरोड़, वटु, वकड़ु - - - - पीळ, मुरगळा, ताण - - - - लपेट, वळ, आमव्ठ - - - - मोचड़, पाक - - - - मोचार, पाक - - - - मोड़िबा - - - - मेलि, मेलिक - - - - तिरुगुदल् - - - - चुऴि, पिरि, पिरिमुरु॒क्कं - - - - तिरुवु, हुरि - - - -
448 ऐंठना अकारात्मक क्रिया अकारात्मक क्रिया सकारात्मक क्रिया सकारात्मक क्रिया - बल पड़ने के कारण मुड़ना या संकुचित होना; अकड़ दिखाना। मरोड़ना धोखा देकर लेना। - वट्ट, पैणे, मरोड़ै लैणा आकड़णा - मुठ्ठणा, मुच्छणा - ऐंठना - - - - मूरुन मूरुन मूरुन मूरुन - मुडणु, मुड़ी पवणु आकिड़िजणु मोड़णु, मरोड़णु ठग॒णु - मुरगळणे ऐट करणे पिरगळणे फसवून लुबाडणे - अमळावाने कारणे वळवुं अकडाई देखाडवी मरोडवुं धोखाथी लई लवुं - टान धरा देमाक देखानो मोचड़ान, पाकानो ठकानो - मोटोका खा, भाज लाग, संकोचित ह अहंकार कर मोचर पका ठगा - - अकड़ देखाइबा ठकिबा ठकिबा - मेलि पडुट गर्विचुट मेलिक वेयुट मोसगिंचुट - सुरुंग विरै॒त्तुप्पोग तिरुग एमाट॒टि॒ ऎडुत्तुक्कॊळ्ळ - पिरियुक गर्वु काणिक्कुक पिरि मुरु॒क्कुक, पिरिक्कुक चतिक्कुक - तिरुचिकॊळ्ळुवुदु जंभकॊच्चुवुदु हुरिमाडुवुडु तिरुचुवुदु मोसदिंद तॆगदुकॊळळुवुदु -
449 ऐनक स्त्रीलिंग - - - - चश्मा। - - - - ऐनक - - - - ऐ़नक (चश्मा) - - - - आन॑क - - - - ऐनक, चश्मो - - - - चष्मा, चाळिशी - - - - चश्मां - - - - चशमा - - - - चश्मा - - - - चस्मा, चश्मा - - - - कळ्ळज़ोडु, कळ्ळद्दमु - - - - मूक्कुक्कण्णाडि - - - - मूक्कु कण्णाटि, कण्णट - - - - कन्नडक - - - -
450 ऐश्वर्य पुंलिंग पुंलिंग - - - धन-संपत्ति, वैभव; प्रभुत्व, शक्ति। - - - ऐशवरज - - - - अमारत - - - - खॅशहा॑ली - - - - धनु-दौलत शानु-शौकत - - - ऐश्वर्य धन-संपत्ति, वैभव प्रभुत्व, शक्ति - - - ऐश्वर्य, विभूति, संपत्ति ईश्वरपणुं - - - ऐश्वर्य, धन संपत्ति ऐश्वर्य, प्रभुत्व (र्ज) - - - धन सम्पत्ति प्रभुत्व, शक्ति - - - ऐश्वर्य, वैभव प्रभुत्व, भाक्ति - - - ऐश्वर्यमु प्रभुत्वमु, शक्ति - - - सॆल्वम्, वैबवम् तिर॒मै - - - ऐश्वर्यं प्रभुत्वं, अधिकारं - - - ऐश्वर्य प्रभुत्व - - -
451 ओजस्वी विशेषण विशेषण - - - प्रभावशाली, तेजस्वी; शक्तिशाली। - - - तेजवंत, तेजस्वी - - - - पुरअसर, पुरनूर ज़ीहशम - - - नूर पशपुन - - - - तेजस्वी, जल्वेदारु ताकतवरु - - - ओजस्वी, प्रभावशाली, तेजस्वी शक्तिशाली - - - ओजस्वी, ओजसवाळुं, तेजस्वी, बलिष्ठ, प्रभावशाली शक्तिशाळी - - - ओजस्वी, तेजस्वी शक्तिमान - - - ओजस्वी शक्तिशाली - - - प्रभावशाली, तेजस्वी, ओजस्वी शक्तिशाळी - - - ओजस्वि शक्तिशालि - - - ऒळिमयमान तिर॒मैयुळ्ळ - - - ओजस्वियाय बलवान् - - - ओजस्वि शक्तिशालि - - -
452 ओझल विशेषण, पुंलिंग - - - - अदृश्य, छिपा हुआ। - - - - ओहले - - - - ओझल - - - - गा॑ब गछुन - - - - गाइबु, ओझलु, अलूपु - - - - अदृश्य - - - - ओझल, अदृश्य, छुपायेलुं - - - - अदृश्य, आड़ाल - - - - अदृश्य, लुप्त - - - - अदृश्य - - - - अदृश्यमु, मायमु - - - - मरै॒न्द, पार्कमुडियाद - - - - मर॒ञ्ञ काणाताय - - - - मरॆयाद - - - -
453 ओझा पुंलिंग पुंलिंग - - - भूप-प्रेत आदि झाड़ने वाला व्यक्ति, सयाना। ब्राह्मणों की एक जाति। - - - मांदरी, सिआणा ओझा - - - आ़मिल - - - - जिन॑ माथु॑रि बा॑ल जिनु॑ माथुर वाल - - - झाड़ो, झाड़ विझंदडु ब्राह्मणनि जो हिकु तब्को - - - मांत्रिक ब्राम्हणांचीएक जात - - - भूवो ओझा - - - ओझा ओझा, ब्राह्मणेर जाति विशेष - - - ओजा, बेज ब्राह्मणर एटा जाति - - - ओझा, गुणिआ ब्राह्मणंकर एक जाति - - - भूतवैद्युडु - - - - मन्दिरवादि बिरामणर्गळिल् ऒरु पिरिवु - - - मंत्रवादि ऒरु ब्राह्मणजाति - - - मंत्रवादि ओझा - - -
454 ओटना सकारात्मक क्रिया - - - - कपास के बिनौले अलग करना; - - - - वेलणा - - - - ओटना - - - - चोरुन - - - - ओटणु - - - - सरकी काढणें - - - - कपास लोठवो - - - - तूलोर बिचि छाड़ान - - - - कपाह नेओट - - - - मिणिबा पिंजिबा - - - - एकुट - - - - पंजु कडैय - - - - (पञ्ञि) कटयुक - - - - हत्ति बिडिसुवुदु - - - -
455 ओढ़ना सकारात्मक क्रिया सकारात्मक क्रिया पुंलिंग - - किसी कपड़े आदि से बदन ढकना; जिम्मा लेना। तन ढकने के लिए ऊपर से डाला जाने वाला वस्त्र। - - उत्ते लैणा जिम्मा लैणा - - - ओढ़ना - ओढ़ना - - वलुन ह्यॊन वलुन - - ओढणु ज़िमो खणणु ओढणी, मथां पाइण जो कपिडो - - पांघरणे उत्तरदायित्व घेणें अंगावर घेतलेले वस्त्र - - वोहारवुं, माथेलेवुं ओढवुं ओढवुं - - ढाका नेओया दायित्त्व नेओया चादर उड़नि - - अर, पिन्ध दायित्व ल चादर - - ढांकिबा तनु ढांकिबा पाई उपरुविछा जिबा वाला बस्त्र - - कप्पुकोनुट वाध्यत पैन वेसुकोनु दुप्पटि - - पोर्तिक्कॊळ्ळ पॊरु॒प्पै ऎडत्तुक्कॊळ्ळ पोर्वै - - पुतक्कुक चुमतल एल्क्कुक पुतप्पु - - हॊद्दुकॊळ्ळुवुदु हॊणॆवहिसुवुदु हॊदिकॆ - -
456 ओर स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - - दिशा, तरफ; पक्ष। - - - वल्ल - - - - तरफ़ जानिब - - - तरफ - - - - तर्फु पासो - - - बाजू, दिशा पक्ष - - - बाजु, तरफ पक्ष, दिशा, बाजु, तरफ - - - दिक दिक, पझ॒, (क्ख) - - - फाल दिश पक्ष - - - दिशा, तरफ पख्य - - - वैपु वैपु - - - दिशै, पक्कम् पक्कम् - - - दिक्कु, नेर्क्कु वशं - - - कडॆ पक्ष - - -
457 ओला पुंलिंग - - - - बादलों से गिरने वाले वर्फ के छोटे-छोटे टुकड़े। - - - - गड़ा, औला अहिण - - - - ओला - - - - डोठ - - - - ग॒डो - - - - गार - - - - करो - - - - शिला-वृष्टि - - - - बरषुणर शिल - - - - कुआ-पथर, करका - - - - वडगळ्ळु - - - - आलंकट्टि - - - - आलिप्पऴं - - - - आनॆकल्लु - - - -
458 ओस स्त्रीलिंग - - - - वातावरण में फैली हुई भाप जो जलकण के रूप में पृथ्वी पर गिरती है (ड्यू )। - - - - तरेल - - - - शबनम (ओस) - - - - शबनम - - - - माक - - - - दैव - - - - ओस, झाकळ - - - - शिशिर, हिम - - - - नियर - - - - शिशिर-विन्दु - - - - मंचु - - - - पनि - - - - मञ्ञुतुळ्ळि - - - - इब्बनिहिम - - - -
459 ओहदा पुंलिंग - - - - किसी कर्मचारी या कार्यकर्त्ता का पद। - - - - ओहदा, हुद्दा, मरतबा - - - - ऒ़हदा - - - - ऒहद़ु॑ - - - - उहिदो - - - - हुद्दा, अधिकारपद - - - - होद्दो - - - - पद - - - - पद, पदबी - - - - पद - - - - होदा - - - - पदवि - - - - स्थानं, पदवि - - - - दुद्दॆ - - - -
460 औचित्य पुंलिंग - - - - उचित हाने की अवस्था या भाव, उपयुक्तता। - - - - उचितता - - - - म़ाकूलीयत, मौज़ूऩनीयत - - - - जा॑नी - - - - जोगा॒ई, मुनासिबत - - - - औचित्य - - - - औचित्य - - - - औचित्य - - - - औचित्य - - - - उपजुक्तता - - - - औचित्यमु - - - - उगन्द तन्मै, पॊरुत्तम् - - - - औचित्यं - - - - औचित्य - - - -
461 औजार पुंलिंग - - - - हथियार, उपकरण। - - - - संद, औज़ार - - - - औज़ार - - - - अवज़ार - - - - ओज़ारु - - - - अवजार, उपकरण - - - - ओजार, हथियार - - - - हथियार, य॒न्त्रपाति (ज) - - - - सा-सरंजाम, उपकरण - - - - हतियार, उपकरण - - - - पनिमुट्टु, आयुधमु - - - - करुवि - - - - उपकरणं, पणियायुधं - - - - सलकरणॆ, उपकरण - - - -
462 औटाना सकारात्मक क्रिया - - - - किसी तरल पदार्थ को उबालकर या खौला कर गाढ़ा करना। - - - - उबालणा - - - - औटाना - - - - मॊटरावुन - - - - काढणु, घाटो करणु, टहिकाइणु - - - - आटविणे - - - - अकळवुं, उकाळवुं - - - - फोटान - - - - उतलाइ धन कर - - - - आउटिबा - - - - मरग कायुट - - - - वट॒ट॒क्काय्च्च - - - - काच्चिक्कुरु॒क्कुक - - - - इंगिसुवुदु, कुदिसुवुदु - - - -
463 औधोगिक विशेषण विशेषण - - - उद्योग-संबंधी; वस्तुएं तैयार करने के काम से संबंध रखने वाला। - - - उदिओगिक, सन्नती - - - - सन्अ़ती सन्अ़तगर - - - कारु॑बा॑री - - - - उद्योग संबंधी हुनिरी - - - औद्योगिक, उद्योग-संबंधी औद्योगिक - - - औधोगिक औधोगिक - - - शिल्प संक्रान्त शिल्पण॒ (न्य) - - - औधागिक - - - - उद्योग संबंधी - - - - पारिश्रामिक परिश्रम संबंधमयिन - - - तॊऴिल् संबन्दमान - - - - व्यावसायिकं तॊऴिल् - - - कैगारिकॆय कैगारिकॆयल्लि, तॊडगिरुव, उद्यमस्थ - - -
464 औद्योगीकरण पुंलिंग - - - - किसी देश में उद्योग-धंधों का विस्तार करने और नए-नए कल-कारखाने स्थापित करने का काम (इन्डस्ट्रियलाइज़ेशन)। - - - - उदिओगीकरन, सन्नतीकरन - - - - सन्अ़तियाना - - - - सनतीकरन - - - - उद्योगीकरणु - - - - औद्योगीकरण - - - - औद्योगीकरण - - - - शिल्पायन - - - - औद्योगीकरण - - - - कळ-कारखानीकरण, औद्योगीकरण - - - - परिश्रमीकरणमु - - - - तॊऴिळ्मयमाक्कुदल् - - - - व्यवसायवत्करणं - - - - कैगारिकॆ स्थापनॆ - - - -
465 औपचारिक विशेषण विशेषण - - - उपचार संबंधी; दिखावटी अथवा किसी नियम या रीति आदि के पालन-स्वरूप किया जाने वाला आचरण। - - - उपचारिक रसमी - - - तदारुकी रस्मी - - - रसमी - - - - इलाज संबंधी रवायती, रस्मी, दस्तूरी - - - औपचारिक औपचारिक, लौकिक - - - औपचारिक औपचारिक - - - चिकित्सासंबंधी शिष्टाचार - - - औपचारिक यथाचार, बिधिगत - - - चिकित्सासंबंधी शिष्टाचार, औपचारिक - - - लांछनप्रायमु पैचूपु कोरकु - - - चिकिच्चै संबन्दमान मुरै॒प्पडियान - - - औपचारिकं औपचारिकं - - - औपचारिक तोरिकॆय - - -
