प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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वरिष्ठ ^१ वि॰ [सं॰]

१. श्रेष्ठ । पूजनीय । उ॰—भाव देख उन एक महा व्रतनिष्ठ के, भर आए युग नेत्र वरिष्ठ वशिष्ठ के ।— साकेत, पृ॰ १०८ ।

२. बहुत बड़ा । अत्यंत विस्तृत (को॰) ।

३. बहुत वजनी । अत्यंत भारी (को॰) ।

४. खराब । अत्यंत दुष्ट (को॰) ।

वरिष्ठ ^२ संज्ञा पुं॰

१. तित्तिर पक्षी । तीतर ।

२. चाक्षुष मनु के पुत्र का नाम ।

३. धर्म सावर्णि मन्वंतर के सप्त ऋषियों में से एक ।

४. ताम्र । ताँबा ।

५. मिर्व ।

६. उरुतमस् ऋषि का एक नाम ।

७. नारंगी का पौधा (को॰) ।