वाह
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनवाह ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. वाहन । सवारी ।
२. लादकर या खींचकर ले चलनेवाला ।
३. घोड़ा ।
४. बैल ।
५. भैंसा ।
६. वायु ।
७. बाहु । भुजा (को॰) ।
८. ढोना । ले जाना । वहन करना (को॰) ।
९. अर्जन । प्रापण (को॰) ।
१०. प्रवाह । धारा । बहाव (को॰) ।
११. प्राचीन काल का एक तौल या मान जो चार गोणी का होता था ।
वाह ^२ वि॰
१. लादकर या खींचकर ले जानेवाला । जैसे, अंबुवाह !
२. प्रवहमान । बहनेवाला [को॰] ।
वाह ^३ अव्य॰ [फ़ा॰]
१. प्रशंसासूचक शब्द । धन्य । जैसे,—वाह ! यह तुम्हारा ही काम था । विशेष—कभी कभी अत्यंत हर्ष प्रकट करने के लिये यह शब्द दो बार भी आता है । जैसे, वाह वाह, आ गए ।
२. आश्चर्यसूचक शब्द । जैसे,—वाह ! मियाँ काले, क्या खूब रंग निकाले ।
३. घृणाद्योतक शब्द । जैसे,—वाह, तुम्हारा यह मुँह ।
४. आनंदसूचक शब्द ।