466 औपचारिकता स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - - औपचारिक होने की अवस्था गुण या भाव (फार्मोलिज़्म); दुनियादारी। - - - लोकाचार - - - - रस्मियत (रस्म) दुन्य़ादारी - - - रस॑मु - - - - रवायत परस्ती दुनियादारी - - - औपचारिकता व्यवहार, लौकिक - - - औपचारिकता दुनियादारी - - - शिष्टाचारिता दुनियादारि - - - यथाचारिता, आनुष्ठानिकता सांसारिकता - - - औपचारिकता, शिष्टाचारिता दुनियादारि, ओ-एब-तथा - - - लांछन मर्याद - - - मुरै॒मै उलग वऴक्कु - - - औपचारिकत्वं नाट्टुनटप्पु - - - औपचारिकतॆ लौकिक ज्ञान - - -
467 और अव्यय विशेषण क्रिया विशेषण - - दो शब्दों और वाक्यों को जोड़ने वाला शब्द, तथा। दूसरा। अधिक। - - ते, अते होर होर - - और - - - - बॆयि - - - - ऐं बि॒यो वधीक, अञा बि - - आणि, तथा आणखी, दुसरा आणिक, अधिक - - अने, तथा बीजुं वधु - - आर, ओ आर, अन्य॒ (न्न) आर, बेशी, अधिक - - आरु, तथा अन्य आरु, अधिक - - अन्य अन्य अधिक - - मरियु इतरुडु अधिकमु, एक्कुव - - मेलुम्, मट॒टुम् मटटॊरु, इन्नुम् अदिगमाग - - उम् मट॒टॊ॒रु, मट॒टे॒ कूटुतल् - - मत्तु बेरॆ, इतर इन्नू - -
468 औरत स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - - स्त्री, महिला; पत्नी। - - - तीवीं, औरत तीवीं, औरत - - - औ़रत ज़ौजा - - - ज़नानु॑ - - - - औरत जाल, जोइ, पत्नी - - - स्त्री, महिला॒ पत्नी - - - औरत, स्त्री बैरी - - - महिला, नारी पत्नी, स्त्री - - - महिला पत्नी - - - स्त्री, महिळा पत्नी - - - स्त्री भार्य - - - मगळिर् मनैवि - - - स्त्री, पॆण्णु भार्य - - - हॆग्स हॆडंति - - -
469 औषधालय पुंलिंग - - - - दवाखाना। - - - - दवाखाना - - - - दवाख़ाना - - - - दवाखानु॑ - - - - इस्पताल, दवाख़ानो - - - - औषधालय दवाखाना - - - - औषधालय, दवाखानुं - - - - औषधालय, दवाईखाना - - - - औषधालय - - - - डाक्टर-खाना, औषधाळय - - - - औषधालयमु - - - - मरुन्दु कॊडुक्कुमिडम् - - - - औषधालयं - - - - आस्पत्रॆ - - - -
470 औषध स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - - दवा; जड़ी-बूटी जो दवा में काम आए। - - - दवा, औषध - - - - दवा जड़ी-बूटी - - - दवा - - - - दवा औखद, दवा में कमि ईंदड़ जड़ी-बूटी - - - औषध जड़ी-बूटी - - - औषधि (धी), औसड, दवा जड़ी-बूटी - - - ओषध, दाबाइ भेषज, उद्भिद - - - औषध बनौषधि - - - औषधी चेर मूळ - - - मंदु, औषधि औषधि - - - मरुन्दु मूलिगैगल् - - - मरुन्नु पच्चिल मरुन्नु - - - औषधि, मद्दु गिडमूलिकॆ - - -
471 औसत पुंलिंग पुंलिंग - - - माध्य, बीच का (एवरेज); साधारण। - - - औसत - - - - औसत म़ामूली - - - अवसथ - - - - सरासरी, विचु विचौलो, साधारणु - - - सरासरी एधला, सामान्य (एवरेज) साधारण - - - सरासरी, सरेराश साधारण - - - अनुपात साधारण॒ (न) - - - गड़ परिणाम, मध्यम साधारण - - - हाराहारि, माध्य, मोटामोटि साधारण - - - सगटु साधारणमयिन - - - सरासरि सादारण - - - शराशरि साधारणमाय - - - सरासरि साधारण - - -
472 कंगाल पुंलिंग - - - - अभाव से पीड़ित, अति निर्धन। - - - - कंगाल - - - - कंगाल, मुफ़्लिस - - - - कंगाल - - - - कंगालु - - - - कंगाल, दरिद्री - - - - कंगाल, दरिद्री - - - - काङ्गाल, दरिद्र - - - - कांङाल, कङल - - - - कंगाल, दरिद्र - - - - बीद, निरुपेद - - - - दरिद्दिरन्, मिगएळै - - - - दरिद्रन्, एऴ - - - - दरिद्र, बडव - - - -
473 कंघा पुंलिंग - - - - बाल झाड़ने या संवारने का एक उपकरण। - - - - कंघा - - - - कंघा - - - - कंगुव - - - - फणोटो, कंघो - - - - कंगवा - - - - कंगवो, कांसको, दांतियो - - - - चिरुनी - - - - फणि, काकै - - - - पानिआ - - - - दुव्वेन - - - - सीप्पु - - - - चीप्पु - - - - बाचणिगॆ - - - -
474 कंजूस विशेषण - - - - धन संग्रह के लालच में कष्ट सहकर हीन अवस्था में रहने वाला व्यक्ति, कृपण। - - - - कंजूस - - - - कंजूस - - - - कंजूस - - - - कंजूसु - - - - कंजूस, चिक्कू, कृपण - - - - कंजूस - - - - कृपण॒ (न) - - - - कृपण - - - - कृपण - - - - लोभि, पिसिनिगोट्टु - - - - कंजन्, उलोबि - - - - पिशुक्कन् - - - - जिपुण - - - -
475 कंठ पुंलिंग पुंलिंग - - - गला; गले से निकला हुआ स्वर। - - - गला - - - - कंठ (गला) सुर (गलेका) - - - हॊट हॊट - - - गलो, कंठु सुरु, आवाज्रु - - - गळा गळयोतून निघालेला स्वर - - - गळुं सूर, साद - - - कण्ठ, गला कण्ठ स्व॒र (स) - - - गला, कण्ठ कण्ठ स्वर - - - गळा, कंठ कंठ-स्वर - - - कंठमु कंठस्वरमु - - - कळुत्तु कुरल् - - - कळुत्तु स्वरं - - - गंटलु, कत्तु कॊरळु, कंठ - - -
476 कंधा पुंलिंग - - - - मनुष्य के शरीर की बांह का वह ऊपरी भाग या जोड़, जो गले के नीचे धड़ से जुड़ा रहता है। - - - - मोढा, कन्न्हा - - - - कंधा - - - - फ्यॊक - - - - कंधु, कुल्हो - - - - खांदा - - - - कंध, स्कंध, खभो - - - - कान्ध - - - - कान्ध - - - - कांध - - - - भुजमु - - - - तोळ् - - - - तोळ् - - - - हॆगलु - - - -
477 कंपकंपी स्त्रीलिंग - - - - भय, शीत आदि के कारण शरीर में होने वाली थर्राहट, जिसमें एक प्रकार की स्वरता होती है, कंपन। - - - - कांबा - - - - कपकपी - - - - ता॑र खसु॑न्य - - - - डकिणी, कंबणु जी हालति - - - - कांपरे, हुडहुडी - - - - कंप, कंपारी, ध्रुजारी - - - - कॉँपुनि - - - - कँपनि, यर्थरणि - - - - कप, कंपनि - - - - वणकु - - - - नडुक्कम् - - - - विर॒यल् - - - - नडुक - - - -
478 कंबल पुंलिंग - - - - बहुत मोटी ऊनी चादर जो प्राय: ओढने के काम आती है। - - - - कंबल - - - - कम्बल - - - - कमु॑ल्य - - - - कंबलु - - - - घोंगडी - - - - कंबल, कामळो, कांबल - - - - कम्बल - - - - कम्बल - - - - कंबल - - - - कंबळि - - - - कंबळि - - - - कम्पिळि - - - - कंबळि - - - -
479 कई विशेषण विशेषण - - - एकाधिक लोग; कुछ। - - - कई - - - - कई - - - - वारयाह - - - - कई, घणाई कुछु - - - कित्येक, अनेक काही - - - कई, अनेक कंईक, केटलुंक, थोडुंक - - - एकाधिक, अनेक कयेक, कतकगुलि - - - एकाधिक, अनेक किछु, अलप - - - एकाधिक, अनेक किछि - - - चाला, अनेकमु कोन्नि - - - अनेग पल - - - अनेकं पल - - - हलवु कॆलवु - - -
480 कक्ष पुंलिंग - - - - किसी इमारत या भवन का कोई भीतरी भाग, कमरा या खंड। - - - - कमरा - - - - कमरा - - - - कमरु॑ - - - - कोठी, कमिरो - - - - खोली - - - - ओरडो - - - - कक्ष॒, कामरा, घर (क्ख) - - - - कोठा, खोंटाली - - - - वड़ कोठरि, कमरा - - - - गदि - - - - वीट्टिन उट्पगुदि उळ्, अरै - - - - मुरि॒ - - - - कोणॆ - - - -
481 कक्षा स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - - विद्यार्थियों का वर्ग या श्रेणी जिसमें उन्हें एक साथ एक ही प्रकार की शिक्षा दी जाती है, दर्जा; आकाश में ग्रहों के भ्रमण का गोलाकार मार्ग (ऑर्बिट)। - - - जमात फेरा, मंडल - - - दर्जा (जमाअ़त) मदार - - - जमाथ - - - - क्लासु, दर्जो मदारु (आकास में ग्रहनि जे घुमण जो घेरो) - - - कक्षा, वर्ग, इयत्ता कक्षा, मंडळ, खगोल मार्ग - - - वर्ग कक्षा - - - श्रेणी॒ (न) कक्ष॒ (क्ख) - - - मान, श्रेणी कक्षपथ - - - श्रेणी, क्लास, किलास आकाश रे ग्रहंक भ्रमण रे गोलाकार - - - तरगति मंडलमु - - - पळ्ळि वगुप्पु गिरहंगळिन्, शुट॒टप्पादै - - - क्ळास् भ्रमणपथं - - - तरगति कक्ष - - -
482 कचहरी स्त्रीलिंग - - - - न्यायालय, अदालत। - - - - कचहिरी - - - - कचहरी - - - - अदालथ - - - - कचहिरी - - - - कचेरी, न्यायालय - - - - कचेरी, अदालत, कार्ट - - - - कछारी, विचारालय, अदालत - - - - काछारी, न्यायालय - - - - कचेरि, न्यायाळय, अदालत - - - - कचेरि, न्यायास्थानमु - - - - नियायालयम्, नीदिमन्र॒म् - - - - कच्चेरि, कोटति - - - - कचेरि, कोर्टु न्यायालय - - - -
483 कचोटना अकारात्मक क्रिया - - - - किसी दु:खद बात से बार-बार मन में पीड़ा या वेदना होना, गड़ना। - - - - चुभणा - - - - चुभना, खटकना - - - - दॅख लगुन - - - - चुभणु, डुखणु - - - - बोंचणे, टोचणे - - - - कचोटावुं - - - - दंशन, बेंधा - - - - अन्तरन दु:ख पा - - - - झुरिबा - - - - पीडिंचुट - - - - वरुत्तप्पड़ - - - - नोवुक, नॊम्परप्पॆटुक - - - - व्यथॆपडुवुदु - - - -
484 कच्चा विशेषण विशेषण - - - (खाद्य पदार्थ) अधपका; (फल, फसल आदि) जो परिपक्व न हुआ हो। - - - कच्चा - - - - कच्चा - - - - कॊच - - - - कचो (अधु पकलु) कचो (अणरस्यलु) - - - कच्चे अर्धपक्व, कच्चे - - - कच्चुं, काचुं अपक्व - - - कॉँचा कांचा - - - निसिजा आपँइता, केंचा - - - कंचा - - - - उडकनि पच्चि - - - पळुक्काद काय्वॆट्टान् - - - वेवात्त पच्च - - - बॆन्दिल्लद हसि, कायि - - -
485 कटघरा पुंलिंग पुंलिंग - - - काठ का जंगलेदार घेरा जिसमें जानवरों को रखते हैं; कचहरी में वह स्थान जिसमें अभियुक्त खड़े होते है। - - - कटहिरा कटहिरा - - - कटहरा - - - - जंगलु॑ - - - - काठ जो वडो॒ पिञिरो कटहिड़ो (कोर्ट में डो॒हीअ जे बीहण जो हंधु - - - लाकडाचा मोठा पिंजरा पिंजरा - - - पांजरुं - - - - खांचा काठगड़ा - - - काठरा, काठर, गँराल काठगरा - - - बड़ पिंजरा काठगड़ा - - - पंजरमु, बोनु बोनु - - - मरक्कूण्डु साट्चिक्कूण्डु - - - कटु साक्षिक्कूटु - - - बेलिहाकिरुव प्रदेश साक्षिकट्टॆ - - -
