प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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वंचन संज्ञा पुं॰ [सं॰ वञ्चन] [वि॰ वंचित]

१. धोखा देना । धूर्तता । ठगी ।

२. धोखा खाना । ठगा जाना ।

३. भ्रांति । व्यामोह (को॰) ।

४. क्षति । हानि (को॰) । यौ॰—वंचनचंचुता=वंचन कार्य में कुशलता । वंचनपटुता=दे॰ 'वंचनचंचुता' । वंचनप्रवण=धोखा देने की ओर प्रवृत्त । वंचन योग=ठगी या धोखा देने का अभ्यास ।