वरन पु † संज्ञा पुं॰ [सं॰ वर्ण] दे॰ 'वर्ण' । उ॰—इनकौ अंग बोहोत सुंदर और गौर वरन है, श्री स्वामिनी जी सदृश ।— दो सौ बावन॰, भा॰ १. पृ॰ १०८ ।