486 कटार स्त्रीलिंग - - - - छोटी, छुरी। - - - - कटार - - - - कटार - - - - छुर्य - - - - कटार, कटारी - - - - खंजीर, कट्यार - - - - कटार, कटारी - - - - छुरि - - - - कटारी - - - - छोट, छुरी, कटुरी - - - - चिन्न कत्ति - - - - कटारी - - - - कठारि - - - - बाकु, कठारि - - - -
487 कटु विशेषण विशेषण - - - जिसके स्वाद में कड़वापन हो; अप्रिय, बुरा लगने वाला। - - - कांड़ा कांड़ा - - - तल्ख़ (कड़वा) - - - - ट्यॊठ ट्यॊठ - - - कोड़ो अणवणंदड़ु - - - कडू अप्रिय, कटु - - - कटु, कडवुं, तीखुं अप्रिय - - - कटु, तिक्त कटु, अप्रिय - - - कटु अप्रिय - - - कटु अप्रिय, खराप - - - चेदयिन, कटुवु कटुवु - - - कसप्पान पिडिक्काद - - - कय्प्पुळ्ळ, चवर्प्पुळ्ळ इण्टप्पॆटात्त - - - कहि अप्रिय, कहि - - -
488 कट्टर विशेषण - - - - पक्का, दृढ़ निश्चयी, सिद्धांतवादी। - - - - कट्टर - - - - कट्टर - - - - कटर - - - - कटरु - - - - कट्टर, पक्का, दृढ निश्चयी, सिद्धान्तवादी - - - - कट्टर, चुस्त - - - - कट्टर, गोंड़ा - - - - दृढमना - - - - दृढ निश्चयी, कट्टर - - - - गट्टिपट्टुदलगल - - - - कॊळ्गैप्पिडिप्पुळ्ळ - - - - उर॒च्च, याथास्थितिकनाय - - - - दृढ निश्चयि - - - -
489 कठपुतली स्त्रीलिंग - - - - काठ (लकड़ी) की बनी हुई पुतली जिसे धागे या तार की सहायता से नचाया जाता है। - - - - कठपुतली - - - - कठपुतली - - - - दारिद॑ज - - - - पुतिली (काठ जी गुडी॒) - - - - कळसूत्रीबाहुली - - - - कठपूतळी - - - - काठेरपुतुल - - - - काठर पुतला - - - - काठ-पितुळा - - - - कोय्यबोम्म - - - - बॊम्मलाट्टत्तिनर् पयन्पडुत्तुम् बोम्मै - - - - मरप्पाव - - - - सूत्रदबॊम्बॆ - - - -
490 कठिन विशेषण विशेषण - - - जो सरलता से न हो सके, मुश्किल; कठोर, सख्त। - - - औखा, कठन - - - - मुश्किल (सख़्त) - - - - कठ्युन, मुश्किल कठ्युन, मुश्किल - - - डुख्यो, मुश्किलु सख़्तु - - - कठिण, अवधड कठोर, टणक, बिकट - - - कठिन, कठण, सखत, अधरुं, मुश्केल निर्दय - - - कठिन, मुश्किल कठिन, शक्त - - - कठिन कठोर, टान - - - कठिन, मुस्किल शक्त - - - कष्टमु कठिनमु, गट्टि - - - कष्टमान कडिनमान - - - कठिनं कठोरं, उर॒च्च - - - कष्टवाद गट्टि - - -
491 कठोर विशेषण विशेषण - - - कड़ा, सख्त; निर्दयी, निष्ठुर। - - - कठोर - - - - सख़्त सख़्त दिल - - - सखु॑त - - - - सख़्तु कठोरु, निर्दयी - - - कठोर निर्दयी, निर्मम, निष्ठुर - - - कठोर, कडक, सखत निर्दय, कर्कश - - - कड़ा, शक्त, कठोर निर्मम, निष्ठुर, कठोर - - - कठोर, टान निर्दय - - - कठोर, कड़ा, शक्त निर्दय, निष्ठुर - - - कठोरमु दयलेनि - - - कडिनमान कॊडूरमान - - - कटुप्पमाय दयविल्लात्त - - - गट्टि, कठोर मरुकविल्लद, निर्दय - - -
492 कड़कना अकारात्मक क्रिया - - - - कड़कड़ का शब्द होना। - - - - कड़कणा - - - - कड़कना - - - - टासु॑रारय, गछ़ु॑न्य - - - - कड़िकड़ि करणु - - - - कडाडणे - - - - ककडवुं कडकडवुं - - - - कड़कड़ शब्द हओया - - - - डाङर शब्द कर गाजनि मार - - - - कड़कड़ शब्द हेबा, कड़किबा - - - - कटकट लाडुट - - - - उडिक्क - - - - कटकट शब्दं उण्टाकुक - - - - चटचट अन्नुवुदु - - - -
493 कड़वा विशेषण विशेषण विशेषण - - स्वाद में कसैला या कटु; कटु प्रकृति का; अप्रिय। - - कौड़ा कौड़ा कौड़ा - - कड़वा - - - - टचॊठ - - - - कौड़ो - अणवणंदड़ु - - कडू कटु वृत्तिचा अप्रिय - - कडवुं कडवा स्वभाववाळुं अप्रिय - - कषा स्वाद वा क्रटु (सा) कड़ा प्रकृतिर कटु, अप्रिय - - कटु कठुवा प्रकृतिर अप्रिय - - पिता बा कषा कटु प्रकृतिर अप्रिय - - चेदैन कठिनमयिन अप्रियमैन - - कसप्पान कॊडूरमान गुणमुळ्ळ् पिडिक्काद - - कैप्पुरसमुळ्ळ शुण्ठियुळ्ळ अप्रियमाय - - कहि कटुस्वभावद अप्रिय - -
494 कड़ा पुंलिंग विशेषण - - - धातु का बड़ा छल्ला। सख्त, कठोर। - - - कड़ा कैड़ा, करड़ा - - - कड़ा कड़ा, सख़्त - - - कॊर सखुत - - - कड़ो, कंगणु सख़्तु - - - कठोर सख्त - - - हाथनुं एक घरेणुं सखत - - - शक्त, कड़ा, कठोर कड़ा - - - काढा, कठोर बाजु, खारु - - - कड़ा, शक्त, कठोर धातुनिर्मित बड़ बळा - - - कडियमु कठोरमयिन - - - काप्पु कडिनमान - - - काप्पु, कट्टिवळ कटुत्त - - - बळॆ, कंकण गट्टि, बिरुसाद - - -
495 कढ़ाई स्त्रीलिंग - - - - बेलबूटे निकालने का या बनाने का काम। - - - - कढ़ाई - - - - कढ़ाई (कशीदाकारी) - - - - टॅपु॑का॑म - - - - भर्तु, भर्थु - - - - कशीदा - - - - भरत - - - - सूचिशिल्प - - - - बेजिरे फुल तोला काम - - - - फुलपकासिलाइ काम, मिनाकारी, सूची-शिळ्प - - - - कुट्टुपनि - - - - तुणियिन्मेल् सॆय्युम् पूवेलै - - - - चित्रप्पणि, सूचिवेल - - - - कसूति कॆलस् - - - -
496 कतरन स्त्रीलिंग - - - - कपड़े, कागज, धातु आदि के छोटे-छोटे रद्दी टुकड़े। - - - - कातर - - - - कतरन - - - - तिलिम, तु॑र - - - - कतरि (कपिड़े, कागज़ वग़ैरह जी) - - - - बारीक रद्दी तुकडे - - - - कातरण - - - - कापड़ वा कागजेर कतिंत अव्यवहार्य अंश, काट-छांट - - - - कापोर, कागज, आदिर, सरु सरु टुकुरा - - - - कपड़ा, कागज, धातु, आदि-आदि छोट छोट रदि टुकड़ा (कटा-कना) - - - - कत्तिरिंपुलु - - - - कत्तरित्तु, ऎडुक्कप्पट्ट तुण्डु - - - - कष्णं ऎट्टुतुण्टु - - - - कत्तरिसि उळिद चुरु - - - -
497 कतरना सकारात्मक क्रिया - - - - कपड़े, कागज या धातु आदि की चादर को कैंची से काट कर दो या अनेक भागों में करना। - - - - कतरना - - - - कतरना - - - - कपटुन - - - - कतिरणु, कटणु - - - - कापणे - - - - कातरवुं - - - - काटा-छॉँटा - - - - काटन, कटा काम - - - - कतुरिबा काटिबा - - - - कत्तिरिंचुट - - - - कत्तरित्तल् - - - - कत्रिक्कुक - - - - कत्तरिसुवुदु - - - -
498 कतरनी स्त्रीलिंग - - - - कतरने का उपकरण, कैची। - - - - कैंची - - - - कतरनी - - - - कंची - - - - कैंची - - - - कात्री - - - - कातर - - - - काँचि - - - - केंची - - - - कइंची, कसुरी - - - - कत्तेर - - - - कत्तरिक्कोल् - - - - कत्रिक - - - - कत्तरि - - - -
499 कतराना अकारात्मक क्रिया - - - - बचना। - - - - कतराउणा - - - - कतराना - - - - बचुन - - - - कतिराइणु, पासो करणु, नजर बचाए खिस्कणु - - - - चुकविणे, टाळणे - - - - कतरावुं - - - - दृष्टि एड़ाइया सरिया पड़ा केटे पड़ा - - - - आँतरि फालरि फालरि काट - - - - आड़ेइ, जिबा - - - - तप्पिंचुकोनुट - - - - तप्पिक्क - - - - ऒऴिञ्ञु मारु॒क - - - - तप्पिसि कॊळ्ळुवुदु - - - -
500 कतार स्त्रीलिंग - - - - पंक्ति। - - - - कतार, डार (पक्षियों की) - - - - क़तार - - - - लो॑न - - - - कतार - - - - ओळ - - - - कतार, हार - - - - पंक्ति, सारि - - - - शारी, लानि - - - - पंक्ति - - - - पंक्ति, श्रेणि, वरुस - - - - वरिशै - - - - वरि, पन्ति - - - - सालु - - - -
501 कत्था पुंलिंग - - - - खैर की लकड़ी का सत जो पान में लगा कर खाया जाता है। - - - - कत्त्था - - - - कत्था - - - - कथु॑ - - - - कथो - - - - कात - - - - काथो - - - - खयेर - - - - खैर, खयेर - - - - खइर - - - - काचु - - - - कत्तैक्काँबु - - - - कत्थ - - - - काचु - - - -
502 कथनी स्त्रीलिंग - - - - कही हुई बात, उक्ति। - - - - कथनी - - - - क़ौल (मल्फ़ूज़ा) - - - - वन्यमु॑च कथ - - - - चविणी - - - - उक्ति - - - - कथनी - - - - उक्ति, कथन - - - - कथा, उक्ति - - - - कुहा कथा, उक्ति - - - - माट, उक्ति - - - - पेच्चु, वचनम् - - - - पर॒च्चिल्, वाक्कु - - - - मातु॒ - - - -
503 कथा स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - - किस्सा, कहानी, उपन्यास आदि; पौराणिक आख्यान जो धर्मोपदेश के रूप में लोगों को सुनाया जाए। - - - कथा - - - - दास्तान, अफ़्साना हिकायत (असातीर) - - - कथ कथा - - - कथा, कहाणी कथा - - - कथा, गोष्ट कहाणी, आख्यान - - - कथा, वार्ता ईश्वर के धर्म संबंधी प्रवचन - - - काहिनी, गल्प कथा - - - काहिनी, कथा साधुकथा - - - कथा, काहाणि गळ्प पौराणिक आख्यान - - - कथ हरिकथ - - - कदै, शिरु॒कदै कथा कालट्रचेपम् - - - कथ कथाप्रसंगं, हरिकथ - - - कतॆ उपन्यास - - -
504 कथानक पुंलिंग - - - - किसी रचना (महाकाव्य, उपन्यास, नाटक आदि) की कथा-वस्तु। - - - - कथानक - - - - प्लाट - - - - कथ - - - - कथा, कथावस्तू - - - - कथानक - - - - कथानक - - - - कथावस्तु, कथानक - - - - कथाबस्तु, विषयबस्तु - - - - कथावस्तु - - - - कथानिक, कथावस्तुवु - - - - कदैयिन् करु - - - - कथावस्तु - - - - कथावस्तु - - - -
505 कद पुंलिंग - - - - (व्यक्ति की) ऊंचाई। - - - - कद - - - - कद - - - - कद - - - - कदु - - - - (व्यक्तीची) उंची - - - - कद - - - - उच्चता - - - - उच्चता - - - - व्यक्तिर उच्चता - - - - पोडवु - - - - उयरम्, आकिरूति - - - - पॊक्कं, उयरं - - - - ऎत्तर - - - -
506 कनक पुंलिंग पुंलिंग - - - सोना, स्वर्ण; धतूरा। - - - सोना धतूरा - - - सोना, ज़र धतूरा - - - सॅन - - - - सोनु धातूरो - - - कनक सोने, सुवर्ण धोत्रा - - - कनक, सोनुं धतूरो - - - कनक, स्वर्ण, सोना (स) धुतुरो - - - सोण धतुरा - - - कनक, सुना, स्वर्ण धातुरा, दुदुरा - - - कनकमु, बंगारमु उम्मेत्त - - - तंगम् ऊमत्तै - - - स्वर्णं उम्मत्तिन्काय - - - चिन्न उम्मत्त, धत्तूरि - - -
