प्रकाशितकोशों से अर्थ

सम्पादन

शब्दसागर

सम्पादन

वंशक संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. अगर नामक गंधद्रव्य । अगुरु ।

२. एक प्रकार की मछली ।

३. एक प्रकार का गन्ना या ईख । विशेष—वैद्यक में इसे शीतल, मघुर, स्निग्ध, पुष्टिकारक, सारक, वृष्य और कफनाशक लिखा है । इसके रस का स्वाद कुछ खारी- पन लिए भारी होता है । इसे 'कड़ऊख' कहते हैं ।

४. बाँस की गाँठ या संधि (को॰) ।

५. छोटी जाति का बाँस ।