वंगड़ संज्ञा पुं॰ [देश॰] दे॰ 'बंगर' । उ॰—कुँमाथल मोताहलाँ भरिया वप गिर माँत । चंद्रवदन गज रतन में बंगड़ वणिया दाँत ।—बाँकी॰ ग्रं॰, भा॰३, पृ॰ ७१ ।