507 कन्यादान पुंलिंग - - - - विवाह में वर को कन्या का दान करने की रस्म। - - - - कन्निआदान - - - - कन्यादान - - - - कन्यादान - - - - कन्यादानु - - - - कन्यादान - - - - कन्यादान - - - - कन्यादान - - - - कन्यादान - - - - कन्यादान - - - - कन्यादानमु - - - - तिरुमणम्, कन्निकादानं - - - - कन्यकादानं (विवाहं) - - - - कन्यादान - - - -
508 कपट पुंलिंग पुंलिंग विशेषण - - छलपूर्ण मिथ्या आचरण, दुराव; धोखा। छलपूर्ण। - - कपट - - - - कपट - पुरदगा, पुरफ़रेब - - कपठ, छ़ल - - - - कपटु, दोखो - कपट भर्यो - - कपट फसवणूक कपट - - कपट, छळ दगो छळथी भरेलुं - - कपट, छल कपट, धोंका कपट - - कपट फाँकि, प्रबंचना कपटीया - - कपट धोका छळपूर्ण - - कपटमु मोसमु कपटमु - - वंजनै सूदु कपटमान - - कपटं चति चति निर॒ञ्ञ - - मोस, वंचकतन वंचकतन मोसद - -
509 कपड़ा पुंलिंग पुंलिंग - - - कपास, ऊन आदि के धागों से बनी हुई वस्तु जो ओढ़ने, बिछाने, पहनने आदि के काम आती है; पहनावा, पोशाक। - - - कपड़ा - - - - कपड़ा - - - - कपुर - - - - कपिड़ो कपिड़ा, पोशाक - - - कापड पोशाख, वस्त्रें - - - कपडुं, कापड पहेरवानुं, लूगडुं, पोशाक - - - कापड पोशाक - - - कापोर पोछाक - - - कपड़ा, कना, बस्त्र पिन्धा, पोषाक - - - गुड्ड दुस्तुलु - - - तुणि उडुप्पु - - - वस्त्रं, तुणि वेषं - - - बट्टॆ उडिगॆ - - -
510 कपाट पुंलिंग पुंलिंग - - - किवाड़, दरवाजे के पल्ले; दरवाजा, द्वार। - - - भित्त, बार, किवाड़ - - - - किवाड़ - - - - दरवाज़ु॑ - - - - कपाटु, ताकु दरिवाज़ो, दरु - - - कवाड दरवाजा, दार - - - कवाड बारणुं - - - कपाट, दरजार, पाल्ला दरजा, द्वार - - - दुवारर कपाट दुवार - - - कबाट, कबाटर, फाळे दुआर - - - कवाटमु तलुपु - - - कदवु निलैवायिल - - - कतकु वातिल् - - - कद बागिलु - - -
511 कपास स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - - एक प्रसिद्ध पौधा जिसके ढोंढ (फल) में से रुई निकलती है (कॉटन); इस पौधे के फलों के तंतु जिससे सूत काता जाता है। - - - कपाह - - - - कपास - - - - कपस - - - - वंड, कपह जो ब्रूटो कपह - - - कापसाचे झाड कापूस - - - कपास रू - - - कापास तुलो - - - कपाह कपाह - - - कपा एहि छोट गछर फळंर तंतु जाहाठारू - - - प्रत्तिचेट्टु प्रत्ति - - - परुत्ति पंजु - - - पञ्ञि, परुति पञ्ञि - - - हत्तिय गिड हत्ति - - -
512 कपूत पुंलिंग - - - - बुरे आचरण वाला पुत्र, नालायक बेटा; - - - - कपूत - - - - कपूत - - - - कॅपूत, नालायक - - - - कुपाटु, कपूतु - - - - कुपुत्र - - - - कपूत - - - - कुपुत्र - - - - कुपुत्र - - - - कुपुत्र, नालायक पुअ - - - - कुपुत्रुडु - - - - कॆट्ट नडत्तैयुळ्ळ मगन् - - - - मुटियनाय पुत्रन् - - - - कुपुत्र - - - -
513 कपूर पुंलिंग - - - - सफेद रंग का एक सुगंधित धन पदार्थ जो हवा में रखने से भाप बन कर उड़ जाता है (कैंफर)। - - - - कपूर - - - - काफूर - - - - कोफ़ूर - - - - काफूरु - - - - कापूर - - - - कपुर - - - - कर्पूर - - - - कर्पूर - - - - कपूर - - - - कर्पूरमु - - - - कर्पूरम्, सूडम् - - - - कर्पूरं - - - - कर्पूर - - - -
514 कपोल पुंलिंग - - - - गाल (चीक)। - - - - गल्ह - - - - गाल - - - - गल, बुथ्य लब - - - - ग॒लु, गि॒लु - - - - गाल - - - - कपोल (ळ), गाल - - - - गाल, कपोल - - - - गाल - - - - कपोळ, गाल - - - - चेक्किलि, बुग्ग - - - - कन्नम् - - - - कपोलं, कविळ् - - - - कॆन्नॆ - - - -
515 कफन पुंलिंग - - - - सिला अथवा बिना सिला कपड़ा जिसमें शव को लपेट कर दफनाया या जलाया जाता है। - - - - खप्फण - - - - कफ़न - - - - कफन - - - - कफ़नु, खफ़णु - - - - कफन - - - - कफन, शबने ओढाडवानुं लूगडुं - - - - कफन, शवाच्छादन वस्त्र - - - - शव ढका कापोर - - - - शब-ढंका-वस्त्रं - - - - शवमुपैकप्पु गुड्ड - - - - पिणत्तै मूडुम् तुणि - - - - शवक्कोटि - - - - शव-हॊदिकॆ - - - -
516 कब क्रिया विशेषण - - - - किस समय? किस वक्त? - - - - कद, कदों - - - - कब - - - - कर बा॑ज्ग्य - - - - कड॒हिं? कहिं वक्ति? - - - - केव्हां, कधी - - - - क्यारे - - - - कखन - - - - केतिया - - - - केबे - - - - ऍप्पुडु - - - - ऎप्पॊळुदु - - - - ऍप्पोळ् - - - - यावाग - - - -
517 कबाड़ी पुंलिंग - - - - टूटी-फूटी या पुरानी चीजें खरीदने या बेचने वाला। - - - - कबाड़ी - - - - कवाड़िया (कबाड़ी) - - - - कब़डा॑य - - - - कबा॒ड़ी - - - - रद्दीवाला - - - - भांग्या-तूटया के रद्दी मालनो वेपारी - - - - काबाड़ी - - - - फुटा-फटा वस्तु बेचोंता - - - - भंगा-रुजाब्रा पुरुणा-बस्तु-बिक्रेता - - - - चेत्तसरुकु कोनुवाडु - - - - कायलांकडैक्कारन् - - - - आक्रिक्कारन् - - - - हळॆ सामानु व्यापारि - - - -
518 कबूलना सकारात्मक क्रिया - - - - मान लेना, स्वीकार करना। - - - - कबूलणा - - - - कबूलना - - - - कॅबूल करु॑न - - - - कबूलणु - - - - कबूल करणें - - - - कबूल करवुं, मानी जवुं - - - - मेने नेओया, स्वीकार करा - - - - स्वीकार कर - - - - मानिनेबा, स्वीकार करिबा - - - - स्वीकरिंचुट, अंगीकरिंचुट - - - - ऒप्पुक्कॊळ्ळ - - - - स्वीकरिक्कुक - - - - ऒप्पिकॊळ्ळुवुदु, स्वीकारमाडुवुदु - - - -
519 कब्जा पुंलिंग - - - - किसी वस्तु पर होने वाला अधिकार जिसके अनुसार उस वस्तु का उपयोग किया जाता है। - - - - कब्जा - - - - कब्ज़ा - - - - कबज़ु॑ - - - - कब्ज़ो - - - - कब्जा - - - - कबजो - - - - दखल, आयत्त, हातल - - - - दखल, अधिकार - - - - अधिकार - - - - स्वाधीनमु चेसिकोनुट - - - - कैप्पट॒ट॒ल् - - - - अवकाशं - - - - स्वाम्य - - - -
520 कब्रिस्तान पुंलिंग - - - - शव दफनाने के लिए नियत स्थान। - - - - कबरसतान - - - - क़ब्रिस्तान - - - - कबरिस्तान - - - - कब्रिस्तानु - - - - स्मशान - - - - कबरस्तान, कब्रस्तान - - - - गोरस्थान, कबरस्थान - - - - कबरखाना, गरिशलि - - - - कबरस्थान - - - - स्मशानमु - - - - इडुकाडु, मयानंम् - - - - कबरिंटं, सॆमित्तेरि - - - - स्मशान - - - -
521 कभी क्रिया विशेषण - - - - किसी समय, किसी अवसर पर। - - - - कदे, कदी - - - - कभी - - - - कुनि वक्तु॑ - - - - कड॒हिं, कंहिं वक्ति - - - - कधी - - - - क्यारेक - - - - कखनओ - - - - कोनो समयत - - - - केबे - - - - ऍप्पुडैन्नु - - - - ऍप्पॊळुदावदुं - - - - ऍप्पोळॆङ्किलुं - - - - यावागलादरू - - - -
522 कमंडल पुंलिंग - - - - संन्यासियों का जलपात्र जो धातु, मिट्टी, तुपड़ी अथवा नारियल आदि का बना होता हैं। - - - - करमंडल - - - - कशकोल (कमंडल) - - - - कमंडल - - - - कमंडलु - - - - कमंडलु - - - - कमंडल - - - - कमण्डुलु - - - - कमण्डलु - - - - कमंडकु - - - - कमंडलमु - - - - कमंडलु, सन्नियाशिगळिन् तण्णीर् पात्तिरम् - - - - कमंडलं, किण्टि - - - - कमंडलु - - - -
523 कम विशेषण - - - - परिमाण, मात्रा, संख्या आदि के विचार से घट कर या थोड़ा। - - - - घट - - - - कम - - - - कम - - - - घटि, थोरो - - - - थोडे - - - - कम, ओछुं - - - - अल्प - - - - कम, ताकर - - - - कम - - - - तक्कु - - - - कॊंजम, कुरै॒वान - - - - कुर॒वाय - - - - कडिमॆ, स्वल्प - - - -
524 कमज़ोर विशेषण - - - - दुर्बल, अशक्त, असमर्थ। - - - - कमजोर - - - - कमज़ोर - - - - कमज़ोर - - - - कम्जोरु - - - - कमजोर, अशक्त - - - - कमजोर, दुर्बल, अशक्त - - - - दुर्बल, अशक्त, कमजुरी - - - - दुर्बल - - - - कमजोर, दुर्बळ, अशक्त असमर्थ - - - - नीरसमु - - - - बलवीनमान - - - - दुर्बलन् - - - - दुर्बल, अशक्त - - - -
525 कमर स्त्रीलिंग - - - - शरीर का मध्य भाग, कटि। - - - - लक्क, कमर - - - - कमर - - - - कम्बर - - - - कमरि, चेल्हि - - - - कंबर - - - - कमर, कम्मर, केड, कटि - - - - कोमर - - - - कँकाल - - - - अंटा - - - - नडुमु - - - - इडुप्पु - - - - अर - - - - सॊंट - - - -
526 कमरबंद पुंलिंग - - - - कमर में बांधने का एक दुप्पटा। - - - - कमरकस्सा, कमरबंद - - - - कमरबंद - - - - कम्बरबंद - - - - कमरिबंदु - - - - कमरेला बांधवयाचे वस्त्र, उपरणे - - - - कमरबंध - - - - कोमरबन्ध - - - - कँकालर अङालि - - - - अंटा रे बांधिबा कनापटि - - - - नडिकटटु - - - - इडुप्पिल् कट्टुम् तुणि - - - - अरप्पट्ट - - - - सॆंटद पट्टि - - - -
527 कमरा पुंलिंग - - - - कक्ष, कोठरी। - - - - कमरा - - - - कमरा - - - - कमरु - - - - कमिरो, रूमु, कोठी - - - - खोली - - - - ओरडो - - - - कामरा, कुठरि, घर - - - - कोठा - - - - कक्ख, कोठरी - - - - गदि - - - - उळ्, अरै॒ - - - - मुरि॒ - - - - कोणॆ - - - -
528 कमल पुंलिंग - - - - जलाशयों में हाने वाला एक पौधा जिसमें चौड़ी पंखुड़ियों वाले हल्के लाल, नीले, पीले या सफेद रंग के फूल होते है (लोटस)। - - - - कौंल, कमल - - - - कंवल - - - - पंपा॑श - - - - कमलुं, कंवलु - - - - कमळ - - - - कमल (ळ) - - - - पद्म॒, कमल (द्दो) - - - - कमल, पदुम - - - - पद्म - - - - कमलमु, तामरपुव्वु - - - - तामरै - - - - कमलं, तामर - - - - तावरॆ - - - -
