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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

वर्य ^१ वि॰ [सं॰]

१. प्रधान ।

२. निर्वाचित या चुनने योग्य ।

३. श्रेष्ठ । विशेष—इसका प्रयोग विशेषतः समस्त पदों में होता है । जैसे,— विद्वद्वर्य ।

वर्य ^२ संज्ञा पुं॰ कामदेब ।