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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

वकुश संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. वह त्यागी यती, साधु जिसे अपने ग्रंथों, शरीर और भक्तों या शिष्यों की कुछ कुछ चिंता रहती हो । (जैन) ।

२. पत्तों के झुरमुट में रहनेवाला एक जंतु (को॰) ।