529 कमान स्त्रीलिंग - - - - धनुष। - - - - कमान - - - - क़मान - - - - कमान - - - - कमानु - - - - धनुष्य - - - - कमान, धनुष, कामठुं - - - - कामान - - - - धनु - - - - धनु - - - - विल्लु - - - - विल् - - - - विल्लु - - - - बिल्लु - - - -
530 कमाना सकारात्मक क्रिया - - - - कोई व्यवसाय करके अर्थिक लाभ पाना, उपार्जन करना। - - - - कमाउणा - - - - कमाना - - - - कमावुन - - - - कमाइणु - - - - कमविणें - - - - कमावुं - - - - उपार्जन करा, कामानो - - - - उपार्जन कर, आर्ज - - - - कमेइबा, अर्जन - - - - संपादिंचुंट - - - - संबादिक्क - - - - संपादिक्कुक - - - - संपादिसुवुदु - - - -
531 कमी स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - कम होने की स्थिति अथवा भाव; त्रुटि; अभाव। - - घाट तोट - - - कमी - - - - क॑मी - - - - कमी, घटिताई कमी, नुक्सु कमी, खोटि - - कमतरता, कमी त्रुटि अभाव - - ओछ़प, ऊणप त्रूटि अभाव - - न्यूनता, अल्पता, कम हओया त्रुटि अभाव, अनटन, टानाटानि - - घाटि त्रुटि, दोष अभाव - - कमि त्रुटि अभाव - - तक्कुव, लोटु लोपमु कोरत - - कुरै॒वु तवरु॒ इल्लामै - - कुर॒वु कुट॒टं॒ अभावं, इल्लाय्क - - कॊरतॆ कुंदु अभाव - -
532 कर पुंलिंग पुंलिंग - - - हाथ; सरकार द्वारा जनता से उगाहा हुआ धन (टैक्स)। - - - हत्त्थ, कर (करकमल) कर - - - हाथ टेक्स (महसूल) - - - अथु॑ - - - - हथु ढल, टैक्सु - - - हात कर - - - कर, हाथ वेरो, लागो - - - हात, कर कर, शुल्क, खाजना राजस्व - - - हात कर - - - कर, हात कर, राजस्व - - - करमु, चेय्यि पन्नु - - - कै वरि - - - कै करं - - - कै तॆरिगॆ, कर - - -
533 करघा पुंलिंग - - - - कपड़ा बुनने का एक यंत्र, खड्डी। - - - - खड्डी - - - - करगह - - - - वोननवान - - - - आडा॒णो - - - - माग - - - - साळ - - - - तॉँत - - - - ताँतशाल - - - - तन्त, लुणा वुणिबा एक जन्त्र - - - - मग्गमु - - - - कैत्तरि - - - - तरि॒ - - - - कैमग्ग - - - -
534 करना सकारात्मक क्रिया - - - - किसी कार्य का संपादन। - - - - करना - - - - करना - - - - करुन - - - - करणु - - - - करणें - - - - करवुं - - - - करा - - - - कोनो काम कर - - - - करिबा, कार्य संपादन - - - - चेयुट - - - - शॆय्य - - - - चॆय्युक - - - - माडुवुदु - - - -
535 करनी स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - कार्य, कर्म; राजगीरों का एक प्रसिद्ध उपकरण, जिससे गारा या मसाला उठाकर दीवारों आदि पर थोपा, पोता या लगाया जाता है। अनुचित या हीन आचरण (बोलचाल में)। - - करनी कांडी करनी - - करनी - - - - का॑म करु॑न्य - - - करिणी, कमु चूनारी, मारो (राज़े जो ओज़ारु) करिणी, बेहूदी हलति - - कृति, कर्म, कार्य करनी करणी - - करणी, आचरण रांपी करतूक - - कर्म, काज कर्णिक (न) कम्म (कथ्य भाषा) - - कार्य, कर्म, काम करणी हीन आचरण - - करणी, कार्य, कर्म - अनुचित बा हीन आचरण - - कार्यमु, पनि तापि चेष्ट - - सॆयल्, कारियम् करणै कॆट्ट नडत्तै - - प्रवृति कुलेरू दुर्न्नटत्त - - कॆलस करणॆ दुष्कर्म - -
536 करवट स्त्रीलिंग - - - - बैठने, लेटने आदि में शरीर का वह पार्श्व या बल जिस पर शरीर का सारा भार पड़ता है। - - - - पासा - - - - करवट - - - - लरि फिरुन - - - - पासो (बदन जो) - - - - कूस, कुशी - - - - करवट, पडखुं, पासुं - - - - कात, आड़, पार्श्वे, अवस्थित - - - - काति बा बागर - - - - कड़ - - - - प्रक्क - - - - (उडलिन्) पक्कम् - - - - (शरीरत्तिन्टॆ) वशं - - - - मग्गुलु - - - -
537 करारा विशेषण विशेषण - - - कुरकुरा; तेज, उत्कट, उग्र (कार्य, उत्तर)। - - - करारा - - - - करारा तेज़ - - - त्रकुर - - - - भुर्किणो सख़्तु, तेज्रु (जवाबु वग़ैरह) - - - कुरकुरीत तेज, उत्कट, उग्र (कार्य, उत्तर) - - - कडक तीक्ष्ण - - - मचमचे शक्त (काज), कड़ा (जवाब) - - - मुरमुरीया, चनका उत्कट, उग्र, टान - - - कड़कड़िआ तेज, उत्कट, उग्र - - - करकरलाडु तीव्रमयिन - - - मुरु॒गलान, करार् उरु॒दियान - - - करुमुरेयुळ्ळ उग्रमाय, शक्तियाय - - - गरिगरियाद चुरुकु, उग्र - - -
538 कराहना अकारात्मक क्रिया - - - - पीड़ा या वेदना के समय व्यथा-सूचक शब्द का मुँह से निकलना। - - - - हूँगणा, कराहणा - - - - कराहना - - - - उँह करुने - - - - कंझणु, कुर्कणु - - - - कण्हणे - - - - पीडाथी आह करवी - - - - कातरानों - - - - कॅँका - - - - कुंथाइबा - - - - मूलुगुट - - - - मुनग - - - - वेदन कॊण्टु निलविळिक्कुक (ञरङ्ङुक) - - - - नरळुवुदु - - - -
539 करुण विशेषण विशेषण विशेषण - - दयालु; दु:खद; साहित्य में एक रस। - - करुण - करुण - - रह्मदिल दर्दनाक दर्द (सोज़) - - दया - - - - दयालू दुखदाई करुण रसु - - करुण, दयाळु दु:खद, दयनीय करूण रस - - करूण शोककारक साहित्यशास्त्र नो एक रस (करूण रस) - - करूणा॒युक्त (न) (जु) करुण॒, आर्त्त, कातर (न) करुण॒ रस (अलंकारशास्त्रे) (न) - - दयालु करुण, दु:दायक करुण रस - - दयाळु, करुण दु:खद, आर्त, कातर साहित रे एक रस - - दयगल दयनीयमयिन करुण रसमु - - इरक्कमुळ्ळ परिदाबमान इलक्कियत्तिल् ऒरु मननिलै - - करुणयुळ्ळ करुणमाय करुण रसं - - करुणॆयुळ्ळ करुणॆ उण्टुमाडुव करुण रस - -
540 करोड़पति पुंलिंग - - - - वह जिसके पास करोड़ों रुपये अथवा करोड़ों की संपत्ति हो। - - - - करोड़पती - - - - करोड़पति - - - - करोड़प॑ति - - - - किरोड़पती - - - - कोट्याधीश - - - - करोडपति - - - - कोटिपति - - - - कोटिपति - - - - कोड़पति, कोटिपति - - - - कोटीश्वरुडु - - - - कोटीश्वरन् - - - - कोटीश्वरन् - - - - कोट्याधीश - - - -
541 कर्ज़ पुंलिंग - - - - उधार लिया हुआ धन, ऋण। - - - - करजा - - - - क़र्ज - - - - करु॑ज़ - - - - कर्ज़ु - - - - कर्ज - - - - करज, देणुं - - - - धार, ऋण॒, कर्ज (न) - - - - ऋण, धार - - - - करज, ऋण (रुण) - - - - अप्पु - - - - कडन् - - - - कटं - - - - साल - - - -
542 कर्त्तव्य पुंलिंग पुंलिंग - - - ऐसा काम जिसे पूरा करना आवश्यक हो, धर्म; ऐसा कार्य जिसे संपादित करने के लिए लोग विधान या शासन द्वारा बंधे हों। - - - करतव्व - - - - फर्ज़ फ़रीज़ा (फ़र्ज), लाज़िम - - - फरु॑ज़ - - - - कर्तव्यु, फ़र्ज़ु - - - - कर्त्तव्य नियमबद्ध - - - कर्त्तव्य फरज - - - कर्त्तव्य, करणी॒य (न) कर्त्तव्य, विधेय - - - कर्त्तव्य वाध्य-वाधक्ता - - - कर्त्तव्य - - - - कर्तव्यमु विधि - - - कडमै शट्टप्पडि शॆय्य वेण्डिय वेलै - - - कर्तव्यं, कटम कर्तव्यं, कटम - - - कर्तव्यं कर्तव्यं - - -
543 कर्त्ता पुंलिंग पुंलिंग पुंलिंग - - करने या बनाने वाला, रचयिता, निर्माता; हिंदी व्याकरण में पहला कारक; धर या परिवार का स्वामी (धर्मशास्त्र और विधि के क्षेत्र में)। - - करता करता करता - - ख़ालिक़ फ़ाइ़ल साहिबे-ख़ाना, क्लीएनेमत - - करनवा॑लन, दय - मा॑लिख - - कर्ता, कंदड़ु हिंदी ग्रामर में फ़ाइलु मालिकु (धर वग़ैरह जो) - - कर्त्ता, रचयिता, निर्माता कर्त्ता (व्याकरणोतील) मालक - - कर्त्ता पहेली विभक्ति नो कारक कुंटुबनो स्वामी - - कर्त्ता, भ्रष्टा, निर्माता कर्त्ता (व्याकरणे) कारक विशेष कर्त्ता, कत्ता - - कर्त्ता, करोंता कर्त्ता कारक घरर गराकी - - कर्त्ता व्याकरण रे प्रथम कारक परिबार बा घर र स्वामी - - कर्त, चेयुवाडु - यंजमानि - - कर्त्तर्, कडवुळ् ऎऴुवाय् वीट्टु यजमान् - - कर्त्तावु, निर्मातावु कर्त्तावु कारणवन् - - कर्ता प्रथमाविभक्ति कर्ता - -
544 कर्त्ता-धर्त्ता पुंलिंग - - - - वह व्यक्ति जिसको किसी कार्य या विषय के सभी अधिकार प्राप्त हों। - - - - करता-धरता - - - - करता-धरता - - - - करता-दरता - - - - कर्ता-धर्ता, मुख्यु, कमु कंदड़ु - - - - कर्ताधर्ता - - - - कर्त्ता-धर्त्ता - - - - कर्त्ता, प्रधान व्यक्ति - - - - हर्त्ता-कर्त्ता - - - - क्रर्ता-धर्ता - - - - सर्वाधिकारि - - - - एट॒टुनडत्तुबवर् - - - - नटत्तिप्पुकारन् - - - - यजमान - - - -
545 कर्म पुंलिंग पुंलिंग पुंलिंग पुंलिंग - वह जो किया जाए, काम कार्य; पूर्व जन्म में किए गए कार्य; शास्त्रीय विधान से युक्त धार्मिक कार्य; व्याकरण में वाक्य का वह पद जिसपर कर्त्ता की क्रिया का प्रभाव पड़ता है, हिंदी व्याकरण में दूसरा कारक। - करम करम करम करम - काम करम (आ़माल) करमकांड मफ्ऊ़ल - करु॑म करु॑म करु॑म करु॑म - कर्मु, कमु कर्मु कर्मु हिंदी ग्रामर में 'मफऊलु' - कर्म, काम कर्म (गत जन्मीचे) धर्मकार्य कर्म (व्याकरणोतील) - कर्म, काम कर्म धर्म कर्म बीजी विभक्ति नो कारक - कर्म, कार्य॒, काज (ज) कर्म (पर्वजन्मेर कर्म) कर्म, शास्त्रबिहिन अनुष्ठान कर्म (व्याकरणे) कारक विशेष - कर्म पूर्वजन्मर कर्म धर्मीय कर्म (व्याकरण) कर्म्म - काम, कार्ज्य, कर्म पूर्व-जन्म-कर्म धार्मिक-कार्ज्य व्याकरण रे द्वितीय कारक - पनि कर्म कर्म कर्म - वेलै, सॆयल् मुन्विनै मदच्चडङ्गु सॆयप्पुडु पॊरुळ् - जोलि पूर्वकर्म्मं मतपरमाय कर्मं (व्याकरण) कर्मं - कॆलस कर्म कर्म कर्म -
546 कर्मठ विशेषण विशेषण - - - काम में कुशल; मेहनती। - - - कामा कामा - - - मेहनती - - - - मॆहनती - - - - कम में भडु महिनती - - - कामांत कुशल मेहनती - - - कर्मठ, कर्मामां चूस्त महेनतु - - - कर्मठ, दक्ष॒, कार्य॒कुशल (क्ख) (ज) परिश्रमी, मेहनति, कर्मठ - - - कर्मठ, कर्म्मकुशल परिश्रमी - - - कर्मठ परिश्रमी - - - निपुणुडु कर्मनिष्ठुडु - - - वेलैयिल् तिर॒मैयुळ्ळ उऴैप्पाळि - - - कार्यकुशलतयुळ्ळ परिश्रमियाय - - - कार्यकुशल कर्मनिष्ठ - - -
