वारा
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनवारा ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ वारण(=रक्षा, बचाव)]
१. खर्च की बचत । किफायत ।
२. लाभ । फायदा । क्रि॰ प्र॰—पड़ना ।—बैठना ।
वारा ^२ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ वार(=यह किनारा)] इधर क किनारा । इस ओर का तट या छोर । वार । यौ॰—वारान्यारा । वारापार ।
वारा ^३ वि॰ किफायत । सस्ता ।
वारा ^४ वि॰ [हिं॰ वारना] [वि॰ स्त्री॰ वारी] जो निछावर हुआ हो । जिसने किसी पर अपने को उत्सर्ग किया हो । मुहा॰—वारा होना = निछावर होना । कुरबान होना । (प्यार का वाक्य) । उ॰—हौं वारी तेरे इंदुवदन पर अति छबि अलसानि रोई ।—सूर (शब्द॰) । वारा जाना = दे॰ 'वारा होना' । उ॰—बनवारी वारी गई बनवारी पै आज ।—रस- निधि (शब्द॰) ।
वारा पु ^५ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ वाला] दे॰ 'बाला' । उ॰—इक सूक्षम अस्थूल दै, वारा भूषण येह ।—प॰ रासो, पृ॰ १६३ ।