वग्गना पु क्रि॰ अ॰ [सं॰ √वल्ग्, प्रा॰ वग्ग ( = दहाड़ना) + हिं॰ ना (प्रत्य॰)] तीव्र ध्वनि करना । गरजना । बजना । उ॰—बजे त्रंब जंगी गढ़े नाल वग्गी । लजावंत जंगी दुहूँ दीठ लग्गी ।—रा॰ रू॰, पृ॰ १८९ ।