547 कलंक पुंलिंग पुंलिंग - - - दाग, धब्बा; लांछन, निन्दा। - - - कलंक - - - - कलंक - - - - दाग हॉँछ़ - - - दागुं, धबो॒ कलंकु - - - कलंक, डाग लांछन - - - डाध, कलंक लांछन, आळ - - - कलङ्क, दाग कलङ्क, अपवाद, लाञ्छन - - - कलंक, दाग, चेका निन्दा - - - कळंक, दाग लांछन, निन्दा - - - कलंकमु, मच्च निंद - - - माशु, अळुक्कु कुरै॒ - - - पाटु, अटयाळं कळंकं - - - कळंक निन्दॆ, अपवाद - - -
548 कल पुंलिंग पुंलिंग पुंलिंग स्त्रीलिंग - आज के दिन से ठीक पहले का बीता हुआ दिन; आज के दिन के ठीक बाद में आने वाला दिन; चैन, आराम। मशीन, यंत्र, पुर्ज़ा। - कल्ह कल्ह चैन कल - कल - - - - राथ पगाह चॆन कल, मशीन - काल्ह सुभाणो चैनु, आरामु कल, मशीन - काल उद्या आराम मशीन, यंत्र - काल (गई) काल (आवती) आराम यंत्र - काल, गतकाल काल, आगामी काल आराम य॒न्त्र, कल (ज) - कालि काइलै आराम, शन्ति कल, यंत्र - गत कालि आसन्ता-कालि - कळ, जन्त्र - निन्न रेपु निश्चिंत यंत्रमु - नेट॒टु नाळै निम्मदि इयंदिरम् - इन्नलॆ नाळॆ शांति यंत्रं - निन्नॆ नाळॆ नॆम्मदि, सुख मशीनु -
549 कलई स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - सफेद रंग का प्रसिद्ध खनिज पदार्थ, रांगा; चूने की पुताई, सफेदी; मिथ्या आचरण या दिखावटी रूप। - - कली कली कली - - कल़ई - - - - कलाय, मछ़ - - - - कलई पोची डे॒खु, बनावटी वहिंवारु - - कल्हई, कथील सफेदी दिखाऊपणा - - कलाई सफेदी बहारनो ओप - - दस्ता, राड. चुनकाम मिथ्या आचरण अथवा कृत्रिम रूप - - बगिताभ कलाइ मिछा रहण - - कलेइ चून सफेइति, धळारंग मिथ्या आचरण - - तगरमु, कळाइ वेल्ल बूटकमु - - ईयम् कलाइ, पृशुदल् पॊय्यान तोट॒ट॒म् - - तकरं, वॆळुत्तीयं वॆळ्ळ पूशल् कळ्ळं - - तवर सुण्णद बळित आडंबर् - -
550 कलफ पुंलिंग - - - - चावल, अरारोट आदि को पका कर बनाई हुई पतली लेई जिसे धुले कपड़ों पर लगाकर उनकी तह कड़ी की जाती है, मांड। - - - - माइआ, मावा, कलफ - - - - कलफ़ - - - - मायि - - - - कलफु - - - - कलप, कांजी - - - - आर, कांजी, खळ - - - - कलप, माड़ - - - - मार, कलप - - - - चावळपेज लेहिमंड - - - - गंजि - - - - तुणिग्ळुक्कु पोडुम् कंजी - - - - कञ्ञि - - - - गंजि - - - -
551 कलम स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - लेखनी; चित्र बनाने की कूची; पेड़-पौधों की वे टहनियां जो काट कर दूसरी जगह गाड़ी या लगाई जाती हैं कि उन से उसी प्रकार के नए पेड़-पौधे उगें। - - कलम कलम कलम - - क़लम - - - - कलम कलम कलम - - कलमु, लेखणि बुर्शु कलमु - - लेखणी ब्रश कलम (रोपाचे) - - कलम चित्रकारनी पींछी कलम - - कलम, लेखनी तुलि, तूलि कलम - - कलम तुलि (गछर) कलम - - लेखनी तूळि, कली - - - कलमु कलमु अंटु - - पेना तूरिकै ऒट्टुच्चॆडि - - पेन ब्रष् ऒट्टुतै - - लेखनि ब्रश् कसिगॊम्बॆ - -
552 कलरव पुंलिंग पुंलिंग - - - पक्षियों के चहकने का कोमल और मधुर शब्द; मधुर तथा रसीली ध्वनि। - - - चहचहाट - - - - कूक - - - - बोल-बोश - - - - पख्युनि जी चह चह जो आवाजु मधुर आवाजु - - - कलरव मधुर ध्वनि - - - कलरव, गुंजारव मधुर ध्वनि - - - कलरव, काकलि काकलि, कलध्वनि - - - कलरव, कलकलनि सुमधुर ध्वनि - - - कळरब सुमधूर-ध्वनि - - - कलरवमु कलरवमु - - - परवैगळिन् ऒलि इनिय ऒलि - - - कळरवं मधुरनादं - - - कलरव मधुर ध्वनि - - -
553 कलश पुंलिंग पुंलिंग - - - धड़ा, कलसा; मंदिरों आदि के शिखर पर लगा हुआ घड़े के आकार का कंगूरा। - - - घड़ा कलस - - - कलसा कलस, कंगूरा - - - कलश, गडु॑ - - - - कलशु कलशु, कंगूरो - - - कलश, कळशी, घागर कळस - - - कलश, कलश शिखर, टोच - - - कलस, कलश, घड़ा, गागरा कलस, कलसाकृति चूड़ा वा अलङ्कार - - - कलह कलची - - - कळस, माठिआ - - - - कलशमु, कुंड कलशमु - - - पानै गोपुरंगळिन् कलशम् - - - कलशं ताऴिकक्कुटं - - - कॊड कलश - - -
554 कलह पुंलिंग पुंलिंग - - - घरेलू झगड़ा, विवाद; युद्ध। - - - कला - - - - लड़ाई - - - - लडा॑य - - - - कलह युद्ध, लड़ाई - - - कलह, भांडण युद्ध - - - कलह युध्ध - - - कलह, विवाद युद्ध, कलह - - - कलह, काजिया युद्ध - - - कळह, बिबाद जुद्ध - - - कलहमु, तगुवुलाट युद्धमु - - - कलहम चण्डै - - - कलहं युद्धं - - - जगळ युद्ध - - -
555 कला स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - - हुनर (आर्ट); चन्द्र या सूर्य का अंश। - - - कला - - - - फन कला - - - हॊनर कला - - - कला कला (चंड या सिज जो हिसो) - - - कला चन्द्रा ची कला - - - कला (ळा) चंद्रनो सोळमो भाग - - - कला, नृत्य, गीतादि चौसंट्टी कला कला, चन्द्र अथवा सूर्ये॒र अंश (ज) - - - कला (चन्द-सूर्य) कला, अंश - - - कळा चन्द्र बा सूर्ज्यंकर एक अंश - - - कळ कळ - - - कलै सूरिय, चन्दिर विम्बत्तिन् पगुदि - - - कल कल - - - कलॆ कलॆ - - -
556 कलाकार पुंलिंग - - - - कला की साधना करने वाला (आर्टिस्ट)। - - - - कलाकार - - - - फ़नकार - - - - कलाकार - - - - कलाकारु - - - - कलाकार - - - - कलाकार - - - - कलाविद्, शिल्पी - - - - कलाकार, शिल्पी - - - - कळाकार, कळार, साधक - - - - कळाकारुडु - - - - कलैञर् - - - - कलाकारन् - - - - कलाकार - - - -
557 कलाबाजी स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - - सिर नीचा करके उलट जाने की क्रिया या खेल; कलापूर्ण ढंग से दिखाए जाने वाले अद्भुत शारीरिक खेल। - - - उलटबाजी, कलाबाज़ी उलटबाजी, कलाबाज़ी - - - कलाबाज़ी - - - - वलुगतुन - - - - कलाबाज़ी कलाबाज़ी - - - कोलांटी उडी कसरत - - - गुलांट खेलकूद के नटनी क्रिया - - - डिगबाजि प्रदर्शित शारीरिक क्रीड़ा - - - लुटिखोट ब्यायाम - - - शिळ्पि - - - - पल्टी गोट्टुट सर्कसु - - - कुट्टिक्करणम् पोडुदल् कलैत्तिरन् - - - तलकुत्ति मरि॒च्चिल्, कुट्टिक्करणं कलापूर्णमाय अभ्यासं कय्याङ्कळि - - - लाग दॊम्बराट - - -
558 कलियुग पुंलिंग - - - - पुराणानुसार चार युगों में से चौथा युग जो आजकल चल रहा है। - - - - कलजुग - - - - कलजुग - - - - कलियॅग - - - - कलिजुगु - - - - कलियुग - - - - कलियुग - - - - कलियु॒ग, कलिकाल (ज) - - - - कलियुग - - - - कऴिजुग - - - - कलिजुगमु - - - - कलियुगम् - - - - कलियुगं - - - - कलियुग - - - -
559 कली स्त्रीलिंग - - - - फूल का वह आरंभिक रूप जिसमें पंखुड़ियां खिली या खुली न हो। - - - - कली - - - - कली - - - - टूर - - - - कली, मुखिड़ी - - - - कळी - - - - कळी - - - - कुँडि, कलि - - - - फुलर कलि - - - - कढ़ि - - - - मॊग्ग - - - - मॊट्टु - - - - पूमॊट्टु - - - - मॊग्गु - - - -
560 कलुष पुंलिंग - - - - पातक, पाप। - - - - पाप - - - - गुनाह, पाप - - - - दाग - - - - पापु - - - - पातक, पाप - - - - पाप - - - - कलुष, पाप - - - - पाप - - - - पाप, कळुष - - - - पापमु - - - - पावम् - - - - पापं पातकं - - - - पाप - - - -
561 कलेजा पुंलिंग पुंलिंग - - - यकृत, जिगर, दिल; जीवट, साहस। - - - कलेजा, कालजा - - - - कलेजा - - - - दिल जिगरु॑ - - - छाती, सीनो कलेजो, हिमथ - - - छाती, वक्षस्थल साहस, हिम्मत - - - छाती साहस - - - वक्ष, छाति, वुक साहस - - - बुकु साहसु - - - छाति, बख्य, धुकु साहस - - - रोम्मु साहसमु - - - मार्बु दैरियम् - - - नॆञ्चु तन्टेटं - - - ऎदॆ ऎदॆगारिकॆ, साहस - - -
562 कल्पना स्त्रीलिंग - - - - वह क्रियात्मक मानसिक शक्ति जो अन्त:करण में अवास्तविक वस्तुओं के स्वरूप को उपस्थित करके काव्य, चित्र आदि के रूप में अभिव्यक्त होती है। - - - - कलपना - - - - तसव्वुर (तख़्य्युल) - - - - ख़॑योली - - - - कल्पना, तसवुरु - - - - कल्पनाशक्ति - - - - कल्पना - - - - कल्पना - - - - कल्पना - - - - कळ्पना - - - - कल्पनाशक्ति कल्पन, कल्पितमु - - - - कर्पनै - - - - संकल्पं - - - - कल्पनॆ, ऊहॆ - - - -
563 कल्प-वृक्ष पुंलिंग - - - - पुराणानुसार देवलोक का एक वृक्ष जो सभी इच्छाओं को पूर्ण करने वाला होता है। - - - - कलप बिरक्ष - - - - कलप वरिकश - - - - कल्प व्रख्य - - - - कल्प वृक्षु - - - - कल्पवृक्ष - - - - कल्पवृक्ष - - - - कल्पतरु, कल्पवृक्ष॒ (क्ख) - - - - कल्पतरु - - - - कळ्प वृख्य कळ्प-तरु - - - - कल्पवृक्ष्मु - - - - कर्पग मरम् - - - - कल्पवृक्षं - - - - कल्पवृक्ष - - - -
564 कल्याण पुंलिंग पुंलिंग - - - हित, भलाई, समृद्धि; मंगल, शुभ। - - - कलिआण - - - - बह्बूद - - - - कल्यान - - - - कल्याणु, भलो शुभु - - - कल्याण हित मंगल, शुभ - - - कल्याण मंगळ, शुभ, श्रेय - - - कल्याण॒, समृद्धि (न) कल्याण॒, मंगल, शुभ (न) - - - कल्याण मंगल, शुभ - - - कल्याण मंगळ, शुभ - - - मंचि, मेलु शुभमु - - - नलन् शुभ कारियम् - - - नन्म, समृद्धि मंगळं - - - हित मंगल, शुभ - - -
565 कवि पुंलिंग - - - - वह जो कविता या काव्य की रचना करता हो। - - - कवी - - - - शाइर - - - - शा॑यिर - - - - कवी, शाइरु - - - - कवि - - - - कवि - - - - कबि - - - - कवि - - - - कवि (कवि) - - - - कवि - - - - कविञन् - - - - कवि - - - - कवि - - - -
