प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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वक्त्र संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. मुख ।

२. तगर की जड़ ।

३. एक प्रकार का छंद जो अनुष्टुप छंद के अनुरूप होता है ।

४. काम का आरंभ ।

५. मुखाकृति । चेहरा (को॰) ।

६. दाँत (को॰) ।

७. बाण की नोक (को॰) ।

८. एक प्रकार का पहनावा । यौ॰—वक्ञज ।