प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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लोकपाल संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. दिक्पाल । विशेष—पुराणानुसार आठ दिशाओं के अलग अलग लोकपाल हैं । यथा—इंद्र पूर्व दिशा का; अग्नि दक्षिणपूर्व का; यम दक्षिण का; सूर्य दक्षिणपश्चिम का; कुबेर उत्तर का और सोम उत्तर- पूर्व का । किसी किसी ग्रंथ में सूर्य और सोम के स्थान पर निऋति और ईशानी या पृथ्वी के नाम मिलते हैं ।

२. अवलोकितेश्वर बोधिसत्व का एक नाम ।

३. नरेश । राजा । नृपति । उ॰—दिगपालन की भुवपालन की लोकपालन की किन मातु गई च्वै ।—केशव (शब्द॰) ।