566 कविता स्त्रीलिंग - - - - लय प्रधान तथा शब्द-बद्ध साहित्यिक रचना जो प्राय: छंदों में होती है, काव्य। - - - - कविता - - - - नज़्म (शाइ़री) - - - - शा॑यिरी - - - - कविता, शइरु - - - - कविता, काव्य - - - - कविता - - - - कविता, काव्य - - - - कविता, काव्य - - - - कविता (कबिता) - - - - कवित्वमु, कवनमु, कवित - - - - कवितै - - - - कवित - - - - कवितॆ, काव्य - - - -
567 कष्ट पुंलिंग पुंलिंग पुंलिंग - - पीड़ा; मुसीबत, आपत्ति; मेहनत, श्रम। - - कशट - - - - तकलीफ़ मुसीबत दिक़्क़त - - कश्ट - - - - कष्टु, तकलीफ़ मुसीबत, विपदा महिनत, श्रमु - - त्रास, पीड़ा तसदी, संकट, आपत्ति श्रम, कष्ट - - कष्ट, दु:ख, संताप आपत्ति, मुसीबत श्रम - - कष्ट, दु:ख, क्लेश, पीड़ा कष्ट, विपद कष्ट, श्रम, आयास - - कष्ट, पीड़ा जंजाल श्रम, गार खाटनि - - कष्ट, पीड़ा आपत्ति, जंजाळ श्रम - - नोप्पि विपत्ति कष्टमु, श्रम - - कष्टम् तुन्बम् उऴैप्पु - - वेदन कष्टप्पाटु आयासं - - नोवु, बेनॆ कष्ट श्रम - -
568 कसना सकारात्मक क्रिया सकारात्मक क्रिया - - - बन्धन कड़ा करना; सोने की जाँच के लिए उसकी परीक्षा करना। - - - कसणा परखना - - - कसना - - - - कसुन - - - - कशणु, छिकेव॒धणु कसौटीअ ते सोनु वग़ैरह परिखणु - - - कसणे आवळणे कस लावणे - - - कसवुं कसोटी करवी - - - कषा, आँटा कष्टि पाथरे (सोना) परीक्षा करा (करना) - - - आँट, कच, टानि बान्ध कषटि शिलत घॅँह - - - कषिबा, बंधन कड़ा करिबा - - - - बिगिंचुट परीक्षिंचु - - - कट्टै इरु॒क्क उरैत्तुप्पार्क्क - - - मुरु॒क्कुक माट॒टुरक्कुक - - - बिगियुवुदु उज्जुवुदु - - -
569 कसबा (कस्बा) पुंलिंग - - - - छोटा शहर। - - - - कसबा - - - - क़स्बा - - - - कसबु॑ - - - - नंढो गो॒ठु - - - - कसबा लहान शहर - - - - कसबो - - - - छोटो शहर, कसबा - - - - सरु नगर - - - - छोट सहर - - - - पेद्द ग्राममु, बस्ती - - - - कस्बा (शिरु॒ नगरम) - - - - चॆरि॒य पट्टणं, पट्टण प्रान्तं - - - - चिक्क ऊरु - - - -
570 कसम स्त्रीलिंग - - - - धर्म ईश्वर आदि को साक्षी मान कर कही जाने वाली बात, शपथ। - - - - सौंह, कसम - - - - क़सम - - - - कसम - - - - कसमु - - - - शपथ - - - - कसम, सोगंद - - - - शपथ, दिब्यि, कसम - - - - शपथ - - - - शपथ, राण - - - - शपथमु, ओट्टु - - - - शबदम्, आणै - - - - शपथं - - - - आणॆ, प्रमाण - - - -
571 कसर स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - - कमी, न्यूनता; दोष, विकार। - - - कसर - - - - कसर - - - - कसर - - - - कसर, कमी विड॒, घटिताई - - - कसर, न्यूनता दोष, विकार - - - कसर, खामी दोष, खामी - - - न्यूनता, कमी दोष, विकार - - - कम, घाटि दोष, विकार - - - कमि, न्यूनता दोष, बिकार - - - लोटु दोषमु - - - कुरै॒ कुटटम् - - - कुर॒वु दोष - - - कॊरतॆ कुंदु, दोष - - -
572 कसरत स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - - स्वास्थ्य की रक्षा तथा सुधार के लिए की जाने वाली आंगिक अथवा शरीरिक क्रियाएँ, व्यायाम; परिश्रम, आयास। - - - कसरत - - - - कस्रत - - - - कसरत - - - - कसिरत मेहिनत - - - व्यायाम कसरत परिश्रम, आयास - - - कसरत परिश्रम, महेनत - - - व्यायाम, कसरत कठोर, श्रम, विशेष चेष्टा - - - कसरत, व्यायाम श्रम, परिश्रम - - - कसरत, व्यायाम - - - - व्यायाममु शरीर श्रम - - - देहप्पयिर्चि उऴैप्पु - - - व्यायामं परिश्रमं, प्रयासं - - - कसरत्तु श्रम - - -
573 कसाई पुंलिंग - - - - पशुओं आदि की हत्या करके उनके मांस को बेचने का व्यवसाय करने वाला, बूचड़। - - - - कसाई - - - - क़साई - - - - पुज - - - - कांसाई - - - - कसाई, खाटीक - - - - कसाई - - - - कसाइ - - - - कचाइ - - - - कंसाइ - - - - कसाइवाडु - - - - कशाप्पुक्कारन् - - - - कशाप्पुकारन् - - - - कटुक - - - -
574 कसूर (कुसूर) पुंलिंग पुंलिंग - - - दोष, अपराध; त्रुटि, भूल। - - - कसूर - - - - क्रुसुर - - - - कॊसूर च़ोश - - - कसूरु, डो॒हु भुल, चुक - - - कसूर दोष, अपराध त्रुटि, भूल-चूक - - - कसूर खामी, भूल - - - कसुर, दोष, अपराध कसुर, त्रुटि, भुल-चुक - - - दोष, अपराध त्रुटो, भुल - - - कसुर, दोष, अपराध त्रुटि, भूल - - - दोषमु, तप्पु पोरपाटु - - - कुट॒ट॒म् पिऴै - - - कुट॒ट॒म, अपराधं तॆटटु - - - तप्पु मरवु - - -
575 कसैला विशेषण - - - - जिसके स्वाद से जीभ में हल्की ऐंठन या कुछ तनाव हो। आंवले, फिटकरी, सुपारी आदि के स्वाद-का सा, कषाय। - - - - कसैला - - - - कसैला - - - - ट्यॊठ - - - - कसारो - - - - तुरट - - - - कषाय स्वादनुं, कसाणुं - - - - कषा, कषाटे - - - - केहेटा, कषाय - - - - कषा, कषाय - - - - ओगरु - - - - तुवर्प्पान - - - - चवर्प्पुऴळ - - - - ऒगरु - - - -
576 कसौटी स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - - एक प्रकार का काला पत्थर जिस पर रगड़ कर सोने की परख की जाती है; महत्व या मूल्य आंकने का कोई मानक आधार। - - - कसवट्टी - - - - कसौटी - - - - कहव॑ट - - - - कसौटी - - - - निकष कसोटी - - - कसोटी कस काढवानी रीत - - - कष्टिपाथर, निकष मूल्य निर्धारणेर मानदण्ड - - - कषटि शिला सूत्र, मान - - - कषटी (पथर) निकप मूल्य निर्धारणर मानदण्ड - - - गीटुराइ गीटुराइ - - - उरैकल विलै, मदिप्पिडम् सादनम् - - - उरकल्लु माट॒टॅ॒ - - - ऒरॆगल्लु ऒरॆ - - -
577 कस्तूरी स्त्रीलिंग - - - - एक प्रसिद्ध सुगंधित पदार्थ जो एक विशेष मृग की नाभि के पास थैली में पाया जाता है, (मस्क)। - - - - कसतूरी - - - - मुश्क - - - - कॊस्तूर्यनाफु॑ - - - - खथूरी, खस्तूरी, मुश्क - - - - कस्तुरी - - - - - - - - - कस्तुरी - - - - कस्तुरी - - - - कस्तूरि - - - - कस्तूरि - - - - कस्तूरि - - - - कस्तूरि - - - - कस्तूरि - - - -
578 कहकहा पुंलिंग - - - - जोर की हंसी, ठहाका। - - - - ठाहका - - - - क़ह्क़हा - - - - खंगालु॑ - - - - रहिकु - - - - खदखदा हंसणे खिदळणे - - - - अट्टहास्य, खडखडाट हसवुं ते - - - - उच्च हास्य, अट्टहास - - - - वेकवेकनि, डाङर हाँहि - - - - उच्च हास - - - - पक पक, अट्टहासमु - - - - अट्टहासम् - - - - पॊट्टिच्चिरि - - - - अट्टहास - - - -
579 कहना सकारात्मक क्रिया सकारात्मक क्रिया सकारात्मक क्रिया पुंलिंग पुंलिंग शब्द द्वारा भाव व्यक्त करना; सूचना देना अथवा घोषणा करना; समझाना-बुझाना। कथन, बात; आदेश। कहणा - - - - कहना - - कहना, कहा - कथ, करु॑न्य वनुन वनुन कथबाथ - चवणु - चवणु, गल्हि आदेशु, हुक्मु बोलणें सांगणें, सूचना देणे समजाविणे कथन, गोष्ट आदेश कहेवुं सूचना आपवी समजाववुं कथन, कहेवुं ते आदेश, हुक्म बला, कओया बला बला-कओया, बोझान कथन, कथा आदेश क, कथा क घोषणा कर बुजा कथा, मात, उक्ति आदेश कहिबा सूचना देबा बुझा इबा कथन आदेश चेप्पुट चेप्पुट चेप्पुट माट माट, आदेशमु सॊलल, कूर॒ अरि॒विक्क सोल्ल शॊल, कुट॒टु कट्टळै पर॒युक अरि॒यिक्कुक मनस्सिलाक्किक्कुक पर॒च्चिल आज्ञ, उत्तरवु हेळुवुदु तिळिसुवुदु बुद्धि हेळुवुदु हेळिकॆ, मातु आज्ञॆ, अप्पणॆ
580 कहाँ क्रिया विशेषण - - - - किस स्थान पर? किस स्थिति में? किस अवसर पर? - - - - कित्त्थे - - - - कहां - - - - कति - - - - किथे? कहिड़े हंधि? - - - - कोठे - - - - क्यां - - - - कोथाय - - - - कत (कोत), कोन ठाइत, कोन समयत - - - - केउंठि - - - - ऍच़ट, ऍक्कड - - - - ऍङ्गे - - - - ऎविटॆ? - - - - ऎल्लि - - - -
581 कहानी स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - - कथा, किस्सा; मनगढंत बात। - - - कहाणी - - - - कहानी - - - - कहा॑नी, कथ कहा॑नी, कथ - - - कहाणी, आखाणी कहाणी, आखाणी - - - कहाणी, गोष्ट दंत कथा - - - वार्ता दंतकथा - - - काहिनी, गल्प, केच्छा बानानो कथा - - - काहिनी, कथा सजा कथा, मने गढा कथा - - - काहाणी, गळ्प मनगढ़ा कथा - - - कथ कथ - - - कदै कट्टुक्कदै - - - कथ कॆट्टुकथ - - - कतॆ कल्पित मातु - - -
582 कहावत स्त्रीलिंग - - - - ऐसा बंधा हुआ लोक-प्रचलित कथन या वाक्य जिसमें कोई तथ्य या अनुभव की बात संक्षेप में चामत्कारिक ढंग से कही गई हो (प्रोवर्ब)। - - - - अखाण, अखौत, कहावत - - - - कहावत (मसल) - - - - कहावथ - - - - कहावत, चविणी - - - - लोकोक्ति - - - - कहेवत - - - - प्रवाद - - - - प्रबचन, फकरा, दृष्टान्त - - - - प्रबचन (प्रोभर्ब) ढग - - - - सामेत, लकोक्ति - - - - पऴमॊऴि - - - - पऴंचॊल् - - - - गादॆ - - - -
583 काँखना अकारात्मक क्रिया अकारात्मक क्रिया - - - मल-त्याग के समय आँतों या पेट को इस प्रकार कुछ जोर से दबाना कि मुँह से 'आह' या 'ऊँह' शब्द निकले; कठिन या विशेष परिश्रम का काम करते समय उक्त प्रकार की चेष्टा या शब्द करना। - - - किल्ल्हणा - - - - कांखना कांखना - - - लमुन, कुकु॑राय - - - - कंझणु - - - - कुंथणे कुंथणे - - - करांजवुं घणा जोरथी बोलवुं - - - कोंतानो, कोंथानो, कोंत देओआ कोंकानो - - - ऍह कर हैचौदि - - - कुंथाइबा, का कुंथाइबा - - - मुक्कुट मुक्कट - - - मुक्कि मुनग - - - - मुक्कुक, मुरळुक मुरळुक - - - तिणुकुवुदु तिणुकुवुदु - - -
584 कांच पुंलिंग - - - - शीशा। - - - - कच - - - - कांच - - - - शीशु॑ - - - - शीशो, काचु - - - - कांच - - - - काच - - - - काच, काँच - - - - काँच, चिचा - - - - काच - - - - गाजु - - - - कण्णाडि - - - - कण्णाटि - - - - गाजु - - - -
