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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

वांछा संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ वाञ्छा] [वि॰ वांछित, वांछनीय] इच्छा । अभिलाषा । चाह । विशेष—सिद्धांत मुक्तावली के अनुसार वांछा नामक आत्मवृत्ति दो प्रकार की होती है । एक उपायविषयिणी, दूसरी फलविषयिणी । फल का अर्थ है—सुख की प्राप्ति और दुःख का न होना । जिस वांछा का कारण फलज्ञान हो, अर्थात् जो वांछा इस रूप में हो कि अमुक सुख मुझे मिले, वह फलविषयिणी है । जो वांछा किसी ऐसे उपाय के संबंध में हो, जिससे इष्ट- साधन हो, वह उपायविषयिण है ।