प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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वलित ^१ वि॰ [सं॰]

१. बल खाया हुआ । लचका हुआ ।

२. झुका हुआ । मोड़ा हुआ ।

३. परिवृत्त । आवेष्ठित । घेरा हुआ ।

४. जिसमें झुर्रियाँ पड़ी हों । जो जगह जगह से सिकुड़ा हो ।

५. लिपटा हुआ । लगा हुआ । उ॰—उरज मलय शैल शील सम सुनि देखि अलक वलित व्याल आशा कर आए हैं । केशव (शब्द॰) ।

६. आच्छादित । ढका हुआ । उ॰—कंटक कलित तृन वलित विंध जल ।—केशव (शब्द॰) ।

७. युक्त । सहित । उ॰—श्री रघुबर के इष्ट अश्रुवलित सीतानयन ।— केशव (शब्द॰) । विशेष—इस अर्थ में इस शब्द का प्रयोग 'कलित' आदि के समान काव्य की भाषा में बहुत आधिक होता है ।

वलित ^२ संज्ञा पुं॰

१. काली मिर्च ।

२. नृत्य में हाथ मोड़ने की एक मुद्रा ।