585 कांटा पुंलिंग पुंलिंग पुंलिंग - - विशिष्ट प्रकार के पेड़-पौधों की डालियों आदि पर निकले हुए सुई की तरह नुकीले और कड़े अंकुर, कंटक; तराजू; धातु का एक उपकरण जिससे खाने की चीज़ें उठाकर खाई जाती हैं। - - कंडा कंडा कांटा - - कांटा तराज़ू कांटा - - कोंड कोंड कोंड - - कंडो ताराज़ी, कांटो काटो (खाधो खाइण लाइ) - - कांटा तराजू, काटा काटा (जेवायच्या वेळचा) - - कांटो तराजू चमचा घाटनुं साधन - - काँटा काँटा, लौहमय मानदण्ड काँटा - - काँइट तर्जु, पाल्ला काँटा-चामुच, काँचा - - कंटा तराजु कंटा, चामुच - - मुल्लु त्रासु फोर्कु - - मुळ् तराशु मुल्-करंडि (फोर्कु) - - मुळ्ळु त्रास मुऴळु (फोर्क्) - - मुळ्ळु तक्कडि फोर्क् - -
586 कांति स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - - चमक, आभा; शोभा, सौन्दर्य। - - - चमक, लिशक - - - - नूर (ताबानी), चमक जमाल - - - चमख तीज़ - - - चमक सूंहं, सोभ्या - - - कांति, चमक शोभा, सौंदर्य - - - कांति शोभा, सौंदर्य - - - कान्ति, द्युति, प्रभा कान्ति, शोभा, सौन्दर्य॒ (र्ज) - - - कान्ति, जेउति शोभा, सौन्दर्य - - - चमक, आभा, कांति, द्युति शोभा, सौन्दर्य - - - कांति सौदर्यमु - - - ऒळि ऎऴिल् - - - शोभ सौन्दर्यं - - - हॊळपु सौन्दर्य - - -
587 कांपना अकारात्मक क्रिया - - - - क्रोध, भय, शीत आदि के कारण शरीर का रह-रह कर हिलना, थरथराना। - - - - कंबणा - - - - कांपना - - - - थरुथरु॑ अच़ु॑न्य - - - - कंबणु, ड॒कणु - - - - कापणे, थरथरणे - - - - कांपवुं, कपवुं, ध्रूजवुं, थरथरवुं - - - - काँपा, कम्पित हओया - - - - कँप - - - - कंपिबा, थरिबा - - - - वणकुट - - - - नडुंग - - - - विर॒क्कुक - - - - नडुगुवुदु - - - -
588 कागज पुंलिंग पुंलिंग - - - सन, बाँस चीथड़े आदि की लुगदी से बनाया गया पत्र जो लिखने-छापने आदि के काम आता है (पेपर); ऐसा आवश्यक पत्र, प्रलेख आदि जिसका विधिक महत्व हो। - - - कागज - - - - काग़ज़ - - - - काकज़ काकज़ - - - काग़जु - - - - कागज दस्तावेज - - - कागज, कागळ कागळ - - - कागज कागज, दलिल - - - कागज काकत, खत, दलील - - - कागज - - - - कागितमु कागितमु - - - कागिदम् दस्तावेजु - - - कटलासु रेख - - - कागद कागद, पत्र - - -
589 काजल पुंलिंग - - - - तेल, घी आदि के जलने से होने वाले धुँए की कालिख जो सुरमे की तरह लाभ या सुन्दरता के लिए आँख में लगाई जाती है; अंजन। - - - - कज्जल - - - - काजल - - - - कज्रुल - - - - कजलु - - - - काजळ - - - - काजल (ळ), मेश - - - - काजल, अञ्जन - - - - काजल - - - - कळा, काजळ - - - - काटुक - - - - कण्मै - - - - कण्मषि - - - - काडिगॆ - - - -
590 काट-छांट स्त्रीलिंग स्त्रीलिंग - - - किसी वस्तु का फालतू अंश काट कर अलग कर देने अथवा निकाल देने की क्रिया या भाव; कमी-बेशी, घटाव, बढ़ाव। - - - कटवड्ढ़, कांट-छांट - - - - काट-छांट - - - - च़टु॑-वाठ - - - - काट-कूट, कट-कूट घंटि-वधाई - - - काट-छाट कमी-जास्त - - - कापकूप ओछावत्तापणुं - - - काट-छाँट बादसाद, काट-छाँट - - - काट-कुट योग-बियोग, बढ़ा-टुटा - - - काट-छांट कमिवा, बढ़िबा - - - हेच्चु तग्गुलु सविरिंचुट सवरिंपु - - - कुरै॒त्तल् नीक्कुदलुम् शेर्त्तलुम् - - - चॆत्तिमिनुक्कल् वॆट्टिच्चुरुक्कल् एटटक्कुर॒च्चिल् - - - कत्तरिसुवुदु हॆच्चु-कडिमॆ - - -
591 काटना सकारात्मक क्रिया सकारात्मक क्रिया सकारात्मक क्रिया सकारात्मक क्रिया - औज़ार या शस्त्र आदि की धार से किसी वस्तु के दो या अधिक टुकड़े करना; डंक मारना या दांत गड़ा कर घाव कर देना; कलम की लकीर से किसी लिखावट को रद्द करना; खंडन करना, अमान्य ठहराना। - कट्टणा, वड्ढणा वड्ढणा कट्टणा कट्टणा - काटना - - - - च़टुन च़टुन च़टुन - - कपणु, कटणु डं॒गणु, चकु, पाइणु काटणु करणु, रदि करणु - कापणे चावणे खोडणे खंडन करणें, अमान्य करणे, रद्द करणे - कापवुं करडवुं दूर करवुं फेडवुं वखोडवुं तोडी पाडवुं - काटा हुल फुटान, कामड़ान काटा काटा, खण्डन करा - काट, छोओकर दाँतेरे कामोर (कलम बा पेन्सिलेरे काट) खण्डन कर - काटिबा कामुडिबा, दंशन कटिबा, रद्द करिबा - - कत्तिरिंचुट कोरुकुट, कुट्टुट कोट्टिवेयुट रद्दुचेयुट - वॆट्ट, तुण्डाक्क कडिक्क ऎऴुदियदै अडिक्क मरु॒क्क - मुरि॒क्कुक, वॆट्टुक कटिक्कुक वॆट्टुक खंडिक्कुक - कत्तरिसुवुदु कच्चुवुदु हॊडॆयुवुदु खंडिसुवुदु -
592 काठ पुंलिंग पुंलिंग - - - लकड़ी, काष्ठ; जलाने की लकड़ी, ईंधन। - - - लकड़ी काठ बालण - - - काठ काठ - - - काठ-बाठ - - - - काठु काठ्यूं (बा॒रण जूं) - - - लाकूड ईंधन, सरपण, जळण - - - काष्ठ, लाक़डुं बऴतण - - - काठ, काष्ठ जवालनि, इन्धन - - - काठ खरि - - - काठ जाळेणी काठ, इन्धन - - - कोटरय वंटचेरुकु - - - कट्टै, मरम् विर॒गु - - - मरं, तटि विर॒कु - - - कट्टिगॆ, मर उरुवलु, सौदॆ - - -
593 काढ़ना सकारात्मक क्रिया सकारात्मक क्रिया - - - किसी वस्तु के भीतर से कोई चीज बाहर निकालना, निकालना; पत्थर, लकड़ी या कपड़े आदि पर बेल-बूटे बनाना। - - - कड्ढ़णा कड्ढ़णा - - - काढ़ना - - - - कडुन टॅपु कडनि - - - कढणु भर्तु भरणु - - - काढ़णें कशीदा काढणे - - - काढवुं आलेखवुं, कशीदो करवो - - - बाहिर करा कारुकार्य करा - - - नीरस, कठुआ हानि बा उलियाइ आन, कारुकार्य कर, फुल-जालि काट - - - कठोर बा निश्चेष्ट, नीरस काढ़िबा, बाहार, करिबा, निकालि देबा - - - कोय्य चेक्कु - - - उणर्च्चियटट वॆळिये ऎडुक्क - - - पुरत्तॆटुक्कुक कॊत्तुपणि - - - तॆगॆयुवुदु कसूति हाकुवुदु - - -
594 कातना सकारात्मक क्रिया - - - - रूई, ऊन, रेशम आदि बट कर धागा बनाना। - - - - कत्तणा - - - - कातना - - - - कतुन - - - - कतणु - - - - कातणे - - - - कातवुं - - - - सुता काटा - - - - पका, पाक दि - - - - कातिबा, सुताकाटिबा - - - - वडुकुट - - - - नूल् नूर्क्क - - - - नूल्क्कुक - - - - नूलुवुदु - - - -
595 काना विशेषण विशेषण - - - जिसकी एक आंख खराब या विकृत हो गई हो या फूट गई हो; वे फल आदि जिनका कुछ भाग कीड़ों आदि ने खा लिया हो। - - - काणा काणा - - - काना - - - - कोन - - - - काणो दाग़ी, कीअंनि खाधलु (भाजी॒, मेवो वग़ैरह) - - - काणा, चकणा नासके - - - काणुं सडेलुं - - - काना काना फल, पोकाय काटा फल - - - कणा, एटा, चकुरे नेदेखा पोके खोबा, पोके बिन्धा - - - कणा पोकलगा (पोकरा) फल - - - एकाक्षि पुरुगुपट्टिन, पुच्चु - - - ओरुकण् कुरुडान पूच्चि कडित्त - - - ओट॒ट॒क्कण्णन् पुळुक्कुत्तुळ्ळ - - - ऒक्कण्ण हुळुतिंद - - -
596 कानून पुंलिंग पुंलिंग - - - राज्य नियम, विधि; किसी वर्ग या समाज में प्रचलित सर्वमान्य नियम या रूढ़ियाँ। - - - कानून - - - - क़ानून - - - - कोनून कोनून - - - कानूनु - - - - कायदा, राज्यनियम, विधि, नियम वा रूढ़ि - - - कानून, कायदो रिवाज, नियम - - - आइन, कानुन रीति, प्रथा - - - आइन, कानून नियम, नीति, रीति - - - कानुन सर्वमान्य नियम - - - चट्टमु आचारमु - - - चट्टम् समूह कट्टुप्पाडु - - - नियमं सामूह्य संप्रदायं - - - कायदॆ व्यवस्थॆ - - -
597 काफी विशेषण स्त्रीलिंग - - - पर्याप्त, यथेष्ट। एक प्रकार का पेय, कहवा। - - - काफी - - - - काफ़ी कॉफ़ी - - - वरियाह - - - - काफी - - - - पर्याप्त यथेष्ट फॉफ़ी - - - पूरतुं कोफी - - - प्रर्याप्त, यथेष्ट, प्रचुर काफि - - - पर्यप्त, यथेष्ट काफि - - - जथेष्ट काफि - - - चालु, तगिनंत काफी - - - पोदुमान काप्पि - - - वेण्टत्र काप्पि - - - साकष्टु काफि - - -
598 काम पुंलिंग पुंलिंग पुंलिंग पुंलिंग पुंलिंग अपने-अपने विषयों के भोग की ओर होने वाली इंद्रियों की स्वाभाविक प्रवृति; इच्छा, अभिलाषा, कामना; कार्य, कृत्य; धंधा, व्यापार, नौकरी; वास्ता, मतलब। काम कामना कम्म कम्म कम्म काम (मेलान) ख़्वाहिश काम धन्धा वास्ता, मतलब काम॑ काम॑ काम॑ काम॑ कॊम कामु, कामवासना इछा, कामना कमु - - काम कामवासना इच्छा, अभिलाषा, कामना कार्य, कृत्य धंदा, व्यापार, नोकरी मतलब, संबंध काम इच्छा, वासना कर्म, कृत्य व्यवसाय, धंधो, नोकर, चाकरनुं काम खप काम काम, अभिलाषा, कामना कार्य॒, काज (र्ज) काज, चाकरी काज, प्रयोजन काम प्रवृति कामना, इच्छा काम, कृत्य बृति चाकरि काम, प्रयोजन काम, प्रबृति, बासना इछा, अभिळाषा, कामना कार्ज्य, कृत्य धन्दा, चोकेरि - काममु कोरिक पनि उद्योगमु पनि, प्रयोजनमु कामम् विरुप्पम् वेलै तॊऴिल, उद्दियोगम् संबन्दम कामं आग्रहं, कामन कार्यं जोलि बन्धं आसक्ति बयकॆ कॆलस कसबु कॆलस
599 कामधेनु स्त्रीलिंग - - - - पुराणों में वर्णित एक प्रसिद्ध गौ जो सब प्रकार की कामनाएँ पूरी करने वाली मानी गई है, सुरभी (सुरभि)। - - - - कामधेन - - - - कामधेनू - - - - कामदीन - - - - कामधेनू - - - - कामधेनु, सुरभी - - - - कामधेनु - - - - कामधेनु, सुरभि - - - - कामधेनु - - - - कामधेनु - - - - कामधेनुवु - - - - कामदेनु - - - - कामधेनु - - - - कामधेनु - - - -
600 कामना स्त्रीलिंग - - - - अभीष्ट, हार्दिक इच्छा। - - - - कामना - - - - तमन्ना, आर्ज़ू - - - - यछ़ुन - - - - कामना, इछा - - - - कामना, इच्छा - - - - कामना - - - - कामना, वासना, इच्छा - - - - कामना, अभिलासा, इच्छा - - - - अभीष्ट, इच्छा, कामना - - - - कोरिक, अभिलाषा - - - - आवल् - - - - अभिलाषं - - - - कोरिकॆ, इच्छॆ - - - -