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संज्ञा

स्त्री.

अनुवाद

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

वस्तु संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] [वि॰ वास्तव, वास्तविक]

१. वह जिसका अस्तित्व हो । वह जिसकी सत्ता हो । वह जो सचमुच हो । जैसे,—डर कोई वस्तु नहीं ।

२. सत्य ।

३. वह जिसका नाम- रूप हो । गोचर पदार्थ । चीज । जैसे,—घर में बहुत सी वस्तुएँ इधर उधर पड़ी हैं ।

४. इतिवृत्त । वृत्तांत ।

५. आधार । पीठ (को॰) ।

६. उपकरण । सामग्री ।

७. नाटक का कथन या आख्यान । कथावस्तु । विशेष—नाटकीय कथावस्तु दो प्रकार की कही गई है—आधिकारिक जिसमें नायक का चरित्र हो; और प्रासंगिक जिसमें नायक के अतिरिक्त और किसी का चरित्र बीच में आ गया हो । विशेष दे॰ 'नाटक' ।

८. धन । संपत्ति (को॰) ।

९. ढाँचा । आकार । रूपरेखा (को॰) ।

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